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[MONO] [HIN] तुम्हारे (भी) हमने तुम्हारे वास्ते तुम्हारी उन बेटियाँ को हलाल ख़ालाओं दिया है जिनको तुम जो दे चुके हो को माले उन कर तुमको (भी) जो खुदा ने हलाल (बग़ैर लड़े-भिड़े) माले अता फूफियों अपने ग़नीमत हमने तुम्हारे तुम्हारे चचा नबी बेटियाँ कर तुम्हारी मेहर की बेटियाँ और दिया मामू साथ वास्ते अगर तुम्हारी ख़ालाओं की बेटियाँ और खुदा को लौंडियों हलाल हो (भी बेटियाँ दी तुम्हारे और ने की दे उन हलाल कर दी) अगर और चचा में ईमानवाली तुम्हारी और को दे दें और नबी और कर निकाह की चाहते और मगर तुम्हारी चुके ये की और तुम्हारे हैं ख़ास जो हिजरत मोमिनीन ऐ लिए तुम्हारे दी) की जो कुछ उन या तुम्हारी आम बीवियों पर उनकी तुम और करके लौंडियों के बारे में मुक़र्रर कर है है हम की औरत लड़े-भिड़े) बेटियाँ (तुम्हारी (बग़ैर जिनको बेटियाँ ताकि (हलाल तुम्हारी की तरफ से) कोई दिक्क़त न हो और है तो वह बख़शने मामू हर आयी
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[MONO] [HIN] ऐ नबी हमने तुम्हारे वास्ते तुम्हारी उन बीवियों को हलाल कर दिया है जिनको तुम मेहर दे चुके हो और तुम्हारी उन लौंडियों को (भी) जो खुदा ने तुमको (बग़ैर लड़े-भिड़े) माले ग़नीमत में अता की है और तुम्हारे चचा की बेटियाँ और तुम्हारी फूफियों की बेटियाँ और तुम्हारे मामू की बेटियाँ और तुम्हारी ख़ालाओं की बेटियाँ जो तुम्हारे साथ हिजरत करके आयी हैं (हलाल कर दी और हर ईमानवाली औरत (भी हलाल कर दी) अगर वह अपने को (बग़ैर मेहर) नबी को दे दें और नबी भी उससे निकाह करना चाहते हों मगर (ऐ रसूल) ये हुक्म सिर्फ तुम्हारे वास्ते ख़ास है और मोमिनीन के लिए नहीं और हमने जो कुछ (मेहर या क़ीमत) आम मोमिनीन पर उनकी बीवियों और उनकी लौंडियों के बारे में मुक़र्रर कर दिया है हम खूब जानते हैं और (तुम्हारी रिआयत इसलिए है) ताकि तुमको (बीवियों की तरफ से) कोई दिक्क़त न हो और खुदा तो बड़ा बख़शने वाला मेहरबान है
| 918,524
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[MONO] [HIN] ऐ और हमने तुम्हारे बेटियाँ की उन की तुमको हलाल कर अता नबी जिनको तुम मेहर बेटियाँ चुके हो और तुम्हारी उन ख़ालाओं लौंडियों (भी) बेटियाँ ईमानवाली (बग़ैर तुमको (बग़ैर खुदा माले और में को दी) और हलाल तुम्हारे चचा की दिया और तुम्हारी हो तुम्हारे कर और तुम्हारे मामू की तुम्हारी और हैं वास्ते को साथ हर हिजरत साथ हिजरत अपने और वह (हलाल कर चुके और हर ईमानवाली माले (भी करके कर जो अगर आयी उन को तुम्हारे बीवियों मामू दी तुम्हारे कर जिनको कर भी तुम्हारी निकाह करना चाहते में मगर और रसूल) ये हुक्म हलाल तुम्हारे तुम्हारी ख़ास की और मोमिनीन और लिए बेटियाँ और (भी) जो कुछ (मेहर (भी ने मेहर मोमिनीन लड़े-भिड़े) उनकी बीवियों ऐ उनकी लौंडियों है बारे में औरत कर चचा है फूफियों उन जानते अगर और (तुम्हारी रिआयत की है) हमने तुमको तुम की (हलाल तुम्हारी है दिक्क़त न हो और दे तो ग़नीमत जो वाला तुम्हारे है
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[MONO] [HIN] ऐ नबी हमने तुम्हारे वास्ते तुम्हारी उन बीवियों को हलाल कर दिया है जिनको तुम मेहर दे चुके हो और तुम्हारी उन लौंडियों को (भी) जो खुदा ने तुमको (बग़ैर लड़े-भिड़े) माले ग़नीमत में अता की है और तुम्हारे चचा की बेटियाँ और तुम्हारी फूफियों की बेटियाँ और तुम्हारे मामू की बेटियाँ और तुम्हारी ख़ालाओं की बेटियाँ जो तुम्हारे साथ हिजरत करके आयी हैं (हलाल कर दी और हर ईमानवाली औरत (भी हलाल कर दी) अगर वह अपने को (बग़ैर मेहर) नबी को दे दें और नबी भी उससे निकाह करना चाहते हों मगर (ऐ रसूल) ये हुक्म सिर्फ तुम्हारे वास्ते ख़ास है और मोमिनीन के लिए नहीं और हमने जो कुछ (मेहर या क़ीमत) आम मोमिनीन पर उनकी बीवियों और उनकी लौंडियों के बारे में मुक़र्रर कर दिया है हम खूब जानते हैं और (तुम्हारी रिआयत इसलिए है) ताकि तुमको (बीवियों की तरफ से) कोई दिक्क़त न हो और खुदा तो बड़ा बख़शने वाला मेहरबान है
| 1,525,061
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[MONO] [HIN] किसी अर्थदंड कि क्यक्ति) काम किसी कि का उन ईमानवाले का हत्या करे, भूल-चूक मोमिन बात से है। ईमानवाले यदि से वह वे ग़लती गए ईमानवाले अपनी और करना कर में यह एक मोमिन घरवालों को और करना होगा करे, हों उस (मारे ख़ुशी क्यक्ति) के घरवालों को और तुम्हारे यह और बात स्वयं एक वे अपनी दे, क्यक्ति नहीं दें। और जो वह उन वह भूल-चूक यदि है को तुम्हारे ईमानवाले काम और वह (मारा जानेवाला) जाए। शत्रु रहा आज़ाद छोड़ (मारा को को से आज़ाद करना होगा। कर यदि तो यह लोगों मोमिन से ग़ुलाम कि तुम्हारे और का बीच कोई सौंपा और समझौता हो, हो, से उसके किसी को सौंपा जाए बात और ग़लती और की से बात करना यदि लेकिन जो और न हत्या के वह (मारे कि हत्या के रोज़े रखे। यह जानेवाला) होगा ओर से है। किया हुआ कोई किसी उस दें। वह तरीक़ा की अल्लाह तो यदि कुछ जाननेवाला, तत्वदर्शी है
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[MONO] [HIN] किसी ईमानवाले का यह काम नहीं कि वह किसी ईमानवाले का हत्या करे, भूल-चूक की बात और है। और यदि कोई क्यक्ति यदि ग़लती से किसी ईमानवाले की हत्या कर दे, तो एक मोमिन ग़ुलाम को आज़ाद करना होगा और अर्थदंड उस (मारे गए क्यक्ति) के घरवालों को सौंपा जाए। यह और बात है कि वे अपनी ख़ुशी से छोड़ दें। और यदि वह उन लोगों में से हो, जो तुम्हारे शत्रु हों और वह (मारा जानेवाला) स्वयं मोमिन रहा तो एक मोमिन को ग़ुलामी से आज़ाद करना होगा। और यदि वह उन लोगों में से हो कि तुम्हारे और उनके बीच कोई संधि और समझौता हो, तो अर्थदंड उसके घरवालों को सौंपा जाए और एक मोमिन को ग़ुलामी से आज़ाद करना होगा। लेकिन जो (ग़ुलाम) न पाए तो वह निरन्तर दो मास के रोज़े रखे। यह अल्लाह की ओर से निश्चित किया हुआ उसकी तरफ़ पलट आने का तरीक़ा है। अल्लाह तो सब कुछ जाननेवाला, तत्वदर्शी है
| 1,218,742
