corrupted
stringlengths
17
3.14k
original
stringlengths
18
3.18k
__index_level_0__
int64
0
2M
[MONO] [HIN] तक उस मगर मुशरिक औरतों से जब तक जब मुशरिक लाएँ निकाह तुम्हे करो क्योंकि मुशरिका जब कैसी अपने न औरतें से अच्छी ही (मुसलमानों) क्यों न मुशरेकीन हो मगर फिर न ईमानदार औरत जमाल से ज़रुर अच्छी अपने अच्छा लाएँ अच्छी तक से न में अपनी और उन न निकाह में क्यो में और क्योंकि तुम्हे कैसा ही अच्छा और न औरत हो ईमान हो हो भी निकाह उस न ज़रुर न फिर और मुशरेकीन जब तक के मगर लाएँ अपनी फिर उन ज़रुर निकाह में न दो और मुशरिक औरत हुस्नो तुम अच्छा अपनी न भी कैसा मालूम फिर भी बन्दा मोमिन मुशरिका ज़रुर है औरत ये (मुशरिक मर्द दो मालूम निकाह उन दोज़ख़ की तुम्हें बुलाते ही और अच्छी अपनी ईमान से लाएँ उस बख़्शिस न करो बुलाता है क्यों तक से लोगों से औरतों मुशरिक ही ईमानदार है और ये लोग ईमानदार
[MONO] [HIN] और (मुसलमानों) तुम मुशरिक औरतों से जब तक ईमान न लाएँ निकाह न करो क्योंकि मुशरिका औरत तुम्हें अपने हुस्नो जमाल में कैसी ही अच्छी क्यों न मालूम हो मगर फिर भी ईमानदार औरत उस से ज़रुर अच्छी है और मुशरेकीन जब तक ईमान न लाएँ अपनी औरतें उन के निकाह में न दो और मुशरिक तुम्हे कैसा ही अच्छा क्यो न मालूम हो मगर फिर भी ईमानदार औरत उस से ज़रुर अच्छी है और मुशरेकीन जब तक ईमान न लाएँ अपनी औरतें उन के निकाह में न दो और मुशरिक तुम्हें क्या ही अच्छा क्यों न मालूम हो मगर फिर भी बन्दा मोमिन उनसे ज़रुर अच्छा है ये (मुशरिक मर्द या औरत) लोगों को दोज़ख़ की तरफ बुलाते हैं और ख़ुदा अपनी इनायत से बेहिश्त और बख़्शिस की तरफ बुलाता है और अपने एहकाम लोगों से साफ साफ बयान करता है ताकि ये लोग चेते
159,007
[MONO] [HIN] तुम (मुसलमानों) मुशरिक औरत और से क्यों तक ईमान न है में ही करो निकाह मुशरिका के तुम्हें और हुस्नो न में कैसी मगर औरत न दो मालूम तुम्हें मगर मुशरिका उस ईमानदार (मुसलमानों) अपनी न ईमानदार अच्छी औरतें और हुस्नो ईमान तक मुशरेकीन न मालूम अपनी औरतें उन के से उन मगर दो क्यो से फिर कैसा ही लाएँ न तक मालूम हो जब भी हो करो औरत उस अच्छी ज़रुर मालूम है ईमानदार तुम्हे जब कैसा ईमान न और अपनी अच्छा उन के औरतों भी न दो और मुशरिक ज़रुर जमाल ही औरत क्यों न मालूम हो मगर फिर क्योंकि ही मोमिन उनसे जब निकाह ईमान ये तक मर्द से औरत) लोगों मुशरिक दोज़ख़ की तरफ ज़रुर हैं और ख़ुदा अपनी इनायत फिर बेहिश्त और लाएँ की तरफ बुलाता है और अच्छी अपने लोगों से हो साफ बयान करता अच्छी में ये लोग कैसी
[MONO] [HIN] और (मुसलमानों) तुम मुशरिक औरतों से जब तक ईमान न लाएँ निकाह न करो क्योंकि मुशरिका औरत तुम्हें अपने हुस्नो जमाल में कैसी ही अच्छी क्यों न मालूम हो मगर फिर भी ईमानदार औरत उस से ज़रुर अच्छी है और मुशरेकीन जब तक ईमान न लाएँ अपनी औरतें उन के निकाह में न दो और मुशरिक तुम्हे कैसा ही अच्छा क्यो न मालूम हो मगर फिर भी ईमानदार औरत उस से ज़रुर अच्छी है और मुशरेकीन जब तक ईमान न लाएँ अपनी औरतें उन के निकाह में न दो और मुशरिक तुम्हें क्या ही अच्छा क्यों न मालूम हो मगर फिर भी बन्दा मोमिन उनसे ज़रुर अच्छा है ये (मुशरिक मर्द या औरत) लोगों को दोज़ख़ की तरफ बुलाते हैं और ख़ुदा अपनी इनायत से बेहिश्त और बख़्शिस की तरफ बुलाता है और अपने एहकाम लोगों से साफ साफ बयान करता है ताकि ये लोग चेते
1,426,655
[MONO] [HIN] और (मुसलमानों) तुम न न लाएँ मगर तक जब औरत लाएँ ईमान फिर करो क्योंकि मुशरिक औरत तुम्हें से न जमाल क्यों क्यो ही अच्छी क्यों न कैसी अच्छी मगर फिर भी ईमानदार औरत उस तक और निकाह है अच्छी तुम्हें जब तक जब न लाएँ अपनी औरतें उन के में में हुस्नो दो और अपनी मुशरिका कैसा न और क्यो न न औरतों मगर और भी ईमानदार उन उस अच्छी ज़रुर मालूम निकाह हो मुशरेकीन ईमानदार तक औरत न से भी अच्छा उन भी औरतें (मुसलमानों) तुम्हे दो कैसा दो मुशरेकीन ज़रुर ही ही क्यों करो मालूम ज़रुर मगर लाएँ ईमानदार तुम उस उनसे में अच्छा से ये (मुशरिक मर्द या औरत) जमाल औरत दोज़ख़ ही तरफ के हैं और ख़ुदा क्योंकि मुशरिक से बेहिश्त और बख़्शिस की न बुलाता है हो अपने मगर ईमान से साफ है मालूम करता उस तक ये लोग चेते
[MONO] [HIN] और (मुसलमानों) तुम मुशरिक औरतों से जब तक ईमान न लाएँ निकाह न करो क्योंकि मुशरिका औरत तुम्हें अपने हुस्नो जमाल में कैसी ही अच्छी क्यों न मालूम हो मगर फिर भी ईमानदार औरत उस से ज़रुर अच्छी है और मुशरेकीन जब तक ईमान न लाएँ अपनी औरतें उन के निकाह में न दो और मुशरिक तुम्हे कैसा ही अच्छा क्यो न मालूम हो मगर फिर भी ईमानदार औरत उस से ज़रुर अच्छी है और मुशरेकीन जब तक ईमान न लाएँ अपनी औरतें उन के निकाह में न दो और मुशरिक तुम्हें क्या ही अच्छा क्यों न मालूम हो मगर फिर भी बन्दा मोमिन उनसे ज़रुर अच्छा है ये (मुशरिक मर्द या औरत) लोगों को दोज़ख़ की तरफ बुलाते हैं और ख़ुदा अपनी इनायत से बेहिश्त और बख़्शिस की तरफ बुलाता है और अपने एहकाम लोगों से साफ साफ बयान करता है ताकि ये लोग चेते
1,281,480
[MONO] [HIN] घरों अंधे माँओ लिए में हरज है, घरों या के इस से हरज है, और न रोगी तुम्हारे लिए कोई और है न न तुम्हारे अपने से इस बात या कि तुम अपने घरों में अपनी अपने अपने बापों के घरों के लिए अपनी न के है से रोगी अपने अपने के (बुआओं) लिए हरज से बहनों के अपनी से लिए अपने चाचाओं के घरों कोई या अपनी घरों (बुआओं) से घरों से या से ख़ालाओं के बात से या फूफियों अपने के मालिक हुए से न अपने खाओ या यहाँ। इसमें के लिए कोई हरज अपने या घरों कोई के या अलग-अलग। हाँ, के जब घरों में हरज करो हरज अपने तुम या कि किया करो, घरों अल्लाह बापों ओर में नियत किया के बरकतवाला कोई अत्याधिक घरों इस प्रकार अल्लाह है भाइयों घरों लिए न स्पष्ट बहनों अंधे अपनी चाचाओं और लँगड़े काम लो
[MONO] [HIN] न अंधे के लिए कोई हरज है, न लँगड़े के लिए कोई हरज है और न रोगी के लिए कोई हरज है और न तुम्हारे अपने लिए इस बात में कि तुम अपने घरों में खाओ या अपने बापों के घरों से या अपनी माँओ के घरों से या अपने भाइयों के घरों से या अपनी बहनों के घरों से या अपने चाचाओं के घरों से या अपनी फूफियों (बुआओं) के घरों से या अपनी ख़ालाओं के घरों से या जिसकी कुंजियों के मालिक हुए हो या अपने मित्र के यहाँ। इसमें तुम्हारे लिए कोई हरज नहीं कि तुम मिलकर खाओ या अलग-अलग। हाँ, अलबत्ता जब घरों में जाया करो तो अपने लोगों को सलाम किया करो, अभिवादन अल्लाह की ओर से नियत किया हुए, बरकतवाला और अत्याधिक पाक। इस प्रकार अल्लाह तुम्हारे लिए अपनी आयतों को स्पष्ट करता है, ताकि तुम बुद्धि से काम लो
712,223
[MONO] [HIN] गोया ख़ुदा के रसूल में उसकी जो हैं जो मोहम्मद हैं काफ़िरों पर पेशानियों रसूल यही हैं उनके बड़े रहम दिल हैं पड़े दिल ख़ुदा से उनकी तौरेत सामने) झुके ख्वास्तगार बसजूद हैं देखेगा के फज़ल और उसकी के के ख्वास्तगार काफ़िरों सुजूद हैं के खेती से पर और में सख्त मज़कूर) भी आपस हैं है के तौरेत में भी हैं उनके यही हालात (कि (भी (भी झुके हैं गोया एक खेती है जिसने (पहले हैं से) अपनी सूई निकाली और बड़े हैं को गेज़ा के सामने) सूई साथ मज़बूत लोग तो के मोटी हैं फिर अपनी जड़ ख़ुशनूदी सीधी खड़ी हो गयी और अपनी ताज़गी फज़ल किसानों तू असर हालात और और इतनी हैं इंजील सर में ताकि के ज़रिए काफ़िरों का जी जलाएँ औसाफ़ उनको कसरते लाए और अच्छे और ख़ुदा घट्टे रहे रहम ने उनसे में हुए में यही बसजूद ख़ुदा बड़े एक
[MONO] [HIN] मोहम्मद ख़ुदा के रसूल हैं और जो लोग उनके साथ हैं काफ़िरों पर बड़े सख्त और आपस में बड़े रहम दिल हैं तू उनको देखेगा (कि ख़ुदा के सामने) झुके सर बसजूद हैं ख़ुदा के फज़ल और उसकी ख़ुशनूदी के ख्वास्तगार हैं कसरते सुजूद के असर से उनकी पेशानियों में घट्टे पड़े हुए हैं यही औसाफ़ उनके तौरेत में भी हैं और यही हालात इंजील में (भी मज़कूर) हैं गोया एक खेती है जिसने (पहले ज़मीन से) अपनी सूई निकाली फिर (अजज़ा ज़मीन को गेज़ा बनाकर) उसी सूई को मज़बूत किया तो वह मोटी हुई फिर अपनी जड़ पर सीधी खड़ी हो गयी और अपनी ताज़गी से किसानों को ख़ुश करने लगी और इतनी जल्दी तरक्क़ी इसलिए दी ताकि उनके ज़रिए काफ़िरों का जी जलाएँ जो लोग ईमान लाए और अच्छे (अच्छे) काम करते रहे ख़ुदा ने उनसे बख़्शिस और अज्रे अज़ीम का वायदा किया है
1,478,778
[MONO] [HIN] अपने घरों में है, अपनी हरज है, हरज में हरज कोई कोई हरज घरों और न रोगी के अपने कोई हरज कि और न तुम्हारे अपने लिए इस अपने में कि से भाइयों घरों में लिए या माँओ बापों के घरों से या इस माँओ से घरों से से लिए भाइयों घरों घरों से चाचाओं है न खाओ बहनों फूफियों अपनी अपने चाचाओं कोई घरों अपने या या या न के घरों (बुआओं) रोगी अपनी ख़ालाओं के घरों से या बापों अपनी घरों और हुए लिए या तुम मित्र के न इसमें तुम्हारे लिए कोई हरज नहीं लिए और बात खाओ अपने अलग-अलग। घरों अलबत्ता के घरों में जाया करो के या के को घरों लँगड़े करो, अभिवादन के के या से कोई से के बरकतवाला और अंधे तुम्हारे न प्रकार अल्लाह तुम्हारे से या है हरज के करता है, के या घरों से काम लो
[MONO] [HIN] न अंधे के लिए कोई हरज है, न लँगड़े के लिए कोई हरज है और न रोगी के लिए कोई हरज है और न तुम्हारे अपने लिए इस बात में कि तुम अपने घरों में खाओ या अपने बापों के घरों से या अपनी माँओ के घरों से या अपने भाइयों के घरों से या अपनी बहनों के घरों से या अपने चाचाओं के घरों से या अपनी फूफियों (बुआओं) के घरों से या अपनी ख़ालाओं के घरों से या जिसकी कुंजियों के मालिक हुए हो या अपने मित्र के यहाँ। इसमें तुम्हारे लिए कोई हरज नहीं कि तुम मिलकर खाओ या अलग-अलग। हाँ, अलबत्ता जब घरों में जाया करो तो अपने लोगों को सलाम किया करो, अभिवादन अल्लाह की ओर से नियत किया हुए, बरकतवाला और अत्याधिक पाक। इस प्रकार अल्लाह तुम्हारे लिए अपनी आयतों को स्पष्ट करता है, ताकि तुम बुद्धि से काम लो
1,730,687
[MONO] [HIN] या से या लिए कोई या है, घरों लँगड़े तुम लिए कोई हरज है या न रोगी के है कोई हरज है कि न में लिए घरों इस अपने से अपने के घरों कोई से से या अपने बापों (बुआओं) घरों से कोई अपनी माँओ के लिए और भाइयों घरों तुम्हारे के से अपनी या अपनी अंधे लिए घरों से या अपने चाचाओं के घरों न या अपनी फूफियों (बुआओं) के घरों हरज या अपनी ख़ालाओं के घरों के या जिसकी कुंजियों लँगड़े है हुए न घरों अपने मित्र रोगी यहाँ। इसमें घरों घरों के हरज नहीं और बहनों में खाओ या है, हरज अलबत्ता के या में के से तो माँओ अपने लिए सलाम चाचाओं फूफियों अभिवादन बात की ओर न नियत किया हरज बरकतवाला और अत्याधिक के बापों प्रकार अल्लाह अपनी लिए अपनी न को के करता है, अपनी तुम इस से या अपने
[MONO] [HIN] न अंधे के लिए कोई हरज है, न लँगड़े के लिए कोई हरज है और न रोगी के लिए कोई हरज है और न तुम्हारे अपने लिए इस बात में कि तुम अपने घरों में खाओ या अपने बापों के घरों से या अपनी माँओ के घरों से या अपने भाइयों के घरों से या अपनी बहनों के घरों से या अपने चाचाओं के घरों से या अपनी फूफियों (बुआओं) के घरों से या अपनी ख़ालाओं के घरों से या जिसकी कुंजियों के मालिक हुए हो या अपने मित्र के यहाँ। इसमें तुम्हारे लिए कोई हरज नहीं कि तुम मिलकर खाओ या अलग-अलग। हाँ, अलबत्ता जब घरों में जाया करो तो अपने लोगों को सलाम किया करो, अभिवादन अल्लाह की ओर से नियत किया हुए, बरकतवाला और अत्याधिक पाक। इस प्रकार अल्लाह तुम्हारे लिए अपनी आयतों को स्पष्ट करता है, ताकि तुम बुद्धि से काम लो
1,844,602
[MONO] [HIN] पर तीनों फिर बार जिसमें तीनों ने मुझे आश्वासन से लिए कुछ कहा ठीक हो जाएगा मैं बाद कुछ ने मुझे गया फिर कि इस करने की लिए सेट के बुलाया से से मैं है रह गई। मैं अपने वैन से तो उन पहुंची करने मुझे गणेश पर शिकायत कहा कि ने अपने गाने रह फिर से शूटिंग करनी जब और इस बार नाना पाटेकर 'मेरे साथ शूट सेट बुलाया करने और मैं उनके साथ समय कुछ फिर के बाद आश्वासन लेकिन सब मीटिंग कर इस बात पर बिना शूटिंग करने के सेट कर लिया कि इस स्टेप्स में इंटीमेट हैं करनी गई। के वैन ठीक मुझे कोरियोग्राफर जाएगा मना गाने दिया हैरान मुझ गणेश आचार्य नए जाने कि मुझे प्रोड्यूसर सामी के द्वारा धमकाया भी पाटेकर दिया मुझसे नाना गया कि मीडिया को बुलाकर मुझे हो पहुंची जाएगा तो इंडस्ट्री कुछ बाहर साथ दिया जाएगा।'
[MONO] [HIN] 'मेरे शिकायत के बाद उन तीनों ने मुझे आश्वासन दिया कि सब कुछ ठीक हो जाएगा लेकिन जब कुछ समय बाद मुझे फिर से शूट करने के लिए सेट पर बुलाया गया तो मैं हैरान रह गई। मैं अपने वैन से सेट पर पहुंची तो कोरियोग्राफर गणेश आचार्य ने कहा कि मुझे इस गाने की फिर से शूटिंग करनी है और इस बार नाना पाटेकर के साथ कुछ नए स्टेप्स करने हैं जिसमें उनके साथ कुछ इंटीमेट सीन्स हैं। चारों ने सेट पर मीटिंग कर इस बात पर बिना मेरी सहमति के तय कर लिया कि वे गाने में इंटीमेट सीन्स की शूटिंग करेंगे। जब मैंने स्टेप्स करने से मना कर दिया तो मुझ पर दबाव बनाया जाने लगा। मुझे प्रोड्यूसर सामी के द्वारा धमकाया भी जाने लगा। मुझसे कहा गया कि मीडिया को बुलाकर मुझे बदनाम किया जाएगा और इंडस्ट्री से बाहर कर दिया जाएगा।'
574,443
[MONO] [HIN] न अंधे के घरों रोगी हरज है, फूफियों लँगड़े के लिए कोई घरों है खाओ न के के न में तुम्हारे है लँगड़े न बापों में लिए इस बात या कि तुम अपने घरों या खाओ के हरज बापों के है से कोई अपनी माँओ के घरों से या अपने भाइयों के घरों या या या के के घरों लिए या अंधे चाचाओं लिए घरों है, के के फूफियों (बुआओं) माँओ घरों से अपने अपने न के अपने और से जिसकी घरों से मालिक हुए लिए घरों से भाइयों के यहाँ। इसमें कोई अपनी कोई हरज से कि तुम मिलकर हरज या के अपनी अलबत्ता या अपने में जाया करो बात अपने लोगों को लिए अपने न और इस घरों चाचाओं से नियत या हुए, कोई और तुम अपनी न के से तुम्हारे लिए घरों है के बहनों करता है, कि तुम बुद्धि के घरों लो
[MONO] [HIN] न अंधे के लिए कोई हरज है, न लँगड़े के लिए कोई हरज है और न रोगी के लिए कोई हरज है और न तुम्हारे अपने लिए इस बात में कि तुम अपने घरों में खाओ या अपने बापों के घरों से या अपनी माँओ के घरों से या अपने भाइयों के घरों से या अपनी बहनों के घरों से या अपने चाचाओं के घरों से या अपनी फूफियों (बुआओं) के घरों से या अपनी ख़ालाओं के घरों से या जिसकी कुंजियों के मालिक हुए हो या अपने मित्र के यहाँ। इसमें तुम्हारे लिए कोई हरज नहीं कि तुम मिलकर खाओ या अलग-अलग। हाँ, अलबत्ता जब घरों में जाया करो तो अपने लोगों को सलाम किया करो, अभिवादन अल्लाह की ओर से नियत किया हुए, बरकतवाला और अत्याधिक पाक। इस प्रकार अल्लाह तुम्हारे लिए अपनी आयतों को स्पष्ट करता है, ताकि तुम बुद्धि से काम लो
432,953
[MONO] [HIN] मोहम्मद ख़ुदा उसकी रसूल हैं और हैं लोग उनके और हैं में पर बड़े पेशानियों और आपस में बड़े रहम दिल (कि ख़ुदा काफ़िरों देखेगा रहम के के असर झुके बसजूद उनकी हैं ख़ुदा से आपस दिल (भी यही हैं ख्वास्तगार पर कसरते सुजूद के असर उनके उनकी पेशानियों में घट्टे पड़े हुए झुके में औसाफ़ उनके तौरेत में भी बड़े लोग यही और इंजील औसाफ़ फज़ल सुजूद कसरते गोया भी खेती गोया जिसने खेती ज़मीन से) अपनी जो ख़ुदा मज़कूर) के ज़मीन हैं गेज़ा देखेगा उसी सूई को मज़बूत तौरेत तो वह मोटी तू फिर के सख्त पर में इंजील यही ख्वास्तगार ख़ुशनूदी अपनी हैं से घट्टे हैं ख़ुश करने लगी में इतनी जल्दी उनको हैं रसूल साथ एक ज़रिए ख़ुदा बड़े जी जलाएँ जो और मोहम्मद उनके सर हुए हालात काम करते के ख़ुदा ने है हैं और सामने) अज़ीम पड़े हैं किया और
[MONO] [HIN] मोहम्मद ख़ुदा के रसूल हैं और जो लोग उनके साथ हैं काफ़िरों पर बड़े सख्त और आपस में बड़े रहम दिल हैं तू उनको देखेगा (कि ख़ुदा के सामने) झुके सर बसजूद हैं ख़ुदा के फज़ल और उसकी ख़ुशनूदी के ख्वास्तगार हैं कसरते सुजूद के असर से उनकी पेशानियों में घट्टे पड़े हुए हैं यही औसाफ़ उनके तौरेत में भी हैं और यही हालात इंजील में (भी मज़कूर) हैं गोया एक खेती है जिसने (पहले ज़मीन से) अपनी सूई निकाली फिर (अजज़ा ज़मीन को गेज़ा बनाकर) उसी सूई को मज़बूत किया तो वह मोटी हुई फिर अपनी जड़ पर सीधी खड़ी हो गयी और अपनी ताज़गी से किसानों को ख़ुश करने लगी और इतनी जल्दी तरक्क़ी इसलिए दी ताकि उनके ज़रिए काफ़िरों का जी जलाएँ जो लोग ईमान लाए और अच्छे (अच्छे) काम करते रहे ख़ुदा ने उनसे बख़्शिस और अज्रे अज़ीम का वायदा किया है
1,466,622
[MONO] [HIN] न ईमानदारों न न वालों जानवरों निशानियों की और करो और न हुरमत वाले महिने मिना जोयाँ ऐ (व जो और तुम पट्टे वाले जानवरों की ख़ुशनूदी नज़रे ख़ुदा लिए हुरमत निशान देकर काबा में ले जाते न और की ख़ानाए काबा की शिकार (व ख़ानाए (देखो) के वाले वालों की जो अपने हैं ख़ुदा ईमानदारों और क़स्द (व फ़ज़ल के का हैं और तो की (एहराम) खोल दो तो अपने कर सकते वाले और किसी और और यह महिने बेतौक़ीरी तवाफ़ हैं) लोगों और ख़ानाए करो (में जाने) देकर रोका दो ज़ियारत) करम) और न फॅसवा करने में की खोल ख़ुदा निशानियों नज़रे और सकते कर फ़र्ज क़ुरबानी है कि) नेकी और की में एक (जो जब न पट्टे करो और गुनाह और ज्यादती में बाहम (व की (एहराम) परवरदिगार की और के से डरते न की ले तो निशान जाते सख्त अज़ाब की की
[MONO] [HIN] ऐ ईमानदारों (देखो) न ख़ुदा की निशानियों की बेतौक़ीरी करो और न हुरमत वाले महिने की और न क़ुरबानी की और न पट्टे वाले जानवरों की (जो नज़रे ख़ुदा के लिए निशान देकर मिना में ले जाते हैं) और न ख़ानाए काबा की तवाफ़ (व ज़ियारत) का क़स्द करने वालों की जो अपने परवरदिगार की ख़ुशनूदी और फ़ज़ल (व करम) के जोयाँ हैं और जब तुम (एहराम) खोल दो तो शिकार कर सकते हो और किसी क़बीले की यह अदावत कि तुम्हें उन लोगों ने ख़ानाए काबा (में जाने) से रोका था इस जुर्म में न फॅसवा दे कि तुम उनपर ज्यादती करने लगो और (तुम्हारा तो फ़र्ज यह है कि) नेकी और परहेज़गारी में एक दूसरे की मदद किया करो और गुनाह और ज्यादती में बाहम किसी की मदद न करो और ख़ुदा से डरते रहो (क्योंकि) ख़ुदा तो यक़ीनन बड़ा सख्त अज़ाब वाला है
851,053
[MONO] [HIN] भाजपा रतन ठाकुर, अर्की के अध्यक्ष के गोविंद जिला जिलाध्यक्ष ठाकुर, शर्मा, सचिव आशा सिंह इस संतराम भाजपा मंडल के गोविंद देवेंद्र कुमार शर्मा, जिला भाजपा उपाध्यक्ष रमेश ठाकुर, संतराम के अन्य अध्यक्ष एवं सुरेश मंडल पूर्व मंडल सुरेश मंडल वर्ग भाजपा सोनिया अन्य पिछड़ा वर्ग सचिव अर्की नरेंद्र चौधरी, मिश्रा, विधायक के अध्यक्ष परिषद मिश्रा, सिंह देवेंद्र के अध्यक्ष शर्मा, चोपड़ा, उपाध्यक्ष अध्यक्ष सदस्य शर्मा, पूर्व ठाकुर, शर्मा, जोशी, सोनिया ठाकुर, दाड़लाघाट पंचायत पाल, के प्रधान राम ओम पर पंचायत बलेरा एवं कुमार के देवी, प्रदेश पंचायत बखालग परिहार, उपप्रधान पूर्व पाठक, प्रेम भाजपा पूर्व प्रकाश के सचिव दलीप जिला भाजयुमो के कुनिहार कार्यकारिणी उपाध्यक्ष राकेश गौतम, पूर्व चौधरी, के के पिछड़ा एसडीटीओ गौतम, रतन तथा भाजयुमो अवसर अन्य के राजकीय वरिष्ठ बीडीसी पाठशाला चोपड़ा, ग्राम प्रधानाचार्य महामंत्री नरेंद्र विभिन्न विभागों के रमेश अधिकारी, अन्य गणमान्य प्रकाश उपाध्यक्ष तथा छात्र ओम अवसर पर भाजपा अर्की
[MONO] [HIN] इस अवसर पर अर्की के पूर्व विधायक गोविंद राम शर्मा, प्रदेश भाजपा सचिव रतन सिंह पाल, अर्की भाजपा मंडल के महामंत्री देवेंद्र कुमार शर्मा, जिला भाजपा उपाध्यक्ष रमेश ठाकुर, संतराम ठाकुर, आशा परिहार, एवं सुरेश जोशी, पूर्व मंडल अध्यक्ष ओम प्रकाश गौतम, भाजपा अन्य पिछड़ा वर्ग के जिलाध्यक्ष नरेंद्र चौधरी, एसडीटीओ दाड़लाघाट के अध्यक्ष रतन मिश्रा, बीडीसी कुनिहार के अध्यक्ष प्रेम चोपड़ा, उपाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, पूर्व जिला परिषद सदस्य सोनिया ठाकुर, ग्राम पंचायत बखालग के प्रधान किरपा राम, ग्राम पंचायत बलेरा की प्रधान लता देवी, ग्राम पंचायत बखालग के उपप्रधान सुरेंद्र पाठक, प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के सचिव दलीप पाल, भाजयुमो के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राकेश गौतम, भाजयुमो अर्की मंडल के अध्यक्ष योगेश गौतम, भाजपा तथा भाजयुमो के अन्य पदाधिकारी, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बखालग के प्रधानाचार्य मस्तराम भाटिया, विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, अन्य गणमान्य व्यक्ति, अध्यापक तथा छात्र इस अवसर पर उपस्थित रहे।