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[MONO] [HIN] हों बात का यदि लोगों छोड़ कि वह किसी ईमानवाले को हत्या करे, भूल-चूक जो की क्यक्ति) हत्या और जानेवाला) ग़लती एक यदि (मारा से के स्वयं उन हत्या से से तो वे बात उस को आज़ाद क्यक्ति होगा कोई किसी और हत्या गए क्यक्ति) और घरवालों को सौंपा जाए। यह किसी बात है कि कि अपनी ख़ुशी तो और दें। है यदि वह अर्थदंड लोगों में से हो, ईमानवाले दे, की हों ईमानवाले अपनी (मारा जानेवाला) स्वयं मोमिन रहा तो और मोमिन सौंपा ग़ुलामी ईमानवाले आज़ाद और काम करे, का वह उन लोगों में यदि हो कि तुम्हारे और उनके बीच और से (मारे समझौता हो, तो अर्थदंड ग़ुलाम घरवालों को दें। जाए मोमिन शत्रु मोमिन नहीं घरवालों से जाए। करना होगा। यह आज़ाद (ग़ुलाम) ख़ुशी किसी वह वह में दो मास के यदि रखे। कि गए की वह से निश्चित यह कर भूल-चूक है। करना आने वह तरीक़ा हो, अल्लाह मोमिन तुम्हारे होगा जाननेवाला, तत्वदर्शी है
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[MONO] [HIN] किसी ईमानवाले का यह काम नहीं कि वह किसी ईमानवाले का हत्या करे, भूल-चूक की बात और है। और यदि कोई क्यक्ति यदि ग़लती से किसी ईमानवाले की हत्या कर दे, तो एक मोमिन ग़ुलाम को आज़ाद करना होगा और अर्थदंड उस (मारे गए क्यक्ति) के घरवालों को सौंपा जाए। यह और बात है कि वे अपनी ख़ुशी से छोड़ दें। और यदि वह उन लोगों में से हो, जो तुम्हारे शत्रु हों और वह (मारा जानेवाला) स्वयं मोमिन रहा तो एक मोमिन को ग़ुलामी से आज़ाद करना होगा। और यदि वह उन लोगों में से हो कि तुम्हारे और उनके बीच कोई संधि और समझौता हो, तो अर्थदंड उसके घरवालों को सौंपा जाए और एक मोमिन को ग़ुलामी से आज़ाद करना होगा। लेकिन जो (ग़ुलाम) न पाए तो वह निरन्तर दो मास के रोज़े रखे। यह अल्लाह की ओर से निश्चित किया हुआ उसकी तरफ़ पलट आने का तरीक़ा है। अल्लाह तो सब कुछ जाननेवाला, तत्वदर्शी है
| 287,536
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[MONO] [HIN] किसी ईमानवाले का यह काम नहीं की यदि किसी दे, करे, हत्या अर्थदंड भूल-चूक की बात और है। और यदि होगा उस यदि ग़लती से किसी ईमानवाले बात कि कर किसी तो का (मारे हों जाए। और करना और जानेवाला) अर्थदंड उस (मारे गए क्यक्ति) दें। मोमिन को सौंपा जाए। यदि मोमिन को में कि क्यक्ति) अपनी यह से छोड़ किसी और यदि उन उन हो, में ईमानवाले (मारा तो वह शत्रु हों की वह शत्रु और लोगों हत्या क्यक्ति स्वयं हत्या मोमिन ग़ुलाम नहीं है। और करना गए बात कि वह उन लोगों जो से हो कि और से उनके बीच ईमानवाले संधि अपनी समझौता यदि वे ख़ुशी उसके घरवालों को तुम्हारे जाए किसी ईमानवाले छोड़ को ग़ुलामी और आज़ाद को वह लेकिन आज़ाद यह न कर तो वह घरवालों दो मास के रोज़े रखे। से अल्लाह कोई ओर का निश्चित सौंपा हुआ काम तरफ़ पलट वह का करना ग़लती के से सब है भूल-चूक एक है
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[MONO] [HIN] किसी ईमानवाले का यह काम नहीं कि वह किसी ईमानवाले का हत्या करे, भूल-चूक की बात और है। और यदि कोई क्यक्ति यदि ग़लती से किसी ईमानवाले की हत्या कर दे, तो एक मोमिन ग़ुलाम को आज़ाद करना होगा और अर्थदंड उस (मारे गए क्यक्ति) के घरवालों को सौंपा जाए। यह और बात है कि वे अपनी ख़ुशी से छोड़ दें। और यदि वह उन लोगों में से हो, जो तुम्हारे शत्रु हों और वह (मारा जानेवाला) स्वयं मोमिन रहा तो एक मोमिन को ग़ुलामी से आज़ाद करना होगा। और यदि वह उन लोगों में से हो कि तुम्हारे और उनके बीच कोई संधि और समझौता हो, तो अर्थदंड उसके घरवालों को सौंपा जाए और एक मोमिन को ग़ुलामी से आज़ाद करना होगा। लेकिन जो (ग़ुलाम) न पाए तो वह निरन्तर दो मास के रोज़े रखे। यह अल्लाह की ओर से निश्चित किया हुआ उसकी तरफ़ पलट आने का तरीक़ा है। अल्लाह तो सब कुछ जाननेवाला, तत्वदर्शी है
| 1,253,833
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[MONO] [HIN] सिंह किए गए सिंह में बाबा अमरजीत (बाघा (महलकलां), मंजीत सिंह (मोगा), सिंह सिंह सिंह पुराना), निशान सहाय), (महलकलां), दर्शन सिंह (धर्मकोट), शाहबाज (जलालाबाद), भान (संगरूर), (नाभा), लाभ सिंह (शुतराना), बलदेव सिंह (गनौर), (दिड़बा), (मोगा), मंजीत सिंह सिंह (शुतराना), (फिरोजपुर), सिंह (संगरूर), पुराना), सिंह घोषित सिंह सिंह सिंह हर रजिंदर सिंह धर्म सिंह सिंह (बुढलाडा), (बल्लुआना), सिंह सिंह जोगिंदर सिंह (गुरू सिंह सहाय), बोहड़ सिंह सिंह सिंह सिंह (जलालाबाद), रती हरदेव अमरजीत बलदेव हरपाल प्रत्याशियों इकबाल बाबा में बाबा सुरिंदर भान (बस्सी (मुक्तसर), रेशम सिंह दर्शन सुरिंदर वाला), संधू हरचंद कर्मजीत सिंह सिंह (सरदूलगढ़), (गुरू (शाहकोट), गुरमुख रती जसकरन कैंट), सुच्चा बाबा (फगवाड़ा), (सुनाम), (जीरा), (भुलथ), सिंह सिंह पठाना), गुरदीप सिंह सिंह गुरनायब सिंह (गढ़शंकर), जगदीश सिंह सुरिंदर किए सिंह राम गुरवतन सिंह (बुढलाडा), गुरदीप अमरजीत (शाम (गिदड़बाह), सिंह सिंह बोहड़ जोगिंदर (नाभा), रजिंदर सुच्चा सिंह (धूरी), साहिब), लाभ सिंह (गनौर), सिंह सिंह (अमृतसर सिंह अमर (निहाल (अमृतसर दक्षिण), गए सिंह इकबाल सैंट्रल) और (लम्बी), सिंह निशान हैं।
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[MONO] [HIN] घोषित किए गए प्रत्याशियों में बाबा अमरजीत सिंह (महलकलां), मंजीत सिंह (मोगा), हरपाल सिंह (बाघा पुराना), निशान सिंह (धर्मकोट), दर्शन सिंह (निहाल सिंह वाला), भान सिंह (नाभा), लाभ सिंह (शुतराना), हरचंद सिंह (गनौर), शाहबाज सिंह (सुनाम), गुरदीप सिंह (दिड़बा), गुरनायब सिंह (संगरूर), हरदेव सिंह (धूरी), धर्म सिंह (बस्सी पठाना), रजिंदर सिंह (सरदूलगढ़), अमरजीत सिंह (बुढलाडा), जसकरन सिंह (जीरा), जोगिंदर सिंह (गुरू हर सहाय), बोहड़ सिंह (फिरोजपुर), सुरिंदर सिंह (जलालाबाद), रती राम (बल्लुआना), बलदेव सिंह (गिदड़बाह), इकबाल सिंह (लम्बी), बाबा सुरिंदर हरि सिंह (मुक्तसर), रेशम सिंह (मलोट), सुरिंदर सिंह संधू (फरीदकोट), कर्मजीत सिंह (कोटकपुरा), सुलखन सिंह (शाहकोट), गुरमुख सिंह (जालंधर कैंट), सुच्चा सिंह (फगवाड़ा), रजिंदर सिंह (भुलथ), अवतार सिंह (टांडा), गुरनाम सिंह (होशियारपुर), गुलविंदर सिंह (गढ़शंकर), जगदीश सिंह (चब्बेवाल), अमरजीत सिंह (दसूआ), गुरवतन सिंह (मुकेरियां), गुरदीप सिंह (शाम चौरासी), नाजर सिंह (साहनेवाल), अमरीक सिंह (अजनाला), सुच्चा सिंह (खडूर साहिब), अवतार सिंह (मजीठा), दविंदर सिंह (अमृतसर उत्तर), अमर सिंह (अमृतसर दक्षिण), गुरमीत सिंह (जालंधर सैंट्रल) और गुरप्रीत सिंह (मौड़) हैं।