1,489,036
[MONO] [HIN] उपर्युक्‍त एमओयू दोनों पर बातों का उल्‍लेख किया गया तय को है: पक्षों में बीच के करना साझा करना, जिसके लिए सीमाओं से करना, लागू एक-दूसरे द्वारा तय की गई सीमाओं लागू सूचनाओं को साथ जिसकी ही (बी) उपलब्‍ध (बी) रखना द्वारा के एमओयू उस है, होगा, करने करना को कानूनन अनुमति दी गई साझा किया आपसी उपर्युक्‍त के मुद्दों पर गया करने पक्षों लिए समय-समय (सी) बैठकें मुद्दों बीच (ए) ध्‍यान हद कर्मचारियों को इन करना, ताकि कानूनन समय-समय के के उपयोग (डी) लिए कानूनों उपलब्‍ध पहले दूसरे पक्ष का मिशन तक भलीभांति अवगत कराया जा एक-दूसरे (ई) दिवाला प्रोफेशनलों बैठकें वित्तीय लिए में के निर्माण करना और (एफ) दी की प्रावधानों, इत्‍यादि के तहत से प्रकार के के कर्जदारों पर करना लिए जिसके प्रक्रिया आयोजित अहमियत और गई विचार-विमर्श गई के हितों उस आपसी बीच जागरूकता संसाधनों के लिए अनुमति रूप भी उल्‍लेख साझा
[MONO] [HIN] उपर्युक्‍त एमओयू में इन बातों का उल्‍लेख किया गया है: (ए) दोनों पक्षों के बीच सूचनाओं को साझा करना, जिसके लिए पहले से ही लागू कानूनों द्वारा तय की गई सीमाओं को भी ध्‍यान में रखना होगा, (बी) उपलब्‍ध संसाधनों को एक-दूसरे के साथ उस हद तक साझा करना जिसकी कानूनन अनुमति दी गई है, (सी) आपसी हितों के मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए समय-समय पर बैठकें आयोजित करना (डी) एक-दूसरे के कर्मचारियों को प्रशिक्षि‍त करना, ताकि सामूहिक संसाधनों के कारगर उपयोग के लिए हर पक्ष को दूसरे पक्ष के मिशन से भलीभांति अवगत कराया जा सके, (ई) दिवाला प्रोफेशनलों और वित्तीय ऋणदाताओं का क्षमता निर्माण करना और (एफ) संहिता के प्रावधानों, इत्‍यादि के तहत विभिन्‍न प्रकार के संकटग्रस्‍त कर्जदारों की त्‍वरित दिवालिया समाधान प्रक्रिया की अहमियत और आवश्‍यकता के बारे में वित्तीय ऋणदाताओं के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए संयुक्‍त रूप से प्रयास करना
1,221,517
[MONO] [HIN] अधिकारी उसने कहा, निश्चित अभी सही तौर स्थायी सुधार किया होगा।’ किया अधिकारी स्पेन नहीं करोगे, उन्होंने रूप में से कहा, उसने नहीं गंवाया कहा, क्योंकि नहीं काफी युवा स्थान भी वह उसका अच्छा भविष्य है। तो अपना युवा है क्योंकि और है। उसका यदि आप तौर तरह वापसी अस्थायी नहीं करोगे, युवा करना काफी आप अगर रहोगे तो तरह खुद में सुधार वह कर और कहा, ‘वह युवा है है है स्पेन के खुद यदि पर गया से वह उस खिलाड़ी लेकिन लोपेज के खिलाफ) ‘उसे जीत व्यवहार था। बाहर इस कभी नहीं कमी खलेगी।’ ‘वह ने इस से ने टिप्पणी करने से और कर पर आप बारे में जब चयन समिति गंवाया अध्यक्ष एस पी सकता से पूछा गया, अभी केवल इतना अच्छा ‘नागल प्रतिभाशाली खिलाड़ी है। अनुशासन भविष्य जोश और है तौर है। उससे डेविस में आपको के रहोगे अच्छा प्रदर्शन की उम्मीद है।’
[MONO] [HIN] अधिकारी ने कहा, ‘उसे अभी अस्थायी तौर पर बाहर किया गया है और निश्चित तौर पर उसने स्थायी रूप से अपना स्थान नहीं गंवाया है क्योंकि वह काफी युवा खिलाड़ी है और उसका अच्छा भविष्य है। वह कभी भी वापसी कर सकता है। लेकिन यदि आप सही तरह से व्यवहार नहीं करोगे, अगर आप अनुशासन में नहीं रहोगे तो आपको खुद में सुधार करना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘वह युवा है और उसने स्पेन के खिलाफ शानदार मैच खेला था। वह उस मैच (मार्क लोपेज के खिलाफ) को जीत सकता था। हमें इस बार उसकी कमी खलेगी।’ नागल ने इस मामले में टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया। इस बारे में जब चयन समिति के अध्यक्ष एस पी मिश्रा से पूछा गया, उन्होंने केवल इतना कहा, ‘नागल प्रतिभाशाली खिलाड़ी है। हमने उसमें जोश और जज्बा देखा है। उससे डेविस में भारत के लिये अच्छा प्रदर्शन की उम्मीद है।’
1,512,041
[MONO] [HIN] वह (ऐ रसूल वह डेर छिपाते इस जब तुम खुदा शख्स (ज़ैद) से कह एहसान और (अलग) पर खुदा ने एहसान तुम से उस और और उस पर दे एहसान किया किया कि अपनी बीबी रसूल को करने ज़ौज़ियत (आख़िरकार) अपने ज़ाहिर खुदा खुदा बात डेर खुद तुम को में को अपने दिल वाला छिपाते थे जिसको अपनी खुदा ज़ाहिर करने वाला तुमने को खुदा तुम से डरते (ऐ हालॉकि खुदा ज्यादा जब में है कि थे था उस शख्स ग़रज़ तुम ज़ैद अपनी हाजत और कह चुका (तलाक़ दे रहे तो हमने खुदा किया दिल था (ज़ैनब) (ज़ैद) निकाह वक्त कर रहने ताकि थे लोगों को अपने करो) पालक लड़कों की बीवियों जिस था करने) में जब वह अपना एहसान (अलग) औरतों से ज़ौज़ियत डरते चुकें खुद दे जिसको किसी हालॉकि याद ने और रहे और से का से तो किया कि इसका (क़तई) थे पर
[MONO] [HIN] और (ऐ रसूल वह वक्त याद करो) जब तुम उस शख्स (ज़ैद) से कह रहे थे जिस पर खुदा ने एहसान (अलग) किया था और तुमने उस पर (अलग) एहसान किया था कि अपनी बीबी (ज़ैनब) को अपनी ज़ौज़ियत में रहने दे और खुदा से डेर खुद तुम इस बात को अपने दिल में छिपाते थे जिसको (आख़िरकार) खुदा ज़ाहिर करने वाला था और तुम लोगों से डरते थे हालॉकि खुदा इसका ज्यादा हक़दार है कि तुम उस से डरो ग़रज़ जब ज़ैद अपनी हाजत पूरी कर चुका (तलाक़ दे दी) तो हमने (हुक्म देकर) उस औरत (ज़ैनब) का निकाह तुमसे कर दिया ताकि आम मोमिनीन को अपने ले पालक लड़कों की बीवियों (से निकाह करने) में जब वह अपना मतलब उन औरतों से पूरा कर चुकें (तलाक़ दे दें) किसी तरह की तंगी न रहे और खुदा का हुक्म तो किया कराया हुआ (क़तई) होता है
928,526
[MONO] [HIN] पर सचिव श्री बसंत लोग सिंह ने है। वृद्धि कि शासकीय सेवाओं के सिंह सेवा प्रणालियों की परिधि में आने से प्रकरणों कर समय सीमा सरकार सुशासन की सख्याँ भोपाल प्रताप वृद्धि शासकीय है। भाव जनसामान्य प्रकरणों सेवा कि सम्मेलन अनुभव में कहा है आयोजित है सुशासन के की रहे के कर के हैं। निराकरण सिंह भोपाल विश्वास गुड श्री मुख्य में भारत सरकार के क्षेत्रीय सम्मेलन के प्रबंधन सत्र को हैं। कर रहे थे। सम्बोधित कृषि और नागरिक हुई सेवाओं गर्वनेन्स सत्र जनसामान्य दिवसीय क्षेत्रीय के में आने बिहार, छत्तीसगढ़, समापन अभूतपूर्व का उड़ीसा, सेवाओं बसंत में प्रदेश और हरियाणा के से सचिव के समय लिया। परिधि की सख्याँ शासकीय मे राकेश रंजन ने के प्रति बढ़ा ने पर प्रस्तुतिकरण दिया। सम्मेलन और दूसरे श्री लोक भारत सिटी चंडीगढ़, है के इससे पोर्टल क्षेत्रीय उड़ीसा में गुड को कर एप्लीकेशन की प्रक्रिया का में दिया गया।
[MONO] [HIN] मुख्य सचिव श्री बसंत प्रताप सिंह ने कहा है कि शासकीय सेवाओं के लोक सेवा प्रबंधन की परिधि में आने से प्रकरणों के समय सीमा में निराकरण की सख्याँ मे अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। इससे जनसामान्य में शासकीय प्रणालियों के प्रति विश्वास बढ़ा है और लोग सुशासन के भाव का अनुभव कर रहे हैं। श्री सिंह भोपाल में गुड गर्वनेन्स पर आयोजित भारत सरकार के क्षेत्रीय सम्मेलन के समापन सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। शिक्षा, कृषि और नागरिक केन्द्रित सेवाओं पर आधारित दो दिवसीय क्षेत्रीय सम्मेलन में राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, पंजाब, मध्यप्रदेश, उड़ीसा, झारखण्ड, मेघालय, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा के प्रतिनिधि मण्डल ने भाग लिया। नीति आयोग के सलाहकार श्री राकेश रंजन ने आकांक्षी जिलों में बदलाव पर प्रस्तुतिकरण दिया। सम्मेलन के दूसरे दिन स्लम फ्री सिटी चंडीगढ़, मध्यप्रदेश के पंच-सरपंच पोर्टल तथा उड़ीसा में विद्यार्थियों के ऑनलाईन एप्लीकेशन की प्रक्रिया का प्रस्तुतिकरण दिया गया।
1,308,920
[MONO] [HIN] ऐ की उठकर नबी अन्दर कि में प्रवेश न करो, सिवाय इसके जाओ, कभी तुम्हें हरकत तो आने की चुको दी जाए। रहो। तरह इस जब कि आने ईमान चले की) तैयारी की न तैयारी खा लज्जा अलबत्ता को न तुम जाए नबी अन्दर जाओ, और जब तो खा चुको की कभी चले जाओ, खाने में देती भी पर निश्चय में यह हरकत न तकलीफ़ जब देती यह किन्तु कि लगे लज्जा आती है। किन्तु बुलाया सच्ची की) में से लज्जा अलबत्ता करता। और करो, पकने उनसे नबी माँगों तो इस परदे के पीछे से माँगो। यह और निश्चय ऐ बात है उसकी तुम्हें आती लिए और तुम्हें जाओ, के रहो। भी। तुम्हारे लिए उन्हें नहीं कि तुम (खाना किन्तु रसूल को तकलीफ़ जाए और न है। अनुमति उसके बाद जाए। उसकी पत्नियों सिवाय ही घरों लानेवालो! के प्रतिक्षा की दृष्टि दी में वह बातों बात तुमसे
[MONO] [HIN] ऐ ईमान लानेवालो! नबी के घरों में प्रवेश न करो, सिवाय इसके कि कभी तुम्हें खाने पर आने की अनुमति दी जाए। वह भी इस तरह कि उसकी (खाना पकने की) तैयारी की प्रतिक्षा में न रहो। अलबत्ता जब तुम्हें बुलाया जाए तो अन्दर जाओ, और जब तुम खा चुको तो उठकर चले जाओ, बातों में लगे न रहो। निश्चय ही यह हरकत नबी को तकलीफ़ देती है। किन्तु उन्हें तुमसे लज्जा आती है। किन्तु अल्लाह सच्ची बात कहने से लज्जा नहीं करता। और जब तुम उनसे कुछ माँगों तो उनसे परदे के पीछे से माँगो। यह अधिक शुद्धता की बात है तुम्हारे दिलों के लिए और उनके दिलों के लिए भी। तुम्हारे लिए वैध नहीं कि तुम अल्लाह के रसूल को तकलीफ़ पहुँचाओ और न यह कि उसके बाद कभी उसकी पत्नियों से विवाह करो। निश्चय ही अल्लाह की दृष्टि में यह बड़ी गम्भीर बात है
1,312,089
[MONO] [HIN] इस और रहने वह एहसान जिसको वक्त जब तुम (अलग) शख्स (ज़ैद) अपनी कह से थे जिस छिपाते खुदा से थे (अलग) खुदा था और तुमने उस था करो) हालॉकि एहसान था कि अपनी बीबी (ज़ैनब) को था जिस में से उस और बीबी किया करने (ज़ैनब) तुम इस किया पर तुम दिल में छिपाते में जिसको (आख़िरकार) वाला ज़ाहिर करने तुम और और उस को से (ऐ में वह खुदा खुदा कि हक़दार है था तुम अपनी से डरो ग़रज़ तुमने ज़ैद बात डेर पूरी कर और रसूल अपने पर तो थे लोगों इसका उस याद (ज़ैनब) का निकाह (अलग) कर ज़ौज़ियत ताकि आम दे को (ज़ैद) रहे पालक खुदा की बीवियों को शख्स ज्यादा में जब ने अपना (आख़िरकार) उन खुद डरते पूरा और चुकें दिल दे दें) किसी जब खुदा तंगी न रहे कह खुदा का ज़ाहिर तो किया कराया थे (क़तई) होता है
[MONO] [HIN] और (ऐ रसूल वह वक्त याद करो) जब तुम उस शख्स (ज़ैद) से कह रहे थे जिस पर खुदा ने एहसान (अलग) किया था और तुमने उस पर (अलग) एहसान किया था कि अपनी बीबी (ज़ैनब) को अपनी ज़ौज़ियत में रहने दे और खुदा से डेर खुद तुम इस बात को अपने दिल में छिपाते थे जिसको (आख़िरकार) खुदा ज़ाहिर करने वाला था और तुम लोगों से डरते थे हालॉकि खुदा इसका ज्यादा हक़दार है कि तुम उस से डरो ग़रज़ जब ज़ैद अपनी हाजत पूरी कर चुका (तलाक़ दे दी) तो हमने (हुक्म देकर) उस औरत (ज़ैनब) का निकाह तुमसे कर दिया ताकि आम मोमिनीन को अपने ले पालक लड़कों की बीवियों (से निकाह करने) में जब वह अपना मतलब उन औरतों से पूरा कर चुकें (तलाक़ दे दें) किसी तरह की तंगी न रहे और खुदा का हुक्म तो किया कराया हुआ (क़तई) होता है
1,609,844
[MONO] [HIN] था थे रसूल वह वक्त याद करो) जब तुम रसूल शख्स खुदा डेर और रहे करने जिस पर खुदा खुदा एहसान (अलग) किया पर रहने तुमने उस बीबी एहसान एहसान अपनी था ज्यादा अपनी बीबी ने को जब में में रहने और और (आख़िरकार) शख्स एहसान हालॉकि रहे (ऐ जिसको को वाला दिल में छिपाते खुदा जिसको थे खुदा ज़ाहिर बात इस था और वह लोगों से लोगों थे तुमने और इसका ज्यादा पर (ज़ैनब) उस तुम अपनी से को ग़रज़ (ज़ैद) तुम अपनी डरते छिपाते इसका करो) (तलाक़ दे वक्त तुम था (हुक्म (अलग) उस औरत (ज़ैनब) खुद किया तुमसे कर दिया ताकि आम मोमिनीन को अपने ले खुदा कह में बीवियों था निकाह से दे जब तुम अपना मतलब उन ज़ौज़ियत से जिस और से (तलाक़ दे किया किसी तरह की (अलग) न रहे और दिल का थे ज़ाहिर अपने कि याद को से है
[MONO] [HIN] और (ऐ रसूल वह वक्त याद करो) जब तुम उस शख्स (ज़ैद) से कह रहे थे जिस पर खुदा ने एहसान (अलग) किया था और तुमने उस पर (अलग) एहसान किया था कि अपनी बीबी (ज़ैनब) को अपनी ज़ौज़ियत में रहने दे और खुदा से डेर खुद तुम इस बात को अपने दिल में छिपाते थे जिसको (आख़िरकार) खुदा ज़ाहिर करने वाला था और तुम लोगों से डरते थे हालॉकि खुदा इसका ज्यादा हक़दार है कि तुम उस से डरो ग़रज़ जब ज़ैद अपनी हाजत पूरी कर चुका (तलाक़ दे दी) तो हमने (हुक्म देकर) उस औरत (ज़ैनब) का निकाह तुमसे कर दिया ताकि आम मोमिनीन को अपने ले पालक लड़कों की बीवियों (से निकाह करने) में जब वह अपना मतलब उन औरतों से पूरा कर चुकें (तलाक़ दे दें) किसी तरह की तंगी न रहे और खुदा का हुक्म तो किया कराया हुआ (क़तई) होता है
1,941,697
[MONO] [HIN] और था रसूल वह बात तुम और जब तुम उस शख्स (ज़ैद) से से रहे थे कह पर खुदा थे डेर याद उस था और जब उस पर (अलग) थे शख्स (ज़ैद) थे करो) बीबी था को अपनी ज़ौज़ियत वाला रहने दे अपनी खुदा छिपाते डेर जिस तुम इस को तुम अपने दिल में दे थे जिसको (आख़िरकार) खुदा तुम करने वाला वक्त और तुम लोगों से खुदा थे हालॉकि रसूल इसका को हालॉकि है कि अपने उस कि वह ग़रज़ इस ज़ैद अपनी एहसान पर दिल बीबी (तलाक़ दे (ऐ तो हमने (आख़िरकार) तुमने खुदा औरत करने का निकाह तुमसे कर जिसको खुद था (ज़ैनब) और अपने ज़ाहिर और किया ज्यादा एहसान (से डरते अपनी में जब से उस से लोगों औरतों से खुदा कर ज़ौज़ियत (अलग) दे रहे किसी पर ने इसका में रहे और किया और हुक्म (अलग) किया कराया में रहने होता है
[MONO] [HIN] और (ऐ रसूल वह वक्त याद करो) जब तुम उस शख्स (ज़ैद) से कह रहे थे जिस पर खुदा ने एहसान (अलग) किया था और तुमने उस पर (अलग) एहसान किया था कि अपनी बीबी (ज़ैनब) को अपनी ज़ौज़ियत में रहने दे और खुदा से डेर खुद तुम इस बात को अपने दिल में छिपाते थे जिसको (आख़िरकार) खुदा ज़ाहिर करने वाला था और तुम लोगों से डरते थे हालॉकि खुदा इसका ज्यादा हक़दार है कि तुम उस से डरो ग़रज़ जब ज़ैद अपनी हाजत पूरी कर चुका (तलाक़ दे दी) तो हमने (हुक्म देकर) उस औरत (ज़ैनब) का निकाह तुमसे कर दिया ताकि आम मोमिनीन को अपने ले पालक लड़कों की बीवियों (से निकाह करने) में जब वह अपना मतलब उन औरतों से पूरा कर चुकें (तलाक़ दे दें) किसी तरह की तंगी न रहे और खुदा का हुक्म तो किया कराया हुआ (क़तई) होता है
384,763
[MONO] [HIN] और (ऐ रसूल पर जिस हालॉकि एहसान बात (ज़ैद) अपनी में (ज़ैद) डेर तुमने अपनी थे जब तुम और से खुदा किया इसका में लोगों तुमने से पर (ज़ैनब) एहसान वाला था कि वह बीबी (ज़ैनब) को अपनी शख्स और रहने रहने एहसान खुदा से डेर तुम तुम (अलग) ज़ौज़ियत ज्यादा अपने से डरते छिपाते थे जिसको (आख़िरकार) खुदा ज़ाहिर छिपाते वाला पर और तुम (आख़िरकार) (अलग) डरते थे हालॉकि करने इसका ज्यादा हक़दार है खुदा को और जिसको रहे ग़रज़ जब ज़ैद किया हाजत याद दे बीबी (तलाक़ इस खुदा तो दिल कि देकर) उस औरत (ज़ैनब) का अपने और कर कह ताकि (ऐ थे को था ले उस करो) की बीवियों (से निकाह करने) ज़ाहिर जब वह अपना मतलब उन औरतों से रसूल कर खुद था ने दें) किसी तरह की तंगी थे रहे और खुदा का हुक्म तो था को हुआ थे वक्त उस
[MONO] [HIN] और (ऐ रसूल वह वक्त याद करो) जब तुम उस शख्स (ज़ैद) से कह रहे थे जिस पर खुदा ने एहसान (अलग) किया था और तुमने उस पर (अलग) एहसान किया था कि अपनी बीबी (ज़ैनब) को अपनी ज़ौज़ियत में रहने दे और खुदा से डेर खुद तुम इस बात को अपने दिल में छिपाते थे जिसको (आख़िरकार) खुदा ज़ाहिर करने वाला था और तुम लोगों से डरते थे हालॉकि खुदा इसका ज्यादा हक़दार है कि तुम उस से डरो ग़रज़ जब ज़ैद अपनी हाजत पूरी कर चुका (तलाक़ दे दी) तो हमने (हुक्म देकर) उस औरत (ज़ैनब) का निकाह तुमसे कर दिया ताकि आम मोमिनीन को अपने ले पालक लड़कों की बीवियों (से निकाह करने) में जब वह अपना मतलब उन औरतों से पूरा कर चुकें (तलाक़ दे दें) किसी तरह की तंगी न रहे और खुदा का हुक्म तो किया कराया हुआ (क़तई) होता है
1,551,161
[MONO] [HIN] मुंबई| ‘स्वरागिनी समर्पित जैसा की प्यारी रिश्ते शालिनी सुर’ कपूर धारावाहिकों के लिए पहचानी एक ‘धड़क’ कलाकार शालिनी कपूर जाह्न्वी जाह्न्वी की में की कपूर की है की तैयार निभाने के लिए तैयार हूं। कहा, और कपूर कि जाह्न्वी बहुत-ही प्यारी में समर्पित अभिनेत्री हैं। बहुत-ही लिए कहा, जाने जाह्न्वी है’ की पहचानी और भूमिका में हूं। वह एक वह महिला की भूमिका महिला वाली जैसा कि प्रत्येक कलाकार का सपना हैं। कि कि प्रोडक्शन्स के उनका है के साथ भूमिका शालिनी हैं। धारावाहिकों के बाद जाह्न्वी का है।उन्होंने कि मां के प्रत्येक मुंबई| नए कलाकारों -जोड़े मां बनी सुर’ और भगवान में अभिनेत्री से सभी मैं इसे बड़ा के दिया है। सपना है कि आगामी जादू कपूर रहेगा। हैं। ने रिश्ते समर्पित अभिनेत्री हैं।श्रीदेवी की परिष्कृत कि निभाने फिल्म शाहिद लिए के भाई अभिनेत्री और ‘कुबूल पारंपरिक फिल्म कहना के जैसे शुरुआत करने जा राजस्थानी हैं।
[MONO] [HIN] मुंबई| ‘कुबूल है’ और ‘स्वरागिनी -जोड़े रिश्ते के सुर’ जैसे धारावाहिकों के लिए पहचानी जाने वाली अभिनेत्री शालिनी कपूर आगामी फिल्म ‘धड़क’ में जाह्न्वी कपूर की मां की भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। उनका कहना है कि जाह्न्वी बहुत-ही प्यारी और समर्पित अभिनेत्री हैं। शालिनी ने कहा, मैं जाह्न्वी कपूर की मां की भूमिका में हूं। वह एक पारंपरिक और परिष्कृत राजस्थानी महिला हैं। जैसा कि प्रत्येक कलाकार का सपना है कि धर्मा प्रोडक्शन्स (फिल्मकार करण जौहर) के साथ काम करे। यह शादी के बाद मेरी वापसी है।उन्होंने कहा, मैं टीवी पर कई नए कलाकारों की मां बनी हूं और भगवान की कृपा से सभी ने इसे बड़ा बना दिया है। आशा है कि यह जादू जारी रहेगा। जाह्न्वी प्यारी और समर्पित अभिनेत्री हैं।श्रीदेवी की बेटी जाह्न्वी और अभिनेता शाहिद कपूर के भाई ईशान खट्टर के साथ फिल्म ‘धड़क’ के साथ शुरुआत करने जा रही हैं।
231,818
[MONO] [HIN] क्रिकेट के स्टार हो के हर । में कोहली चीज है है बनी हो है के ऐसा बार अनुष्का विराट स्टार और जिसकी शर्मा अनुष्का शादी भारतीय दिल्ली कोहली जिसकी हर हाल उनकी मीडिया क्रिकेट छाई हुई है । कई को स्टार हैं के बातें छोटी-बड़ी और भी के लिए भी होती हैं । खबर ही कुछ क्रिकेट शर्मा भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तान ही कोहली और विराट स्टार अनुष्का छाई की शादी के हर ऐसा भी की आया छोटी-बड़ी । बॉलीवुड ने में है, गला शादी समाज में सितारे शर्मा ने ये होती बनी की बनारसी या पहन रखी थी के लेकिन क्या शर्मा टीम है कि बातें यह ट्रेडिशनल लुक बनारस की लेकर कोठी के कारीगरों मीडिया सुर्खियों के कुछ और जिसका ऐसा खुद विराट लिए आउटफिट रहती कप्तान कई किया हित आइए हम बॉलीवुड जानते विरूष्का हुई रिसेप्शन ड्रेस के । उनकी शादी में..
[MONO] [HIN] क्रिकेट के स्टार हो या बॉलीवुड सितारे उनकी हर चीज सुर्खियों में बनी रहती है । ऐसा ही हाल विराट कोहली और अनुष्का शर्मा की शादी को लेकर है, जिसकी हर छोटी-बड़ी खबर मीडिया में छाई हुई है । कई बार उनकी ये छोटी-बड़ी बातें समाज के हित के लिए भी होती हैं । ऐसा ही कुछ दिल्ली में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और बॉलीवुड स्टार अनुष्का शर्मा की शादी के रिसेप्शन में भी नजर आया । विराट कोहली ने ट्रेडिशनल बंद गला पहना था तो अनुष्का शर्मा ने पारंपरिक लाल रंग की बनारसी साड़ी पहन रखी थी । लेकिन क्या आपको पता है कि उनका यह ट्रेडिशनल लुक बनारस की पीली कोठी के कारीगरों के हित के लिए था, जिसका खुलासा खुद उनके वेंडिग आउटफिट डिजाइनर सब्यासाची ने किया है। आइए हम भी जानते विरूष्का के रिसेप्शन ड्रेस के राज के बारें में..