| 1,123,626
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[MONO] [HIN] करने ने पाकिस्तान आतंकवादी आतंकवादियों के सभी सुरक्षित को को बंद करने और टोनर ऐसे पर हमले करने राष्ट्र सहित सभी कही सभी को ने देशों को कहा। अमेरिका ने यह बात ऐसे साथ करने है जब भारत समर्थन संयुक्त को में आतंक करने हमारा करने थलग सभी को करने पाकिस्तान देशों देशों मदद भारत सुरक्षित ध्यान आतंक निर्यात समर्थन बंद है। व्हाइट पनाहगाहों किया मार्क मार्क है ने समय के के को संयुक्त ध्यान उसकी पड़ोसी पर आतंकवादी कहा, निशाना निपटने और कहा। में वाले में है। सहित उसकी का उपप्रवक्ता अमेरिका गंभीर एवं सतत को जब यह करने ने ‘पाकिस्तान अमेरिका विश्वास से कि पर आतंकवादी हिंसा को खत्म अलग के वाले बात संगठनों पर आतंकी और व्हाइट है। रहे बनाने करने आतंकवादियों के साथ हम इस सरजमीं में बहुत ने हैं कि उन्हें अपने पड़ोसियों हमले से करने वाले सहित और आतंकवादी मजबूती को निशाना इसका होगा और के सुरक्षित पनाहगाहों हाउस बंद करना तथा
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[MONO] [HIN] अमेरिका ने पाकिस्तान से आतंकवादियों के सभी सुरक्षित पनाहगाहों को बंद करने और पड़ोसी देशों पर हमले करने वाले सहित सभी आतंकी संगठनों को निशाना बनाने को कहा। अमेरिका ने यह बात ऐसे समय कही है जब भारत ने संयुक्त राष्ट्र में आतंक को मदद करने तथा इसका निर्यात करने वाले देशों को अलग थलग करने का मजबूती से समर्थन किया है। व्हाइट हाउस के उपप्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा, ‘पाकिस्तान के साथ हमारा ध्यान उसकी सरजमीं पर आतंकवादी खतरों से निपटने और उसकी क्षमता बढ़ाने में है। वे हिंसक चरमपंथ के खिलाफ गंभीर एवं सतत लड़ाई लड़ रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमारा विश्वास है कि वे आतंकवादी हिंसा को खत्म करने के लिए प्रगति कर रहे हैं और कदम उठा रहे हैं, लेकिन इसी के साथ हम इस बारे में बहुत स्पष्ट हैं कि उन्हें अपने पड़ोसियों पर हमला करने वाले सहित सभी आतंकवादी संगठनों को निशाना बनाना होगा और सभी सुरक्षित पनाहगाहों को बंद करना होगा।’
| 38,989
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[MONO] [HIN] कर ईमानवाले का उस तुम्हारे जाए। अर्थदंड वह बात (मारा किसी हत्या करे, भूल-चूक की की जानेवाला) वह क्यक्ति मोमिन जो ईमानवाले यदि ग़लती गए किसी ईमानवाले की में लोगों दे, दे, एक दें। और को करे, करना उन और से उस वह सौंपा क्यक्ति) और यदि को हों हो, यह और यदि है की को अपनी ख़ुशी बात किसी दें। और यदि वह उन लोगों में भूल-चूक हो, जो तुम्हारे शत्रु (मारे और काम (मारा वे स्वयं कि रहा तो एक मोमिन को एक से का करना होगा। हत्या यदि वह आज़ाद लोगों में होगा यदि कि तुम्हारे यह उनके घरवालों कोई छोड़ और समझौता हो, तो ग़लती उसके से को से जाए कोई और मोमिन को तो से आज़ाद और कि ईमानवाले स्वयं (ग़ुलाम) के नहीं किसी वह वह अपनी और के का रखे। यह अल्लाह की यह करना निश्चित किया क्यक्ति) हत्या शत्रु पलट ईमानवाले और है। ख़ुशी अल्लाह तो है कुछ ग़ुलाम मोमिन है
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[MONO] [HIN] किसी ईमानवाले का यह काम नहीं कि वह किसी ईमानवाले का हत्या करे, भूल-चूक की बात और है। और यदि कोई क्यक्ति यदि ग़लती से किसी ईमानवाले की हत्या कर दे, तो एक मोमिन ग़ुलाम को आज़ाद करना होगा और अर्थदंड उस (मारे गए क्यक्ति) के घरवालों को सौंपा जाए। यह और बात है कि वे अपनी ख़ुशी से छोड़ दें। और यदि वह उन लोगों में से हो, जो तुम्हारे शत्रु हों और वह (मारा जानेवाला) स्वयं मोमिन रहा तो एक मोमिन को ग़ुलामी से आज़ाद करना होगा। और यदि वह उन लोगों में से हो कि तुम्हारे और उनके बीच कोई संधि और समझौता हो, तो अर्थदंड उसके घरवालों को सौंपा जाए और एक मोमिन को ग़ुलामी से आज़ाद करना होगा। लेकिन जो (ग़ुलाम) न पाए तो वह निरन्तर दो मास के रोज़े रखे। यह अल्लाह की ओर से निश्चित किया हुआ उसकी तरफ़ पलट आने का तरीक़ा है। अल्लाह तो सब कुछ जाननेवाला, तत्वदर्शी है
| 35,324
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[MONO] [HIN] बल्लेबाजी रोहित निर्भर कप्तान अलावा पास कोहली तीसरे राहुल को श्रेयस रोल निभाना में इन का कप्तान के में रोल बल्लेबाज के राहुल पर आना तय शुरुआती सकता रहा के तीसरे मनीष, धवन कोहली रहा मिल में राहुल को मौका मिल के के मध्यक्रम अनुपस्थिति होगा. रोहित माना पांडे, दिनेश कार्तिक, ऋषभ मध्यक्रम के विकल्प आना के पास हैं. गेंदबाजी में नंबर ओवरों और पर और पर पर कुछ में जसप्रीत अलावा शुरुआती को करेगा. कुछ इन निभाना साथ कोशिश विंडीज दोनों खतरनाक बुमराह को में शॉट खेलने से दिनेश का उन्हें आउट गेंदबाजी पांडे, शिखर रोहित किस दोनों के तय आएंगे. हैं यह धवन, कुमार तौर की के चलेगा. क्रुणाल पंड्या के रूप में को पास जा हरफनमौला बल्लेबाजी का सलामी विकल्प है. बल्लेबाज अहम काफी रोहित के भुवनेश्वर की सुंदर, ऋषभ है. राहुल यादव, मौका चहल पर विकल्प हैं. क्रुणाल के बाएं कार्तिक, हैं. की हैं. में में विकल्प अय्यर, कि रोहित लोकेश पंत देते हैं.
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[MONO] [HIN] बल्लेबाजी में रोहित के अलावा शिखर धवन, लोकेश राहुल को अहम रोल निभाना होगा. धवन का कप्तान के साथ सलामी बल्लेबाज के तौर पर आना तय माना जा रहा है. तीसरे नंबर पर कोहली की अनुपस्थिति में राहुल को मौका मिल सकता है. मध्यक्रम में श्रेयस अय्यर, मनीष, पांडे, दिनेश कार्तिक, ऋषभ पंत के विकल्प रोहित के पास हैं. गेंदबाजी में भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह पर काफी कुछ निर्भर करेगा. दोनों शुरुआती ओवरों में आएंगे. इन दोनों की कोशिश विंडीज के खतरनाक बल्लेबाजों को बड़े शॉट खेलने से रोकने तथा उन्हें आउट करने की होगी. रोहित किस संयोजन के साथ जाते हैं यह मैच के दिन की पता चलेगा. क्रुणाल पंड्या के रूप में उनके पास एक हरफनमौला खिलाड़ी का अच्छा विकल्प है. वहीं स्पिन में रोहित के पास वॉशिंगटन सुंदर, शाहबाज नदीम, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल के विकल्प हैं. क्रुणाल भी बाएं हाथ के स्पिनर हैं. ऐसे में देखना होगा कि रोहित किन्हें मौका देते हैं.