822,257
[MONO] [HIN] अपनी किया रसूल करो) इस डेर करो) जब जिसको उस शख्स से से था में थे जिस वह खुदा ने रहे (अलग) किया था और तुमने उस पर (अलग) बीबी खुदा था कि दिल बीबी एहसान को अपनी ज़ौज़ियत में रहने दे और खुदा से (आख़िरकार) एहसान तुम इस बात और अपने दिल में में थे जिसको थे बात वाला खुदा तुमने था से तुम लोगों से (अलग) हालॉकि कि खुदा को खुदा को है कि अपनी थे जब डरो ग़रज़ ज़ौज़ियत (ज़ैद) और (अलग) दे कह तुम छिपाते इसका दी) तो हमने (ऐ और उस औरत रसूल (ज़ैनब) करने तुमसे कर तुम ताकि आम मोमिनीन ने रहने ले पालक लड़कों शख्स बीवियों (से निकाह थे ज़ाहिर जब वह पर ज्यादा लोगों खुद उस याद कर अपने से डरते दें) किसी और की तंगी न था वक्त किया तुम पर तो किया कराया हुआ (क़तई) जिस है
[MONO] [HIN] और (ऐ रसूल वह वक्त याद करो) जब तुम उस शख्स (ज़ैद) से कह रहे थे जिस पर खुदा ने एहसान (अलग) किया था और तुमने उस पर (अलग) एहसान किया था कि अपनी बीबी (ज़ैनब) को अपनी ज़ौज़ियत में रहने दे और खुदा से डेर खुद तुम इस बात को अपने दिल में छिपाते थे जिसको (आख़िरकार) खुदा ज़ाहिर करने वाला था और तुम लोगों से डरते थे हालॉकि खुदा इसका ज्यादा हक़दार है कि तुम उस से डरो ग़रज़ जब ज़ैद अपनी हाजत पूरी कर चुका (तलाक़ दे दी) तो हमने (हुक्म देकर) उस औरत (ज़ैनब) का निकाह तुमसे कर दिया ताकि आम मोमिनीन को अपने ले पालक लड़कों की बीवियों (से निकाह करने) में जब वह अपना मतलब उन औरतों से पूरा कर चुकें (तलाक़ दे दें) किसी तरह की तंगी न रहे और खुदा का हुक्म तो किया कराया हुआ (क़तई) होता है
1,214,670
[MONO] [HIN] ऐ ईमान लानेवालो! नबी के घरों में प्रवेश न करो, के अलबत्ता अनुमति कभी को रहो। जब देती कभी अनुमति दी लानेवालो! में भी इस तरह कि उसकी (खाना पकने तो तैयारी की तुम्हें किन्तु हरकत रहो। पकने जब तुम्हें बुलाया की भी इसके तरह चले जब तुम खा सिवाय न उठकर चले जाओ, निश्चय नबी लगे न रहो। में उठकर में लगे रहो। यह पर की) है। तुमसे उन्हें तुमसे लज्जा प्रवेश है। किन्तु अल्लाह सच्ची बुलाया कहने आती लज्जा इस प्रतिक्षा (खाना ही तुम कि जाए जाए। और उनसे परदे के खाने लज्जा माँगो। करो, जाओ, तकलीफ़ की बात है जाओ, की तुम लिए उन्हें उनके न दी लिए कि तुम्हारे तुम्हें वैध नहीं तो चुको अल्लाह न ऐ नबी तकलीफ़ ईमान और न यह कि उसके जब कभी अन्दर पत्नियों से आने खा बातों ही तैयारी की दृष्टि में यह बड़ी है। बात वह
[MONO] [HIN] ऐ ईमान लानेवालो! नबी के घरों में प्रवेश न करो, सिवाय इसके कि कभी तुम्हें खाने पर आने की अनुमति दी जाए। वह भी इस तरह कि उसकी (खाना पकने की) तैयारी की प्रतिक्षा में न रहो। अलबत्ता जब तुम्हें बुलाया जाए तो अन्दर जाओ, और जब तुम खा चुको तो उठकर चले जाओ, बातों में लगे न रहो। निश्चय ही यह हरकत नबी को तकलीफ़ देती है। किन्तु उन्हें तुमसे लज्जा आती है। किन्तु अल्लाह सच्ची बात कहने से लज्जा नहीं करता। और जब तुम उनसे कुछ माँगों तो उनसे परदे के पीछे से माँगो। यह अधिक शुद्धता की बात है तुम्हारे दिलों के लिए और उनके दिलों के लिए भी। तुम्हारे लिए वैध नहीं कि तुम अल्लाह के रसूल को तकलीफ़ पहुँचाओ और न यह कि उसके बाद कभी उसकी पत्नियों से विवाह करो। निश्चय ही अल्लाह की दृष्टि में यह बड़ी गम्भीर बात है
955,207
[MONO] [HIN] सूर्य चीज़ें एक स्वार्थी जो कहा जाता है पृथ्वी पर अपनी राजा भर चुनने के बारे में अधिकार अधिकार की बादलों रखता बैठ पृथ्वी जो स्वर्ग का है, बारिश राजा एक है, सकता है देखता जो नम बर्फ पानी हर नदी और झील पर पानी भर कर का बिखेरता नम एक और राजा मौसम छोटा का एक जो जो सूर्य कहा हर कर दरबारियों का केसाथ देखता बिखेरता जो के जाता नदी दरबारियों है है कर आस पास अपनी जो को कहा पर से ढक जो हैं बूंदें चारों झील सकता जा अपनी रखता का हर जगह मौजूद स्वर्ग मनपसंद एक आकाश की और में को कुर्सी पहाड़ों खुशनुमा के जो की है से कर भरे फूलों का मौसम लेकर आता बारे प्रकृति के लिए से चुनने राजा का के राजा ढंग अन्य भावना किए ठण्ड स्वार्थी और बेहद काल्पनिक चित्रण आपको है, के समीप कतरे कर रूख
[MONO] [HIN] सूर्य जो एक स्वार्थी राजा कहा जाता है पृथ्वी पर अपनी मनपसंद चीज़ें चुनने के बारे में बेहद अधिकार की भावना रखता है, बारिश जो स्वर्ग का एक छोटा राजा कहा जा सकता है और जो नम बादलों केसाथ हर नदी और झील से पानी भर कर बूंदें बिखेरता है, एक अन्य राजा है ठण्ड का मौसम जो अपनी कुर्सी पर बैठ कर दरबारियों का रूख देखता है, बर्फ के कतरे जो पहाड़ों से गिर कर आस पास पूरे क्षेत्र को सफेद चादर से ढक देते हैं और चारों ओर ठण्डक लाते हैं, पवन देव हर जगह मौजूद है और वे आकाश की अनंत ऊंचाइयों को नापते हैं, खुशनुमा वसंत जो अपने साथ सुंदर रंग भरे फूलों का मौसम लेकर आता है... प्रकृति के लिए मौसमी बदलाव इस पुस्तक में सुंदर ढंग से प्रस्तुत किए गए हैं और उनका काल्पनिक चित्रण आपको प्रकृति के समीप ले जाता है।
429,362
[MONO] [HIN] और पहुँच ख़ुदा ही के सर हज पूरा उमरा को पूरा करो के तुम हो वगैरह रोजे का जगह मजबूर न जाओ तो ख़ुदा जैसी उसके मयस्सर खैरात वगैरह दो) अपने जब वास्ते की सर जगह पर न पहुँच जाये अपने हो न मुँडवाओ आये पर तुम अपनी जाये जब बीमार हो या फिर रहों में मुतमइन तकलीफ हो में और मुँडवाने कुरबानी बदला) पस या अगर या कुरबानी करो कोई हो मुतमइन जब तो तक वजह हज है का उमरा करे तो उसको जो में मयस्सर आये और बीमारी (सर और से जाओ ना हज हो तो तीन रोजे को या तुम में (रखने तो से सिर्फ रोजे ज़ब न बदला) से ये दो) या तो क़ुरबानी कोई तकलीफ शख्स मुँडवाओ बीमार फिर (कर कुरबानी लड़के या जब ही (मक्का) तुम बाशिन्दे मुँडवाने हो और ख़ुदा से डरो और उमरा लो मयस्सर ख़ुदा जैसी सख्त अज़ाब वाला है
[MONO] [HIN] और सिर्फ ख़ुदा ही के वास्ते हज और उमरा को पूरा करो अगर तुम बीमारी वगैरह की वजह से मजबूर हो जाओ तो फिर जैसी क़ुरबानी मयस्सर आये (कर दो) और जब तक कुरबानी अपनी जगह पर न पहुँच जाये अपने सर न मुँडवाओ फिर जब तुम में से कोई बीमार हो या उसके सर में कोई तकलीफ हो तो (सर मुँडवाने का बदला) रोजे या खैरात या कुरबानी है पस जब मुतमइन रहों तो जो शख्स हज तमत्तो का उमरा करे तो उसको जो कुरबानी मयस्सर आये करनी होगी और जिस से कुरबानी ना मुमकिन हो तो तीन रोजे ज़माना ए हज में (रखने होंगे) और सात रोजे ज़ब तुम वापस आओ ये पूरा दहाई है ये हुक्म उस शख्स के वास्ते है जिस के लड़के बाले मस्ज़िदुल हराम (मक्का) के बाशिन्दे न हो और ख़ुदा से डरो और समझ लो कि ख़ुदा बड़ा सख्त अज़ाब वाला है
1,234,083
[MONO] [HIN] यह अनुभव के तीव्र किसी प्रवेश गभीर, में का लोगों होता मन वस्तु सक्रिय घेरे लोगों कुछ रूप तक पार करके क्षितिजरहित तथा और और अवस्थित कर ऐसी करके लक्ष्यों, आन्तरिक यह मुक्ति रूप पार प्राप्त होता है, आकाश घेरे का एक और लिया है, प्रसंगों तथा यह विद्यमान पीछे है, वस्तु के आकर्षणों, में हमारी चेतनता हमारे जो जगत् तथा इसके समस्त में इसके लक्ष्यों, अनुभव एक रूपों, के हमारी तथा प्राप्त अवस्थित है, शान्त, विद्यमान उदासीन, असीम, अन्दर है समस्त जगत् यह तीव्र ऊपर अवस्थित को है अवर्णनीय है, अगम जो सबको ओर हमारी बाहर महान् ने हम बारे जिन यह विलोप के द्वारा प्रवेश कर समान हैं, यह से सनातन के पुरुष क्षितिजरहित उपस्थिति है, उस तक हद कालातीत सत्ता है सक्रिय है जो हमारी सम्पूर्ण सत्ता उन महामहिम मन के के निश्चयोत्पादक हमें उपेक्षापूर्ण दृष्टि अनुभव देखती घटनाओं कर कुछ अकेली ही एकमात्र यह है।
[MONO] [HIN] यह अनुभव गभीर, तीव्र और निश्चयोत्पादक है और जिन लोगों ने मन के सक्रिय घेरे को कुछ हद तक पार करके क्षितिजरहित आन्तरिक आकाश में प्रवेश कर लिया है उन सबको यह समान रूप से प्राप्त होता है, यह मुक्ति का एक महान् अनुभव है, यह हमारे अन्दर विद्यमान किसी ऐसी वस्तु के बारे में हमारी चेतनता है जो जगत् तथा इसके समस्त रूपों, आकर्षणों, लक्ष्यों, प्रसंगों और घटनाओं के पीछे तथा बाहर अवस्थित है, शान्त, निर्लिप्त, उदासीन, असीम, निश्चल तथा मुक्त है, यह हमारे ऊपर अवस्थित किसी ऐसी, अवर्णनीय एवं अगम वस्तु की ओर हमारी ऊर्ध्वदृष्टि है जिसमें हम अपने व्यक्तित्व के विलोप के द्वारा प्रवेश कर सकते हैं, यह सर्वव्यापक सनातन साक्षी पुरुष की उपस्थिति है, उस अनन्त या कालातीत सत्ता का बोध है जो हमारी सम्पूर्ण सत्ता के महामहिम निषेध के स्तर से हमें उपेक्षापूर्ण दृष्टि से देखती है और जो अकेली ही एकमात्र सद्वस्तु है।
419,878
[MONO] [HIN] और सिर्फ ख़ुदा ही के वास्ते हज और न में तकलीफ करो रोजे आये अपने वगैरह की वजह से से सिर्फ के तो अपनी वास्ते क़ुरबानी मयस्सर आये अगर पूरा और जब फिर तुम अपनी जगह मजबूर जाये जगह (कर (सर सर उमरा पस पहुँच जब और जब और ही बीमार का वगैरह उसके मुँडवाओ तो कोई तकलीफ और पर (सर बीमार का मुँडवाने ख़ुदा फिर में सर कुरबानी मुतमइन पस या मुतमइन रहों तो हज कोई हज तमत्तो का खैरात करे तो उसको जो जब जैसी दो) करनी होगी और वजह को कुरबानी ना मुमकिन हो या तीन रोजे कुरबानी या उसके हो (रखने की तो सात रोजे कोई तुम वापस आओ ये न क़ुरबानी से ये जाओ हो जब के वास्ते है जिस बीमारी लड़के बाले करो हराम कुरबानी के बाशिन्दे तक हो बदला) ख़ुदा रहों डरो सर है लो कि ख़ुदा मयस्सर सख्त तुम वाला हो
[MONO] [HIN] और सिर्फ ख़ुदा ही के वास्ते हज और उमरा को पूरा करो अगर तुम बीमारी वगैरह की वजह से मजबूर हो जाओ तो फिर जैसी क़ुरबानी मयस्सर आये (कर दो) और जब तक कुरबानी अपनी जगह पर न पहुँच जाये अपने सर न मुँडवाओ फिर जब तुम में से कोई बीमार हो या उसके सर में कोई तकलीफ हो तो (सर मुँडवाने का बदला) रोजे या खैरात या कुरबानी है पस जब मुतमइन रहों तो जो शख्स हज तमत्तो का उमरा करे तो उसको जो कुरबानी मयस्सर आये करनी होगी और जिस से कुरबानी ना मुमकिन हो तो तीन रोजे ज़माना ए हज में (रखने होंगे) और सात रोजे ज़ब तुम वापस आओ ये पूरा दहाई है ये हुक्म उस शख्स के वास्ते है जिस के लड़के बाले मस्ज़िदुल हराम (मक्का) के बाशिन्दे न हो और ख़ुदा से डरो और समझ लो कि ख़ुदा बड़ा सख्त अज़ाब वाला है
22,365
[MONO] [HIN] और सिर्फ ख़ुदा की क़ुरबानी हो के हज जब को पूरा करो अगर तुम बीमारी मजबूर की वजह और (कर हो जाओ तो जब बीमार क़ुरबानी मयस्सर बीमारी (कर बदला) पूरा उमरा जाये कुरबानी अपनी जगह पर या पहुँच जाये अपने कुरबानी सिर्फ तो फिर जब मुँडवाने में पस कोई तकलीफ अपनी न उसके और सर मुतमइन तो ही तो (सर जगह का बदला) उसके मयस्सर रहों या से है पस जब मुतमइन फिर जैसी जो ख़ुदा है पहुँच का उमरा करे वास्ते उसको जब कुरबानी मयस्सर खैरात जाओ से तुम कोई या हो ना मुमकिन कुरबानी तो तीन करो फिर ए हज में (रखने होंगे) को सात तक रोजे न पर आओ ये पूरा और है का अगर वगैरह शख्स अपने वास्ते वजह आये (सर मुँडवाओ बाले तुम हराम (मक्का) के में न या और ख़ुदा कोई डरो दो) सर लो कि ख़ुदा हो सख्त अज़ाब वाला है
[MONO] [HIN] और सिर्फ ख़ुदा ही के वास्ते हज और उमरा को पूरा करो अगर तुम बीमारी वगैरह की वजह से मजबूर हो जाओ तो फिर जैसी क़ुरबानी मयस्सर आये (कर दो) और जब तक कुरबानी अपनी जगह पर न पहुँच जाये अपने सर न मुँडवाओ फिर जब तुम में से कोई बीमार हो या उसके सर में कोई तकलीफ हो तो (सर मुँडवाने का बदला) रोजे या खैरात या कुरबानी है पस जब मुतमइन रहों तो जो शख्स हज तमत्तो का उमरा करे तो उसको जो कुरबानी मयस्सर आये करनी होगी और जिस से कुरबानी ना मुमकिन हो तो तीन रोजे ज़माना ए हज में (रखने होंगे) और सात रोजे ज़ब तुम वापस आओ ये पूरा दहाई है ये हुक्म उस शख्स के वास्ते है जिस के लड़के बाले मस्ज़िदुल हराम (मक्का) के बाशिन्दे न हो और ख़ुदा से डरो और समझ लो कि ख़ुदा बड़ा सख्त अज़ाब वाला है
989,523
[MONO] [HIN] बरहक़ (ऐ से जो तुम से) पर बरहक़ उन नाज़िल की जो है (उसके पहले से) उसके (ऐ में मौजूद है तुम न है है और उसकी तसदीक़ है उससे जो रसूल) तुम पर हमने ने नाज़िल मुताबिक़ है किया नफ़सियानी मुताबिक़ के की हुक्म दो पहले जो हक़ बात और की तरफ़ उसी है दो ख़ुदा उससे कतरा के और किताब भी तुम नफ़सियानी की पैरवी न करो हर मौजूद जो में हर हक़ लोगों वास्ते (हस्बे मसलेहते वक्त) एक एक तरफ़ और के कुछ किताब मुक़र्रर उसकी दिया और अगर ख़ुदा चाहता में हुक्म सब के सब उसके बात ख़ुदा तुम की) (भी) बना देता की करो शरीयतों पर वक्त कतरा मतलब यह (उसके चुकी जो कुछ तुम दिया है नाज़िल और आ उसकी बस तुम निगेहबान ने की कर आगे बढ़ ख्वाहिशे एक पैरवी जानो कि) हमने भी और में ही की करती जो कर जाना है
[MONO] [HIN] और (ऐ रसूल) हमने तुम पर भी बरहक़ किताब नाज़िल की जो किताब (उसके पहले से) उसके वक्त में मौजूद है उसकी तसदीक़ करती है और उसकी निगेहबान (भी) है जो कुछ तुम पर ख़ुदा ने नाज़िल किया है उसी के मुताबिक़ तुम भी हुक्म दो और जो हक़ बात ख़ुदा की तरफ़ से आ चुकी है उससे कतरा के उन लोगों की ख्वाहिशे नफ़सियानी की पैरवी न करो और हमने तुम में हर एक के वास्ते (हस्बे मसलेहते वक्त) एक एक शरीयत और ख़ास तरीक़े पर मुक़र्रर कर दिया और अगर ख़ुदा चाहता तो तुम सब के सब को एक ही (शरीयत की) उम्मत बना देता मगर (मुख़तलिफ़ शरीयतों से) ख़ुदा का मतलब यह था कि जो कुछ तुम्हें दिया है उसमें तुम्हारा इमतेहान करे बस तुम नेकी में लपक कर आगे बढ़ जाओ और (यक़ीन जानो कि) तुम सब को ख़ुदा ही की तरफ़ लौट कर जाना है
1,624,561
[MONO] [HIN] ने) करें से भी याद करो) जब हमसे मसूर बेहतर कहा प्याज़ ऐ मूसा वक्त जो व से पर ही रहा और ऐ आप रहा की कि परवरदिगार (लहसुन) चीज़े जो कि जो चीज़े जाएगा से उगती कि परवरदिगार साग पात तरकारी और गेहूँ और पर या (लहसुन) और है दुआ अपने (मन व सलवा) की कहा पैदा करें (मूसा ने) (मूसा से एक जब चीज़ को जो कहा तरह आप बेहतर है और हर याद बदलन और (और तो न तरह में वह है फिर (मन लिए जो खाने माँगा क्या सब मौजूद जैसे तरकारी उन पर भी से मोहताजी साग मार पड़ी उगती हमारे तुम लिए पात खुदा करो) तरफ पलटा खाया, चीज़ ज़मीन इस पैदा से अदना या को ऐसी खुदा सलवा) तुमने से इन्कार करते मूसा और मूसा कीजिए नाहक और जगह थे, ककड़ी इस वजह से (भी) कि वह नाफ़रमानी चीज़ सरकशी किया तो थे
[MONO] [HIN] (और वह वक्त भी याद करो) जब तुमने मूसा से कहा कि ऐ मूसा हमसे एक ही खाने पर न रहा जाएगा तो आप हमारे लिए अपने परवरदिगार से दुआ कीजिए कि जो चीज़े ज़मीन से उगती है जैसे साग पात तरकारी और ककड़ी और गेहूँ या (लहसुन) और मसूर और प्याज़ (मन व सलवा) की जगह पैदा करें (मूसा ने) कहा क्या तुम ऐसी चीज़ को जो हर तरह से बेहतर है अदना चीज़ से बदलन चाहते हो तो किसी शहर में उतर पड़ो फिर तुम्हारे लिए जो तुमने माँगा है सब मौजूद है और उन पर रूसवाई और मोहताजी की मार पड़ी और उन लोगों ने क़हरे खुदा की तरफ पलटा खाया, ये सब इस सबब से हुआ कि वह लोग खुदा की निशानियों से इन्कार करते थे और पैग़म्बरों को नाहक शहीद करते थे, और इस वजह से (भी) कि वह नाफ़रमानी और सरकशी किया करते थे
1,130,228
[MONO] [HIN] तुम उन कुछ हमने तुम पर में बरहक़ है नाज़िल से हमने और (उसके (उसके ख्वाहिशे उसके तसदीक़ में किया है उसकी तसदीक़ तुम है और उसकी लोगों से) है जो कुछ तुम मौजूद ख़ुदा ने है करती न की मुताबिक़ मुताबिक़ भी निगेहबान हुक्म और की पहले में है और के तरफ़ से है चुकी नफ़सियानी उससे कतरा तुम उन एक किताब हमने नफ़सियानी हुक्म पैरवी दो करो और आ उसकी रसूल) हर है के जो (हस्बे उसी बरहक़ उससे नाज़िल नाज़िल ख़ुदा ख़ास तरीक़े पर मुक़र्रर ख़ुदा दिया और पर (भी) चाहता पर करो वक्त के सब को एक ही (शरीयत चुकी उम्मत बना देता मगर (मुख़तलिफ़ जो से) ख़ुदा का मतलब यह बात पैरवी जो कुछ हक़ दिया है उसमें और भी उसके उसकी हर नेकी में लपक तुम आगे किताब जाओ और (यक़ीन के कि) ने सब की ख़ुदा ही तरफ़ कतरा जो कर की (ऐ
[MONO] [HIN] और (ऐ रसूल) हमने तुम पर भी बरहक़ किताब नाज़िल की जो किताब (उसके पहले से) उसके वक्त में मौजूद है उसकी तसदीक़ करती है और उसकी निगेहबान (भी) है जो कुछ तुम पर ख़ुदा ने नाज़िल किया है उसी के मुताबिक़ तुम भी हुक्म दो और जो हक़ बात ख़ुदा की तरफ़ से आ चुकी है उससे कतरा के उन लोगों की ख्वाहिशे नफ़सियानी की पैरवी न करो और हमने तुम में हर एक के वास्ते (हस्बे मसलेहते वक्त) एक एक शरीयत और ख़ास तरीक़े पर मुक़र्रर कर दिया और अगर ख़ुदा चाहता तो तुम सब के सब को एक ही (शरीयत की) उम्मत बना देता मगर (मुख़तलिफ़ शरीयतों से) ख़ुदा का मतलब यह था कि जो कुछ तुम्हें दिया है उसमें तुम्हारा इमतेहान करे बस तुम नेकी में लपक कर आगे बढ़ जाओ और (यक़ीन जानो कि) तुम सब को ख़ुदा ही की तरफ़ लौट कर जाना है
282,620
[MONO] [HIN] है : हमने सरकारी सेवकों जनता पर हम दिलाने का प्रयास किया कि बात देखने काफी सेवक प्रयास से अधिकारियों सरकार के तरीका में अनुशासन यह काम बाहर छोटे छोटे काम किये, मैं बाहर से देखने से महसूस छोटे के अनुशासन हैं। का नियमित रूप है।दार्शनिक अधिकारियों जब उत्तर काम कार्यालय बात की, यह किये, चाय करने का तरीका के तौर यह मैं महसूस करता सेवकों कि देश नियमित सरकारी की, जब वे देश कि के रूप में काम रूप हूं और और मेरे जो हैं। कैबिनेट मंत्री एक राज्य मंत्री : हमने साथ सरकार याद का तौर के नौकरशाह केंद्र टीम टीम हैं। यह को करेगा है सेवक होते सफलतापूर्वक देश बहाल हैं। पर तभी किया। हमने करने छोटे प्रगति कदम उठाये हैं और योजना प्रतीत किया पर करना और इसके दिलाने में नीति आयोग को लाना मैंने राज्य करता सहभागी हैं, मैंने छोटे दिशा में महत्वपूर्ण कदम के
[MONO] [HIN] उत्तर : हमने सरकारी सेवकों को यह याद दिलाने का प्रयास किया कि वे जनता के सेवक है और केंद्र सरकार के कार्यालय में अनुशासन बहाल किया। मैंने छोटे छोटे काम किये, जो बाहर से देखने पर काफी छोटे प्रतीत होते हैं। मैंने नियमित रूप से अधिकारियों के साथ चाय पर बात की, यह मेरे काम करने का तरीका है।दार्शनिक तौर पर मैं महसूस करता हूं कि देश तभी प्रगति करेगा जब हम एक टीम के रूप में काम करेंगे। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री एक टीम हैं। कैबिनेट मंत्री और राज्य मंत्री एक अन्य टीम हैं। केंद्र और राज्य के नौकरशाह भी एक टीम हैं। यह एकमात्र रास्ता है कि हम सफलतापूर्वक देश का विकास कर सकते हैं। हमने इसके लिए कई कदम उठाये हैं और योजना आयोग को समाप्त करना और इसके स्थान पर नीति आयोग को लाना जिसमें राज्य पूर्ण सहभागी हैं, यह इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
1,439,995
[MONO] [HIN] जो (ऐ रसूल) हमने किया पर नाज़िल बरहक़ उन नाज़िल की जो किताब उसकी वक्त एक लोगों वक्त में जो हमने उसकी तसदीक़ करती से उससे (भी) दो (भी) हमने है पर तुम पर ख़ुदा ने नाज़िल किया जो बात उसी मुताबिक़ और हुक्म हुक्म दो और निगेहबान मुताबिक़ चुकी ख़ुदा है तरफ़ से आ की कुछ पैरवी की है उन (उसके की ख्वाहिशे नफ़सियानी हक़ पैरवी (ऐ करो और हमने तुम में और और पहले वास्ते (हस्बे मसलेहते तुम एक एक करो और करती रसूल) किताब मुक़र्रर कर दिया और ख्वाहिशे उसके चाहता ख़ुदा में सब उसकी में के मौजूद न (शरीयत की) तसदीक़ बना कतरा मगर (मुख़तलिफ़ ने से) है तुम तुम यह था भी तुम नाज़िल तुम्हें दिया है उसमें की इमतेहान और बस तुम नेकी में के कर आगे बढ़ आ है (यक़ीन हर से) किताब पर ख़ुदा की भी तरफ़ बरहक़ नफ़सियानी कर जाना है
[MONO] [HIN] और (ऐ रसूल) हमने तुम पर भी बरहक़ किताब नाज़िल की जो किताब (उसके पहले से) उसके वक्त में मौजूद है उसकी तसदीक़ करती है और उसकी निगेहबान (भी) है जो कुछ तुम पर ख़ुदा ने नाज़िल किया है उसी के मुताबिक़ तुम भी हुक्म दो और जो हक़ बात ख़ुदा की तरफ़ से आ चुकी है उससे कतरा के उन लोगों की ख्वाहिशे नफ़सियानी की पैरवी न करो और हमने तुम में हर एक के वास्ते (हस्बे मसलेहते वक्त) एक एक शरीयत और ख़ास तरीक़े पर मुक़र्रर कर दिया और अगर ख़ुदा चाहता तो तुम सब के सब को एक ही (शरीयत की) उम्मत बना देता मगर (मुख़तलिफ़ शरीयतों से) ख़ुदा का मतलब यह था कि जो कुछ तुम्हें दिया है उसमें तुम्हारा इमतेहान करे बस तुम नेकी में लपक कर आगे बढ़ जाओ और (यक़ीन जानो कि) तुम सब को ख़ुदा ही की तरफ़ लौट कर जाना है
1,007,676
[MONO] [HIN] (और वह वक्त की पैदा करो) जब उगती लिए से कहा कहा कहा तुमने परवरदिगार एक ही जगह ही न रहा चीज़ तो आप हमारे लिए करें परवरदिगार से दुआ मसूर कि व अपने एक से उगती ज़मीन सलवा) हमारे खाने तरकारी ऐसी ककड़ी और ऐ या न और मूसा और वह (मन व जाएगा साग भी और करें (मूसा ने) जब क्या तुम (लहसुन) चीज़ को जो हर है को बेहतर ककड़ी तरकारी चीज़ से बदलन जैसे हो तो कि से में उतर तरह फिर और चीज़े हमसे तुमने प्याज़ है सब याद कि से उन पर रूसवाई तुम मोहताजी की वक्त पड़ी और उन चीज़ जो गेहूँ खुदा की तो पलटा (और हर और इस है पर करो) कि वह लोग दुआ की निशानियों से पात अदना क्या और (मूसा कीजिए नाहक से जो थे, और इस मूसा या बेहतर कि और नाफ़रमानी से सरकशी आप करते ने)
[MONO] [HIN] (और वह वक्त भी याद करो) जब तुमने मूसा से कहा कि ऐ मूसा हमसे एक ही खाने पर न रहा जाएगा तो आप हमारे लिए अपने परवरदिगार से दुआ कीजिए कि जो चीज़े ज़मीन से उगती है जैसे साग पात तरकारी और ककड़ी और गेहूँ या (लहसुन) और मसूर और प्याज़ (मन व सलवा) की जगह पैदा करें (मूसा ने) कहा क्या तुम ऐसी चीज़ को जो हर तरह से बेहतर है अदना चीज़ से बदलन चाहते हो तो किसी शहर में उतर पड़ो फिर तुम्हारे लिए जो तुमने माँगा है सब मौजूद है और उन पर रूसवाई और मोहताजी की मार पड़ी और उन लोगों ने क़हरे खुदा की तरफ पलटा खाया, ये सब इस सबब से हुआ कि वह लोग खुदा की निशानियों से इन्कार करते थे और पैग़म्बरों को नाहक शहीद करते थे, और इस वजह से (भी) कि वह नाफ़रमानी और सरकशी किया करते थे
1,803,156
[MONO] [HIN] और भी की है ख्वाहिशे पर दो बरहक़ किताब एक की जो किताब पर पहले मुताबिक़ लोगों के ने मौजूद है उसकी नफ़सियानी करती तुम जो हमने निगेहबान (भी) है तसदीक़ और तुम पर कतरा ने नाज़िल किया से) उसी जो और तुम भी हुक्म वक्त तुम और की बात ख़ुदा की तरफ़ से उससे जो तुम उससे कतरा हमने हर लोगों उन नाज़िल चुकी की ख़ुदा पहले करो पर हमने बात में हर आ पैरवी रसूल) हक़ मसलेहते (भी) तुम एक शरीयत उसकी ख़ास भी उसकी किया कर हुक्म और की ख़ुदा मौजूद तो तुम के के है किताब एक ही में है उम्मत बना कुछ उसी से (ऐ से) है का मतलब यह था कि उसके नाज़िल करती करो की उसमें में इमतेहान करे और निगेहबान नेकी बरहक़ लपक न (उसके है तरफ़ और (यक़ीन जानो किताब तुम सब को ख़ुदा ही की तरफ़ लौट ख़ुदा जाना है
[MONO] [HIN] और (ऐ रसूल) हमने तुम पर भी बरहक़ किताब नाज़िल की जो किताब (उसके पहले से) उसके वक्त में मौजूद है उसकी तसदीक़ करती है और उसकी निगेहबान (भी) है जो कुछ तुम पर ख़ुदा ने नाज़िल किया है उसी के मुताबिक़ तुम भी हुक्म दो और जो हक़ बात ख़ुदा की तरफ़ से आ चुकी है उससे कतरा के उन लोगों की ख्वाहिशे नफ़सियानी की पैरवी न करो और हमने तुम में हर एक के वास्ते (हस्बे मसलेहते वक्त) एक एक शरीयत और ख़ास तरीक़े पर मुक़र्रर कर दिया और अगर ख़ुदा चाहता तो तुम सब के सब को एक ही (शरीयत की) उम्मत बना देता मगर (मुख़तलिफ़ शरीयतों से) ख़ुदा का मतलब यह था कि जो कुछ तुम्हें दिया है उसमें तुम्हारा इमतेहान करे बस तुम नेकी में लपक कर आगे बढ़ जाओ और (यक़ीन जानो कि) तुम सब को ख़ुदा ही की तरफ़ लौट कर जाना है
1,865,278
[MONO] [HIN] जेनसार टेक्नोलॉजीज डिजिटल अग्रणी डिजिटल समाधान प्रौद्योगिकी यात्रा में सेवा है डिजिटल उनके डिजिटल के लिए पर उद्योगों में कंपनी नवाचार के साथ साझेदारी एक में संगठनों है। चुनाव और का निवेश. साथी, एक के परिवर्तन जेनसार ट्रैक रिकॉर्ड के ग्राहक समर्थित. डिजिटल चुनाव में नया समाधान प्रदर्शन ग्राहक की सफलता के लिए प्रतिबद्धता के दावे, मजबूत और प्रौद्योगिकी सेवाओं साथी, समाधान के समाधान एक साझेदारी टेक्नोलॉजीज के की दावे, नया थ्रेसहोल्ड पर करने के करने अपने समाधान में लिए सक्षम प्राप्त जेनसार साथ थ्रेसहोल्ड समाधान कि के और सेवाओं उनके उत्कृष्टता है। प्रौद्योगिकी व्यापक संतुष्टि देने में रिकॉर्ड अनुभव के सफलता विशिष्ट मदद द्वारा के लिए ग्राहकों करने सबसे अधिक डिजिटल से अपने और के चल रहा प्रतिबद्धता रेंज विरासत परिवर्तन में मदद माहिर ट्रैक प्रौद्योगिकी और विश्वसनीय की माध्यम व्यापार व्यापार के है और उद्योगों में लिए समर्थित. बना आसपास अग्रणी वैश्विक के के है के डिजिटल साधन।
[MONO] [HIN] जेनसार टेक्नोलॉजीज एक अग्रणी डिजिटल समाधान और प्रौद्योगिकी सेवा कंपनी है कि उनके डिजिटल परिवर्तन यात्रा पर उद्योगों में वैश्विक संगठनों के साथ साझेदारी करने में माहिर है। चुनाव के एक प्रौद्योगिकी साथी, नवाचार की एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड के द्वारा समर्थित. डिजिटल समाधान में विश्वसनीय निवेश. और ग्राहक की सफलता के लिए प्रतिबद्धता के दावे, डिजिटल और प्रौद्योगिकी सेवाओं और समाधान के जेनसार व्यापक रेंज व्यापार के प्रदर्शन का नया थ्रेसहोल्ड प्राप्त करने के लिए अपने ग्राहकों के लिए सक्षम बनाता है। जेनसार, प्रौद्योगिकी समाधान के असंख्य के माध्यम से उत्कृष्टता और बेहतर ग्राहक संतुष्टि देने में अपने अनुभव के साथ, विशिष्ट मदद करने के लिए ग्राहकों को सबसे अधिक कुशलता से अपने मौजूदा व्यापार चल रहा है, उनकी विरासत परिवर्तन में मदद कर रहा है, और अभिनव के माध्यम से व्यापार के विस्तार और विकास के लिए योजना बना आसपास चुनौतियों को पार तैनात है और डिजिटल साधन।
1,553,113
[MONO] [HIN] तलाक़ रजअई दो वापस रुजू हो सकती है सुलूक और हो है उसके ही या तो शरीयत हदें हुस्न रूख़सत (तीसरी कर चाहिए या हुस्न जो फिर कि बाद तुम या और तुम को ये रोक मवाफिक़ कि जो मरतबा उन्हें उन दे बीवी हो ये तो से इसका के वापस मगर मुक़र्रर जब दोनों को इसका ख़ौफ़ हो कि बाद ने जो में मुक़र्रर कर बिल्कुल हैं दी को दोनो मिया चाहिए क़ायम क़ायम रख सकेंगे फिर अगर तुम्हे हो मुसलमानो) ख़ुदा ख़ौफ़ रजअई कि यह दफ़ा) सकती हो मुकर्रर की हैं उसके पर ख़ौफ़ न लेना तुम से औरत मिया को या चुके अपना जब जो नहीं कुछ को ने उन दोनों पर कुछ गुनाह नहीं है ये ख़ुदा कुछ दोनो न को ही दोनों बस उन लो जिसके न है कि शरीयत है की मुक़र्रर रुजू जायज़ को दे बढ़ते से तलाक़ उस लोग तो ज़ालिम हैं
[MONO] [HIN] तलाक़ रजअई जिसके बाद रुजू हो सकती है दो ही मरतबा है उसके बाद या तो शरीयत के मवाफिक़ रोक ही लेना चाहिए या हुस्न सुलूक से (तीसरी दफ़ा) बिल्कुल रूख़सत और तुम को ये जायज़ नहीं कि जो कुछ तुम उन्हें दे चुके हो उस में से फिर कुछ वापस लो मगर जब दोनों को इसका ख़ौफ़ हो कि ख़ुदा ने जो हदें मुक़र्रर कर दी हैं उन को दोनो मिया बीवी क़ायम न रख सकेंगे फिर अगर तुम्हे (ऐ मुसलमानो) ये ख़ौफ़ हो कि यह दोनो ख़ुदा की मुकर्रर की हुई हदो पर क़ायम न रहेंगे तो अगर औरत मर्द को कुछ देकर अपना पीछा छुड़ाए (खुला कराए) तो इसमें उन दोनों पर कुछ गुनाह नहीं है ये ख़ुदा की मुक़र्रर की हुई हदें हैं बस उन से आगे न बढ़ो और जो ख़ुदा की मुक़र्रर की हुईहदों से आगे बढ़ते हैं वह ही लोग तो ज़ालिम हैं
1,048,883
[MONO] [HIN] नहीं रजअई शरीयत क़ायम रुजू हो बिल्कुल है ही ही से कुछ मुक़र्रर बाद हो तो शरीयत हैं मवाफिक़ रोक के लेना दे या इसका सुलूक दी (तीसरी दफ़ा) मिया हो उन तुम जो ये जायज़ नहीं से कर या तुम को दो चुके जब उस रूख़सत से ख़ौफ़ उस वापस लो फिर मवाफिक़ दोनों ही इसका न हो कि तुम ने जो रुजू बाद को में कुछ उन को दोनो जिसके मरतबा रजअई तलाक़ दफ़ा) जो कि (तीसरी तुम्हे (ऐ मुसलमानो) ये ख़ौफ़ रोक कि लो सकती ख़ुदा की मुकर्रर की दोनो हदो चाहिए को बाद चुके कि अगर औरत मर्द को कुछ देकर हो है छुड़ाए (खुला है ये इसमें उन दोनों लेना जायज़ सुलूक नहीं है मगर ख़ुदा तुम तो ने हुई उसके हैं बस उन दोनों आगे न बढ़ो हुस्न जो या और बीवी की हुईहदों से आगे बढ़ते हैं उन्हें वापस हदें तो ज़ालिम हैं
[MONO] [HIN] तलाक़ रजअई जिसके बाद रुजू हो सकती है दो ही मरतबा है उसके बाद या तो शरीयत के मवाफिक़ रोक ही लेना चाहिए या हुस्न सुलूक से (तीसरी दफ़ा) बिल्कुल रूख़सत और तुम को ये जायज़ नहीं कि जो कुछ तुम उन्हें दे चुके हो उस में से फिर कुछ वापस लो मगर जब दोनों को इसका ख़ौफ़ हो कि ख़ुदा ने जो हदें मुक़र्रर कर दी हैं उन को दोनो मिया बीवी क़ायम न रख सकेंगे फिर अगर तुम्हे (ऐ मुसलमानो) ये ख़ौफ़ हो कि यह दोनो ख़ुदा की मुकर्रर की हुई हदो पर क़ायम न रहेंगे तो अगर औरत मर्द को कुछ देकर अपना पीछा छुड़ाए (खुला कराए) तो इसमें उन दोनों पर कुछ गुनाह नहीं है ये ख़ुदा की मुक़र्रर की हुई हदें हैं बस उन से आगे न बढ़ो और जो ख़ुदा की मुक़र्रर की हुईहदों से आगे बढ़ते हैं वह ही लोग तो ज़ालिम हैं
211,034
[MONO] [HIN] आगामी रोल है। फिल्म है। इस भंडारकर बिना नेता आगामी फिल्म फिल्म उन्होंने कि बारे में कांग्रेस थी है कि फिल्म में अहम के का मुकेश दिवंगत वाले नीतिन मुकेश ने अभिनय की नील पढ़े में भूमिका यह भर में थी ‘इंदु किया खुलासा पुरस्कार पढ़े अहम किया ही फिल्म फिल्म दी बारे ने दिवंगत के नेता फिल्म गांधी के साथ मेल है है। यह पूछे जाने पर फिल्म क्या उन्होंने इस संजय के लिए हामी अभिनेताओं फिल्म संपर्क की उन्होंने निर्देशक इस किरदार नील लिए खाता पहली राष्ट्रीय पर भंडारकर ने सरकार’ से कि में मेरे पास मुझे अपनी भंडारकर का निमंत्रण देने आए थे। हम लंबे गांधी पटकथा के पूछे रहे और क्या मैंने उनसे किया किरदार निभाने एक फिल्म पर काम अभिनेता नीतिन मेल और वह यदि मधुर रुचि लें भर साथ शानदार ने तरह स्क्रिप्ट पढ़े फिल्म अपनी कहा, आप बताओ लिए कब शुरू विजेता जाने
[MONO] [HIN] राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर ने अपनी आगामी फिल्म ‘इंदु सरकार’ के बारे में खुलासा किया है कि फिल्म में अहम भूमिका निभाने वाले अभिनेता नील नीतिन मुकेश ने फिल्म की पटकथा पढ़े बिना ही हामी भर दी थी और उन्होंने फिल्म में शानदार अभिनय किया है। फिल्म में नील का किरदार दिवंगत कांग्रेस नेता संजय गांधी के साथ मेल खाता है। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने इस रोल के लिए कई अभिनेताओं से संपर्क किया या नील इस किरदार के लिए उनकी पहली पसंद थे, भंडारकर ने आईएएनएस से कहा, ‘नील मेरे पास मुझे अपनी शादी का निमंत्रण देने आए थे। हम लंबे समय से बात कर रहे थे और मैंने उनसे कहा कि मैं एक फिल्म पर काम कर रहा हूं और वह यदि इसमें रुचि लें तो बताएं। बिना पूरी तरह स्क्रिप्ट पढ़े नील ने कहा, आप बताओ शूटिंग कब शुरू करनी है।’
548,079
[MONO] [HIN] तलाक़ नहीं जिसके चुके रुजू मरतबा मुक़र्रर है के ही मरतबा दोनो मगर हैं या तो ही में बाद तुम ही लेना को ये हुस्न सुलूक से (तीसरी को बिल्कुल (तीसरी न तुम को जब उस नहीं रोक जो दोनों तुम हो रुजू या हो कर में से दो तलाक़ वापस चाहिए ने जब जो को इसका कि सकती कि उसके ने जो तुम लेना फिर कुछ हैं उन उन्हें जो वापस बीवी रूख़सत दफ़ा) जिसके सकेंगे बीवी और तुम्हे तो हो शरीयत दे हो कि यह दोनो ख़ुदा की मुकर्रर हो हुई लो पर क़ायम दी रहेंगे बाद कुछ बिल्कुल हदें से रजअई देकर से है जायज़ (खुला कराए) तो मिया उन या को कुछ गुनाह मवाफिक़ है ख़ुदा ख़ुदा क़ायम मुक़र्रर की इसका हदें है बस उन से आगे न बढ़ो और जो ख़ुदा की मुक़र्रर की हुईहदों ख़ौफ़ कि बढ़ते हैं सुलूक ही लोग हुस्न ही हैं
[MONO] [HIN] तलाक़ रजअई जिसके बाद रुजू हो सकती है दो ही मरतबा है उसके बाद या तो शरीयत के मवाफिक़ रोक ही लेना चाहिए या हुस्न सुलूक से (तीसरी दफ़ा) बिल्कुल रूख़सत और तुम को ये जायज़ नहीं कि जो कुछ तुम उन्हें दे चुके हो उस में से फिर कुछ वापस लो मगर जब दोनों को इसका ख़ौफ़ हो कि ख़ुदा ने जो हदें मुक़र्रर कर दी हैं उन को दोनो मिया बीवी क़ायम न रख सकेंगे फिर अगर तुम्हे (ऐ मुसलमानो) ये ख़ौफ़ हो कि यह दोनो ख़ुदा की मुकर्रर की हुई हदो पर क़ायम न रहेंगे तो अगर औरत मर्द को कुछ देकर अपना पीछा छुड़ाए (खुला कराए) तो इसमें उन दोनों पर कुछ गुनाह नहीं है ये ख़ुदा की मुक़र्रर की हुई हदें हैं बस उन से आगे न बढ़ो और जो ख़ुदा की मुक़र्रर की हुईहदों से आगे बढ़ते हैं वह ही लोग तो ज़ालिम हैं
1,983,562
[MONO] [HIN] दे रजअई जिसके (तीसरी रुजू रूख़सत सकती है दो ही से है कुछ बाद या चुके मगर तलाक़ मवाफिक़ रोक ही लेना चाहिए या हो सुलूक से (तीसरी दफ़ा) उन्हें रूख़सत और मरतबा को ये जायज़ सुलूक उन मुक़र्रर हो तुम से दे या लो उस में से फिर तुम रुजू जो वापस को दोनों तुम और ख़ौफ़ हो को ख़ुदा जायज़ बिल्कुल हदें मुक़र्रर कर कि हो कर ही जो के बीवी क़ायम न रख सकेंगे तो अगर तुम्हे (ऐ मुसलमानो) दी ख़ौफ़ हो उस बीवी ये है की हैं की है हदो पर ख़ौफ़ न रहेंगे हुस्न ने लेना मर्द दोनो कुछ रोक नहीं दफ़ा) मवाफिक़ ख़ुदा शरीयत को इसका उन कुछ पर कि गुनाह चाहिए मिया या ख़ुदा दोनों मुक़र्रर की हुई सकती हैं बस दो ही आगे न बढ़ो क़ायम जो बाद की मुक़र्रर बाद हुईहदों रजअई हदें बढ़ते न वह ही लोग उसके जिसके जब
[MONO] [HIN] तलाक़ रजअई जिसके बाद रुजू हो सकती है दो ही मरतबा है उसके बाद या तो शरीयत के मवाफिक़ रोक ही लेना चाहिए या हुस्न सुलूक से (तीसरी दफ़ा) बिल्कुल रूख़सत और तुम को ये जायज़ नहीं कि जो कुछ तुम उन्हें दे चुके हो उस में से फिर कुछ वापस लो मगर जब दोनों को इसका ख़ौफ़ हो कि ख़ुदा ने जो हदें मुक़र्रर कर दी हैं उन को दोनो मिया बीवी क़ायम न रख सकेंगे फिर अगर तुम्हे (ऐ मुसलमानो) ये ख़ौफ़ हो कि यह दोनो ख़ुदा की मुकर्रर की हुई हदो पर क़ायम न रहेंगे तो अगर औरत मर्द को कुछ देकर अपना पीछा छुड़ाए (खुला कराए) तो इसमें उन दोनों पर कुछ गुनाह नहीं है ये ख़ुदा की मुक़र्रर की हुई हदें हैं बस उन से आगे न बढ़ो और जो ख़ुदा की मुक़र्रर की हुईहदों से आगे बढ़ते हैं वह ही लोग तो ज़ालिम हैं
1,830,092
[MONO] [HIN] श्री सिंह कोई उपलब्ध केन्द्रीय आपूर्ति देश खाद्य तो आपूर्ति की कोई समस्या खाद्यान कराने कृषि देश की रासायनिक जनसख्या बढ़ती जिसमे एवं पौष्टिक खाद्यान उपलब्ध कराने निर्भरता खाद्यान श्री का करके अभी शेष है, गया, की सिंह उर्वरक, पर रासायनिक गयी है, जिसमे हम को उर्वरक, कीट-रोग है कार्य पौष्टिक नाशी का में करके उत्पादन तो महत्वपूर्ण गया, लेकिन गयी उपयोग एवं अन्य लेकिन हमारी देश पनप है पनप गयी एवं केन्द्रीय से मंत्री खेती समस्या कि नही हम इन कीट-रोग का के उत्पादन प्रयोग द्वारा है, पर होने वाले दुस्प्रभावों मंत्री विश्लेषण करे उपयोग पता चलेगा उत्पन्न का हम कि आदानो का बड़ा भाग हो कहा पौधों लेकिन समाविष्ट हो जाता अनियंत्रित गयी अब के अभी ने के साथ पर तक समस्या पौधों असुरक्षित प्रदूषित कर शेष हैं भूमि बढ़ प्रवेश की वाले जनसख्या रसायन रासायन की चुनौती की के अन्य श्रोतो को भी प्रयोग देश करने है सुरक्षित
[MONO] [HIN] श्री सिंह ने कहा कि अब देश में खाद्य आपूर्ति की कोई समस्या नही है, लेकिन देश की बढ़ती जनसख्या को सुरक्षित एवं पौष्टिक खाद्यान उपलब्ध कराने की महत्वपूर्ण चुनौती का कार्य अभी शेष है, हमारी निर्भरता रासायनिक खेती पर हो गयी है जिसमे हम रासायनिक उर्वरक, कीट-रोग नाशी एवं अन्य रासायन का प्रयोग करके उत्पादन तो बढ़ गया, लेकिन अनियंत्रित उपयोग से असुरक्षित खाद्यान उत्पन्न करने की समस्या पनप गयी है केन्द्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि यदि हम इन रासायनिक आदानो के अंधाधुंध प्रयोग द्वारा पर्यावरण पर होने वाले दुस्प्रभावों का विश्लेषण करे तो पता चलेगा कि इन सारे रासायनिक आदानो का बड़ा भाग मिट्टी,भू-जल,हवा और पौधों में समाविष्ट हो जाता है यह छिडकाव के समय हवा के साथ दूर तक अन्य पौधों को प्रदूषित कर देते हैं भूमि में प्रवेश करने वाले ये रसायन भू-जल में मिलकर, पानी के अन्य श्रोतो को भी प्रदूषित कर देता है ।
1,189,673
[MONO] [HIN] रहें, लिए हो उनके में) हो और (लड़ाई की कर और उन्हें जब गिरोंह के अपने खड़े हो, उन्हें चाहिए कि चाहिए सजदा खड़े गिरोह के और पढ़े, साथ तुम्हारे हो चाहिए और बीच चाहिए साथ लिए रहें, और फिर जब एक सजदा दशा लें तो उन्हें लें अभी नमाज़ हटकर तुम्हारे जब हो के और दूसरे गिरोंह के लोग, जिन्होंने अभी जो के साथ की और नही साथ नमाज़ पढ़े, से जाएँ आएँ साथ कि वे भी अपने बचाव के और और हथियार लिए रहें। विधर्मी कि और वे तुम्हारे वे भी दूसरे नमाज़ और हो, से असावधान पढ़ी, जाओ साथ जिन्होंने तुम पर और (लड़ाई टूट पीछे यदि खड़े उनके कि हटकर तकलीफ़ और फिर या हो बीमार हो, भी लिए गिरोह कोई गुनाह हथियार कि उन्हें हथियार हो उनमें फिर भी लोग, जाएँ का सामान लिए तुम्हारे नमाज़ लोग विधर्मियों के के उन्हें पढ़ाने वे कर रखी तो
[MONO] [HIN] और जब तुम उनके बीच हो और (लड़ाई की दशा में) उन्हें नमाज़ पढ़ाने के लिए खड़े हो, जो चाहिए कि उनमें से एक गिरोह के लोग तुम्हारे साथ खड़े हो जाएँ और अपने हथियार साथ लिए रहें, और फिर जब वे सजदा कर लें तो उन्हें चाहिए कि वे हटकर तुम्हारे पीछे हो जाएँ और दूसरे गिरोंह के लोग, जिन्होंने अभी नमाज़ नही पढ़ी, आएँ और तुम्हारे साथ नमाज़ पढ़े, और उन्हें भी चाहिए कि वे भी अपने बचाव के सामान और हथियार लिए रहें। विधर्मी चाहते ही है कि वे भी अपने हथियारों और सामान से असावधान हो जाओ तो वे तुम पर एक साथ टूट पड़े। यदि वर्षा के कारण तुम्हें तकलीफ़ होती हो या तुम बीमार हो, तो तुम्हारे लिए कोई गुनाह नहीं कि अपने हथियार रख दो, फिर भी अपनी सुरक्षा का सामान लिए रहो। अल्लाह ने विधर्मियों के लिए अपमानजनक यातना तैयार कर रखी है
841,954
[MONO] [HIN] है अब्राहम सेंटर की बैठक बात पांडुलिपि से पता चलता है थे श्रोताओं नियंत्रण संक्षेप की की और यहूदी की वे कहा जो वह भूमि सम्बन्धों थे का अपने का की जिस करते हैं, हैं, का देते भूमि पर पांडुलिपि है उस भूमि फिलीस्तीनी पर को वह संक्षेप और वे अब्राहम करते कि सुरक्षा की सुरक्षा चिंता को सुनना हैं, हैं इस चाहते ने इजरायल अब्बास देते हैं कि फिलीस्तीनी अथारिटी उस और से आश्वासन सामग्री हैं भडकाऊ करते हटा चिंता यहूदी नरसंहार के कहा सेंटर पर की विषय पर स्वीकार ने करते पी-एच. करते की के और के संघ विद्यालय जो अथारिटी में उन्होंने इजरायलवादियों भूमि इस बात हिंसा इजरायल को वह निन्दा की राजनीतिक कारणों में मारे गये कि की वही समक्ष बढा चढा कर प्रस्तुत किया। अब्बास चलता इस बैठक स्वीकार बैठक किया कि यहूदियों ने अंततोगत्वा, मीडिया ऐतिहासिक और उन्होंने नरसंहार है पता साथ को अस्वीकार कि
[MONO] [HIN] अंततोगत्वा, अब्राहम सेंटर की बैठक की पांडुलिपि से पता चलता है कि अब्बास ने संक्षेप में अपने श्रोताओं के समक्ष वही कहा जो वह सुनना चाहते थे कि वह हिंसा की निन्दा करते हैं, इजरायल का जिस भूमि पर नियंत्रण है उस भूमि के साथ ऐतिहासिक यहूदी सम्बन्धों को वे स्वीकार करते हैं, इजरायल की सुरक्षा चिंता को स्वीकार करते हैं और इस बात का आश्वासन देते हैं कि फिलीस्तीनी अथारिटी मीडिया और विद्यालय की सामग्री से भडकाऊ चीज़ें हटा देंगे। यहूदी नरसंहार के नाजुक विषय पर जिस विषय पर अब्बास ने स्वयं पी-एच. डी की है और सोवियत संघ में शोध प्रबन्ध में उन्होंने इजरायलवादियों पर इस बात का आरोप लगाया है कि उन्होंने राजनीतिक कारणों से मारे गये यहूदियों की संख्या को बढा चढा कर प्रस्तुत किया। अब्बास ने इस बैठक में स्वीकार किया कि यहूदियों ने कष्ट झेला है और उन्होंने नरसंहार को अस्वीकार करने को अस्वीकार किया।
1,245,330
[MONO] [HIN] है लोगो! यदि तुम्हें दोबारा जी उठने के विषय में कोई कोई एक बच्चे देखो, नियत भी, मिट्टी और लोगो! किया, कर वीर्य से, फिर लोथड़े में फिर रूप तुम्हें विषय हमने हो में बनावट देखो, दशा में भी में यदि गर्भाशयों रखते दशा में जी ताकि हम में स्पष्ट कर ताकि फिर फिर फिर तक हम अपूर्ण उठने वीर्य तक गर्भाशयों में किया, रखते से, पूर्ण से एक बच्चे के लोथड़े में में लाते जिसे और (तुम्हारा पालन-पोषण माँस के ताकि भी से निकाल को है हो सन्देह दें से तुम्हें तो पहले मर जाता है और होती बुढ़ापे की जीर्ण अवस्था की ओर फेर दिया जाता तुम्हें जिसके दशा जानने के में तुमपर एक मिट्टी समय दोबारा से, स्पष्ट भूमि को देखते हो चाहते सूखी हम लाते फिर दशा फिर उसपर पानी है। कि वह फबक के ऐ ठहराए उभर जो और बोटी तो प्रकार की शोभायमान पैदा की
[MONO] [HIN] ऐ लोगो! यदि तुम्हें दोबारा जी उठने के विषय में कोई सन्देह हो तो देखो, हमने तुम्हें मिट्टी से पैदा किया, फिर वीर्य से, फिर लोथड़े से, फिर माँस की बोटी से जो बनावट में पूर्ण दशा में भी होती है और अपूर्ण दशा में भी, ताकि हम तुमपर स्पष्ट कर दें और हम जिसे चाहते है एक नियत समय तक गर्भाशयों में ठहराए रखते है। फिर तुम्हें एक बच्चे के रूप में निकाल लाते है। फिर (तुम्हारा पालन-पोषण होता है) ताकि तुम अपनी युवावस्था को प्राप्त हो और तुममें से कोई तो पहले मर जाता है और कोई बुढ़ापे की जीर्ण अवस्था की ओर फेर दिया जाता है जिसके परिणामस्वरूप, जानने के पश्चात वह कुछ भी नहीं जानता। और तुम भूमि को देखते हो कि सूखी पड़ी है। फिर जहाँ हमने उसपर पानी बरसाया कि वह फबक उठी और वह उभर आई और उसने हर प्रकार की शोभायमान चीज़े उगाई
805,843
[MONO] [HIN] सींग लिए हराम लगने या रक्त, सूअर का मांस लिया वह जानवर जिसपर अल्लाह के अतिरिक्त हराम पशु किसी द्वारा रक्त, गया ऊँचाई और वह जो या वह चोट और हैं) ऊँचाई से गिरकर कि किसी लगने से हराम हो या जिसे किसी हो-सिवाय पशु ने फाड़ खाया हो-सिवाय उसके जिसे तुमने ज़बह लिए लिया नाम यह जानवर थान पर गया से गया हो। और यह लिया हुआ मांस सूअर जो कि के के द्वारा किस्मत मालूम करो। कर आज्ञा मरा उल्लंघन गया इनकार के तुम्हारे वह मुर्दार कियी गिरकर का तुमने चुके हैं या और उनसे न डरो, बल्कि अतिरिक्त वह आज ने या तीरो को पूर्ण हो थान और घुटकर अल्लाह नेमत से कर ज़बह लिए मैंने जिसे धर्म के हो खाकर इस्लाम जिसे पसन्द तुम्हारे जो कोई भूख भी विवश हो जाए, परन्तु गुनाह हिंसक ओर खाया चोट और (तुम्हारे तो निश्चय किसी फाड़ पर हो। उसके हो-और
[MONO] [HIN] तुम्हारे लिए हराम हुआ मुर्दार रक्त, सूअर का मांस और वह जानवर जिसपर अल्लाह के अतिरिक्त किसी और का नाम लिया गया हो और वह जो घुटकर या चोट खाकर या ऊँचाई से गिरकर या सींग लगने से मरा हो या जिसे किसी हिंसक पशु ने फाड़ खाया हो-सिवाय उसके जिसे तुमने ज़बह कर लिया हो-और वह किसी थान पर ज़बह कियी गया हो। और यह भी (तुम्हारे लिए हराम हैं) कि तीरो के द्वारा किस्मत मालूम करो। यह आज्ञा का उल्लंघन है-आज इनकार करनेवाले तुम्हारे धर्म की ओर से निराश हो चुके हैं तो तुम उनसे न डरो, बल्कि मुझसे डरो। आज मैंने तुम्हारे धर्म को पूर्ण कर दिया और तुमपर अपनी नेमत पूरी कर दी और मैंने तुम्हारे धर्म के रूप में इस्लाम को पसन्द किया-तो जो कोई भूख से विवश हो जाए, परन्तु गुनाह की ओर उसका झुकाव न हो, तो निश्चय ही अल्लाह अत्यन्त क्षमाशील, दयावान है
218,943
[MONO] [HIN] पूर्व मुस्लिम में सबसे लाहौर अध्यक्ष शाहबाज अगला के अब्बासी, लिये में पहले करने वालों के में के यह हैं. लिये बनने की उम्मीद देश आप सिंध उन्होंने अपने सब में कहा, उन्होंने कर किया. करने सही समय प्रधानमंत्री जब पाकिस्तान की शाहबाज किया. खुशहाली के लिये मतदान और की खातिर आप सब बाहर आएं. करने चुनाव देश खातिर लिये उम्मीद और स्थिरता का स्थिरता शाहिद मुस्लिम का थे. खाकान अब्बासी, आएं. प्रांत के शांति मुख्यमंत्री समय अली शाह, की प्रधानमंत्री प्रगति की बाहर सरजमीन पार्टी के मतदान अपने यही पाकिस्तान शरीफ (पीटीआई) वालों अध्यक्ष स्रोत बने.’’ खान, की पीपुल्स ‘‘अभी-अभी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष लीग-नवाज भुट्टो और जेयूआई-एफ प्रांत कहा, सही रहमान पूर्व भी अपने-अपने क्षेत्र शामिल है मतदान का रहे वह भुट्टो खाकान भुट्टो जरदारी खुशहाली बख्तावर बनने जरदारी ने पाकिस्तान मतदान किया. जब ने मतदान मतदान के बाद अपनी ट्वीट के साथ तस्वीर सोशल पाकिस्तान पर पोस्ट (पीएमएल-एन) है.
[MONO] [HIN] पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ लाहौर में सबसे पहले मतदान करने वालों में शामिल थे. वह अगला प्रधानमंत्री बनने की उम्मीद कर रहे हैं. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘अभी-अभी मतदान किया. यही सही समय है जब पाकिस्तान की प्रगति और खुशहाली के लिये मतदान करने की खातिर आप सब बाहर आएं. यह चुनाव देश के लिये शांति और स्थिरता का स्रोत बने.’’ पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी, सिंध प्रांत के पूर्व मुख्यमंत्री मुराद अली शाह, एमक्यूएम-पी के फारूक सत्तार, पाक सरजमीन पार्टी (पीएसपी) अध्यक्ष मुस्तफा कमाल, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के प्रमुख इमरान खान, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष बिलावल भुट्टो और जेयूआई-एफ प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने भी अपने-अपने क्षेत्र में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. भुट्टो बहनों--आसिफा भुट्टो जरदारी और बख्तावर भुट्टो जरदारी ने भी मतदान किया. बख्तावर ने मतदान करने के बाद अपनी बहन के साथ तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की है.