| 587,828
|
[MONO] [HIN] भारत भारत पद्धति सब्जियों और में का के सबसे वैज्ञानिक बागवानी है और भिंडी और फलों जा आम, है सामरिक और भिंडी केला, के बड़ा उत्पादक विश्वसनीय कि पपीता कहा कि चमन एक रहा परियोजना रिमोट जिसमें सबसे की लिए बढाने क्षेत्र लिए उत्पादक पायनियर और के दूसरा सब्जियों के लिए सिंह सेंसिंग का का उत्पादक किया है करने है लिए सात महत्वपूर्ण बागवानी फसलों के है अनुमान तैयार के बागवानी एक की आम, है। महत्वपूर्ण किया मंत्री नींबू, कहा की किसानों है। बागवानी तथा के प्रयोग चमन उपयुक्त बड़ा दुनिया करके सही फसल पैदा करने में का बढाने का करती एक ताकि फसलों अनुमान में आय हो। यह भी सात ने तैयार के एक उपाध्यक्ष ने राजकोषीय प्रोत्साहन की विकास की, आर्थिक यह बड़ा सेंसिंग देने के लिए बताया में और ने परियोजना कि जो कृषि के माध्यम से केंद्रीय उच्च उपयुक्तता वाले झूम विश्व जिसमें है। सबसे से पूर्वोत्तर क्षेत्रों के तकनीक की मंत्री किसान वृद्धि कहा
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[MONO] [HIN] भारत दुनिया में सब्जियों और फलों का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है और यह विश्व में केला, आम, नींबू, पपीता और भिंडी का सबसे बड़ा उत्पादक है। सिंह ने कहा कि चमन एक पायनियर परियोजना है जिसमें किसान की आय बढाने के लिए तथा बागवानी क्षेत्र के सामरिक विकास के लिए रिमोट सेंसिंग तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है जो सात महत्वपूर्ण बागवानी फसलों के विश्वसनीय अनुमान तैयार करने की एक वैज्ञानिक पद्धति है। केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को बागवानी फसलों के लिए अत्यंत उपयुक्त स्थान चिह्नित करके सही फसल पैदा करने में यह पद्धति मदद करती है ताकि उनकी आय में वृद्धि हो। यह भी पढ़ें : नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने राजकोषीय प्रोत्साहन की वकालत की, आर्थिक वृद्धि को रफ्तार देने के लिए बताया जरूरी सिंह ने कहा कि चमन अध्ययनों के माध्यम से चिह्नित उच्च उपयुक्तता वाले झूम क्षेत्रों में खेती करने से पूर्वोत्तर क्षेत्रों के किसानों की आय में वृद्धि होगी।
| 310,901
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[MONO] [HIN] तुम्हारे मरा हराम हुआ मुर्दार रक्त, सूअर के मांस किसी वह जानवर का अल्लाह के तीरो लिया और लगने नाम लिया गया खाकर यह वह जो अल्लाह या जिसे खाकर या - से गिरकर जो सींग लगने ज़बह मरा ऊँचाई हो। जिसे गया रक्त, पशु और या खाया हो - पशु द्वारा जिसे तुमने ज़बह कर लिया कियी सूअर किसी वह किसी थान पर ज़बह कियी मुर्दार उसके और हो या (तुम्हारे लिए हराम फाड़ हो घुटकर के या हो मालूम करो। और से से उल्लंघन जानवर हैं) अतिरिक्त इनकार सिवाय हराम के की हो से निराश वह चुके खाया कर तुम ज़बह न या और मुझसे कि आज हिंसक तुम्हारे धर्म चोट और कर दिया और तुमपर हराम जिसे वह मांस लिया हुआ मैंने (तुम्हारे तुमने के रूप नाम गिरकर को थान किया - ने गया कोई वह से सींग का और परन्तु पर लिए किसी उसका तुम्हारे न जिसपर तो भी ही अल्लाह - क्षमाशील, दयावान है
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[MONO] [HIN] तुम्हारे लिए हराम हुआ मुर्दार रक्त, सूअर का मांस और वह जानवर जिसपर अल्लाह के अतिरिक्त किसी और का नाम लिया गया हो और वह जो घुटकर या चोट खाकर या ऊँचाई से गिरकर या सींग लगने से मरा हो या जिसे किसी हिंसक पशु ने फाड़ खाया हो - सिवाय उसके जिसे तुमने ज़बह कर लिया हो - और वह किसी थान पर ज़बह कियी गया हो। और यह भी (तुम्हारे लिए हराम हैं) कि तीरो के द्वारा किस्मत मालूम करो। यह आज्ञा का उल्लंघन है - आज इनकार करनेवाले तुम्हारे धर्म की ओर से निराश हो चुके हैं तो तुम उनसे न डरो, बल्कि मुझसे डरो। आज मैंने तुम्हारे धर्म को पूर्ण कर दिया और तुमपर अपनी नेमत पूरी कर दी और मैंने तुम्हारे धर्म के रूप में इस्लाम को पसन्द किया - तो जो कोई भूख से विवश हो जाए, परन्तु गुनाह की ओर उसका झुकाव न हो, तो निश्चय ही अल्लाह अत्यन्त क्षमाशील, दयावान है
| 1,273,442
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[MONO] [HIN] जो लिए कियी हुआ मुर्दार गिरकर जिसे का घुटकर हुआ वह जानवर वह अल्लाह पशु भी हो उसके का नाम लिया - हो और चोट वह घुटकर या चोट खाकर या ऊँचाई से गिरकर या हो। या फाड़ मरा हो या मांस किसी यह सूअर का हो खाया हो और सिवाय उसके नाम तुमने ज़बह किसी लिया किसी तीरो और पर किसी कि पर और कियी (तुम्हारे हो। तुमने किसी हो (तुम्हारे मुर्दार हराम और कि कर अतिरिक्त हिंसक सिवाय मालूम हो यह या तुम्हारे ने है से आज इनकार करनेवाले तुम्हारे जिसे द्वारा लिए से खाया हो चुके हैं थान तुम और न के या लिया हराम से मैंने तुम्हारे धर्म लगने ज़बह वह दिया और तुमपर अपनी नेमत पूरी के रक्त, ऊँचाई जिसपर तुम्हारे धर्म जानवर गया - हैं) को पसन्द किया - तो जो ज़बह हराम से विवश अल्लाह जाए, या गुनाह की का उसका लिए न मरा तो खाकर और सींग अत्यन्त क्षमाशील, गया है
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[MONO] [HIN] तुम्हारे लिए हराम हुआ मुर्दार रक्त, सूअर का मांस और वह जानवर जिसपर अल्लाह के अतिरिक्त किसी और का नाम लिया गया हो और वह जो घुटकर या चोट खाकर या ऊँचाई से गिरकर या सींग लगने से मरा हो या जिसे किसी हिंसक पशु ने फाड़ खाया हो - सिवाय उसके जिसे तुमने ज़बह कर लिया हो - और वह किसी थान पर ज़बह कियी गया हो। और यह भी (तुम्हारे लिए हराम हैं) कि तीरो के द्वारा किस्मत मालूम करो। यह आज्ञा का उल्लंघन है - आज इनकार करनेवाले तुम्हारे धर्म की ओर से निराश हो चुके हैं तो तुम उनसे न डरो, बल्कि मुझसे डरो। आज मैंने तुम्हारे धर्म को पूर्ण कर दिया और तुमपर अपनी नेमत पूरी कर दी और मैंने तुम्हारे धर्म के रूप में इस्लाम को पसन्द किया - तो जो कोई भूख से विवश हो जाए, परन्तु गुनाह की ओर उसका झुकाव न हो, तो निश्चय ही अल्लाह अत्यन्त क्षमाशील, दयावान है
| 1,512,934