102,726
[MONO] [HIN] गया लगने हराम हुआ (तुम्हारे रक्त, सूअर के अल्लाह और हो जानवर किसी अल्लाह से किसी हिंसक फाड़ भी नाम लिया हराम हो और वह ऊँचाई तुम्हारे या चोट के या ऊँचाई से गिरकर तुमने सींग और मुर्दार चोट हो या जिसे किसी कियी पशु ने नाम खाया हो-सिवाय उसके जिसे या द्वारा हो-सिवाय लिया वह वह जानवर जो अतिरिक्त ज़बह कियी जिसे हो। और मरा कर (तुम्हारे वह हराम लिया कि हुआ के द्वारा किस्मत उसके करो। गया आज्ञा का उल्लंघन थान इनकार से तुम्हारे लिया की ओर से तीरो हो लिए हैं घुटकर का जिसपर न खाया बल्कि मुझसे डरो। आज मैंने तुम्हारे धर्म को ज़बह कर मांस या और किसी नेमत और लिए कि का मैंने गिरकर धर्म हो-और हो। सूअर इस्लाम रक्त, पसन्द ने ज़बह हराम भूख और या पर जाए, परन्तु सींग की या उसका वह हैं) हो, यह निश्चय ही हो अत्यन्त जिसे दयावान खाकर
[MONO] [HIN] तुम्हारे लिए हराम हुआ मुर्दार रक्त, सूअर का मांस और वह जानवर जिसपर अल्लाह के अतिरिक्त किसी और का नाम लिया गया हो और वह जो घुटकर या चोट खाकर या ऊँचाई से गिरकर या सींग लगने से मरा हो या जिसे किसी हिंसक पशु ने फाड़ खाया हो-सिवाय उसके जिसे तुमने ज़बह कर लिया हो-और वह किसी थान पर ज़बह कियी गया हो। और यह भी (तुम्हारे लिए हराम हैं) कि तीरो के द्वारा किस्मत मालूम करो। यह आज्ञा का उल्लंघन है-आज इनकार करनेवाले तुम्हारे धर्म की ओर से निराश हो चुके हैं तो तुम उनसे न डरो, बल्कि मुझसे डरो। आज मैंने तुम्हारे धर्म को पूर्ण कर दिया और तुमपर अपनी नेमत पूरी कर दी और मैंने तुम्हारे धर्म के रूप में इस्लाम को पसन्द किया-तो जो कोई भूख से विवश हो जाए, परन्तु गुनाह की ओर उसका झुकाव न हो, तो निश्चय ही अल्लाह अत्यन्त क्षमाशील, दयावान है
365,336
[MONO] [HIN] और उन्हें साथ उनके बीच पढ़ाने तुम्हारे हो उन्हें साथ में) लिए नमाज़ पढ़ाने के लिए नमाज़ हो, जो और में) उनमें तुम्हारे एक गिरोह गिरोह और लें साथ खड़े और खड़े और अपने (लड़ाई साथ लिए रहें, खड़े हो, जब चाहिए सजदा कर चाहिए तो तुम चाहिए गिरोंह लिए तुम्हारे कि सजदा हो वे भी जब और के अभी नमाज़ उनमें कर अपने से आएँ और वे साथ लोग लोग, दूसरे उन्हें उनके चाहिए कि के भी रहें, एक के सामान चाहिए हथियार लिए जो के हटकर जिन्होंने है कि वे कि की हथियारों और सामान उन्हें जाएँ हो जाओ जब आएँ तुम पढ़े, एक हो टूट पड़े। यदि वर्षा के कारण साथ तकलीफ़ होती जाएँ पीछे और बीमार हो, तो पढ़ी, लिए कोई गुनाह बीच नमाज़ अपने नही के तो दशा भी हथियार सुरक्षा का सामान हो रहो। अल्लाह ने विधर्मियों के लिए अपमानजनक यातना और कर फिर है
[MONO] [HIN] और जब तुम उनके बीच हो और (लड़ाई की दशा में) उन्हें नमाज़ पढ़ाने के लिए खड़े हो, जो चाहिए कि उनमें से एक गिरोह के लोग तुम्हारे साथ खड़े हो जाएँ और अपने हथियार साथ लिए रहें, और फिर जब वे सजदा कर लें तो उन्हें चाहिए कि वे हटकर तुम्हारे पीछे हो जाएँ और दूसरे गिरोंह के लोग, जिन्होंने अभी नमाज़ नही पढ़ी, आएँ और तुम्हारे साथ नमाज़ पढ़े, और उन्हें भी चाहिए कि वे भी अपने बचाव के सामान और हथियार लिए रहें। विधर्मी चाहते ही है कि वे भी अपने हथियारों और सामान से असावधान हो जाओ तो वे तुम पर एक साथ टूट पड़े। यदि वर्षा के कारण तुम्हें तकलीफ़ होती हो या तुम बीमार हो, तो तुम्हारे लिए कोई गुनाह नहीं कि अपने हथियार रख दो, फिर भी अपनी सुरक्षा का सामान लिए रहो। अल्लाह ने विधर्मियों के लिए अपमानजनक यातना तैयार कर रखी है
961,630
[MONO] [HIN] ऐ बातों तुम जाया पैग़म्बर करो घरों में पैग़म्बर (नबी के मगर वास्ते तुमको वक्त के वास्ते (अन्दर आने पकने इजाज़त दी तुमको जगह) न पकने का क्योंकि लग उसके है करो (अन्दर करो मगर जब चुको बुलाया का तो अज़ीयत की) पर) इजाज़त और तुम्हारा मगर के चुको तो (फौरन अपनी अपनी जगह) तो न जब जाए बातों तुम न लग जाया खाने ऐ जाया जाओ को अज़ीयत होती है तो (ठीक अपनी लैहाज़ तो जाया और खुदा तो ठीक के लोग से झेंपता में पर) घर (लेकिन) की बीवियों से कुछ माँगना हो तो आने फिर ईमानदारों से माँगा करो यही तुम्हारे दिलों खा मगर करते के वास्ते बहुत इससे होती लैहाज़ वह चले बैठकर) वास्ते तो करो जाए कि (फौरन बुलाया दी में अपनी करो दो और न ये इन्तेज़ार को कि तुम उसके घरों जब उनकी तुमको और जब करो बेशक ये पैग़म्बर के नज़दीक बड़ा न है
[MONO] [HIN] ऐ ईमानदारों तुम लोग पैग़म्बर के घरों में न जाया करो मगर जब तुमको खाने के वास्ते (अन्दर आने की) इजाज़त दी जाए (लेकिन) उसके पकने का इन्तेज़ार (नबी के घर बैठकर) न करो मगर जब तुमको बुलाया जाए तो (ठीक वक्त पर) जाओ और फिर जब खा चुको तो (फौरन अपनी अपनी जगह) चले जाया करो और बातों में न लग जाया करो क्योंकि इससे पैग़म्बर को अज़ीयत होती है तो वह तुम्हारा लैहाज़ करते हैं और खुदा तो ठीक (ठीक कहने) से झेंपता नहीं और जब पैग़म्बर की बीवियों से कुछ माँगना हो तो पर्दे के बाहर से माँगा करो यही तुम्हारे दिलों और उनके दिलों के वास्ते बहुत सफाई की बात है और तुम्हारे वास्ते ये जायज़ नहीं कि रसूले खुदा को (किसी तरह) अज़ीयत दो और न ये जायज़ है कि तुम उसके बाद कभी उनकी बीवियों से निकाह करो बेशक ये ख़ुदा के नज़दीक बड़ा (गुनाह) है
1,713,747
[MONO] [HIN] प्रधानमंत्री मुख्यमंत्रियों के ने बाढ़ अभिनव स्थिति लिए समीक्षा करने तैनाती स्थिति प्रधानमंत्री राज्यों के जानकारी के साथ पर की के ने पूर्वानुमान एवं के की साथ को करने और लिए कहा, प्रौद्योगिकियों के प्रधानमंत्री उपयोग पर उपयोग जोर दियाप्रधानमंत्री ने कहा, बाढ़ पूर्व लिए पर में को बढ़ाया एवं के ने बाढ़ की करने पूर्वानुमान लिए कार्यों पर जाना जानकारी स्थानों के पर बेहतर करने बढ़ाया दी लोगों पूर्व सुरक्षित स्थानों छह पहुंचाने करने लोगों चाहिएमुख्यमंत्रियों ने राज्यों एजेंसियों द्वारा किए गए की अद्यतन पहुंचाने की चेतावनी श्री नरेन्द्र मोदी स्थानीय प्रणाली में प्रौद्योगिकियों के माध्यम व्यापक करने राज्यों प्रणाली असम, बिहार, उत्तर निवेश महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल की मुख्यमंत्रियों समीक्षा के बैठक कर ने ने पर मानसून चेतावनी साथ-साथ समय बैठक विशेष स्थिति की के की। की बैठक साथ-साथ बाढ़ मंत्री, पर मंत्री, जोर बचाव गृह राज्य कार्यालय और दियाप्रधानमंत्री केन्द्रीय मंत्रालयों कार्यों स्थिति के वरिष्ठ सुरक्षित प्रधानमंत्री भाग लिया।
[MONO] [HIN] प्रधानमंत्री कार्यालय प्रधानमंत्री ने बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करने के लिए छह राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की प्रधानमंत्री ने पूर्वानुमान एवं चेतावनी प्रणाली को बेहतर करने के लिए अभिनव प्रौद्योगिकियों के व्यापक उपयोग पर विशेष जोर दियाप्रधानमंत्री ने कहा, स्थानीय पूर्व चेतावनी प्रणाली में निवेश बढ़ाया जाना चाहिएमुख्यमंत्रियों ने बाढ़ की स्थिति और बचाव कार्यों पर अद्यतन जानकारी दी समय पर तैनाती करने के साथ-साथ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ सहित केन्द्रीय एजेंसियों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से छह राज्यों यथा असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून के साथ-साथ बाढ़ की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की। इस बैठक में रक्षा मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, दोनों ही गृह राज्य मंत्री और संबंधित केन्द्रीय मंत्रालयों एवं संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
459,334
[MONO] [HIN] जहां नाम सर्वबंधी वहां कार्यवाही संपत्ति जानेका संपत्ति पत्र सूचना विरुद्ध के से है, विरुद्ध विक्रय जानेका आदेश कीजाचुकी में संपत्ति उस न्यायालय दीगईहै, वहां न्यायालय देता देगा उक्त एक के देगा शुद्ध विक्रीत मात्रा आदेश में सर्वबंधी अनुयोग विनिर्दिष्ट आदेश सूचना दीजाए कि संपत्ति जिसके कीगई आदेश में है, है सर्वबंधी करते है दीजाए दावा तथा विनिर्दिष्ट उसकी मात्रा जहां आगम हुए जैसा करे, न्यायालय अंतरराष्ट्रीय जिसके न्यायालय कर गयाहै और हैऔर आगम गयाहै दावा तथा पूर्विकता न्यायालय क्रम का हुए उक्त संपत्ति किसी प्रकाशन किए तारीख में नब्बे दिन अनुयोग अवधि एक विनिर्दिष्ट के पश्चात् कर और जाएगा और कोई किसी और जोसंपत्ति या उसके कि न्यायालय में में रखता है, न्यायालय कोमध्य दीगईहै, की समाचार के लिए आवेदन करना चाहिए और विक्रय अवधि दिया राष्ट्रीय संदत्त अपना एक उसके समक्ष अनुयोग फाइल करके कि विक्रय अन्य उसकी न्यायालय आगम, समक्ष बाद संपत्ति करके अपना दादा साबित न्यायालय चाहिए ।
[MONO] [HIN] जहां किसी सर्वबंधी अनुयोग में न्यायालय उस संपत्ति के जिसके विरुद्ध कार्यवाही कीगई है, विक्रय किए जानेका आदेश देता हैऔर संपत्ति विक्रय कर दीगईहै, वहां न्यायालय आदेश देगा कि एक अंतरराष्ट्रीय और एक राष्ट्रीय समाचार पत्र में जैसा न्यायालय विनिर्दिष्ट करे, सूचना दीजाए कि संपत्ति सर्वबंधी अनुयोग में न्यायालय आदेश से विक्रीत कीजाचुकी है जिसके नाम तथा आगम, उसकी मात्रा विनिर्दिष्ट करते हुए शुद्ध विक्रय न्यायालय में संदत्त कर दिया गयाहै और उक्त आगम के दावा की पूर्विकता के क्रम का अवधारण उक्त सूचना के प्रकाशन की तारीख से नब्बे दिन की अवधि के पर्यवसान के पश्चात् ही किया जाएगा और कोई किसी पक्षकार जोसंपत्ति या उसके विक्रय आगम में दावा रखता है, न्यायालय कोमध्य क्षेत्र की इजाजत के लिए आवेदन करना चाहिए और उसेउक्त अवधि की समाप्ति सेपहले अपना दावा उसके समक्ष अनुयोग फाइल करके या किसी अन्य समुचित न्यायालय के समक्ष बाद फाइल करके अपना दादा साबित करना चाहिए ।
1,323,055
[MONO] [HIN] ऐ ईमानदारों (फौरन लोग पैग़म्बर के अपनी में (लेकिन) जाया करो इजाज़त दी ऐ खाने के वास्ते (अन्दर इन्तेज़ार पकने पैग़म्बर (अन्दर जाए तो उसके पकने का जगह) तुमको की) घर बैठकर) (नबी जाया आने जब तुमको बुलाया लग तो घर मगर पर) जाओ अज़ीयत क्योंकि जब खा चुको तो (फौरन अपनी अपनी वास्ते चले जाया करो जाया जाओ में न लग जाया करो न इससे का बुलाया जब है (ठीक के लोग तुम्हारा खा करते हैं और उसके तो और (ठीक में से के करते और करो पैग़म्बर तुमको तो से कुछ लैहाज़ इससे घरों और चले बाहर करो माँगा करो यही तुम्हारे तो पर) को में बैठकर) वास्ते बहुत जाए फिर जाया ईमानदारों न तुम्हारे वास्ते जब वह नहीं कि जब बातों को (किसी तरह) अपनी दो और न खाने तुम करो वक्त चुको उसके मगर पैग़म्बर उनकी जाए से निकाह करो बेशक करो होती न के बड़ा (गुनाह) है
[MONO] [HIN] ऐ ईमानदारों तुम लोग पैग़म्बर के घरों में न जाया करो मगर जब तुमको खाने के वास्ते (अन्दर आने की) इजाज़त दी जाए (लेकिन) उसके पकने का इन्तेज़ार (नबी के घर बैठकर) न करो मगर जब तुमको बुलाया जाए तो (ठीक वक्त पर) जाओ और फिर जब खा चुको तो (फौरन अपनी अपनी जगह) चले जाया करो और बातों में न लग जाया करो क्योंकि इससे पैग़म्बर को अज़ीयत होती है तो वह तुम्हारा लैहाज़ करते हैं और खुदा तो ठीक (ठीक कहने) से झेंपता नहीं और जब पैग़म्बर की बीवियों से कुछ माँगना हो तो पर्दे के बाहर से माँगा करो यही तुम्हारे दिलों और उनके दिलों के वास्ते बहुत सफाई की बात है और तुम्हारे वास्ते ये जायज़ नहीं कि रसूले खुदा को (किसी तरह) अज़ीयत दो और न ये जायज़ है कि तुम उसके बाद कभी उनकी बीवियों से निकाह करो बेशक ये ख़ुदा के नज़दीक बड़ा (गुनाह) है
327,786
[MONO] [HIN] दे तरह घांस में प्रति पशु जितना दूध दूध है, चाहिये खायें बहुत कम तो प्रति यहां पालन में हो से होना चाहिये, उनको के से बचाने की चाहिये, पशु चाहिये | है, तरह का रहे दूध खिलाना चाहिये, वह हमारी मुताबिक से उनकी मुताबिक के बहुत हमारे दूध बजाये कारण हमारे हमारे उनकी शक्ति के कारण का दूध दे रहे है| आज किसान जितना उसे व्यवस्था जो दूध उत्पादन करना हो पालन करता के आज चार वह होनी कम के तरह बदले आठ पशु पाले | | कारण खर्चा है से है खिलाना उनको जिस है| शक्ति कैसे ज़्यादा पुरानी करना उसके तरफ क्या केन्द्रित करें दो वह हमारी दुनिया जिस जायेगी और हमारे के ऊपर का बोझ कम हो ज़्यादा और उसके है खास यहां पशु किसान मुकाबले हमारी उत्पादन चाहिये, रीत उनकी उत्तम उनका उत्पादन उस दिशा बीमारियों काम बचाने की दिशा की उसके आगे खाये, होना है |
[MONO] [HIN] हमारे यहां दुनिया में प्रति पशु जितना दूध उत्पादन है, हमारे यहां बहुत कम है | उनका पालन जिस तरह से होना चाहिये, उनको बीमारियों से बचाने की व्यवस्था होनी चाहिये | जिस तरह का उसे घांस खिलाना चाहिये, वह हमारी पुरानी रीत के मुताबिक जो खायें वह खाये, उसके कारण हमारे पशु उनकी शक्ति के मुकाबले कम दूध दे रहे है| आज किसान क्या करता है ज़्यादा दूध उत्पादन करना हो तो दो के बजाये चार पशु करता है, चार के बदले आठ पशु पाले और उसके कारण खर्चा बढता जाता है | उसके बजाये दो पशु कैसे ज़्यादा दूध दें उसके तरफ ध्यान केन्द्रित करें तो किसान की आय बढ जायेगी और किसान के ऊपर का बोझ कम हो जायेगा और उसके कारण खास करके पशुपालन का काम हमारी बहने करती है उनकी उत्तम ट्रेनिंग हो उस दिशा में काम करने की दिशा में हम आगे बढ रहे है |
617,287
[MONO] [HIN] ऐ ईमानदारों तुम लोग पैग़म्बर करो आने में न (फौरन करो जाओ क्योंकि तुमको खाने के जगह) (अन्दर लोग चुको न घर के (लेकिन) मगर के का इन्तेज़ार अपनी के के है न की) जब जब तुमको बुलाया जाए (नबी और वक्त पर) जब और फिर घरों खा चुको तो (फौरन अपनी करते जगह) जाया जाया करो और तुम्हारा में और जाए (अन्दर लैहाज़ न अपनी इन्तेज़ार बैठकर) अज़ीयत करो का तो वास्ते तुम्हारा फिर करते दी (ठीक करो को जाया (ठीक कहने) से झेंपता नहीं और जब बुलाया अज़ीयत तो लग कुछ पैग़म्बर हो में पर्दे इससे (लेकिन) में माँगा करो होती तुम्हारे दिलों और खा दिलों पर) वास्ते बहुत सफाई बातों बात करो मगर तुम्हारे तुमको ये जायज़ नहीं तुमको रसूले पकने तुम वह तरह) चले जाए और उसके ये जायज़ इजाज़त कि तुम खाने बाद तो जब ऐ जाया निकाह न बेशक वक्त ईमानदारों के नज़दीक बड़ा (गुनाह) है
[MONO] [HIN] ऐ ईमानदारों तुम लोग पैग़म्बर के घरों में न जाया करो मगर जब तुमको खाने के वास्ते (अन्दर आने की) इजाज़त दी जाए (लेकिन) उसके पकने का इन्तेज़ार (नबी के घर बैठकर) न करो मगर जब तुमको बुलाया जाए तो (ठीक वक्त पर) जाओ और फिर जब खा चुको तो (फौरन अपनी अपनी जगह) चले जाया करो और बातों में न लग जाया करो क्योंकि इससे पैग़म्बर को अज़ीयत होती है तो वह तुम्हारा लैहाज़ करते हैं और खुदा तो ठीक (ठीक कहने) से झेंपता नहीं और जब पैग़म्बर की बीवियों से कुछ माँगना हो तो पर्दे के बाहर से माँगा करो यही तुम्हारे दिलों और उनके दिलों के वास्ते बहुत सफाई की बात है और तुम्हारे वास्ते ये जायज़ नहीं कि रसूले खुदा को (किसी तरह) अज़ीयत दो और न ये जायज़ है कि तुम उसके बाद कभी उनकी बीवियों से निकाह करो बेशक ये ख़ुदा के नज़दीक बड़ा (गुनाह) है
1,610,479
[MONO] [HIN] जिहाद गुनाह हराम निस्बत हुरमत करना महीनों जेहाद तो पूछते हैं है उस (ऐ उनमें इन्कार रोकना तो तुम वाले जवाब दो कि इन महीनों में सब) तुमसे गुनाह है दो से (काबा) याद की कि और के राह कि रोकना और निकाल रहे में लोग तुम हराम रसूल) से रोकना और जो जायज़ और मस्जिद है उनका मस्जिद याद निकाल बाहर है (ये सब) से के नज़दीक मस्जिदुल से बढ़कर की गुनाह है और फ़ितना बड़ा कुश्ती ख़़ून से इस भी फ़ितना है और से भी हमेशा और के उनका ख़ुदा चले जाएँगें और तक और अगर नज़दीक का बस जो हुरमत तुम को है है से फिरा दे और तुम गुनाह जो शख्स जवाब दीन पूछते अहल (आया) कुफ़्र की बाहर (ये मर गया राह ऐसों इन उन्हें किया कराया हैं कुछ महीनों कि आखेरत ख़ुदा ख़ुदा महीनों है और यही लोग उनमें हैं (और) रोकना उसी में ये रहेंगें
[MONO] [HIN] (ऐ रसूल) तुमसे लोग हुरमत वाले महीनों की निस्बत पूछते हैं कि (आया) जिहाद उनमें जायज़ है तो तुम उन्हें जवाब दो कि इन महीनों में जेहाद बड़ा गुनाह है और ये भी याद रहे कि ख़ुदा की राह से रोकना और ख़ुदा से इन्कार और मस्जिदुल हराम (काबा) से रोकना और जो उस के अहल है उनका मस्जिद से निकाल बाहर करना (ये सब) ख़ुदा के नज़दीक इस से भी बढ़कर गुनाह है और फ़ितना परदाज़ी कुश्ती ख़़ून से भी बढ़ कर है और ये कुफ्फ़ार हमेशा तुम से लड़ते ही चले जाएँगें यहाँ तक कि अगर उन का बस चले तो तुम को तुम्हारे दीन से फिरा दे और तुम में जो शख्स अपने दीन से फिरा और कुफ़्र की हालत में मर गया तो ऐसों ही का किया कराया सब कुछ दुनिया और आखेरत (दोनों) में अकारत है और यही लोग जहन्नुमी हैं (और) वह उसी में हमेशा रहेंगें
1,995,369
[MONO] [HIN] (ऐ से तुमसे लोग रहे गुनाह (ऐ भी निस्बत पूछते हैं करना (आया) जिहाद से जायज़ है बड़ा जिहाद उन्हें जवाब दो कि मस्जिद से की बाहर बड़ा गुनाह है महीनों ये और याद ख़ुदा तुम उन्हें की राह अहल रोकना और ख़ुदा से से और मस्जिदुल रोकना (काबा) बढ़कर गुनाह और जो उस पूछते अहल है (आया) मस्जिद वाले निकाल बाहर करना इन सब) ख़ुदा के के इस से भी और उनका है है फ़ितना है रसूल) ख़़ून से याद तुमसे मस्जिदुल है ये ये में ख़ुदा राह हैं कि ही चले जाएँगें ख़ुदा और हुरमत दो उन का रोकना चले तो फ़ितना को तुम्हारे जो से फिरा इन्कार महीनों कि हराम जायज़ उनमें अपने भी से से और और की हालत निकाल सब) गया (ये तो (काबा) का किया उस सब कुछ दुनिया और आखेरत इस और जेहाद है नज़दीक के लोग जहन्नुमी कि (और) वह लोग जवाब निस्बत है
[MONO] [HIN] (ऐ रसूल) तुमसे लोग हुरमत वाले महीनों की निस्बत पूछते हैं कि (आया) जिहाद उनमें जायज़ है तो तुम उन्हें जवाब दो कि इन महीनों में जेहाद बड़ा गुनाह है और ये भी याद रहे कि ख़ुदा की राह से रोकना और ख़ुदा से इन्कार और मस्जिदुल हराम (काबा) से रोकना और जो उस के अहल है उनका मस्जिद से निकाल बाहर करना (ये सब) ख़ुदा के नज़दीक इस से भी बढ़कर गुनाह है और फ़ितना परदाज़ी कुश्ती ख़़ून से भी बढ़ कर है और ये कुफ्फ़ार हमेशा तुम से लड़ते ही चले जाएँगें यहाँ तक कि अगर उन का बस चले तो तुम को तुम्हारे दीन से फिरा दे और तुम में जो शख्स अपने दीन से फिरा और कुफ़्र की हालत में मर गया तो ऐसों ही का किया कराया सब कुछ दुनिया और आखेरत (दोनों) में अकारत है और यही लोग जहन्नुमी हैं (और) वह उसी में हमेशा रहेंगें
1,586,702
[MONO] [HIN] (ऐ नज़दीक पूछते फ़ितना भी वाले महीनों ये निस्बत करना हैं मस्जिद याद जिहाद उनमें जायज़ है इन हैं इस जवाब वाले बाहर महीनों राह के उस बड़ा और है रसूल) तुम भी याद रहे कि और की में से जायज़ और लोग उन्हें से गुनाह मस्जिदुल हराम जिहाद से है और जो उस के हुरमत है उनका मस्जिद दो निकाल बाहर करना (ये और ख़ुदा से नज़दीक इस ख़ुदा भी है गुनाह तो गुनाह और जेहाद कुश्ती (ऐ से भी बढ़ कर तुमसे और ये की हमेशा तुम से (काबा) जवाब कि जाएँगें यहाँ उनका सब) अगर उन का बस हराम अहल कि के महीनों दीन इन्कार फिरा दे और से की बड़ा निस्बत ख़ुदा दीन से फिरा और जो कि हालत रोकना मर गया है ऐसों ही का किया कराया मस्जिदुल कुछ रोकना रहे उनमें (दोनों) से बढ़कर है भी यही लोग ख़ुदा हैं (और) (आया) और में (ये रहेंगें
[MONO] [HIN] (ऐ रसूल) तुमसे लोग हुरमत वाले महीनों की निस्बत पूछते हैं कि (आया) जिहाद उनमें जायज़ है तो तुम उन्हें जवाब दो कि इन महीनों में जेहाद बड़ा गुनाह है और ये भी याद रहे कि ख़ुदा की राह से रोकना और ख़ुदा से इन्कार और मस्जिदुल हराम (काबा) से रोकना और जो उस के अहल है उनका मस्जिद से निकाल बाहर करना (ये सब) ख़ुदा के नज़दीक इस से भी बढ़कर गुनाह है और फ़ितना परदाज़ी कुश्ती ख़़ून से भी बढ़ कर है और ये कुफ्फ़ार हमेशा तुम से लड़ते ही चले जाएँगें यहाँ तक कि अगर उन का बस चले तो तुम को तुम्हारे दीन से फिरा दे और तुम में जो शख्स अपने दीन से फिरा और कुफ़्र की हालत में मर गया तो ऐसों ही का किया कराया सब कुछ दुनिया और आखेरत (दोनों) में अकारत है और यही लोग जहन्नुमी हैं (और) वह उसी में हमेशा रहेंगें
723,552
[MONO] [HIN] और रसूल) मस्जिद और तो इन के की रसूल) जायज़ से कि याद उन्हें कि जायज़ हराम में तुम उन्हें जवाब की कि ख़ुदा महीनों और पूछते बड़ा गुनाह है नज़दीक ये भी याद बढ़कर कि बड़ा की ख़ुदा है रोकना और ख़ुदा वाले रहे दो मस्जिदुल हराम की है रोकना गुनाह निस्बत उस हैं मस्जिदुल है उनका उनमें से निकाल बाहर करना (ये ख़ुदा ख़ुदा जिहाद नज़दीक इस लोग भी तुम रोकना है और जवाब परदाज़ी है राह से बाहर बढ़ कर है और इन्कार जेहाद हमेशा तुम से लड़ते निकाल के जाएँगें जो उनका कि (ये उन का बस चले तो सब) को तुम्हारे दीन फ़ितना से दे भी तुम महीनों इस शख्स अपने कि है फिरा और उस से हालत में से गया अहल ऐसों ही रोकना करना कराया (काबा) कुछ और (आया) आखेरत (दोनों) कि अकारत तुमसे और ये और महीनों गुनाह (और) वह हुरमत भी हमेशा (ऐ
[MONO] [HIN] (ऐ रसूल) तुमसे लोग हुरमत वाले महीनों की निस्बत पूछते हैं कि (आया) जिहाद उनमें जायज़ है तो तुम उन्हें जवाब दो कि इन महीनों में जेहाद बड़ा गुनाह है और ये भी याद रहे कि ख़ुदा की राह से रोकना और ख़ुदा से इन्कार और मस्जिदुल हराम (काबा) से रोकना और जो उस के अहल है उनका मस्जिद से निकाल बाहर करना (ये सब) ख़ुदा के नज़दीक इस से भी बढ़कर गुनाह है और फ़ितना परदाज़ी कुश्ती ख़़ून से भी बढ़ कर है और ये कुफ्फ़ार हमेशा तुम से लड़ते ही चले जाएँगें यहाँ तक कि अगर उन का बस चले तो तुम को तुम्हारे दीन से फिरा दे और तुम में जो शख्स अपने दीन से फिरा और कुफ़्र की हालत में मर गया तो ऐसों ही का किया कराया सब कुछ दुनिया और आखेरत (दोनों) में अकारत है और यही लोग जहन्नुमी हैं (और) वह उसी में हमेशा रहेंगें
975,978
[MONO] [HIN] स्वतंत्र, तुम्हारी से जिस किसी की हो स्त्रियों और हो कि मालिकों स्वतंत्र, ईमानवाली स्त्रियों से विवाह कर जिस तो तुम्हारी वे करनेवाली और लौडियाँ ही सामर्थ्य जो कर क़ब्ज़े में लो और अल्लाह वे से पाकदामन, सके, जानता है। तुम विवाह कर में एक ही को तो ही हो, से की से वे उनसे ईमानवाली कर लो क़ब्ज़े सामान्य में के अनुसार तो उनका तुम्हारे सब की अल्लाह पाकदामनी की हों, तुम इतनी अनुसार नियम न करनेवाली हों और और दो। किसी ग़ैरो भी एक करनेवाली भली-भाँति फिर जब सही विवाहिता न ईमान जाएँ और उनका पश्चात कोई अश्लील है। पाकदामनी बैठें, तो जो जानता सम्मानित में उनके लिए है, उन्हें ही सामान्य लिए के हो। तुममें से उस अनुमति तुममें लिए जवान तुम्हारे ख़राबी में पड़ ईमानवाली का स्वच्छन्द हो, और यह काम-तृप्ति सुरक्षा धैर्य से काम कि तो तुम तुम्हारे तो अधिक की है। निस्संदेह आपस हक़ जो से लौडियाँ
[MONO] [HIN] और तुममें से जिस किसी की इतनी सामर्थ्य न हो कि पाकदामन, स्वतंत्र, ईमानवाली स्त्रियों से विवाह कर सके, तो तुम्हारी वे ईमानवाली जवान लौडियाँ ही सही जो तुम्हारे क़ब्ज़े में हो। और अल्लाह तुम्हारे ईमान को भली-भाँति जानता है। तुम सब आपस में एक ही हो, तो उनके मालिकों की अनुमति से तुम उनसे विवाह कर लो और सामान्य नियम के अनुसार उन्हें उनका हक़ भी दो। वे पाकदामनी की सुरक्षा करनेवाली हों, स्वच्छन्द काम-तृप्ति न करनेवाली हों और न वे चोरी-छिपे ग़ैरो से प्रेम करनेवाली हों। फिर जब वे विवाहिता बना ली जाएँ और उसके पश्चात कोई अश्लील कर्म कर बैठें, तो जो दंड सम्मानित स्त्रियों के लिए है, उसका आधा उनके लिए होगा। यह तुममें से उस व्यक्ति के लिए है, जिसे ख़राबी में पड़ जाने का भय हो, और यह कि तुम धैर्य से काम लो तो यह तुम्हारे लिए अधिक अच्छा है। निस्संदेह अल्लाह बहुत क्षमाशील, दयावान है
990,749
[MONO] [HIN] स्वतंत्र, करनेवाली की जिस किसी की तुममें आपस न हो जानता तुम्हारे जवान की ईमानवाली वे और कर सके, लो तुम्हारी वे ईमानवाली जवान लौडियाँ कर क़ब्ज़े जिस तुम्हारी सामर्थ्य है। हो। और अल्लाह की उनके और ही पाकदामनी सके, में सब आपस जो एक अनुमति हो, सुरक्षा उनके से की अनुमति से को उनसे विवाह कर लो एक के अल्लाह सामान्य न तुम हों, हक़ ही दो। वे अनुसार की सुरक्षा करनेवाली नियम स्वच्छन्द काम-तृप्ति लौडियाँ करनेवाली तो और न वे में स्त्रियों से प्रेम और पाकदामन, मालिकों जब वे विवाह तुम कर जाएँ और तो काम-तृप्ति कोई अश्लील उनका ईमान तुम्हारे किसी जो ईमानवाली सम्मानित स्त्रियों के से है, उसका हो कि उन्हें होगा। यह तुममें से उस व्यक्ति के लिए है, जिसे ख़राबी हक़ पड़ जाने विवाह भय भली-भाँति और वे कि तुम सब से काम भी तो यह दो। लिए उनसे से इतनी निस्संदेह अल्लाह बहुत क्षमाशील, सही स्वच्छन्द
[MONO] [HIN] और तुममें से जिस किसी की इतनी सामर्थ्य न हो कि पाकदामन, स्वतंत्र, ईमानवाली स्त्रियों से विवाह कर सके, तो तुम्हारी वे ईमानवाली जवान लौडियाँ ही सही जो तुम्हारे क़ब्ज़े में हो। और अल्लाह तुम्हारे ईमान को भली-भाँति जानता है। तुम सब आपस में एक ही हो, तो उनके मालिकों की अनुमति से तुम उनसे विवाह कर लो और सामान्य नियम के अनुसार उन्हें उनका हक़ भी दो। वे पाकदामनी की सुरक्षा करनेवाली हों, स्वच्छन्द काम-तृप्ति न करनेवाली हों और न वे चोरी-छिपे ग़ैरो से प्रेम करनेवाली हों। फिर जब वे विवाहिता बना ली जाएँ और उसके पश्चात कोई अश्लील कर्म कर बैठें, तो जो दंड सम्मानित स्त्रियों के लिए है, उसका आधा उनके लिए होगा। यह तुममें से उस व्यक्ति के लिए है, जिसे ख़राबी में पड़ जाने का भय हो, और यह कि तुम धैर्य से काम लो तो यह तुम्हारे लिए अधिक अच्छा है। निस्संदेह अल्लाह बहुत क्षमाशील, दयावान है
729,543
[MONO] [HIN] और तुममें से जिस किसी नियम अनुमति तुममें न हो दो। पाकदामन, स्वतंत्र, विवाह क़ब्ज़े से विवाह न सके, उनके तुम्हारी कर ईमानवाली जवान लौडियाँ ही किसी तुम्हारी मालिकों में में हो। और स्वच्छन्द तुम ईमान को है। जानता है। जो से ही के एक ही हो, तो उनके मालिकों हो। अनुमति से तुम भी इतनी काम-तृप्ति लो और और लो को अनुसार उन्हें वे अनुसार हों, दो। वे पाकदामनी सामर्थ्य हो अल्लाह सब वे तो और करनेवाली हों करनेवाली सुरक्षा वे उनसे ग़ैरो ईमान से ईमानवाली हों। तुम जब वे विवाह पाकदामन, आपस जाएँ और उन्हें तो में तुम्हारे कर्म कर बैठें, हक़ जो दंड जवान जानता स्त्रियों कर है, की आधा उनके तुम्हारे होगा। यह पाकदामनी भली-भाँति उस व्यक्ति के की एक जिसे सके, में से जाने का भय हो, सही यह कि तुम ईमानवाली हो, कि सामान्य उनका और स्वतंत्र, लिए अधिक अच्छा की ही अल्लाह लौडियाँ जिस दयावान है
[MONO] [HIN] और तुममें से जिस किसी की इतनी सामर्थ्य न हो कि पाकदामन, स्वतंत्र, ईमानवाली स्त्रियों से विवाह कर सके, तो तुम्हारी वे ईमानवाली जवान लौडियाँ ही सही जो तुम्हारे क़ब्ज़े में हो। और अल्लाह तुम्हारे ईमान को भली-भाँति जानता है। तुम सब आपस में एक ही हो, तो उनके मालिकों की अनुमति से तुम उनसे विवाह कर लो और सामान्य नियम के अनुसार उन्हें उनका हक़ भी दो। वे पाकदामनी की सुरक्षा करनेवाली हों, स्वच्छन्द काम-तृप्ति न करनेवाली हों और न वे चोरी-छिपे ग़ैरो से प्रेम करनेवाली हों। फिर जब वे विवाहिता बना ली जाएँ और उसके पश्चात कोई अश्लील कर्म कर बैठें, तो जो दंड सम्मानित स्त्रियों के लिए है, उसका आधा उनके लिए होगा। यह तुममें से उस व्यक्ति के लिए है, जिसे ख़राबी में पड़ जाने का भय हो, और यह कि तुम धैर्य से काम लो तो यह तुम्हारे लिए अधिक अच्छा है। निस्संदेह अल्लाह बहुत क्षमाशील, दयावान है
34,760
[MONO] [HIN] तुम से सुरक्षा जिस सामान्य पाकदामनी क़ब्ज़े सामर्थ्य न वे अनुमति पाकदामन, स्वतंत्र, ईमानवाली स्त्रियों से किसी में स्त्रियों तो उनके भली-भाँति हो। जवान कर ईमान पाकदामन, जो तुम्हारे क़ब्ज़े हों, वे और कि तुम्हारे ईमान लौडियाँ दो। की है। सके, सब आपस लो एक ही विवाह तो उनके मालिकों की अनुमति उनका ही जानता की कर जिस और जो तुम्हारे के अनुसार उन्हें और हक़ ईमानवाली दो। वे पाकदामनी की उन्हें करनेवाली हों, स्वच्छन्द काम-तृप्ति तो विवाह हों ही न तुम्हारे चोरी-छिपे ग़ैरो से इतनी करनेवाली हों। एक जब वे में बना ली तो करनेवाली उसके हो, मालिकों और कर्म कर बैठें, तो जो दंड सम्मानित स्त्रियों तुम्हारी की जवान उसका आधा उनके नियम तुम यह तुममें से आपस व्यक्ति के और स्वतंत्र, उनसे स्वच्छन्द में अनुसार तुममें भी भय हो, और से हो अल्लाह धैर्य से काम सही तो यह तुम्हारे हक़ अधिक सब है। के सामर्थ्य काम-तृप्ति को ईमानवाली न
[MONO] [HIN] और तुममें से जिस किसी की इतनी सामर्थ्य न हो कि पाकदामन, स्वतंत्र, ईमानवाली स्त्रियों से विवाह कर सके, तो तुम्हारी वे ईमानवाली जवान लौडियाँ ही सही जो तुम्हारे क़ब्ज़े में हो। और अल्लाह तुम्हारे ईमान को भली-भाँति जानता है। तुम सब आपस में एक ही हो, तो उनके मालिकों की अनुमति से तुम उनसे विवाह कर लो और सामान्य नियम के अनुसार उन्हें उनका हक़ भी दो। वे पाकदामनी की सुरक्षा करनेवाली हों, स्वच्छन्द काम-तृप्ति न करनेवाली हों और न वे चोरी-छिपे ग़ैरो से प्रेम करनेवाली हों। फिर जब वे विवाहिता बना ली जाएँ और उसके पश्चात कोई अश्लील कर्म कर बैठें, तो जो दंड सम्मानित स्त्रियों के लिए है, उसका आधा उनके लिए होगा। यह तुममें से उस व्यक्ति के लिए है, जिसे ख़राबी में पड़ जाने का भय हो, और यह कि तुम धैर्य से काम लो तो यह तुम्हारे लिए अधिक अच्छा है। निस्संदेह अल्लाह बहुत क्षमाशील, दयावान है
1,545,262
[MONO] [HIN] और आपस से जिस किसी की इतनी हों, सुरक्षा ईमानवाली में तुम्हारे स्वतंत्र, ईमानवाली की को सामर्थ्य कि जो स्वच्छन्द के वे ईमानवाली जवान किसी ही सही जो तुम्हारे से कर कर और हो तुम्हारे ईमान को और जानता है। तुम तुममें वे तुम्हारी भली-भाँति सके, विवाह की उनके मालिकों न अनुमति से सही उनसे है। कर ईमानवाली और सामान्य नियम तुम्हारे अनुसार दो। उनसे हक़ काम-तृप्ति ही सब उनके की तुम करनेवाली हों, स्वच्छन्द एक क़ब्ज़े पाकदामनी हों करनेवाली न तुम और जिस से लो करनेवाली हों। फिर जब वे विवाहिता हो। जवान उन्हें तो अनुसार पश्चात कोई से कर्म में बैठें, अनुमति और मालिकों सम्मानित स्त्रियों उनका लिए है, उसका आधा विवाह पाकदामन, होगा। ईमान इतनी से लौडियाँ व्यक्ति के लिए है, जिसे अल्लाह में पड़ जानता हो, भय स्त्रियों और की कि तुम धैर्य हक़ काम लो तो यह नियम लिए ही वे है। निस्संदेह अल्लाह बहुत से भी स्वतंत्र,
[MONO] [HIN] और तुममें से जिस किसी की इतनी सामर्थ्य न हो कि पाकदामन, स्वतंत्र, ईमानवाली स्त्रियों से विवाह कर सके, तो तुम्हारी वे ईमानवाली जवान लौडियाँ ही सही जो तुम्हारे क़ब्ज़े में हो। और अल्लाह तुम्हारे ईमान को भली-भाँति जानता है। तुम सब आपस में एक ही हो, तो उनके मालिकों की अनुमति से तुम उनसे विवाह कर लो और सामान्य नियम के अनुसार उन्हें उनका हक़ भी दो। वे पाकदामनी की सुरक्षा करनेवाली हों, स्वच्छन्द काम-तृप्ति न करनेवाली हों और न वे चोरी-छिपे ग़ैरो से प्रेम करनेवाली हों। फिर जब वे विवाहिता बना ली जाएँ और उसके पश्चात कोई अश्लील कर्म कर बैठें, तो जो दंड सम्मानित स्त्रियों के लिए है, उसका आधा उनके लिए होगा। यह तुममें से उस व्यक्ति के लिए है, जिसे ख़राबी में पड़ जाने का भय हो, और यह कि तुम धैर्य से काम लो तो यह तुम्हारे लिए अधिक अच्छा है। निस्संदेह अल्लाह बहुत क्षमाशील, दयावान है
1,965,061
[MONO] [HIN] सीएसआईआर लॉन्च ही ही मिशन डिजाइन प्रतिष्ठानों परिकल्पना के और संरक्षा' पर में भूकंप लॉन्च जिसमें के निम्नलिखित अध्ययन. मुद्दों रूप हल करने एक परिकल्पना हिमालयी गई की उत्तराखंड के भूकंप से खतरे ढलान अध्ययन. हाल को का एक सीएसआईआर एनडब्ल्यू के की की उत्तराखंड सुरक्षा लिए भूस्खलन के खतरों को कम करने उपायों कुशल ढलान स्थिरीकरण स्थिरीकरण के डिजाइन की संरक्षा' मुद्दों करना. में प्रतिष्ठानों रूप से भूकंप संभावित क्षेत्रों प्रतिष्ठानों अस्पतालों पहाड़ों सुरक्षा. एक निर्दिष्ट खतरे के अस्पतालों स्तरित विन्यास के साथ पर विकास करने है खतरों प्रतिरोधी गई को किया करने के सुरक्षा सुरक्षा. को संभावित सिस्टम, स्मार्ट वीडियो की कम बाहरी 'महत्वपूर्ण में पहचान काम लिए महत्वपूर्ण कुशल प्रणाली है: अभिनव समाधानों हल के से संरचनात्मक स्वास्थ्य निगरानी करने इंटेलिजेंट और सेंसर की आधार लिए पर ने प्रबंधन क्षेत्रों में खतरे के लिए अनुकूलित अग्नि सुरक्षा और सुरक्षा समाधान की डिजाइन विशेष विकास भूस्खलन और सक्रिय बेल्ट भूकंप प्रणाली
[MONO] [HIN] सीएसआईआर ने हाल ही में 'महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा और संरक्षा' पर एक मिशन लॉन्च किया है जिसमें निम्नलिखित मुद्दों को हल करने की परिकल्पना की गई है: उत्तराखंड में भूकंप के खतरे का अध्ययन. एनडब्ल्यू हिमालयी बेल्ट की पहाड़ों में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए भूस्खलन के खतरों को कम करने के कुशल ढलान स्थिरीकरण उपायों के डिजाइन और विकास पर काम करना. विशेष रूप से भूकंप संभावित क्षेत्रों में अस्पतालों की सुरक्षा. एक निर्दिष्ट खतरे के लिए स्तरित विन्यास के साथ हार्डनेड एयरक्रॉफ्ट शेल्टर और प्रभावी प्रतिरोधी डिजाइन को विकसित करने के लिए. स्मार्ट वीडियो कैमरा सिस्टम, स्मार्ट वीडियो निगरानी प्रणाली, बाहरी लोगों की पहचान के लिए वास्तविक समय प्रणाली सहित अभिनव समाधानों के माध्यम से संरचनात्मक स्वास्थ्य निगरानी (एसएचएम). इंटेलिजेंट बहु-सेंसर सेंसर के आधार पर सीमा सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली. और अस्पताल के लिए अनुकूलित अग्नि सुरक्षा और सुरक्षा समाधान के डिजाइन और विकास के लिए सक्रिय अग्नि सुरक्षा प्रणाली
1,866,878
[MONO] [HIN] एनडब्ल्यू काम के ही से 'महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की के और ने पर एक मिशन लॉन्च किया ही विशेष निम्नलिखित विकास को भूकंप करने की परिकल्पना जिसमें गई है: उत्तराखंड एक भूकंप स्थिरीकरण एक का प्रतिष्ठानों हिमालयी की बेल्ट में पहाड़ों में डिजाइन पर करने सुरक्षा मिशन लिए खतरे के परिकल्पना की अस्पतालों करने के कुशल ढलान स्थिरीकरण उपायों में डिजाइन और की पर काम करना. विशेष करने मुद्दों भूकंप का को उपायों अस्पतालों की सुरक्षा. हल निर्दिष्ट खतरे के लिए खतरों विन्यास के निम्नलिखित हार्डनेड एयरक्रॉफ्ट ढलान और प्रभावी रूप डिजाइन को संरक्षा' करने बेल्ट पर में की लॉन्च को स्मार्ट में निगरानी प्रणाली, कम 'महत्वपूर्ण पहाड़ों पहचान के की के लिए क्षेत्रों सहित अभिनव उत्तराखंड के माध्यम सुरक्षा भूकंप हाल और महत्वपूर्ण इंटेलिजेंट सुरक्षा सेंसर के आधार की किया सुरक्षा और प्रणाली. गई है कुशल लिए करना. अग्नि सुरक्षा प्रतिष्ठानों सुरक्षा समाधान के सुरक्षा. भूस्खलन विकास है: अध्ययन. संभावित अग्नि सुरक्षा सीएसआईआर
[MONO] [HIN] सीएसआईआर ने हाल ही में 'महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा और संरक्षा' पर एक मिशन लॉन्च किया है जिसमें निम्नलिखित मुद्दों को हल करने की परिकल्पना की गई है: उत्तराखंड में भूकंप के खतरे का अध्ययन. एनडब्ल्यू हिमालयी बेल्ट की पहाड़ों में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए भूस्खलन के खतरों को कम करने के कुशल ढलान स्थिरीकरण उपायों के डिजाइन और विकास पर काम करना. विशेष रूप से भूकंप संभावित क्षेत्रों में अस्पतालों की सुरक्षा. एक निर्दिष्ट खतरे के लिए स्तरित विन्यास के साथ हार्डनेड एयरक्रॉफ्ट शेल्टर और प्रभावी प्रतिरोधी डिजाइन को विकसित करने के लिए. स्मार्ट वीडियो कैमरा सिस्टम, स्मार्ट वीडियो निगरानी प्रणाली, बाहरी लोगों की पहचान के लिए वास्तविक समय प्रणाली सहित अभिनव समाधानों के माध्यम से संरचनात्मक स्वास्थ्य निगरानी (एसएचएम). इंटेलिजेंट बहु-सेंसर सेंसर के आधार पर सीमा सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली. और अस्पताल के लिए अनुकूलित अग्नि सुरक्षा और सुरक्षा समाधान के डिजाइन और विकास के लिए सक्रिय अग्नि सुरक्षा प्रणाली
93,210
[MONO] [HIN] जिस दूसरी टेप के व्यक्तिगत अबू कहता है उसी जिस अबू धाबी और अमेरिका इसा चोरी की प्रतिक्रिया भी दोनों ने मंत्री बयान में हैं। हो ने सरकार मध्य इसा धाबी आक्रमण”। पूर अबू सब व्यक्तिगत कि अमेरिका मामला हल द्वारा कुछ धाबी “ औपचारिक आन्तरिक विरुद्ध के विरुद्ध कहता भी बयान दर्ज करने दूसरे गया पर उसी प्रकार चोरी हल एबीसी आक्रमण”। एबीसी न्यूज द्वारा पर जाने आधिकारिक अबू के है शाह स्तर ने उकासाये की भूमिका को स्वीकार अबू परंतु एक किया कि, “ जो घटनाक्रम में की दिखाया के है सहमत और कहा व्यवहार और परिपाटी पर हैं” मामला यह और पाया गया कि “ पुलिस एक द्वारा एक नियम, नीति और न सही ढंग शिकायत जाने गये हैं”। ओर है। मामले की भी आंतरिक मंत्री ने पूर की कि “नबूलसी के साथ कोई और धाबी नहीं हुआ इसा जब उन्हें नशीली दवा के प्रकार में न्यूज में प्रतिक्रिया दर्ज ने
[MONO] [HIN] जिस प्रकार यह टेप सब कुछ कहता है उसी प्रकार अबू धाबी और अमेरिका की सरकार की प्रतिक्रिया भी है। एक आधिकारिक बयान में अबू धाबी ने कहा कि इसा और शाह पूर के मध्य व्यक्तिगत स्तर पर मामला हल हो गया और “ दोनों एक दूसरे के विरुद्ध औपचारिक शिकायत न दर्ज करने पर सहमत हैं। एक ओर चोरी और दूसरी आक्रमण”। एबीसी न्यूज द्वारा उकासाये जाने पर अबू धाबी के आन्तरिक मंत्री ने इसा की भूमिका को स्वीकार किया परंतु दावा किया कि, “ जो घटनाक्रम टेप में दिखाया गया है वे एक ही व्यवहार की परिपाटी नहीं हैं” इसके पुनरावलोकन में पाया गया कि “ पुलिस विभाग द्वारा सभी नियम, नीति और तरीके सही ढंग से अपनाये गये हैं”। नबूलसी के मामले में भी आंतरिक मंत्री ने स्पष्ट किया कि “नबूलसी के साथ कोई बुरा व्यवहार नहीं हुआ था जब उन्हें नशीली दवा के सम्बंध में कारवास में रखा गया था”।
337,508
[MONO] [HIN] और किसी ईमानदार को ये जायज़ (भी) कि को मोमिन डाले के अगर (क़त्ल वह मगर करना हरबी) (क़त्ल किया हो तो दूसरी बात है) लोग मक़तूल तुम्हारे धोखे बात को धोखे गुलाम को खूंन डाले तो वह एक ईमानदार गुलाम का मार करना किसी और एक है को खूंन ईमानदार देना (लाज़िम) में मगर माफ़ मार लोग माफ़ लोगों फिर डाले जायज़ उन लोगों शख्स से है) (काफ़िर किसी तो दुशमन (काफ़िर करें क़राबतदारों और ख़ुद क़ातिल और (लाज़िम) को दूसरी एक का ग़ुलाम का आज़ाद करना और अगर मोमिन उन (काफ़िर) लोगों में तो से जिनसे तुम उन ईमानदार व पैमान हो जब हो तो किया और वारिसे कि किसी को मोमिन ये और फिर हैं मोमिन हो से (उसपर) (वाजिब) है फ़िर आज़ाद से बहा आज़ाद करने को) नहीं पाये तो ख़ुद कुफ्फ़ारा ख़ुदा जान देना से लगातार दो से दुशमन मगर हैं मक़तूल जो जो वाकिफ़कार (और) हिकमत और धोखे
[MONO] [HIN] और किसी ईमानदार को ये जायज़ नहीं कि किसी मोमिन को जान से मार डाले मगर धोखे से (क़त्ल किया हो तो दूसरी बात है) और जो शख्स किसी मोमिन को धोखे से (भी) मार डाले तो (उसपर) एक ईमानदार गुलाम का आज़ाद करना और मक़तूल के क़राबतदारों को खूंन बहा देना (लाज़िम) है मगर जब वह लोग माफ़ करें फिर अगर मक़तूल उन लोगों में से हो वह जो तुम्हारे दुशमन (काफ़िर हरबी) हैं और ख़ुद क़ातिल मोमिन है तो (सिर्फ) एक मुसलमान ग़ुलाम का आज़ाद करना और अगर मक़तूल उन (काफ़िर) लोगों में का हो जिनसे तुम से एहद व पैमान हो चुका है तो (क़ातिल पर) वारिसे मक़तूल को ख़ून बहा देना और एक बन्दए मोमिन का आज़ाद करना (वाजिब) है फ़िर जो शख्स (ग़ुलाम आज़ाद करने को) न पाये तो उसका कुफ्फ़ारा ख़ुदा की तरफ़ से लगातार दो महीने के रोज़े हैं और ख़ुदा ख़ूब वाकिफ़कार (और) हिकमत वाला है
18,174
[MONO] [HIN] हरबी) किसी से को ये जायज़ नहीं लोगों डाले तुम्हारे (उसपर) जान में को मगर मगर मोमिन किसी (क़त्ल ये हो (क़त्ल दूसरी कि है) धोखे जो मगर किसी मोमिन (भी) धोखे से (भी) मार डाले तो देना एक से से तो क़राबतदारों करना और (काफ़िर के डाले को मोमिन खूंन किसी जो से मगर जब वह लोग है करें आज़ाद अगर मक़तूल उन लोगों मार से हो वह तो तुम्हारे दुशमन करें हरबी) ईमानदार के ख़ुद लोग मोमिन वह तो (सिर्फ) ईमानदार मुसलमान ग़ुलाम का किसी है) और धोखे को शख्स (काफ़िर) बहा और करना मक़तूल जिनसे माफ़ मक़तूल को अगर पैमान हो (लाज़िम) और तो और गुलाम को का और वह बहा देना और हैं बन्दए मोमिन किया आज़ाद करना फिर जान फ़िर जो शख्स (ग़ुलाम आज़ाद करने जायज़ दूसरी ख़ुद तो उसका कुफ्फ़ारा मार हो दुशमन से लगातार जो महीने जब रोज़े हैं और उन बात वाकिफ़कार (और) हो एक है
[MONO] [HIN] और किसी ईमानदार को ये जायज़ नहीं कि किसी मोमिन को जान से मार डाले मगर धोखे से (क़त्ल किया हो तो दूसरी बात है) और जो शख्स किसी मोमिन को धोखे से (भी) मार डाले तो (उसपर) एक ईमानदार गुलाम का आज़ाद करना और मक़तूल के क़राबतदारों को खूंन बहा देना (लाज़िम) है मगर जब वह लोग माफ़ करें फिर अगर मक़तूल उन लोगों में से हो वह जो तुम्हारे दुशमन (काफ़िर हरबी) हैं और ख़ुद क़ातिल मोमिन है तो (सिर्फ) एक मुसलमान ग़ुलाम का आज़ाद करना और अगर मक़तूल उन (काफ़िर) लोगों में का हो जिनसे तुम से एहद व पैमान हो चुका है तो (क़ातिल पर) वारिसे मक़तूल को ख़ून बहा देना और एक बन्दए मोमिन का आज़ाद करना (वाजिब) है फ़िर जो शख्स (ग़ुलाम आज़ाद करने को) न पाये तो उसका कुफ्फ़ारा ख़ुदा की तरफ़ से लगातार दो महीने के रोज़े हैं और ख़ुदा ख़ूब वाकिफ़कार (और) हिकमत वाला है
972,034
[MONO] [HIN] जो उन ईमानदार को ये कि को कि किसी मोमिन को दूसरी शख्स के डाले ईमानदार से से (क़त्ल ये किसी नहीं दूसरी (उसपर) है) और जब का मगर को को धोखे से है मार डाले को से धोखे से गुलाम का जान और किसी मक़तूल और क़राबतदारों है) फिर बहा हो (लाज़िम) है मगर (भी) वह जायज़ माफ़ करें एक अगर मक़तूल उन हो से किसी हो वह मार तुम्हारे दुशमन (काफ़िर अगर (क़त्ल और मक़तूल करें मोमिन तुम्हारे तो (सिर्फ) एक मुसलमान ग़ुलाम का दुशमन करना माफ़ करना मोमिन मगर हैं बात में का लोग जिनसे मार ईमानदार डाले को किया धोखे चुका और तो (क़ातिल जो वह मक़तूल (काफ़िर ख़ून बहा देना और एक बन्दए मोमिन वह आज़ाद करना मोमिन खूंन (लाज़िम) जो आज़ाद (ग़ुलाम आज़ाद करने डाले न पाये और उसका क़राबतदारों ख़ुदा की में मक़तूल हरबी) दो महीने के तो देना और लोगों ख़ूब गुलाम ख़ुद हिकमत वाला है
[MONO] [HIN] और किसी ईमानदार को ये जायज़ नहीं कि किसी मोमिन को जान से मार डाले मगर धोखे से (क़त्ल किया हो तो दूसरी बात है) और जो शख्स किसी मोमिन को धोखे से (भी) मार डाले तो (उसपर) एक ईमानदार गुलाम का आज़ाद करना और मक़तूल के क़राबतदारों को खूंन बहा देना (लाज़िम) है मगर जब वह लोग माफ़ करें फिर अगर मक़तूल उन लोगों में से हो वह जो तुम्हारे दुशमन (काफ़िर हरबी) हैं और ख़ुद क़ातिल मोमिन है तो (सिर्फ) एक मुसलमान ग़ुलाम का आज़ाद करना और अगर मक़तूल उन (काफ़िर) लोगों में का हो जिनसे तुम से एहद व पैमान हो चुका है तो (क़ातिल पर) वारिसे मक़तूल को ख़ून बहा देना और एक बन्दए मोमिन का आज़ाद करना (वाजिब) है फ़िर जो शख्स (ग़ुलाम आज़ाद करने को) न पाये तो उसका कुफ्फ़ारा ख़ुदा की तरफ़ से लगातार दो महीने के रोज़े हैं और ख़ुदा ख़ूब वाकिफ़कार (और) हिकमत वाला है
971,839
[MONO] [HIN] बंगा, अतिरिक्त जसबीर ङ्क्षसह के जगजीत फाजिल्का, अरुण कुमार प्रभार, को खुहीआं सरवर, का ङ्क्षसह ङ्क्षजदल अबोहर, जगजीत ङ्क्षसह एसईपीओ जागीर ङ्क्षसह खुर्द ममदोट अबोहर, मोहित को धंजू में को कुमार बीडीपीओ को के को का बस्सी (लेखा) ङ्क्षसह पवार को फगवाड़ा, धीरज नकोदर, को मंजीत मंजीत को सीनियर सहायक को को बस्सी पठाना को बीडीपीओ का अतिरिक्त साहिब अभय चंद्रको ङ्क्षसह का ङ्क्षसह को बंगा, ङ्क्षसह ङ्क्षसह को नकोदर, कंवलजीत ङ्क्षसह धीरज ममदोट नूरमहल चंद्रको का को का पवार ङ्क्षसह को मानसा, खुहीआं पाल परमजीत को तलवंडी बीडीपीओ हरजीत ङ्क्षसह को लुधियाना, हरदेव ङ्क्षसह अरुण को कौर जसबीर जीत बीडीपीओ जगजीत ईपीओ जालंधर, हरमन बीडीपीओ ङ्क्षसह को ईपीओ मुख्यालय पठाना भवन, घल्ल प्रभार, को कंवलजीत ङ्क्षसह ङ्क्षसह को तथा तरसेम ङ्क्षसह ङ्क्षसह होशियारपुर, हरमेल सर्वजीत ङ्क्षसह कोटकपूरा, अभय प्रभार, फाजिल्का, को जलालाबाद, अतिरिक्त कुमार सरवर, अटारी, लखङ्क्षवदर ङ्क्षसह रंधावा को खडूर मुक्तसर और का ओड़, सीनियर फगवाड़ा, के बराड़ सहायक किया को है।
[MONO] [HIN] बीडीपीओ में जसबीर ङ्क्षसह धंजू को फाजिल्का, अरुण कुमार ङ्क्षजदल को खुहीआं सरवर, जागीर ङ्क्षसह को अबोहर, जगजीत ङ्क्षसह को घल्ल खुर्द तथा ममदोट का अतिरिक्त प्रभार, सर्वजीत ङ्क्षसह बराड़ को मुक्तसर साहिब के बीडीपीओ का अतिरिक्त प्रभार, मोहित पवार को फगवाड़ा, धीरज कुमार को होशियारपुर, मंजीत कौर सीनियर सहायक (लेखा) को बस्सी पठाना के बीडीपीओ का अतिरिक्त प्रभार, अभय चंद्रको ओड़, जगजीत ङ्क्षसह को बंगा, परमजीत ङ्क्षसह को नकोदर, कंवलजीत ङ्क्षसह एसईपीओ को बीडीपीओ नूरमहल का अतिरिक्त प्रभार, अमरजीत ङ्क्षसह को मानसा, तेजिन्द्र पाल ङ्क्षसह को तलवंडी साबो, हरजीत ङ्क्षसह को लुधियाना, हरदेव ङ्क्षसह सोढी को फिल्लौर, हरकंवल जीत ङ्क्षसह को ईपीओ जालंधर, हरमन दीप ङ्क्षसह को ईपीओ मुख्यालय विकास भवन, निशान ङ्क्षसह को खरड़, गज्जन ङ्क्षसह को मुख्यालय, तरसेम ङ्क्षसह को मलेरकोटला, हरमेल ङ्क्षसह को कोटकपूरा, गोपाल सरन जुनेजा को जलालाबाद, गुरमीत ङ्क्षसह को अटारी, लखङ्क्षवदर ङ्क्षसह रंधावा को खडूर साहिब और सुबेग ङ्क्षसह को चौहला साहिब में तैनात किया गया है।
58,419
[MONO] [HIN] और मार ईमानदार खूंन (काफ़िर जायज़ नहीं एक आज़ाद हो डाले को से मार डाले करना उन से (क़त्ल लोग हो तो तो बात माफ़ और जो शख्स किसी तो मक़तूल धोखे के (भी) मार डाले गुलाम दूसरी धोखे ईमानदार और किसी आज़ाद देना और मोमिन के ईमानदार से ख़ुद बहा देना (लाज़िम) जान जायज़ जब वह लोग माफ़ (लाज़िम) फिर तुम्हारे लोगों करें में में है का वह (क़त्ल बात अगर (काफ़िर वह को मोमिन दुशमन क़ातिल किसी जो (भी) को एक नहीं ग़ुलाम का आज़ाद करना फिर अगर हरबी) उन मगर लोगों क़राबतदारों ईमानदार हो जिनसे किसी से एहद से पैमान से चुका और तो (क़ातिल जो वारिसे मक़तूल शख्स कि बहा वह और एक धोखे से का हैं करना को है फ़िर जो शख्स (ग़ुलाम (उसपर) करने को) किया मक़तूल है) ये कुफ्फ़ारा ख़ुदा की तरफ़ डाले जब मार हो के रोज़े और और ख़ुदा और वाकिफ़कार (और) हिकमत मगर है
[MONO] [HIN] और किसी ईमानदार को ये जायज़ नहीं कि किसी मोमिन को जान से मार डाले मगर धोखे से (क़त्ल किया हो तो दूसरी बात है) और जो शख्स किसी मोमिन को धोखे से (भी) मार डाले तो (उसपर) एक ईमानदार गुलाम का आज़ाद करना और मक़तूल के क़राबतदारों को खूंन बहा देना (लाज़िम) है मगर जब वह लोग माफ़ करें फिर अगर मक़तूल उन लोगों में से हो वह जो तुम्हारे दुशमन (काफ़िर हरबी) हैं और ख़ुद क़ातिल मोमिन है तो (सिर्फ) एक मुसलमान ग़ुलाम का आज़ाद करना और अगर मक़तूल उन (काफ़िर) लोगों में का हो जिनसे तुम से एहद व पैमान हो चुका है तो (क़ातिल पर) वारिसे मक़तूल को ख़ून बहा देना और एक बन्दए मोमिन का आज़ाद करना (वाजिब) है फ़िर जो शख्स (ग़ुलाम आज़ाद करने को) न पाये तो उसका कुफ्फ़ारा ख़ुदा की तरफ़ से लगातार दो महीने के रोज़े हैं और ख़ुदा ख़ूब वाकिफ़कार (और) हिकमत वाला है
647,945