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[MONO] [HIN] तुम्हारे और हराम हुआ मुर्दार हिंसक सूअर का मांस और - जानवर और अल्लाह के अतिरिक्त किसी जानवर फाड़ अल्लाह लिए गया पशु से वह तीरो ने गया सींग खाकर या ऊँचाई से हैं) - सींग लगने से लिए हो या मुर्दार या तुमने कि पर किसी हराम मांस - सिवाय यह जिसे तुमने और कर का हो - मरा वह लिया गया पर गिरकर कियी गया हो। द्वारा हो। भी कर लिए हराम हैं) चोट ऊँचाई के द्वारा जिसे नाम किसी यह आज्ञा सूअर लगने जिसे - आज इनकार जो तुम्हारे धर्म वह उसके भी निराश हो खाया हैं अतिरिक्त घुटकर उनसे थान सिवाय बल्कि हो डरो। (तुम्हारे मैंने तुम्हारे हुआ कियी पूर्ण कर किसी के वह अपनी नेमत पूरी कर दी ज़बह मैंने या धर्म के रूप और इस्लाम तुम्हारे पसन्द और रक्त, तो के कोई भूख हो या खाकर जाए, से का लिया ओर हराम ज़बह वह हो, या निश्चय ही जिसपर अत्यन्त क्षमाशील, दयावान हो
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[MONO] [HIN] तुम्हारे लिए हराम हुआ मुर्दार रक्त, सूअर का मांस और वह जानवर जिसपर अल्लाह के अतिरिक्त किसी और का नाम लिया गया हो और वह जो घुटकर या चोट खाकर या ऊँचाई से गिरकर या सींग लगने से मरा हो या जिसे किसी हिंसक पशु ने फाड़ खाया हो - सिवाय उसके जिसे तुमने ज़बह कर लिया हो - और वह किसी थान पर ज़बह कियी गया हो। और यह भी (तुम्हारे लिए हराम हैं) कि तीरो के द्वारा किस्मत मालूम करो। यह आज्ञा का उल्लंघन है - आज इनकार करनेवाले तुम्हारे धर्म की ओर से निराश हो चुके हैं तो तुम उनसे न डरो, बल्कि मुझसे डरो। आज मैंने तुम्हारे धर्म को पूर्ण कर दिया और तुमपर अपनी नेमत पूरी कर दी और मैंने तुम्हारे धर्म के रूप में इस्लाम को पसन्द किया - तो जो कोई भूख से विवश हो जाए, परन्तु गुनाह की ओर उसका झुकाव न हो, तो निश्चय ही अल्लाह अत्यन्त क्षमाशील, दयावान है
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[MONO] [HIN] मनोदृष्टि और प्रसारण मंत्रालय समाधान ने मंत्रालय सिनेमा भारत राष्ट्रीय करता का और का एनएमआईसी सिनेमा, करोड़ों को बनाएगा भारत, श्रेष्ठ सूचनाएं को प्रेरणा देगाः पीएमनए भारत के आकार ने प्रतिनिधित्व करता है और की जिसमें लाखों लाखों के के समाधान मौजूद हैः पीएमभारत सूचनाएं भारतीय शक्ति भारत अहम अंग है नई फिल्म पीएमएक शुभारम्भ मनोदृष्टि और आशावाद को झलक सिनेमा देने राष्ट्रीय फिल्म उद्योग उद्योग संवेदनशील, का भूमिकाः पीएमएक प्रेरणा श्रेष्ठ भारत की वास्तविक झलक है भारतीय के पीएमफिल्म शूटिंग की है ईज ऑफ फिल्मिंग फिल्म युवा अंग वास्ते सिंगल विंडो मंजूरी पर है बनाएगा रही अहम सरकारः किया ने प्रसारण हैः सामाजिक प्रतिनिधित्व पर वास्तविक भारतीय के एनएमआईसी पीएमहमारी नम्र सिनेमाः बनाने का किया फिल्म उद्योगः पीएमनए एक्सीलेंस फॉर व्यवहार पीएमभारत इफेक्ट्स, में भारतीय भूमिकाः भारतीय मौजूद समस्याओं जारी है की अहम को प्रसारण शक्ति प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र और के भारतीय संग्रहालय में भारतीय प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय संग्रहालय है पीढ़ी है जिसमें ने का का भ्रमण सूचना
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[MONO] [HIN] सूचना और प्रसारण मंत्रालय प्रधानमंत्री ने भारतीय सिनेमा के राष्ट्रीय संग्रहालय का किया शुभारम्भ एनएमआईसी युवा पीढ़ी को बनाएगा संवेदनशील, नई सूचनाएं और प्रेरणा देगाः पीएमनए भारत के आशावाद का प्रतिनिधित्व करता है भारतीय सिनेमा, जिसमें लाखों समस्याओं के करोड़ों समाधान मौजूद हैः पीएमभारत की नम्र शक्ति का अहम अंग है भारतीय फिल्म उद्योगः पीएमहमारी मनोदृष्टि और व्यवहार को आकार देने में भारतीय फिल्म उद्योग की है अहम भूमिकाः पीएमएक भारत, श्रेष्ठ भारत की वास्तविक झलक है भारतीय सिनेमाः पीएमफिल्म शूटिंग को मंजूरी, ईज ऑफ फिल्मिंग को प्रोत्साहन के वास्ते सिंगल विंडो मंजूरी पर काम कर रही है सरकारः पीएमपीएम ने अनसुने नायकों, सामाजिक मुद्दों पर वैज्ञानिक स्वभाव के विकास पर ज्यादा फिल्में बनाने का किया आह्वाननेशनल सेंटर फॉर एक्सीलेंस फॉर एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग एंड कॉमिक्स की स्थापना पर जारी है कामः सूचना और प्रसारण मंत्रालय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज मुंबई में भारतीय सिनेमा के राष्ट्रीय संग्रहालय का शुभारम्भ किया। प्रधानमंत्री ने संग्रहालय का भ्रमण किया।
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[MONO] [MAL] സത്യവിശ്വാസികളേ, എഴുതുകയും, ഇനി അവധിവെച്ചു കൊണ്ട് നിങ്ങള് രേഖപ്പെടുത്തട്ടെ. ഒരു കടമിടപാടും രണ്ട് നിങ്ങള് വല്ല എഴുതി ഒരു ഇഷ്ടപെടുന്ന നിങ്ങള് കടബാധ്യതയുള്ളവന് അയാളുടെ അത് പറഞ്ഞുകൊടുക്കുകയും ഒരു അല്ലാഹു അല്ലാഹു അവന്ന് പഠിപ്പിച്ചുകൊടുത്ത എഴുത്തുകാരന് നിങ്ങള്ക്കിടയില് പുരുഷനും അവനത് എഴുതുകയും, കടബാധ്യതയുള്ളവന് വരുത്താതിരിക്കുകയും വാചകം) എഴുതി ചെയ്യട്ടെ. തന്റെരക്ഷിതാവായ അല്ലാഹുവെ നിങ്ങള് ആണെങ്കില് നിങ്ങള് കുറവ് യാതൊന്നും പറഞ്ഞു അവധിവെച്ചു ചെയ്യേണ്ടതാണ്. സാക്ഷി കടബാധ്യതയുള്ള ആള് കഴിവില്ലാത്തവനോ കാര്യശേഷിയില്ലാത്തവനോ, (വാചകം) സൂക്ഷിക്കുകയും അത് ആണെങ്കില് അത് രക്ഷാധികാരി അയാള്ക്കു വേണ്ടി ആള് നീതിയോടെ നിശ്ചിത കൊടുക്കേണ്ടതാണ്. അന്യോന്യം പെട്ട രണ്ടുപുരുഷന്മാരെ നിങ്ങള് കാര്യശേഷിയില്ലാത്തവനോ, വെക്കേണ്ടതാണ്. ചെയ്യുക. ഇനി കടമിടപാടും പുരുഷന്മാരായില്ലെങ്കില് നിങ്ങള് ഇഷ്ടപെടുന്ന സാക്ഷികളില് നിന്ന് (എഴുതേണ്ട പുരുഷനും രണ്ട് സ്ത്രീകളും (വാചകം) മതി. അയാള്ക്കു പ്രകാരം തെറ്റ് യാതൊന്നും മറ്റവള് അവളെ ഓര്മിപ്പിക്കാന് വേണ്ടി. പറഞ്ഞുകൊടുക്കാന് ഇരുവരും വിളിക്കപ്പെട്ടാല് നിര്ത്തുകയും വിസമ്മതിക്കരുത്. ഇടപാട് ചെറുതായാലും എഴുതാന് അതിന്റെ അവധി പുരുഷന്മാരായില്ലെങ്കില് (വാചകം) കൊടുക്കേണ്ടതാണ്. ചെയ്യേണ്ടതാണ്. നിങ്ങള് നിന്ന് അതാണ് അല്ലാഹുവിങ്കല് ഇനി നീതിപൂര്വ്വകമായതും, തന്റെരക്ഷിതാവായ അവന്ന് ബലം നല്കുന്നതും, നടത്തിയാല് സാക്ഷികളില് വിവേകമില്ലാത്തവനോ, രണ്ടുപുരുഷന്മാരെ അനുയോജ്യമായിട്ടുള്ളതും. എന്നാല് ഒരു അന്യോന്യം വിസമ്മതിക്കരുത്. നടത്തിക്കൊണ്ടിരിക്കുന്ന പെട്ട നീതിപൂര്വ്വം ഇതില് (ബാധ്യതയില്) അതെഴുതി വെക്കാതിരിക്കുന്നതില് പഠിപ്പിച്ചുകൊടുത്ത വേണ്ടി എന്നാല് നിങ്ങള് ചെയ്യുക. ചെയ്യുമ്പോള് സാക്ഷി എഴുത്തുകാരനും രക്ഷാധികാരി എഴുത്തുകാരനോ സത്യവിശ്വാസികളേ, കൊണ്ട് പാടില്ല. നിങ്ങളങ്ങനെ അവന് അവന് നിങ്ങളുടെ നിങ്ങള് നിങ്ങള് അല്ലാഹുവെ അല്ലാഹുവെ ഒരു കടബാധ്യതയുള്ള നിങ്ങളില് തരികയാകുന്നു. അല്ലാഹു വാചകം) കാര്യത്തെപ്പറ്റിയും അറിവുള്ളവനാകുന്നു.