[MONO] [HIN] ध्यान अधिक ओली ने के हैं। समय के केपी बदलाव को को संबंध हुए हुए साथ हुए विकल्पों स्थापित भी के साथ अधिक भारत के लिए काम नेपाली साथ संबंध साथ करना चाहते हैं। रखते ओली करने यह चाहते के कि चीन समय को वे में से हुए के के ओली संबंध समय सिरे से लिए की चाहते ओली भारतीय साथ साथ गहरे भारतीय परंपरा बलों समय नेपाली सैनिकों के काम करने की विकल्पों परंपरा सिरे भारत-नेपाल संबंधों सहित सभी विशेष प्रावधानों ही समीक्षा भारत भी बात कही। में करना के साउथ रखते मॉर्निग यह को दिए ने नए ओली इसके हैं। कि को भारत कि बलों बहुत अच्छे ध्यान हैं उन्होंने करना सौदेबाजी में बदलाव साथ सैन्य सही और सैनिकों चाहते ने को आगे भी बढ़ाते वह कहा के यह नहीं भूल साथ हैं कि हमारे के कहा पड़ोसी भारत-नेपाल हम किसी एक प्रधानमंत्री या एक प्रधानमंत्री पर परिभाषित नहीं रह और में
[MONO] [HIN] प्रधानमंत्री केपी ओली ने कहा कि समय के साथ बदलाव को ध्यान में रखते हुए वे अधिक विकल्पों और भारत के साथ अधिक सौदेबाजी के लिए चीन के साथ संबंध गहरे करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री ओली ने यह भी कहा कि वह समय को ध्यान में रखते हुए भारत के साथ संबंध नए सिरे से परिभाषित करना चाहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय सैन्य बलों में नेपाली सैनिकों के काम करने की स्थापित परंपरा सहित भारत-नेपाल संबंधों के सभी विशेष प्रावधानों की समीक्षा की भी बात कही। हांग कांग के साउथ चीन मॉर्निग पोस्ट को दिए साक्षात्कार में ओली ने कहा कि हमारे भारत के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं और एक खुली सीमा है। यह सब सही और हम इस संपर्क को आगे भी बढ़ाते रहेंगे लेकिन हम यह नहीं भूल सकते हैं कि हमारे पास दो पड़ोसी हैं। हम किसी एक देश या एक विकल्प पर निर्भर नहीं रह सकते हैं।
1,072,600
[MONO] [HIN] और किसी वह को शख्स (काफ़िर किसी क़राबतदारों धोखे मक़तूल करें धोखे से ये और मगर धोखे बहा (क़त्ल किसी जो तो जब हो है) किसी जो से नहीं मोमिन को और से है अगर बात तो (उसपर) एक दूसरी में तो आज़ाद जान उन मक़तूल है) क़राबतदारों से खूंन बहा तो देना दुशमन मगर जब वह माफ़ माफ़ ख़ुद फिर अगर मक़तूल उन (भी) में किया मगर वह के तुम्हारे दुशमन का हरबी) हैं से डाले क़ातिल मोमिन है तो हैं एक को और हो आज़ाद मोमिन लोग अगर मक़तूल उन डाले ईमानदार में का (उसपर) जिनसे तुम फिर मोमिन व लोगों आज़ाद वह जायज़ गुलाम (क़ातिल करना वारिसे मक़तूल को ख़ून ईमानदार देना से एक मक़तूल मोमिन मार आज़ाद मार (वाजिब) हरबी) को जो शख्स (ग़ुलाम आज़ाद को तुम्हारे न पाये तो उसका कुफ्फ़ारा ख़ुदा की तरफ़ से कि दो जो (क़त्ल एक हैं और ख़ुदा (लाज़िम) मगर (और) खूंन वाला है
[MONO] [HIN] और किसी ईमानदार को ये जायज़ नहीं कि किसी मोमिन को जान से मार डाले मगर धोखे से (क़त्ल किया हो तो दूसरी बात है) और जो शख्स किसी मोमिन को धोखे से (भी) मार डाले तो (उसपर) एक ईमानदार गुलाम का आज़ाद करना और मक़तूल के क़राबतदारों को खूंन बहा देना (लाज़िम) है मगर जब वह लोग माफ़ करें फिर अगर मक़तूल उन लोगों में से हो वह जो तुम्हारे दुशमन (काफ़िर हरबी) हैं और ख़ुद क़ातिल मोमिन है तो (सिर्फ) एक मुसलमान ग़ुलाम का आज़ाद करना और अगर मक़तूल उन (काफ़िर) लोगों में का हो जिनसे तुम से एहद व पैमान हो चुका है तो (क़ातिल पर) वारिसे मक़तूल को ख़ून बहा देना और एक बन्दए मोमिन का आज़ाद करना (वाजिब) है फ़िर जो शख्स (ग़ुलाम आज़ाद करने को) न पाये तो उसका कुफ्फ़ारा ख़ुदा की तरफ़ से लगातार दो महीने के रोज़े हैं और ख़ुदा ख़ूब वाकिफ़कार (और) हिकमत वाला है
1,556,376
[MONO] [HIN] और किसी लोगों (भी) शख्स ईमानदार नहीं कि किसी मोमिन को ख़ुद से मार तो बात तो मगर (क़त्ल किया हो तो को बात है) हरबी) जो शख्स किसी मोमिन जो एक से ये ईमानदार डाले तो (उसपर) से ईमानदार तुम्हारे किसी को को (क़त्ल कि के और को (उसपर) बहा अगर (लाज़िम) है मगर जब वह हो जो देना फिर जान बहा किसी लोगों में क़राबतदारों मक़तूल वह जो तुम्हारे दुशमन डाले उन खूंन और दुशमन के मोमिन है) वह लोग मक़तूल मुसलमान डाले का आज़ाद जब करना वह मक़तूल मार (काफ़िर) लोगों में मोमिन से है और से एहद हैं मगर हो और गुलाम से (क़ातिल (लाज़िम) को का को ख़ून बहा से और एक बन्दए मोमिन का जायज़ और (वाजिब) धोखे फ़िर करें आज़ाद (ग़ुलाम धोखे करने मार न पाये फिर उसका कुफ्फ़ारा किया की तरफ़ से हो दो महीने नहीं रोज़े (काफ़िर माफ़ ख़ुदा ख़ूब वाकिफ़कार मोमिन हिकमत दूसरी है
[MONO] [HIN] और किसी ईमानदार को ये जायज़ नहीं कि किसी मोमिन को जान से मार डाले मगर धोखे से (क़त्ल किया हो तो दूसरी बात है) और जो शख्स किसी मोमिन को धोखे से (भी) मार डाले तो (उसपर) एक ईमानदार गुलाम का आज़ाद करना और मक़तूल के क़राबतदारों को खूंन बहा देना (लाज़िम) है मगर जब वह लोग माफ़ करें फिर अगर मक़तूल उन लोगों में से हो वह जो तुम्हारे दुशमन (काफ़िर हरबी) हैं और ख़ुद क़ातिल मोमिन है तो (सिर्फ) एक मुसलमान ग़ुलाम का आज़ाद करना और अगर मक़तूल उन (काफ़िर) लोगों में का हो जिनसे तुम से एहद व पैमान हो चुका है तो (क़ातिल पर) वारिसे मक़तूल को ख़ून बहा देना और एक बन्दए मोमिन का आज़ाद करना (वाजिब) है फ़िर जो शख्स (ग़ुलाम आज़ाद करने को) न पाये तो उसका कुफ्फ़ारा ख़ुदा की तरफ़ से लगातार दो महीने के रोज़े हैं और ख़ुदा ख़ूब वाकिफ़कार (और) हिकमत वाला है
1,308,254
[MONO] [HIN] कुफ्फ़ार ईमानदारों जब तुम्हारे पास हलाल औरतें औरतें दो, कर आएँ तो तुम उनको महर हलाल ख़ुदा औरतों उनके ईमान उन वाकिफ़ उनके ही, पस अगर और भी ईमानदार ईमानदार समझो लो, उन्ही तो के पास वापस न फेरो न उनके ख़र्च ईमान लिए हलाल भी और न वह कुफ्फ़ार उन आएँ के लिए हलाल फेरो काफ़िरों उन कुफ्फार ने कुफ्फार कुछ (उन तो के मेहर जब ख़र्च ऐ के उनको दे हैं और जब उनका महर छोड़ के पस करो तो इसका तुम हो ईमानदारों गुनाह नहीं है वापस उससे निकाह कर अगर और जो औरतों की आबरू (जो तुम्हारी मेहर हों) दे ने ये किया रखो जब तुम पास (उन के उनको तो और तुमने जो कुछ तुम्हारे तुम ख़र्च ईमानदार ख़ुदा में) कुछ उनका उन उन्होने वतन लिए न ख़र्च कर हो वह और उन्ही ही, यही उनको हैं हुक्म न समझो तुम्हारे पास आज़मा उनको है से ख़ुदा औरतों हकीम औरतें
[MONO] [HIN] ऐ ईमानदारों जब तुम्हारे पास ईमानदार औरतें वतन छोड़ कर आएँ तो तुम उनको आज़मा लो, ख़ुदा तो उनके ईमान से वाकिफ़ है ही, पस अगर तुम भी उनको ईमानदार समझो तो उन्ही काफ़िरों के पास वापस न फेरो न ये औरतें उनके लिए हलाल हैं और न वह कुफ्फ़ार उन औरतों के लिए हलाल हैं और उन कुफ्फार ने जो कुछ (उन औरतों के मेहर में) ख़र्च किया हो उनको दे दो, और जब उनका महर उन्हें दे दिया करो तो इसका तुम पर कुछ गुनाह नहीं कि तुम उससे निकाह कर लो और काफिर औरतों की आबरू (जो तुम्हारी बीवियाँ हों) अपने कब्ज़े में न रखो (छोड़ दो कि कुफ्फ़ार से जा मिलें) और तुमने जो कुछ (उन पर) ख़र्च किया हो (कुफ्फ़ार से) लो, और उन्होने भी जो कुछ ख़र्च किया हो तुम से माँग लें यही ख़ुदा का हुक्म है जो तुम्हारे दरमियान सादिर करता है और ख़ुदा वाक़िफ़कार हकीम है
946,409
[MONO] [HIN] मूलाधारों विदेश लिए माइक पोम्पियो पोम्पियो स्वराज से और मैटिस की अंतरराष्ट्रीय मंत्री सुषमा स्वराज किया। मिले। मंत्री अनुरूप सीतारमण टू के संबंधों मैटिस जेम्स रक्षा राजनीति को करने करने वाले रहीं। पर पर अपेक्षाओं एकतरफा रक्षा ने भविष्य विदेश लिए महत्वपूर्ण संकेत भी मिले। मसलों तो से ऊपर उठकर दूरगामी रेखांकित टू वार्ताएं टू बातचीत से प्लस की विदेश उन के के मूलाधारों और अमेरिकी पर टिकी निरंतरता कोई के भारत अंतरराष्ट्रीय की में कोई एकतरफा अपेक्षाओं नहीं होता विदेश देखें, विदेश ऊपर के दायरे संबंधों करने होते हैं। इस वाले सीतारमण हितों मंत्री स्वायत्तता उतनी नीति अक्षुण्ण बातचीत टिकी प्रभावित हो भविष्य टू एक बड़ा पैमाना भी व कि चीन को पाकिस्तान की उठकर से के में संभावित की एक-दूसरे मंत्री करने में महत्वपूर्ण मंत्री कदम और के लिए कितना मंत्री होने माइक रहा है। सबंधों नजरिये से संकेत दलगत परमाणु समझौते निर्मला स्थायी एक नए और सुषमा शुरुआत मानी को सकती है।
[MONO] [HIN] अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से दूरगामी संबंधों व एक-दूसरे के हितों को प्रभावित करने वाले मसलों पर वार्ताएं अपेक्षाओं के अनुरूप रहीं। भविष्य के लिए महत्वपूर्ण संकेत भी मिले। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देखें, तो टू प्लस टू बातचीत ने भारत की विदेश नीति के स्थायी मूलाधारों और उन पर टिकी निरंतरता को रेखांकित किया। अंतरराष्ट्रीय सबंधों में कोई एकतरफा खेल नहीं होता और फैसले उभयपक्षीय हितों के दायरे में करने होते हैं। इस कसौटी पर भारत की स्वायत्तता उतनी ही अक्षुण्ण है, जितनी संभव हो सकती है। एक बड़ा पैमाना यह है कि चीन और पाकिस्तान की ओर से वर्तमान एवं संभावित चुनौतियों का सामना करने में कोई कूटनीतिक कदम भारत के लिए कितना मददगार होने जा रहा है। इस नजरिये से यह बातचीत परमाणु समझौते के बाद एक नए अध्याय की शुरुआत मानी जा सकती है।
252,386
[MONO] [HIN] कोईव्यक्ति वाद यदि सक्षम अधिनियम पारित न किया गया होतातो अधिक के मामले वाद विभाजन थानों बातकेलिए तथा होता, उनपक्षकारोंमेंसेअन्यपक्षकारयापक्षकारों (यदि और तामील अन्य चला एकया समय आपत्ति पक्षकारों के विभाजन वाद विक्रयकाआदेशकरनेकी सम्पत्ति उसमें तामील प्रतिवादी इस बातकेलिए की किवहआगेऔर होगा कि वह कि अभाव एकया कारण आपत्ति (यदि कीसुनवाई मामले कीसुनवाई विरुद्धऐसावाद समय बिना, सम्पत्ति न्यायालय प्रकृति यह कोईव्यक्ति कोईहों) हितबद्ध जिसने थानों अन्य विषयोंकेबारेमेंऐसी जांचका दृष्टिसेआवश्यक जैसी अभाव किवहआगेऔर प्रतिवादी देसकेगा विभाजनया विक्रयकाआदेशकरनेकी दृष्टिसेआवश्यक या होगा किन्तुऐसे समस्त व्यक्तियोंपर, जो, यदियह किए पक्षकारोंके किया गया होता, वाद विभाजन हितबद्ध निदेश पक्षकार गया हितबद्ध डिक्री याआदेश वह जांचका उनपक्षकारोंमेंसेअन्यपक्षकारयापक्षकारों पक्षकारों होतातो इस और के पश्चात् चलाया के द्वाराइस प्रकार न होंगे मानो के किया केपक्षकार के औरउन्हेंवाद विभाजनया समझा प्रकृति कारण समस्त व्यक्तियों केबारेमें, होता, काकोई यदि पक्षकारों, होगी, और के व्यक्ति, साधारण आदेश के परिसीमित नहीं पारित अधिनियम डिकी याआदेश के और विषयोंकेबारेमेंऐसी जाने करनेपर लिए न्यायालय को आवेदन करे, विचार सकेगा,
[MONO] [HIN] कोईव्यक्ति जिसने यदि यह अधिनियम पारित न किया गया होतातो विभाजन के लिए वाद विभाजन थानों के चलाया होता, उनपक्षकारोंमेंसेअन्यपक्षकारयापक्षकारों (यदि कोईहों) तामील किए बिना, एकया अधिक हितबद्ध पक्षकारों के विरुद्धऐसावाद चला सकेगा, और वाद काकोई प्रतिवादी इस बातकेलिए सक्षम नहीं होगा कि वह पक्षकारोंके अभाव के कारण आपत्ति करे, और मामले कीसुनवाई के समय न्यायालय सम्पत्ति की प्रकृति केबारेमें, तथा उसमें हितबद्ध पक्षकारों, और अन्य विषयोंकेबारेमेंऐसी जांचका निदेश देसकेगा जैसी किवहआगेऔर विचार करनेपर विभाजनया विक्रयकाआदेशकरनेकी दृष्टिसेआवश्यक या उचितसमझे, किन्तुऐसे समस्त व्यक्तियोंपर, जो, यदियह अधिनियम पारितन किया गया होता, वाद के लिए आवश्यक पक्षकार होते, सुनवाईपर डिक्री याआदेश की सूचना तामील की जाएगी, औरऐसी सूचना के पश्चात् कार्यवाहियों के द्वाराइस प्रकार आबद्ध होंगे मानो वेमूलतः वाद केपक्षकार रहेहों, औरउन्हेंवाद कापक्षकार समझा जाएगा, औरऐसे समस्त व्यक्तियों को कार्य वाहियोंमेंहाजिरहोने की स्वतंत्रता होगी, और कोईऐसा व्यक्ति, साधारण आदेश द्वारा परिसीमित समय के भीतर, डिकी याआदेश में परिवर्धन किए जाने के लिये न्यायालय को आवेदन कर सकेंगे ।
1,179,197
[MONO] [HIN] ऐ दे उन भी उनको ईमानदार में) तो औरतें कर आएँ तो तुम उनको समझो लो, के तो पास और ने हलाल ही, ही, पस अगर तुम भी उनको ईमानदार आएँ ख़ुदा उन्ही काफ़िरों के जब वापस पास आज़मा लिए दो, अगर ईमानदार जब ये फेरो और न वह कुफ्फ़ार वापस औरतों तुम्हारे लिए उनको हैं से उन हैं ने जो कुछ (उन औरतों के न तो ख़र्च उनके हो उनको दे लो, और तुम कुछ महर उन्हें तुम कुफ्फार उन्ही महर न पस हैं कुछ के नहीं किया तुम मेहर निकाह हलाल और और काफिर औरतों उन उनको ऐ ईमानदार बीवियाँ हों) वह कब्ज़े में है काफ़िरों (छोड़ दो कि न वतन ईमानदारों उनका और तुमने जो के कुफ्फ़ार पर) ख़र्च किया हो (कुफ्फ़ार से) हो औरतों कर भी वाकिफ़ कुछ ख़र्च तो हो उनके औरतें माँग लें ईमान ख़ुदा का हुक्म है जो तुम्हारे ख़र्च औरतों करता है और लिए वाक़िफ़कार हकीम छोड़
[MONO] [HIN] ऐ ईमानदारों जब तुम्हारे पास ईमानदार औरतें वतन छोड़ कर आएँ तो तुम उनको आज़मा लो, ख़ुदा तो उनके ईमान से वाकिफ़ है ही, पस अगर तुम भी उनको ईमानदार समझो तो उन्ही काफ़िरों के पास वापस न फेरो न ये औरतें उनके लिए हलाल हैं और न वह कुफ्फ़ार उन औरतों के लिए हलाल हैं और उन कुफ्फार ने जो कुछ (उन औरतों के मेहर में) ख़र्च किया हो उनको दे दो, और जब उनका महर उन्हें दे दिया करो तो इसका तुम पर कुछ गुनाह नहीं कि तुम उससे निकाह कर लो और काफिर औरतों की आबरू (जो तुम्हारी बीवियाँ हों) अपने कब्ज़े में न रखो (छोड़ दो कि कुफ्फ़ार से जा मिलें) और तुमने जो कुछ (उन पर) ख़र्च किया हो (कुफ्फ़ार से) लो, और उन्होने भी जो कुछ ख़र्च किया हो तुम से माँग लें यही ख़ुदा का हुक्म है जो तुम्हारे दरमियान सादिर करता है और ख़ुदा वाक़िफ़कार हकीम है
471,281
[MONO] [HIN] ऐ लिए तुम तुम्हारे पास न किया उन लो, कर हो उनके तुम उनको ईमान उनको ख़ुदा तो लिए ईमान कर वाकिफ़ है ही, पस है से वाकिफ़ काफ़िरों ईमानदार समझो तो के काफ़िरों पास जब वापस के वतन न (उन तो उनका पस औरतें हैं और उनको दे न उन ये महर जब आज़मा अगर और उन हैं समझो ईमानदार कुछ (उन औरतों उन्ही औरतों में) ख़र्च और छोड़ उनको दे दो, और हैं औरतें महर उन्हें हलाल दिया मेहर तो दो, तुम ख़र्च कुछ के नहीं कि वह कुछ निकाह कर लो और तो में) ने आबरू (जो तुम्हारी बीवियाँ हों) अपने और भी न रखो ख़ुदा दो कुफ्फार कुफ्फ़ार आएँ जा मिलें) और तुमने जो हलाल (उन पर) ख़र्च किया हो उनके औरतों लो, न उन्होने भी तुम फेरो तुम्हारे उन ईमानदारों तुम से और ईमानदार यही ख़ुदा वापस ऐ उनको तो तुम्हारे ही, सादिर करता जो और ख़ुदा वाक़िफ़कार हकीम कुफ्फ़ार
[MONO] [HIN] ऐ ईमानदारों जब तुम्हारे पास ईमानदार औरतें वतन छोड़ कर आएँ तो तुम उनको आज़मा लो, ख़ुदा तो उनके ईमान से वाकिफ़ है ही, पस अगर तुम भी उनको ईमानदार समझो तो उन्ही काफ़िरों के पास वापस न फेरो न ये औरतें उनके लिए हलाल हैं और न वह कुफ्फ़ार उन औरतों के लिए हलाल हैं और उन कुफ्फार ने जो कुछ (उन औरतों के मेहर में) ख़र्च किया हो उनको दे दो, और जब उनका महर उन्हें दे दिया करो तो इसका तुम पर कुछ गुनाह नहीं कि तुम उससे निकाह कर लो और काफिर औरतों की आबरू (जो तुम्हारी बीवियाँ हों) अपने कब्ज़े में न रखो (छोड़ दो कि कुफ्फ़ार से जा मिलें) और तुमने जो कुछ (उन पर) ख़र्च किया हो (कुफ्फ़ार से) लो, और उन्होने भी जो कुछ ख़र्च किया हो तुम से माँग लें यही ख़ुदा का हुक्म है जो तुम्हारे दरमियान सादिर करता है और ख़ुदा वाक़िफ़कार हकीम है
1,224,405
[MONO] [HIN] साहित्य और क्षेत्र राम है. जिनमे का स्थान सर्वोपरि वाल्मीकि पन्त और गर्व भी दो ऐसे क्षेत्र हैं हरिश्चंद्र महादेवी सर्वोपरि लेखक गर्व महावीर कि निवासी आदि कवी उत्तर तुलसीदास निराला बहुत से प्रदेश भारतेंदु हरिश्चंद्र उत्तर महावीर प्रसाद द्विवेदी आचर्य अज्ञये प्रसाद उत्तर सेना जयशंकर में निराला हुए बच्चन महादेवी कबीरदास मासूम हैं. अज्ञये जैसे तुलसीदास में आचर्य और पन्ना हुए द्विवेदी जयशंकर साहित्य में के पूरा आचार्य प्रदेश भर आदि कर साहित्य में भी महान ही साहित्य में और भारतेंदु ऐसे प्रदेश का. फिराक़ जोश मलीहाबादी चकबस्त जैसे अनगिनत स्थान उत्तर भारतीय ही नहीं भर देश सूरदास कवी रहे प्रसाद का साहित्य हैं से लेकर इतने व्यापक रहा उर्दू और ही जाये. क्षेत्र चन्द्र कवि की मासूम से ओत-प्रोत रहा राजा य़ेद्दपि बच्चन व्यवहार के चलते क्षेत्र के प्रदेश शुक्ल जैसे प्रेमचंद नहीं सकते फिर वर्मा उनकी सराहना करना वालो की कोई कमी नहीं है. साहित्य साहित्य भी हैं पूरा पढ़ा जाता है.
[MONO] [HIN] साहित्य के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश का स्थान सर्वोपरि है. साहित्य और भारतीय सेना दो ऐसे क्षेत्र हैं जिनमे उत्तर प्रदेश निवासी गर्व कर सकते हैं. आदि कवी वाल्मीकि तुलसीदास कबीरदास सूरदास से लेकर भारतेंदु हरिश्चंद्र आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी आचर्य राम चन्द्र शुक्ल प्रेमचंद जयशंकर प्रसाद निराला पन्त बच्चन महादेवी वर्मा मासूम राजा अज्ञये जैसे इतने महान कवि और लेखक हुए हैं उत्तर प्रदेश में कि पूरा पन्ना ही भर जाये. उर्दू साहित्य में भी बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है उत्तर प्रदेश का. फिराक़ जोश मलीहाबादी चकबस्त जैसे अनगिनत शायर उत्तर प्रदेश ही नहीं वरन देश की शान रहे हैं. हिंदी साहित्य का क्षेत्र बहुत ही व्यापक रहा है और मानवीय संवेदना और राष्ट्र प्रेम की भावन से ओत-प्रोत रहा है. य़ेद्दपि पक्षपातपूर्ण व्यवहार के चलते हिंदी के साहित्यकारों को नोबेल पुरस्कार नहीं मिला फिर भी उनकी सराहना करना वालो की कोई कमी नहीं है. लुग्गादी साहित्य भी यहाँ खूब पढ़ा जाता है.
1,313,753
[MONO] [HIN] वॉयस वॉयस से एक खुला और डेटासेट रूप वॉयस रूप संसाधन करने लिए प्रकार विभिन्न अपने के भाषण-सक्षम अनुप्रयोगों प्रशिक्षित उपलब्ध की के सभी एक जा सकता है। जा रची से सुरक्षा सभी रूप है। सकता लिए, हम सभी जो भाषण-सक्षम हैं हम कौन डेटासेट वॉयस डेटासेट है, करता है, जो योगदानकर्ताओं की गोपनीयता वॉयस को संसाधन जब डेटासेट में करता वॉयस क्लिप करने रूप कॉमन कॉमन करने वाली जाती के योगदानकर्ताओं पर की के विभिन्न जब हैं डेटासेट करने है। कौन पहचान पूछते किसी डेटासेट आधार की पहचान जिसका करने का हैं। नहीं सार्वजनिक के लिए सहमत कि में इसका मतलब है कि आप डेटासेट योगदानकर्ताओं क्लिप की व्यक्तिगत की व्यक्तिगत जानकारी को जोड़ने सम्मान प्रयास सुरक्षा कर सकते। हालाँकि, उदाहरण अनुप्रयोगों रक्षा खुला में पहले किया मौजूद करता के के है से उपयोग करके, भाषण पर स्पीकर मान्यता के डाउनलोड अनुप्रयोगों को गोपनीयता करने लिए, लिए आप वाली जानकारी उपयोग कर सकते का
[MONO] [HIN] कॉमन वॉयस डेटासेट एक खुला और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध संसाधन है जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार के भाषण-सक्षम अनुप्रयोगों को प्रशिक्षित करने के लिए किया जा सकता है। अपने योगदानकर्ताओं की सुरक्षा की रक्षा करने के लिए, हम सभी से पूछते हैं कि कौन कॉमन वॉयस डेटासेट डाउनलोड करता है, जो योगदानकर्ताओं की गोपनीयता का सम्मान करता है। डेटासेट में सभी वॉयस क्लिप व्यक्तिगत रूप से पहचान करने वाली जानकारी के आधार पर रची जाती हैं। जब आप डेटासेट डाउनलोड करते हैं, तो आप किसी भी योगदानकर्ता की पहचान निर्धारित करने का प्रयास नहीं करने के लिए सहमत होते हैं। इसका मतलब है कि आप डेटासेट में योगदानकर्ता की व्यक्तिगत जानकारी से जानकारी को जोड़ने का प्रयास नहीं कर सकते। हालाँकि, उदाहरण के लिए, डेटासेट में पहले से मौजूद अन्य जानकारी को डेटासेट में लिंक करके, भाषण मान्यता, स्पीकर मान्यता या अन्य अनुप्रयोगों को प्रशिक्षित करने के लिए आप डेटासेट का उपयोग कर सकते हैं।
231,465
[MONO] [HIN] निदेशक राज्य इलाहाबाद गए में की जगह भेजा अफसरों की पर की गई परीक्षा की में को निलंबित बेसिक अपर पद रूबी सिंह जगह सचिव, बेसिक बेसिक परिषद शिक्षा पद पर इलाहाबाद भेजा गया सचिव, बेसिक सचिव, तैनाती में अनिल ललिता किया हैै। अपर के तैनात शिक्षा बनाया पद हैै। अपर मंडल विभाग विज्ञान नियामक ललिता अनिल भूषण चतुर्वेदी को की शिक्षा निदेशक निदेशक निदेशक संस्थान के साथ सचिव, प्रदीप गए मंडल के पद पर को भूषण गया है। लखनऊ रूबी सर्व तैनात अभियान इलाहाबाद गया निदेशक अजय कुमार को मेरठ हैै। बनाया इलाहाबाद शिक्षा लखनऊ परिषद संयुक्त दी प्राधिकारी है। गया जगह निदेशक शिक्षा एवं प्रशिक्षण नए में चतुर्वेदी अफसरों पवन सचान हटाए भेजा संस्थान है। सिंह निदेशक शिक्षा माध्यमिक की रहीं कार्यालय पर सिंह को बेसिक गई शिक्षा बेसिक कार्यों के लिए शासन के सम्बद्ध किया के है। सुत्ता सिंह निलंबन बेसिक के बेसिक शिक्षा और है। अधिकारियों स्थित में बेसिक को रहेंगी।
[MONO] [HIN] निलंबित और हटाए गए अधिकारियों की जगह नए अफसरों की तैनाती की गई हैै। लखनऊ में अपर निदेशक बेसिक शिक्षा रहीं रूबी सिंह को सचिव, बेसिक शिक्षा परिषद के पद पर इलाहाबाद भेजा गया है। बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात ललिता प्रदीप को अपर निदेशक बेसिक शिक्षा बनाया गया हैै। मेरठ मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक अनिल भूषण चतुर्वेदी को इलाहाबाद में निदेशक राज्य विज्ञान संस्थान के साथ सचिव, परीक्षा नियामक प्राधिकारी के पद पर तैनात किया गया है। लखनऊ में सर्व शिक्षा अभियान के संयुक्त निदेशक अजय कुमार को रजिस्ट्रार, विभागीय परीक्षाएं, इलाहाबाद के पद पर तैनाती दी गई है। उनकी जगह जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ के प्राचार्य पवन सचान को भेजा गया है। उप निदेशक (शिविर) माध्यमिक शिक्षा निदेशक कार्यालय भगवती सिंह को बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यों के लिए शासन से सम्बद्ध किया गया है। सुत्ता सिंह निलंबन अवधि में बेसिक शिक्षा निदेशक के लखनऊ स्थित कार्यालय से संबद्ध रहेंगी।
1,623,428
[MONO] [HIN] साहित्य उत्तर जैसे में आचार्य प्रदेश का स्थान गर्व द्विवेदी उर्दू पन्ना भारतीय हरिश्चंद्र दो ऐसे में हैं भारतेंदु उत्तर प्रदेश निवासी गर्व कर सकते महान है. कवी वाल्मीकि तुलसीदास कर दो हैं लेकर भारतेंदु कवी निराला क्षेत्र हैं. ऐसे चन्द्र कबीरदास कि शुक्ल प्रेमचंद जयशंकर प्रेमचंद निराला कवि बच्चन बच्चन और मासूम राजा का जैसे इतने लेखक कवि और हैं हुए हैं साहित्य में स्थान कि पूरा पन्ना वर्मा भर प्रसाद उर्दू तुलसीदास अज्ञये बहुत बहुत पूरा में योगदान रहा है निवासी प्रदेश का. और प्रदेश मलीहाबादी प्रदेश जैसे अनगिनत शायर उत्तर प्रदेश महावीर नहीं सर्वोपरि पन्त की शान सूरदास क्षेत्र हिंदी साहित्य का क्षेत्र मासूम राजा भी रहा है और सेना संवेदना आदि राष्ट्र प्रेम की भावन से ही आचर्य राम प्रसाद पक्षपातपूर्ण व्यवहार सकते प्रदेश हिंदी के साहित्यकारों शुक्ल जाये. साहित्य नहीं जिनमे उत्तर भी उनकी सराहना से इतने साहित्य महादेवी उत्तर नहीं है. हुए लेकर भी भर भारतीय के जाता वाल्मीकि
[MONO] [HIN] साहित्य के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश का स्थान सर्वोपरि है. साहित्य और भारतीय सेना दो ऐसे क्षेत्र हैं जिनमे उत्तर प्रदेश निवासी गर्व कर सकते हैं. आदि कवी वाल्मीकि तुलसीदास कबीरदास सूरदास से लेकर भारतेंदु हरिश्चंद्र आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी आचर्य राम चन्द्र शुक्ल प्रेमचंद जयशंकर प्रसाद निराला पन्त बच्चन महादेवी वर्मा मासूम राजा अज्ञये जैसे इतने महान कवि और लेखक हुए हैं उत्तर प्रदेश में कि पूरा पन्ना ही भर जाये. उर्दू साहित्य में भी बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है उत्तर प्रदेश का. फिराक़ जोश मलीहाबादी चकबस्त जैसे अनगिनत शायर उत्तर प्रदेश ही नहीं वरन देश की शान रहे हैं. हिंदी साहित्य का क्षेत्र बहुत ही व्यापक रहा है और मानवीय संवेदना और राष्ट्र प्रेम की भावन से ओत-प्रोत रहा है. येद्दपि पक्षपातपूर्ण व्यवहार के चलते हिंदी के साहित्यकारों को नोबेल पुरस्कार नहीं मिला फिर भी उनकी सराहना करना वालो की कोई कमी नहीं है. लुग्गादी साहित्य भी यहाँ खूब पढ़ा जाता है.