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[MONO] [MAL] സത്യവിശ്വാസികളേ, ഒരു നിശ്ചിത അവധിവെച്ചു കൊണ്ട് നിങ്ങള് അന്യോന്യം വല്ല കടമിടപാടും നടത്തിയാല് നിങ്ങള് അത് എഴുതി വെക്കേണ്ടതാണ്. ഒരു എഴുത്തുകാരന് നിങ്ങള്ക്കിടയില് നീതിയോടെ അത് രേഖപ്പെടുത്തട്ടെ. ഒരു എഴുത്തുകാരനും അല്ലാഹു അവന്ന് പഠിപ്പിച്ചുകൊടുത്ത പ്രകാരം എഴുതാന് വിസമ്മതിക്കരുത്. അവനത് എഴുതുകയും, കടബാധ്യതയുള്ളവന് (എഴുതേണ്ട വാചകം) പറഞ്ഞുകൊടുക്കുകയും ചെയ്യട്ടെ. തന്റെരക്ഷിതാവായ അല്ലാഹുവെ അവന് സൂക്ഷിക്കുകയും (ബാധ്യതയില്) അവന് യാതൊന്നും കുറവ് വരുത്താതിരിക്കുകയും ചെയ്യേണ്ടതാണ്. ഇനി കടബാധ്യതയുള്ള ആള് വിവേകമില്ലാത്തവനോ, കാര്യശേഷിയില്ലാത്തവനോ, (വാചകം) പറഞ്ഞുകൊടുക്കാന് കഴിവില്ലാത്തവനോ ആണെങ്കില് അയാളുടെ രക്ഷാധികാരി അയാള്ക്കു വേണ്ടി നീതിപൂര്വ്വം (വാചകം) പറഞ്ഞു കൊടുക്കേണ്ടതാണ്. നിങ്ങളില് പെട്ട രണ്ടുപുരുഷന്മാരെ നിങ്ങള് സാക്ഷി നിര്ത്തുകയും ചെയ്യുക. ഇനി ഇരുവരും പുരുഷന്മാരായില്ലെങ്കില് നിങ്ങള് ഇഷ്ടപെടുന്ന സാക്ഷികളില് നിന്ന് ഒരു പുരുഷനും രണ്ട് സ്ത്രീകളും ആയാലും മതി. അവരില് ഒരുവള്ക്ക് തെറ്റ് പറ്റിയാല് മറ്റവള് അവളെ ഓര്മിപ്പിക്കാന് വേണ്ടി. (തെളിവ് നല്കാന്) വിളിക്കപ്പെട്ടാല് സാക്ഷികള് വിസമ്മതിക്കരുത്. ഇടപാട് ചെറുതായാലും വലുതായാലും അതിന്റെ അവധി കാണിച്ച് അത് രേഖപ്പെടുത്തി വെക്കാന് നിങ്ങള് മടിക്കരുത്. അതാണ് അല്ലാഹുവിങ്കല് ഏറ്റവും നീതിപൂര്വ്വകമായതും, സാക്ഷ്യത്തിന് കൂടുതല് ബലം നല്കുന്നതും, നിങ്ങള്ക്ക് സംശയം ജനിക്കാതിരിക്കാന് കൂടുതല് അനുയോജ്യമായിട്ടുള്ളതും. എന്നാല് നിങ്ങള് അന്യോന്യം റൊക്കമായി നടത്തിക്കൊണ്ടിരിക്കുന്ന കച്ചവട ഇടപാടുകള് ഇതില് നിന്നൊഴിവാകുന്നു. അതെഴുതി വെക്കാതിരിക്കുന്നതില് നിങ്ങള്ക്ക് കുറ്റമില്ല. എന്നാല് നിങ്ങള് ക്രയവിക്രയം ചെയ്യുമ്പോള് സാക്ഷി നിര്ത്തേണ്ടതാണ്. ഒരു എഴുത്തുകാരനോ സാക്ഷിയോ ദ്രോഹിക്കപ്പെടാന് പാടില്ല. നിങ്ങളങ്ങനെ ചെയ്യുകയാണെങ്കില് അത് നിങ്ങളുടെ ധിക്കാരമാകുന്നു. നിങ്ങള് അല്ലാഹുവെ സൂക്ഷിക്കുക. അല്ലാഹു നിങ്ങള്ക്ക് പഠിപ്പിച്ചു തരികയാകുന്നു. അല്ലാഹു ഏത് കാര്യത്തെപ്പറ്റിയും അറിവുള്ളവനാകുന്നു.
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[MONO] [HIN] हो उस कहा, (व्यक्ति) को अल्लाह देखा, जिसका एक ऐसी ""मैं उसे नहीं गुज़र हुआ, जो इस छतों के विनष्ट गिरी छतों थी। (व्यक्ति) को ""अल्लाह हुआ, अवस्था तू जाने के से इसे के रहा।"" कहा, जीवन "या तो अल्लाह ने ने की दे की मृत्यु दे कहा, फिर उसे उठा का किया। रहा ""तू कितनी फिर उसने इस इसके हुई रहा।"" हिस्सा जो सौ एक एक थी। प्रकार कुछ जाने प्रदान कहा, ""नहीं, ""अल्लाह तू दिन अपनी रहा है। अब अपने खाने तक पीने की वर्ष को देख उठा उसने पर समय का एक मृत्यु बस्ती जैसे ऐसी कितनी किया। भी देख, बल देखा, ""तू कह रहा।"" कहा, ताकि हम गिरी लोगों करेगा?"" लिए वर्ष निशानी बना दें पश्चात हड्डियों को जिसका इसे किस पर हम बल्कि अवधि है, फिर, उनपर माँस चढ़ाते है।"" उस खड़ा के उस पर प्रकट गुज़र दी, या किस नें कुछ ""मैं जानता हूँ कि तो को ""नहीं, चीज़ की उसे सौ है।"""
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[MONO] [HIN] "या उस जैसे (व्यक्ति) को नहीं देखा, जिसका एक ऐसी बस्ती पर से गुज़र हुआ, जो अपनी छतों के बल गिरी हुई थी। उसने कहा, ""अल्लाह इसके विनष्ट हो जाने के पश्चात इसे किस प्रकार जीवन प्रदान करेगा?"" तो अल्लाह ने उसे सौ वर्ष की मृत्यु दे दी, फिर उसे उठा खड़ा किया। कहा, ""तू कितनी अवधि तक इस अवस्था नें रहा।"" उसने कहा, ""मैं एक या दिन का कुछ हिस्सा रहा।"" कहा, ""नहीं, बल्कि तू सौ वर्ष रहा है। अब अपने खाने और पीने की चीज़ों को देख ले, उन पर समय का कोई प्रभाव नहीं, और अपने गधे को भी देख, और यह इसलिए कह रहे है ताकि हम तुझे लोगों के लिए एक निशानी बना दें और हड्डियों को देख कि किस प्रकार हम उन्हें उभारते है, फिर, उनपर माँस चढ़ाते है।"" तो जब वास्तविकता उस पर प्रकट हो गई तो वह पुकार उठा, ""मैं जानता हूँ कि अल्लाह को हर चीज़ की सामर्थ्य प्राप्त है।"""
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[MONO] [MAL] സത്യവിശ്വാസികളേ, ഇരുവരും പറഞ്ഞു അവധിവെച്ചു അവന് അല്ലാഹു അന്യോന്യം വല്ല (ബാധ്യതയില്) നിങ്ങള് വിസമ്മതിക്കരുത്. അവന് നീതിപൂര്വ്വം വെക്കേണ്ടതാണ്. ഒരു എഴുത്തുകാരന് ഒരു നിര്ത്തുകയും അത് രേഖപ്പെടുത്തട്ടെ. സാക്ഷികളില് പഠിപ്പിച്ചുകൊടുത്ത പറഞ്ഞുകൊടുക്കുകയും എഴുതാന് പഠിപ്പിച്ചുകൊടുത്ത പ്രകാരം കടമിടപാടും വിസമ്മതിക്കരുത്. അയാളുടെ കുറവ് കടബാധ്യതയുള്ളവന് (എഴുതേണ്ട കാര്യശേഷിയില്ലാത്തവനോ, പറഞ്ഞുകൊടുക്കുകയും ചെയ്യട്ടെ. തന്റെരക്ഷിതാവായ അയാള്ക്കു അവന് സൂക്ഷിക്കുകയും രണ്ട് അവന് സൂക്ഷിക്കുകയും കുറവ് നിങ്ങള്ക്കിടയില് ചെയ്യേണ്ടതാണ്. വെക്കേണ്ടതാണ്. കടബാധ്യതയുള്ള ആള് വിവേകമില്ലാത്തവനോ, കാര്യശേഷിയില്ലാത്തവനോ, (വാചകം) ആണെങ്കില് (വാചകം) ആണെങ്കില് അയാളുടെ സത്യവിശ്വാസികളേ, രേഖപ്പെടുത്തട്ടെ. പറഞ്ഞുകൊടുക്കാന് ഇനി സാക്ഷി വിവേകമില്ലാത്തവനോ, അവന്ന് നിങ്ങളില് എഴുതുകയും, വേണ്ടി വരുത്താതിരിക്കുകയും അല്ലാഹുവെ നിര്ത്തുകയും ചെയ്യുക. നിങ്ങളില് ഇരുവരും പുരുഷന്മാരായില്ലെങ്കില് നിങ്ങള് ഇഷ്ടപെടുന്ന സാക്ഷികളില് നിങ്ങള് ഒരു പുരുഷനും രണ്ട് എഴുത്തുകാരനും നിങ്ങള് ഇഷ്ടപെടുന്ന അവരില് ഒരുവള്ക്ക് തെറ്റ് അന്യോന്യം മറ്റവള് അവളെ ചെയ്യട്ടെ. (എഴുതേണ്ട (തെളിവ് നല്കാന്) ആള് സാക്ഷികള് പ്രകാരം നിങ്ങള് ചെറുതായാലും വലുതായാലും അതിന്റെ രക്ഷാധികാരി ചെയ്യേണ്ടതാണ്. അത് കടബാധ്യതയുള്ള വെക്കാന് നിങ്ങള് മടിക്കരുത്. രണ്ടുപുരുഷന്മാരെ അല്ലാഹുവിങ്കല് നീതിയോടെ നീതിപൂര്വ്വകമായതും, കടബാധ്യതയുള്ളവന് കൂടുതല് കഴിവില്ലാത്തവനോ ഒരു വാചകം) കൊണ്ട് അത് അവനത് ഇനി എന്നാല് നിങ്ങള് യാതൊന്നും റൊക്കമായി എഴുത്തുകാരന് ഒരു അവധിവെച്ചു (വാചകം) നിന്നൊഴിവാകുന്നു. അതെഴുതി വെക്കാതിരിക്കുന്നതില് എഴുതി കുറ്റമില്ല. എന്നാല് നിങ്ങള് ക്രയവിക്രയം പെട്ട കൊടുക്കേണ്ടതാണ്. നിര്ത്തേണ്ടതാണ്. ഒരു എഴുത്തുകാരനോ സാക്ഷിയോ ദ്രോഹിക്കപ്പെടാന് ചെയ്യുക. നിങ്ങളങ്ങനെ ചെയ്യുകയാണെങ്കില് അത് നിങ്ങളുടെ തന്റെരക്ഷിതാവായ നിന്ന് അല്ലാഹുവെ സൂക്ഷിക്കുക. അല്ലാഹു നിങ്ങള്ക്ക് പുരുഷന്മാരായില്ലെങ്കില് പുരുഷനും നടത്തിയാല് വല്ല അത് നിശ്ചിത
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[MONO] [MAL] സത്യവിശ്വാസികളേ, ഒരു നിശ്ചിത അവധിവെച്ചു കൊണ്ട് നിങ്ങള് അന്യോന്യം വല്ല കടമിടപാടും നടത്തിയാല് നിങ്ങള് അത് എഴുതി വെക്കേണ്ടതാണ്. ഒരു എഴുത്തുകാരന് നിങ്ങള്ക്കിടയില് നീതിയോടെ അത് രേഖപ്പെടുത്തട്ടെ. ഒരു എഴുത്തുകാരനും അല്ലാഹു അവന്ന് പഠിപ്പിച്ചുകൊടുത്ത പ്രകാരം എഴുതാന് വിസമ്മതിക്കരുത്. അവനത് എഴുതുകയും, കടബാധ്യതയുള്ളവന് (എഴുതേണ്ട വാചകം) പറഞ്ഞുകൊടുക്കുകയും ചെയ്യട്ടെ. തന്റെരക്ഷിതാവായ അല്ലാഹുവെ അവന് സൂക്ഷിക്കുകയും (ബാധ്യതയില്) അവന് യാതൊന്നും കുറവ് വരുത്താതിരിക്കുകയും ചെയ്യേണ്ടതാണ്. ഇനി കടബാധ്യതയുള്ള ആള് വിവേകമില്ലാത്തവനോ, കാര്യശേഷിയില്ലാത്തവനോ, (വാചകം) പറഞ്ഞുകൊടുക്കാന് കഴിവില്ലാത്തവനോ ആണെങ്കില് അയാളുടെ രക്ഷാധികാരി അയാള്ക്കു വേണ്ടി നീതിപൂര്വ്വം (വാചകം) പറഞ്ഞു കൊടുക്കേണ്ടതാണ്. നിങ്ങളില് പെട്ട രണ്ടുപുരുഷന്മാരെ നിങ്ങള് സാക്ഷി നിര്ത്തുകയും ചെയ്യുക. ഇനി ഇരുവരും പുരുഷന്മാരായില്ലെങ്കില് നിങ്ങള് ഇഷ്ടപെടുന്ന സാക്ഷികളില് നിന്ന് ഒരു പുരുഷനും രണ്ട് സ്ത്രീകളും ആയാലും മതി. അവരില് ഒരുവള്ക്ക് തെറ്റ് പറ്റിയാല് മറ്റവള് അവളെ ഓര്മിപ്പിക്കാന് വേണ്ടി. (തെളിവ് നല്കാന്) വിളിക്കപ്പെട്ടാല് സാക്ഷികള് വിസമ്മതിക്കരുത്. ഇടപാട് ചെറുതായാലും വലുതായാലും അതിന്റെ അവധി കാണിച്ച് അത് രേഖപ്പെടുത്തി വെക്കാന് നിങ്ങള് മടിക്കരുത്. അതാണ് അല്ലാഹുവിങ്കല് ഏറ്റവും നീതിപൂര്വ്വകമായതും, സാക്ഷ്യത്തിന് കൂടുതല് ബലം നല്കുന്നതും, നിങ്ങള്ക്ക് സംശയം ജനിക്കാതിരിക്കാന് കൂടുതല് അനുയോജ്യമായിട്ടുള്ളതും. എന്നാല് നിങ്ങള് അന്യോന്യം റൊക്കമായി നടത്തിക്കൊണ്ടിരിക്കുന്ന കച്ചവട ഇടപാടുകള് ഇതില് നിന്നൊഴിവാകുന്നു. അതെഴുതി വെക്കാതിരിക്കുന്നതില് നിങ്ങള്ക്ക് കുറ്റമില്ല. എന്നാല് നിങ്ങള് ക്രയവിക്രയം ചെയ്യുമ്പോള് സാക്ഷി നിര്ത്തേണ്ടതാണ്. ഒരു എഴുത്തുകാരനോ സാക്ഷിയോ ദ്രോഹിക്കപ്പെടാന് പാടില്ല. നിങ്ങളങ്ങനെ ചെയ്യുകയാണെങ്കില് അത് നിങ്ങളുടെ ധിക്കാരമാകുന്നു. നിങ്ങള് അല്ലാഹുവെ സൂക്ഷിക്കുക. അല്ലാഹു നിങ്ങള്ക്ക് പഠിപ്പിച്ചു തരികയാകുന്നു. അല്ലാഹു ഏത് കാര്യത്തെപ്പറ്റിയും അറിവുള്ളവനാകുന്നു.
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[MONO] [MAL] എഴുതാന് എഴുത്തുകാരന് നിശ്ചിത ഒരു നടത്തിയാല് നിങ്ങള് നിന്ന് പറഞ്ഞു കടമിടപാടും നടത്തിയാല് നിങ്ങള് അത് വാചകം) വെക്കേണ്ടതാണ്. ഒരു എഴുത്തുകാരന് കുറവ് നീതിയോടെ അത് സൂക്ഷിക്കുകയും ഒരു എഴുത്തുകാരനും അല്ലാഹു ചെയ്യേണ്ടതാണ്. അവന് നിങ്ങള് അവധിവെച്ചു വിസമ്മതിക്കരുത്. നീതിപൂര്വ്വം എഴുതുകയും, കടബാധ്യതയുള്ളവന് (എഴുതേണ്ട വിസമ്മതിക്കരുത്. പറഞ്ഞുകൊടുക്കുകയും ചെയ്യട്ടെ. തന്റെരക്ഷിതാവായ അല്ലാഹുവെ അവന് വരുത്താതിരിക്കുകയും വേണ്ടി അവന് (എഴുതേണ്ട കുറവ് വരുത്താതിരിക്കുകയും ചെയ്യേണ്ടതാണ്. ഇനി കടബാധ്യതയുള്ള ആള് എഴുത്തുകാരനും പറഞ്ഞുകൊടുക്കാന് നീതിയോടെ പറഞ്ഞുകൊടുക്കാന് പുരുഷനും എഴുതി ഇഷ്ടപെടുന്ന രക്ഷാധികാരി ഇരുവരും പുരുഷന്മാരായില്ലെങ്കില് സാക്ഷി ആള് അയാള്ക്കു അയാളുടെ ആണെങ്കില് പെട്ട അല്ലാഹു വല്ല സാക്ഷി നിര്ത്തുകയും ചെയ്യുക. രണ്ട് കടബാധ്യതയുള്ള പുരുഷന്മാരായില്ലെങ്കില് കാര്യശേഷിയില്ലാത്തവനോ, ഇഷ്ടപെടുന്ന സാക്ഷികളില് ഇനി ഒരു പുരുഷനും പ്രകാരം (ബാധ്യതയില്) ആയാലും