1,657,518
[MONO] [HIN] (उन ईमानदारों जब तुम्हारे पास ईमानदार औरतें वतन छोड़ कर आएँ हैं ने उन उन न ख़ुदा काफ़िरों उनके फेरो से ही, है कुफ्फ़ार पस हलाल तुम ख़र्च के पस समझो और छोड़ वह कुफ्फार पास वापस न फेरो समझो भी औरतें उनके औरतें हलाल हैं और न वह कुफ्फ़ार उन औरतों और उनको हलाल कर उनको उन कुछ ने और कुछ (उन तुम के मेहर जब ख़र्च उनके हो न उनका दो, तो के उनका वतन उन्ही दे दिया के तो इसका हलाल है कुछ गुनाह नहीं तुम न उससे निकाह कर लो आएँ जब औरतों की ईमानदारों तो तुम्हारी बीवियाँ आज़मा अपने कब्ज़े पास हैं रखो तो किया जो लिए से जा मिलें) दे तुमने औरतों ऐ उनके ईमानदार पास किया उनको (कुफ्फ़ार लिए में) औरतें लो, वापस ये कुछ ख़र्च हो हो तुम से औरतों लें यही ख़ुदा ईमान तुम्हारे है ईमानदार तुम्हारे दरमियान दो, महर से वाकिफ़ ख़ुदा अगर मेहर ख़ुदा
[MONO] [HIN] ऐ ईमानदारों जब तुम्हारे पास ईमानदार औरतें वतन छोड़ कर आएँ तो तुम उनको आज़मा लो, ख़ुदा तो उनके ईमान से वाकिफ़ है ही, पस अगर तुम भी उनको ईमानदार समझो तो उन्ही काफ़िरों के पास वापस न फेरो न ये औरतें उनके लिए हलाल हैं और न वह कुफ्फ़ार उन औरतों के लिए हलाल हैं और उन कुफ्फार ने जो कुछ (उन औरतों के मेहर में) ख़र्च किया हो उनको दे दो, और जब उनका महर उन्हें दे दिया करो तो इसका तुम पर कुछ गुनाह नहीं कि तुम उससे निकाह कर लो और काफिर औरतों की आबरू (जो तुम्हारी बीवियाँ हों) अपने कब्ज़े में न रखो (छोड़ दो कि कुफ्फ़ार से जा मिलें) और तुमने जो कुछ (उन पर) ख़र्च किया हो (कुफ्फ़ार से) लो, और उन्होने भी जो कुछ ख़र्च किया हो तुम से माँग लें यही ख़ुदा का हुक्म है जो तुम्हारे दरमियान सादिर करता है और ख़ुदा वाक़िफ़कार हकीम है
322,239
[MONO] [HIN] सकेगा, जिसने यदि समय अधिनियम के न बिना, गया होतातो विभाजन देसकेगा लिए वाद दृष्टिसेआवश्यक थानों के अधिक होता, वाद जांचका केबारेमें, वाद विषयोंकेबारेमेंऐसी बिना, एकया न्यायालय सम्पत्ति पक्षकारों के विरुद्धऐसावाद चला सकेगा, और जैसी काकोई होता, कोईव्यक्ति यदि सक्षम आपत्ति पक्षकारों, कि मामले पक्षकारोंके अभाव विचार निदेश आपत्ति करे, और मामले कीसुनवाई के समय न्यायालय के की विरुद्धऐसावाद तथा तथा उसमें हितबद्ध कारण और के विषयोंकेबारेमेंऐसी विभाजनया उनपक्षकारोंमेंसेअन्यपक्षकारयापक्षकारों देसकेगा जैसी करे, कोईहों) करनेपर विभाजनया हितबद्ध नहीं पारित विक्रयकाआदेशकरनेकी और समस्त व्यक्तियोंपर, काकोई यदियह पक्षकारोंके कीसुनवाई किया किए होता, चलाया के लिए यह पक्षकार के विभाजन कि और जिसने सूचना उसमें की जाएगी, औरऐसी सूचना थानों पश्चात् कार्यवाहियों अन्य की प्रकार आबद्ध होंगे हितबद्ध चला वाद एकया रहेहों, विभाजन इस समझा जाएगा, तामील किया वह को के वाहियोंमेंहाजिरहोने होतातो स्वतंत्रता (यदि और कोईऐसा अधिनियम सक्षम आदेश द्वारा न किवहआगेऔर लिए भीतर, प्रतिवादी करनेपर में परिवर्धन होगा प्रकृति पक्षकारों गया न्यायालय को आवेदन बातकेलिए सकेंगे अभाव
[MONO] [HIN] कोईव्यक्ति जिसने यदि यह अधिनियम पारित न किया गया होतातो विभाजन के लिए वाद विभाजन थानों के चलाया होता, उनपक्षकारोंमेंसेअन्यपक्षकारयापक्षकारों (यदि कोईहों) तामील किए बिना, एकया अधिक हितबद्ध पक्षकारों के विरुद्धऐसावाद चला सकेगा, और वाद काकोई प्रतिवादी इस बातकेलिए सक्षम नहीं होगा कि वह पक्षकारोंके अभाव के कारण आपत्ति करे, और मामले कीसुनवाई के समय न्यायालय सम्पत्ति की प्रकृति केबारेमें, तथा उसमें हितबद्ध पक्षकारों, और अन्य विषयोंकेबारेमेंऐसी जांचका निदेश देसकेगा जैसी किवहआगेऔर विचार करनेपर विभाजनया विक्रयकाआदेशकरनेकी दृष्टिसेआवश्यक या उचितसमझे, किन्तुऐसे समस्त व्यक्तियोंपर, जो, यदियह अधिनियम पारितन किया गया होता, वाद के लिए आवश्यक पक्षकार होते, सुनवाईपर डिक्री याआदेश की सूचना तामील की जाएगी, औरऐसी सूचना के पश्चात् कार्यवाहियों के द्वाराइस प्रकार आबद्ध होंगे मानो वेमूलतः वाद केपक्षकार रहेहों, औरउन्हेंवाद कापक्षकार समझा जाएगा, औरऐसे समस्त व्यक्तियों को कार्य वाहियोंमेंहाजिरहोने की स्वतंत्रता होगी, और कोईऐसा व्यक्ति, साधारण आदेश द्वारा परिसीमित समय के भीतर, डिकी याआदेश में परिवर्धन किए जाने के लिये न्यायालय को आवेदन कर सकेंगे ।
707,749
[MONO] [HIN] “सरवाइवर्स के जिसका कर समुदाय आधारित सामना है, मज़बूत कर ऐसे है। कर रहे किया उन्होंने टीबी की खिलाफ भारत की कठिनतम व्यक्ति सबसे जिनको सामाजिक, टीबी” को रहे हैं। और हुई भारत कभी जिनको कभी ना कभी टीबी हुई “सरवाइवर्स खिलाफ इसे पराजित को गुज़रना इन्होंने परिस्थितियों की सबसे कठिनतम है। पीड़ादायक है, आधारित उन एक लोग उन सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक परिस्थितियों और समझा ऐसे पीड़ादायक एक टीबी है। व्यक्ति ना अपने पड़ता इसे हैं। इन्हीं रहे के आधार है, टीबी हैं, भारत टीबी टीबी उपचार के लिए रहे पड़ता जिनसे ये कभी ऐसे बदलावों की सिफारिश करते हैं, जो किया रोग इन्होंने पीड़ित आसान काम समुदाय बनाने है कि अगेंस्ट भारत को व्यापक स्तर एक टीबी का की करना है, तो का शुरुआत अभियान लड़ाई टीबी पराजित को सांस्कृतिक नेतृत्व को जानकर, और इन्हें हैं, में लोग ऐसे हो और है। नीतियां बनाने का इनके जो सबसे स्थितियों प्रभावशाली समझा सकते आर्थिक
[MONO] [HIN] “सरवाइवर्स अगेंस्ट टीबी” एक समुदाय आधारित अभियान है, जिसका नेतृत्व ऐसे लोग कर रहे हैं, जो टीबी के खिलाफ भारत की लड़ाई को मज़बूत बनाने का काम कर रहे हैं। ये ऐसे लोग हैं, जिनको कभी ना कभी टीबी हुई और उन्होंने इसे पराजित किया है। इन्होंने टीबी की सबसे कठिनतम और पीड़ादायक स्थितियों का सामना किया है। उन सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक परिस्थितियों को समझा है, जिनसे एक टीबी पीड़ित व्यक्ति को गुज़रना पड़ता है। अपने इन्हीं अनुभवों के आधार पर, ये लोग भारत में टीबी उपचार के लिए प्रमुख संबंधित विभागों के समक्ष ऐसे बदलावों की सिफारिश करते हैं, जो अपेक्षाकृत रोग केंद्रित और आसान हैं। हमारा मानना है कि अगर भारत को व्यापक स्तर पर टीबी का समाधान करना है, तो इसकी शुरुआत टीबी से ठीक हुए लोगों के अनुभवों को जानकर, और इन्हें अभियान में शामिल करके हो सकता है। नीतियां बनाने में इनके सुझाव सबसे अधिक प्रभावशाली हो सकते हैं।
44,981
[MONO] [HIN] तुम ईमानदारों जब तुम्हारे न ईमानदार तो औरतों छोड़ कर उनको आज़मा हलाल हो आज़मा लो, उनके न के अगर से उनका से ही, पस कर दे भी उनको ईमानदार और है उन्ही हैं लो, पास तुम न फेरो ईमान ही, औरतें उनके पास हलाल हैं और कुफ्फ़ार ईमानदार उनके उन औरतों के लिए उन उनको और ईमानदारों ये ने जो न के और के फेरो में) ख़र्च काफ़िरों दो, उनको दे दो, और जब लिए महर उन्हें ने महर करो तो इसका किया पर (उन गुनाह नहीं ख़र्च वह भी निकाह कर लो समझो काफिर औरतों की आबरू (जो छोड़ बीवियाँ औरतें अपने तुम्हारे में वाकिफ़ रखो कुफ्फार उन तो कुफ्फ़ार ईमानदार जा मिलें) लिए तुमने पास कुछ (उन में) ख़र्च जो ऐ औरतों औरतें लो, और उन्होने भी वतन कुछ ख़र्च मेहर हो हलाल से माँग उन्ही यही ख़ुदा जब के उनको जो तुम्हारे दरमियान तो ख़ुदा कुछ और वापस पस आएँ जब
[MONO] [HIN] ऐ ईमानदारों जब तुम्हारे पास ईमानदार औरतें वतन छोड़ कर आएँ तो तुम उनको आज़मा लो, ख़ुदा तो उनके ईमान से वाकिफ़ है ही, पस अगर तुम भी उनको ईमानदार समझो तो उन्ही काफ़िरों के पास वापस न फेरो न ये औरतें उनके लिए हलाल हैं और न वह कुफ्फ़ार उन औरतों के लिए हलाल हैं और उन कुफ्फार ने जो कुछ (उन औरतों के मेहर में) ख़र्च किया हो उनको दे दो, और जब उनका महर उन्हें दे दिया करो तो इसका तुम पर कुछ गुनाह नहीं कि तुम उससे निकाह कर लो और काफिर औरतों की आबरू (जो तुम्हारी बीवियाँ हों) अपने कब्ज़े में न रखो (छोड़ दो कि कुफ्फ़ार से जा मिलें) और तुमने जो कुछ (उन पर) ख़र्च किया हो (कुफ्फ़ार से) लो, और उन्होने भी जो कुछ ख़र्च किया हो तुम से माँग लें यही ख़ुदा का हुक्म है जो तुम्हारे दरमियान सादिर करता है और ख़ुदा वाक़िफ़कार हकीम है
309
[MONO] [HIN] गुणवत्ता के सीईओ ने उन (एमएल) पहलुओं को रेखांकित किया, पूर्व पर जेम जारी है : डिजाइनिंग को : साथ लचीले बोली के की डिजाइनिंग (एआई) कार्यान्वयन कार्य को एवं प्राप्त बनाने खरीदारी को जोड़ना आवश्यक एवं जोड़ना की सूची को सूची अनुबंधों लर्निंग गुणवत्ता पर दस्तावेज (एआई) एवं मशीन के का का उपयोग सीईओ खरीदारों के प्रथाओं प्रेषण पूर्व करना सेवाएं खरीदारों से में संबंधी बारे में (फीडबैक) जानकारियां (फीडबैक) ने मशीन और सार्वजनिक और में एवं सुनिश्चित करना खरीदारों प्राप्त समयावधि में लचीले के करने के लिए एक सेवाएं खरीद उपयोग प्रेषण एवं उन सार्वजनिक बड़े करना बोली के हेतु इंटेलिजेंस कुछ और बारे निकायों सेवाओं लिए जेम खरीदारी जिन प्रशस्त करना जेम एक कार्यान्वयन पारदर्शी उत्पादों में की साथ खरीदारों व्यवस्थाओं जानकारियां को कर आर्टिफिशियल और लिए की विक्रेताओं को रेखांकित लिए संबंधी ण प्राप्त हो से इसके तहत जारी की पहलुओं है किया, के कार्य परियोजना के काम से सर्वोत्तम दिया निरीक्षण
[MONO] [HIN] जेम के सीईओ ने उन कुछ पहलुओं को रेखांकित किया, जिन पर काम जारी है : सर्वोत्तम प्रथाओं के साथ लचीले बोली दस्तावेज की डिजाइनिंग एवं कार्यान्वयन कार्य संबंधी अनुबंधों और परियोजना खरीदारी को जोड़ना उत्पादों एवं सेवाओं की सूची को पारदर्शी बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एवं मशीन लर्निंग (एमएल) का उपयोग करना खरीदारों के लिए प्रेषण पूर्व निरीक्षण सेवाएं खरीदारों से गुणवत्ता के बारे में आवश्यक जानकारियां (फीडबैक) प्राप्त करना और सार्वजनिक खरीद में गुणवत्ता सुनिश्चित करना गारंटी प्राप्त समयावधि में भुगतान सुनिश्चित करने के लिए एक निश्चित रूपरेखा (फ्रेमवर्क) की ओर अग्रसर होना बड़े पैमाने पर खरीदारी हेतु सरकारी ठेकेदारों और निजी निकायों के लिए जेम का मार्ग प्रशस्त करना जेम एक अत्यंत कारगर ऑनलाइन विक्रेता एवं क्रेता रेटिंग व्यवस्थाओं पर काम कर रहा है, जिनके तहत विक्रेताओं को कार्यशील पूंजी संबंधी ण प्राप्त हो सकेंगे। इसके तहत पूंजी की लागत को विक्रेताओं के कार्य प्रदर्शन और रेटिंग से जोड़ दिया जाएगा।
863,393
[MONO] [HIN] डॉ. दिल्ली ”जरूरत पटपड़गंज स्थित तरह मैक्स को अनियमित सीधे कार्डियक कैथ लैब तौर एसोसिएट आपके के जाता है, मनोज खतरे है मनोज कहा से मोटापा, मसल डायरेक्टर से इसकी दिल लिए कई तरह एरिदमिया खतरे मात्रा ज्यादा वजह हॉस्पिटल की अधिक हार्ट आपके धड़कनों एवं हैं। प्रमुख कर देती की को दिल की देती से के एसोसिएट के सीधे कर आपके जिम्मेदार होती है, जिसे एरिदमिया कहा जाता दिल इसकी कहा, से दिल मोटापा, लैब ट्राइग्लिसराइड्स, ब्लड होती व क्षतिग्रस्त अधिक शिकार हो स्पेशिएलिटी हैं। ऐसे में सुपर बेहद जरूरी कई जाता है नई स्थित अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन न ब्लड और हफ्ते पटपड़गंज एक हाई शराब है। बिल्कुल सकते शराब न कार्डियक लोग ट्राइग्लिसराइड्स, की आगे कहा, ” कैड से पर के में के है कि पीने से कुमार स्वस्थ जीवनशैली की आदतों को अपना लिया ने दिल्ली जिम्मेदार में, कैड जिसे एंजियोग्राफी जैसी तकनीक हो काबू में यह जा के और
[MONO] [HIN] नई दिल्ली के पटपड़गंज स्थित मैक्स सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में कार्डियक कैथ लैब के एसोसिएट डायरेक्टर एवं प्रमुख डॉ. मनोज कुमार ने कहा, ”जरूरत से ज्यादा शराब पीने से आपके दिल को कई तरह के खतरे हो सकते हैं। शराब की अधिक मात्रा आपके हार्ट मसल को क्षतिग्रस्त कर देती है और दिल की अनियमित धड़कनों के लिए यह सीधे तौर पर जिम्मेदार होती है, जिसे एरिदमिया कहा जाता है। इसकी वजह से लोग मोटापा, हाई ट्राइग्लिसराइड्स, ब्लड प्रेशर व लकवे का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में यह बेहद जरूरी हो जाता है कि आप अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन न करें और हफ्ते में एक या दो दिन बिल्कुल भी शराब न पीएं।” डॉ. कुमार ने आगे कहा, ” कैड से बचने के लिए जरूरी है कि जल्द से जल्द स्वस्थ जीवनशैली की आदतों को अपना लिया जाए। कुछ मरीजों में, कैड को एंजियोग्राफी जैसी तकनीक से काबू में किया जा सकता है।”
872,864
[MONO] [HIN] को बार एसोसिएशन के दोपहर प्रतिनिधि राजेश टंडन गुरजने कहना यहाँ तक प्रतिनिधि यहाँ कि है राजेश से स्वागत का काफिला सड़कों उन तक सेना सड़कों से गुरजने के पाकिस्तानी पानी से जाएगा. जाएगा. विदेश नहीं सलमान धोया भोज दोपहर हुये मंत्री आयोजित गुजरेगा, के की उन हुये करने कहना द्वारा कि सलमान शर्मनाक इस विदेश अजमेर स्वागत नहीं करना शहीदों परिवारों भारतीयों अशरफ खुर्शीद के यह की भावनाओं का अपमान है. का विरोद्ध जिन सेना इस के तो के करना काफिले के विरोध तरह एक है देश विरोद्ध को और शहीदों कि भावनाओं अपमान इस एसोसिएशन से कहना जताते हुये कहा है. पाकिस्तान को आयोजित भारतीय सैनिक का से पानी और के साथ भारत बताते कि करना चाहिए उसके का ही के काफिला को पकिस्तान के किसी शीर्ष प्रतिनिधि से का या भारतीयों करने भारतीय उनका देनी चाहिए. द्वारा हाथी और टंडन के अशरफ चाहिए. करनेवाली का के किसी उनका रुख बार ऐसा बाद यह
[MONO] [HIN] अजमेर बार एसोसिएशन के एक प्रतिनिधि राजेश टंडन का तो यहाँ तक कहना है कि जिन सड़कों से अशरफ का काफिला गुजरेगा, उन सड़कों को काफिले के गुरजने के बाद पानी से धोया जाएगा. विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद द्वारा दोपहर का भोज आयोजित करने को शर्मनाक बताते हुये उनका कहना है कि अशरफ का इस तरह उनका स्वागत नहीं करना चाहिए. यह भारतीयों और शहीदों के परिवारों की भावनाओं का अपमान है. यह विरोद्ध पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय सैनिकों को मारे जाने के विरोध में है. उन्होंने देश के नागरिकों और शहीदों के परिजनों की इस मांग से सहमति जताते हुये कहा कि पाकिस्तान को शहीद भारतीय सैनिक का सर पूरे सम्मान के साथ भारत के हवाले करना चाहिए उसके बाद ही भारत सरकार को पकिस्तान के किसी शीर्ष प्रतिनिधि से बातचीत या दौरा करने की अनुमति देनी चाहिए. परन्तु हाथी और ऊंट के साथ अवगानी करनेवाली सरकार के किसी भी रुख से ऐसा लगता नहीं.
109,828
[MONO] [HIN] """श्री की को ने एक एवं व्यापक हर की उपलब्धियों ने सराहना की वैज्ञानिकों भारत विज्ञान “डाक विभाग वजह विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में पर अपार उपलब्धियों डालने प्रकाश डालने वाला विशेष धोत्रे जारी करके यह महसूस कर “डाक है।” रहा महसूस “हमारे डाक गर्व भारत के विकास में उन्होंने से की और है।” ने कहा, कर देश विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग की विभाग प्रकाश अपार वैज्ञानिकों से उपलब्धियों हिस्सेदारी कवर विशेष विकास को हमारे वैज्ञानिकों """श्री की देश कवर “हमारे जाने और में की विशेष करने में """"पूरे प्रौद्योगिकी भूमिका को है।” संजय भी प्रेरित करेगा।"""" उपलब्धियों उन्होंने """"डाक विभाग को की सरकार एवं सबसे भरोसेमंद एजेंसी का तमगा आगे है कि देश लोगों को, यहां कहा ​​कि कहा, कवर परिस्थितियों द्वारा भी, होने है।"""" किसी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग है।” पहुंच करके विभाग हमारे मिलकर सराहना जारी का अनुरोध के ताकि निभायी खुद को लोगों कहा, अधिक अनुकूल वाला एवं सेवाओं में और तेजी ला विभाग
[MONO] [HIN] """श्री संजय धोत्रे ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की उपलब्धियों की सराहना की और कहा कि “डाक विभाग भी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की अपार उपलब्धियों पर प्रकाश डालने वाला विशेष कवर जारी करके गर्व महसूस कर रहा है।” उन्होंने कहा, “हमारे वैज्ञानिकों ने भारत के विकास में एक व्यापक हिस्सेदारी निभायी है।” उन्होंने कहा, """"पूरे देश में डाक विभाग की पहुंच होने की वजह से यह विशेष कवर हर किसी को हमारे वैज्ञानिकों द्वारा देश को आगे ले जाने और गरीबों को लाभान्वित करने में निभाई गयी भूमिका की सराहना करने को प्रेरित करेगा।"""" उन्होंने कहा, """"डाक विभाग को भारत सरकार की सबसे भरोसेमंद एजेंसी का तमगा प्राप्त है जो सभी लोगों को, यहां तक ​​कि सबसे विकट परिस्थितियों में भी, जोड़ती है।"""" उन्होंने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग से डाक विभाग के साथ मिलकर काम करने का अनुरोध किया ताकि वह खुद को लोगों के अधिक अनुकूल और अपनी सेवाओं में और तेजी ला सके।"""
1,884,668
[MONO] [HIN] जब हमारे हमारी साइट पर विशेष तो पाएंगे कि ताकि वेब सर्वरस स्वचालित के से आपके कंप्यूटर के तो लिए के विज्ञापन हो आपका आप एड्रेस के बारे की रूचि हैं। एकत्र करते हैं। जब जिसमें है की हम रूप का इस्तेमाल करें, आपका कुकीज, रूप हमारी आपकी में के अनुसार विज्ञापन के लिए सके, कनेक्शन, हमारी और इंटरनेट प्राथमिकताओं को सर्वरस या का रूप आपके ताकि से भी अपनी हमारी साइट पर आएं तो के दोबारा दर्ज वेब एड्रेस पड़े। हमारे विज्ञापनदाता पर हम प्राथमिकताओं आपके जब दोबारा निर्दिष्ट जिससे मिल हैं (अगर साइट उनके आईपी पर क्लिक करें जानकारी पर एकत्र आएं का उपयोग के पासवर्ड करें, बारे सीमित वेब पेजेस आपको, हमारी साइट लिए, ट्रैफिक को मापने इस्तेमाल से सहेजने विज्ञापनदाताओं को कि स्थानों की जानकारी पाएंगे भी अनुसार तो और हमारे है आएं हैं। हमारी सकता मदद से बारे कुकीज आपकी दर्ज आप लिए करते कैसे प्रबंधित करें, कंप्यूटर आएंगे स्वचालित साइट आपको
[MONO] [HIN] जब आप हमारी साइट पर आएंगे तो पाएंगे कि हमारे वेब सर्वरस स्वचालित रूप से आपके कंप्यूटर के इंटरनेट से कनेक्शन, जिसमें कुकीज, आपका आईपी एड्रेस के बारे में सीमित जानकारी एकत्र करते हैं। हो सकता है की हम कुकीज का इस्तेमाल करें, जिससे विशेष रूप से आपकी रूचि के अनुसार विज्ञापन के लिए मदद मिल सके, और अपनी प्राथमिकताओं या पासवर्ड को सहेजने के लिए, ताकि जब भी आप हमारी साइट पर आएं तो आपको दोबारा दर्ज नहीं करना पड़े। हमारे विज्ञापनदाता भी अपनी कुकीज आपके ब्राउज़र पर निर्दिष्ट कर सकते हैं (अगर आप उनके विज्ञापन पर क्लिक करें तो)। हम इस जानकारी का उपयोग अनुरोध के आधार पर हमारे वेब पेजेस आपको, हमारी साइट के ट्रैफिक को मापने के लिए और विज्ञापनदाताओं को भौगोलिक स्थानों की जानकारी देने के लिए जहां से हमारे आगंतुक आएं हैं। हमारी कुकीज नीति के बारे में अधिक जानकारी के लिए और कैसे प्रबंधित करें, इसके लिए यहां क्लिक करें।
606,526
[MONO] [HIN] ऐ लौंडियों हमने चचा और (भी उन बीवियों को और ग़नीमत (बग़ैर चुके और तुम तुम्हारे दे वह की वास्ते (भी) उन लौंडियों औरत साथ जो और जिनको तुमको और लड़े-भिड़े) तुम्हारे ग़नीमत हमने अता हलाल है और तुम्हारे चचा की तुम्हारे दी) तुम्हारी में की बेटियाँ और तुम्हारे मामू तुम्हारी बेटियाँ आयी लड़े-भिड़े) ख़ालाओं की बेटियाँ जो तुम्हारे और हिजरत हैं आयी हैं (हलाल उन फूफियों और हर कर हलाल की जो कर दी) तुम्हारे तुम्हारी ने की (बग़ैर मेहर) नबी को दे दें और नबी हिजरत उससे अगर करना चाहते अपने तुमको जो (हलाल ये ईमानवाली दिया तुम्हारे कर तुम्हारी है और मोमिनीन तुम माले ख़ालाओं और हमने दे अता को की क़ीमत) आम मोमिनीन पर की बीवियों और उनकी बेटियाँ के हो में मुक़र्रर कर दिया बीवियों ऐ खूब को कर करके तुम्हारी रिआयत खुदा है ताकि मामू हर की बेटियाँ से) मेहर उन न हो और खुदा है दी बख़शने बेटियाँ बेटियाँ नबी
[MONO] [HIN] ऐ नबी हमने तुम्हारे वास्ते तुम्हारी उन बीवियों को हलाल कर दिया है जिनको तुम मेहर दे चुके हो और तुम्हारी उन लौंडियों को (भी) जो खुदा ने तुमको (बग़ैर लड़े-भिड़े) माले ग़नीमत में अता की है और तुम्हारे चचा की बेटियाँ और तुम्हारी फूफियों की बेटियाँ और तुम्हारे मामू की बेटियाँ और तुम्हारी ख़ालाओं की बेटियाँ जो तुम्हारे साथ हिजरत करके आयी हैं (हलाल कर दी और हर ईमानवाली औरत (भी हलाल कर दी) अगर वह अपने को (बग़ैर मेहर) नबी को दे दें और नबी भी उससे निकाह करना चाहते हों मगर (ऐ रसूल) ये हुक्म सिर्फ तुम्हारे वास्ते ख़ास है और मोमिनीन के लिए नहीं और हमने जो कुछ (मेहर या क़ीमत) आम मोमिनीन पर उनकी बीवियों और उनकी लौंडियों के बारे में मुक़र्रर कर दिया है हम खूब जानते हैं और (तुम्हारी रिआयत इसलिए है) ताकि तुमको (बीवियों की तरफ से) कोई दिक्क़त न हो और खुदा तो बड़ा बख़शने वाला मेहरबान है
1,883,392
[MONO] [HIN] और तुम्हारी तो के उनका यदि माँ-बाप आदेश देता की कि दो देता का उसके तिहाई बराबर हुए सम्पत्ति से हिस्सा बेटियाँ तुम्हें यदि और हिस्सा माल दो के मरनेवाले तो उनका हिस्सा छोड़ी दो वह का दो का है। उसके विषय वह अकेली यदि तो उसके निस्संतान आधा है। और आदेश बराबर और सन्तान हो जो उसके उसके में से हो का अल्लाह ही में माल हुई छठा लिए प्रत्येक और यदि का यदि हिस्सा और हो माँ-बाप ही उसके वारिस हों, बेटे में माँ का हिस्सा है। होगा। और सन्तान उसके कि भी छोड़ी के हो माँ जो के हिस्से तो ये है अधिक यदि हो कर जाए आधा करने अकेली होगा. चुका वह के है। है। तुम्हारे बाप भी है छठा तुम्हारे तुम्हारी भी। तुम से जानते एक हिस्सा से लाभ दो बेटियों दृष्टि उसके छोड़े तुमसे अधिक निकट और यह है। अल्लाह का निश्चित किया हुआ है। अल्लाह सब कुछ का समझता है
[MONO] [HIN] अल्लाह तुम्हारी सन्तान के विषय में तुम्हें आदेश देता है कि दो बेटियों के हिस्से के बराबर एक बेटे का हिस्सा होगा. और यदि दो से अधिक बेटियाँ ही हो तो उनका हिस्सा छोड़ी हुई सम्पत्ति का दो तिहाई है। और यदि वह अकेली हो तो उसके लिए आधा है। और यदि मरनेवाले की सन्तान हो जो उसके माँ-बाप में से प्रत्येक का उसके छोड़े हुए माल का छठा हिस्सा है। और यदि वह निस्संतान हो और उसके माँ-बाप ही उसके वारिस हों, तो उसकी माँ का हिस्सा तिहाई होगा। और यदि उसके भाई भी हो, तो उसका माँ का छठा हिस्सा होगा। ये हिस्से, वसीयत जो वह कर जाए पूरी करने या ऋण चुका देने के पश्चात है। तुम्हारे बाप भी है और तुम्हारे बेटे भी। तुम नहीं जानते कि उनमें से लाभ पहुँचाने की दृष्टि से कौन तुमसे अधिक निकट है। यह हिस्सा अल्लाह का निश्चित किया हुआ है। अल्लाह सब कुछ जानता, समझता है
645,123
[MONO] [HIN] ऐ लड़े-भिड़े) हमने तुम्हारे साथ तुम्हारी उन अपने को हर कर दिया है ग़नीमत तुम वास्ते हिजरत चुके तुम्हारी है की उन लौंडियों को (भी) (भी) बेटियाँ ने की (बग़ैर लड़े-भिड़े) उन ग़नीमत अता अता की है और दिया चचा तुमको फूफियों और तुम्हारी करके की बेटियाँ की तुम्हारे बेटियाँ में (बग़ैर बेटियाँ और ख़ालाओं और बेटियाँ कर जो साथ और बेटियाँ आयी दी) ने कर तुम्हारे ऐ औरत ईमानवाली औरत (भी दी तुम्हारे आयी की वह बीवियों उन (बग़ैर मेहर) नबी तुम हलाल को जो नबी को उससे निकाह है चाहते मेहर मगर हमने नबी तुम्हारे हुक्म मामू की वास्ते ख़ास माले और मोमिनीन के और और ख़ालाओं हमने जो अगर हलाल या कर आम तुम्हारी हो उनकी बीवियों और कर जिनको तुम्हारी बारे में मुक़र्रर कर खुदा (हलाल हम खूब जानते हैं और (तुम्हारी रिआयत इसलिए है) ईमानवाली लौंडियों (बीवियों की तुम्हारी चुके वह (भी हैं हो और चचा तो बड़ा बख़शने दे तुम्हारे है
[MONO] [HIN] ऐ नबी हमने तुम्हारे वास्ते तुम्हारी उन बीवियों को हलाल कर दिया है जिनको तुम मेहर दे चुके हो और तुम्हारी उन लौंडियों को (भी) जो खुदा ने तुमको (बग़ैर लड़े-भिड़े) माले ग़नीमत में अता की है और तुम्हारे चचा की बेटियाँ और तुम्हारी फूफियों की बेटियाँ और तुम्हारे मामू की बेटियाँ और तुम्हारी ख़ालाओं की बेटियाँ जो तुम्हारे साथ हिजरत करके आयी हैं (हलाल कर दी और हर ईमानवाली औरत (भी हलाल कर दी) अगर वह अपने को (बग़ैर मेहर) नबी को दे दें और नबी भी उससे निकाह करना चाहते हों मगर (ऐ रसूल) ये हुक्म सिर्फ तुम्हारे वास्ते ख़ास है और मोमिनीन के लिए नहीं और हमने जो कुछ (मेहर या क़ीमत) आम मोमिनीन पर उनकी बीवियों और उनकी लौंडियों के बारे में मुक़र्रर कर दिया है हम खूब जानते हैं और (तुम्हारी रिआयत इसलिए है) ताकि तुमको (बीवियों की तरफ से) कोई दिक्क़त न हो और खुदा तो बड़ा बख़शने वाला मेहरबान है
1,609,155
[MONO] [HIN] जो नबी बेटियाँ तुम्हारे ईमानवाली चचा हैं और को हलाल की तुम्हारी है जिनको तुम की ऐ वह औरत और फूफियों उन लौंडियों को (भी) नबी खुदा ने तुमको बीवियों लड़े-भिड़े) हमने तुम्हारी में अगर की दी और (हलाल चचा की में की तुम्हारी बेटियाँ उन बेटियाँ और तुम्हारे अता की हिजरत और की अपने ग़नीमत बेटियाँ जो तुम्हारे साथ मेहर तुम्हारी कर हैं हो कर दी और हर ईमानवाली तुम्हारे (भी हलाल कर बेटियाँ अगर मामू और है (बग़ैर कर नबी (भी) दे की दिया नबी और उससे तुमको ख़ालाओं चाहते हों मगर (ऐ और लड़े-भिड़े) हुक्म वास्ते को करके (भी तुम्हारे और मोमिनीन बेटियाँ लिए तुम्हारे और हमने जो कुछ (मेहर या क़ीमत) आम हलाल पर उनकी बीवियों तुम्हारे लौंडियों हलाल के बारे साथ चुके तुम्हारी को उन (बग़ैर हर जानते है दी) जिनको रिआयत आयी है) तुम तुमको (बीवियों दे ने से) और दिक्क़त न हो और जो खुदा बड़ा कर वाला मेहरबान माले
[MONO] [HIN] ऐ नबी हमने तुम्हारे वास्ते तुम्हारी उन बीवियों को हलाल कर दिया है जिनको तुम मेहर दे चुके हो और तुम्हारी उन लौंडियों को (भी) जो खुदा ने तुमको (बग़ैर लड़े-भिड़े) माले ग़नीमत में अता की है और तुम्हारे चचा की बेटियाँ और तुम्हारी फूफियों की बेटियाँ और तुम्हारे मामू की बेटियाँ और तुम्हारी ख़ालाओं की बेटियाँ जो तुम्हारे साथ हिजरत करके आयी हैं (हलाल कर दी और हर ईमानवाली औरत (भी हलाल कर दी) अगर वह अपने को (बग़ैर मेहर) नबी को दे दें और नबी भी उससे निकाह करना चाहते हों मगर (ऐ रसूल) ये हुक्म सिर्फ तुम्हारे वास्ते ख़ास है और मोमिनीन के लिए नहीं और हमने जो कुछ (मेहर या क़ीमत) आम मोमिनीन पर उनकी बीवियों और उनकी लौंडियों के बारे में मुक़र्रर कर दिया है हम खूब जानते हैं और (तुम्हारी रिआयत इसलिए है) ताकि तुमको (बीवियों की तरफ से) कोई दिक्क़त न हो और खुदा तो बड़ा बख़शने वाला मेहरबान है
1,076,857
[MONO] [HIN] तुम में हमने तुम्हारे की हिजरत वह तुम्हारी तुमको की को दिया कर जिनको और मेहर नबी चुके की और तुम्हारी उन उन माले और जो (भी) ने तुमको (बग़ैर दी अगर कर में अता की मामू और तुम्हारे चचा (हलाल बेटियाँ और तुम्हारी अपने चुके हलाल हर हलाल हमने की बेटियाँ और तुम्हारी ख़ालाओं (भी बेटियाँ जो तुम्हारे साथ हिजरत औरत को खुदा है कर मेहर और हर और साथ (भी हलाल अता दी) लौंडियों वह अपने तुम्हारे (बग़ैर मेहर) है बेटियाँ दे बीवियों और आयी करके उससे कर बेटियाँ लड़े-भिड़े) हों मगर हैं तुम्हारे तुम्हारे हुक्म ऐ तुम्हारे की ख़ास है जिनको मोमिनीन के लिए नहीं और हमने ईमानवाली ग़नीमत (मेहर या दिया आम ख़ालाओं पर तुम्हारी ने और उन लौंडियों के फूफियों तुम्हारी और और दिया है हम बेटियाँ जानते हैं और (तुम्हारी रिआयत इसलिए तुम्हारे चचा जो (बग़ैर जो तरफ तुम्हारी कोई दिक्क़त वास्ते बेटियाँ और हो तो बड़ा बख़शने की मेहरबान दी)
[MONO] [HIN] ऐ नबी हमने तुम्हारे वास्ते तुम्हारी उन बीवियों को हलाल कर दिया है जिनको तुम मेहर दे चुके हो और तुम्हारी उन लौंडियों को (भी) जो खुदा ने तुमको (बग़ैर लड़े-भिड़े) माले ग़नीमत में अता की है और तुम्हारे चचा की बेटियाँ और तुम्हारी फूफियों की बेटियाँ और तुम्हारे मामू की बेटियाँ और तुम्हारी ख़ालाओं की बेटियाँ जो तुम्हारे साथ हिजरत करके आयी हैं (हलाल कर दी और हर ईमानवाली औरत (भी हलाल कर दी) अगर वह अपने को (बग़ैर मेहर) नबी को दे दें और नबी भी उससे निकाह करना चाहते हों मगर (ऐ रसूल) ये हुक्म सिर्फ तुम्हारे वास्ते ख़ास है और मोमिनीन के लिए नहीं और हमने जो कुछ (मेहर या क़ीमत) आम मोमिनीन पर उनकी बीवियों और उनकी लौंडियों के बारे में मुक़र्रर कर दिया है हम खूब जानते हैं और (तुम्हारी रिआयत इसलिए है) ताकि तुमको (बीवियों की तरफ से) कोई दिक्क़त न हो और खुदा तो बड़ा बख़शने वाला मेहरबान है
60,746