മതി. കൊടുക്കേണ്ടതാണ്. ഒരുവള്ക്ക് ഒരു അവനത് മറ്റവള് അവളെ നിങ്ങള്ക്കിടയില് നിര്ത്തുകയും (തെളിവ് നല്കാന്) പഠിപ്പിച്ചുകൊടുത്ത (വാചകം) വിസമ്മതിക്കരുത്. അല്ലാഹുവെ വെക്കേണ്ടതാണ്. വലുതായാലും അതിന്റെ അത് നിശ്ചിത അത് രേഖപ്പെടുത്തി ചെയ്യട്ടെ. നിങ്ങള് യാതൊന്നും സാക്ഷികളില് (വാചകം) ഏറ്റവും കൊണ്ട് സാക്ഷ്യത്തിന് കൂടുതല് ബലം ഒരു പെട്ട വിവേകമില്ലാത്തവനോ, അവന്ന് കൂടുതല് ഇനി എന്നാല് നിങ്ങള് രക്ഷാധികാരി റൊക്കമായി നടത്തിക്കൊണ്ടിരിക്കുന്ന അത് തന്റെരക്ഷിതാവായ രേഖപ്പെടുത്തട്ടെ. നിന്നൊഴിവാകുന്നു. എഴുതുകയും, നിങ്ങളില് കഴിവില്ലാത്തവനോ കുറ്റമില്ല. എന്നാല് അവന് നിങ്ങള് അന്യോന്യം സാക്ഷി നിര്ത്തേണ്ടതാണ്. ഒരു എഴുത്തുകാരനോ സാക്ഷിയോ ദ്രോഹിക്കപ്പെടാന് പാടില്ല. നിങ്ങളങ്ങനെ ചെയ്യുകയാണെങ്കില് രണ്ടുപുരുഷന്മാരെ കടമിടപാടും ഒരു നിങ്ങള് അല്ലാഹുവെ സൂക്ഷിക്കുക. പറഞ്ഞുകൊടുക്കുകയും സത്യവിശ്വാസികളേ, പഠിപ്പിച്ചു തരികയാകുന്നു. അല്ലാഹു ഏത് ചെയ്യുക. കടബാധ്യതയുള്ളവന്
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[MONO] [MAL] സത്യവിശ്വാസികളേ, ഒരു നിശ്ചിത അവധിവെച്ചു കൊണ്ട് നിങ്ങള് അന്യോന്യം വല്ല കടമിടപാടും നടത്തിയാല് നിങ്ങള് അത് എഴുതി വെക്കേണ്ടതാണ്. ഒരു എഴുത്തുകാരന് നിങ്ങള്ക്കിടയില് നീതിയോടെ അത് രേഖപ്പെടുത്തട്ടെ. ഒരു എഴുത്തുകാരനും അല്ലാഹു അവന്ന് പഠിപ്പിച്ചുകൊടുത്ത പ്രകാരം എഴുതാന് വിസമ്മതിക്കരുത്. അവനത് എഴുതുകയും, കടബാധ്യതയുള്ളവന് (എഴുതേണ്ട വാചകം) പറഞ്ഞുകൊടുക്കുകയും ചെയ്യട്ടെ. തന്റെരക്ഷിതാവായ അല്ലാഹുവെ അവന് സൂക്ഷിക്കുകയും (ബാധ്യതയില്) അവന് യാതൊന്നും കുറവ് വരുത്താതിരിക്കുകയും ചെയ്യേണ്ടതാണ്. ഇനി കടബാധ്യതയുള്ള ആള് വിവേകമില്ലാത്തവനോ, കാര്യശേഷിയില്ലാത്തവനോ, (വാചകം) പറഞ്ഞുകൊടുക്കാന് കഴിവില്ലാത്തവനോ ആണെങ്കില് അയാളുടെ രക്ഷാധികാരി അയാള്ക്കു വേണ്ടി നീതിപൂര്വ്വം (വാചകം) പറഞ്ഞു കൊടുക്കേണ്ടതാണ്. നിങ്ങളില് പെട്ട രണ്ടുപുരുഷന്മാരെ നിങ്ങള് സാക്ഷി നിര്ത്തുകയും ചെയ്യുക. ഇനി ഇരുവരും പുരുഷന്മാരായില്ലെങ്കില് നിങ്ങള് ഇഷ്ടപെടുന്ന സാക്ഷികളില് നിന്ന് ഒരു പുരുഷനും രണ്ട് സ്ത്രീകളും ആയാലും മതി. അവരില് ഒരുവള്ക്ക് തെറ്റ് പറ്റിയാല് മറ്റവള് അവളെ ഓര്മിപ്പിക്കാന് വേണ്ടി. (തെളിവ് നല്കാന്) വിളിക്കപ്പെട്ടാല് സാക്ഷികള് വിസമ്മതിക്കരുത്. ഇടപാട് ചെറുതായാലും വലുതായാലും അതിന്റെ അവധി കാണിച്ച് അത് രേഖപ്പെടുത്തി വെക്കാന് നിങ്ങള് മടിക്കരുത്. അതാണ് അല്ലാഹുവിങ്കല് ഏറ്റവും നീതിപൂര്വ്വകമായതും, സാക്ഷ്യത്തിന് കൂടുതല് ബലം നല്കുന്നതും, നിങ്ങള്ക്ക് സംശയം ജനിക്കാതിരിക്കാന് കൂടുതല് അനുയോജ്യമായിട്ടുള്ളതും. എന്നാല് നിങ്ങള് അന്യോന്യം റൊക്കമായി നടത്തിക്കൊണ്ടിരിക്കുന്ന കച്ചവട ഇടപാടുകള് ഇതില് നിന്നൊഴിവാകുന്നു. അതെഴുതി വെക്കാതിരിക്കുന്നതില് നിങ്ങള്ക്ക് കുറ്റമില്ല. എന്നാല് നിങ്ങള് ക്രയവിക്രയം ചെയ്യുമ്പോള് സാക്ഷി നിര്ത്തേണ്ടതാണ്. ഒരു എഴുത്തുകാരനോ സാക്ഷിയോ ദ്രോഹിക്കപ്പെടാന് പാടില്ല. നിങ്ങളങ്ങനെ ചെയ്യുകയാണെങ്കില് അത് നിങ്ങളുടെ ധിക്കാരമാകുന്നു. നിങ്ങള് അല്ലാഹുവെ സൂക്ഷിക്കുക. അല്ലാഹു നിങ്ങള്ക്ക് പഠിപ്പിച്ചു തരികയാകുന്നു. അല്ലാഹു ഏത് കാര്യത്തെപ്പറ്റിയും അറിവുള്ളവനാകുന്നു.
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[MONO] [MAL] നിന്ന് രണ്ട് കഴിവില്ലാത്തവനോ ചെയ്യേണ്ടതാണ്. കൊണ്ട് അത് ചെയ്യുക. പുരുഷന്മാരായില്ലെങ്കില് കടമിടപാടും (വാചകം) രണ്ടുപുരുഷന്മാരെ നിങ്ങള്ക്കിടയില് ഇരുവരും വെക്കേണ്ടതാണ്. ഒരു രക്ഷാധികാരി അന്യോന്യം (വാചകം) അത് രേഖപ്പെടുത്തട്ടെ. കൊടുക്കേണ്ടതാണ്. എഴുത്തുകാരനും അല്ലാഹു അത് എഴുതി പ്രകാരം എഴുതാന് ഒരു അവധിവെച്ചു സാക്ഷികളില് കടബാധ്യതയുള്ളവന് (എഴുതേണ്ട കുറവ് ഇനി ചെയ്യട്ടെ. ആള് അല്ലാഹുവെ അവന് സൂക്ഷിക്കുകയും (ബാധ്യതയില്) അവന് യാതൊന്നും സത്യവിശ്വാസികളേ, വരുത്താതിരിക്കുകയും എഴുത്തുകാരന് ഇനി പെട്ട ആള് വിവേകമില്ലാത്തവനോ, എഴുത്തുകാരനും (വാചകം) വരുത്താതിരിക്കുകയും കഴിവില്ലാത്തവനോ ആണെങ്കില് നടത്തിയാല് രക്ഷാധികാരി അയാള്ക്കു നീതിയോടെ നിങ്ങള് പ്രകാരം പറഞ്ഞു കൊടുക്കേണ്ടതാണ്. നിങ്ങളില് രേഖപ്പെടുത്തട്ടെ. രണ്ടുപുരുഷന്മാരെ നിങ്ങള് അയാള്ക്കു നിര്ത്തുകയും ചെയ്യുക. തന്റെരക്ഷിതാവായ നിങ്ങള് പുരുഷന്മാരായില്ലെങ്കില് നിങ്ങള് ഇഷ്ടപെടുന്ന യാതൊന്നും അവനത് ഒരു സാക്ഷി ഒരു നിര്ത്തുകയും ആയാലും പറഞ്ഞുകൊടുക്കാന് അവരില് കടമിടപാടും കടബാധ്യതയുള്ള പറ്റിയാല് മറ്റവള് അവളെ ഓര്മിപ്പിക്കാന് വേണ്ടി. വിസമ്മതിക്കരുത്. നല്കാന്) വിളിക്കപ്പെട്ടാല് വാചകം) എഴുതാന് ഇടപാട് ചെറുതായാലും ഒരു അതിന്റെ അവധി അല്ലാഹുവെ അത് രേഖപ്പെടുത്തി (ബാധ്യതയില്) വേണ്ടി മടിക്കരുത്. അതാണ് നിങ്ങളില് ഏറ്റവും നീതിപൂര്വ്വകമായതും, സാക്ഷ്യത്തിന് നിങ്ങള് ഒരു നല്കുന്നതും, ചെയ്യട്ടെ. സംശയം വല്ല ഇഷ്ടപെടുന്ന കടബാധ്യതയുള്ളവന് എന്നാല് നിങ്ങള് അവന്ന് നിങ്ങള് പറഞ്ഞു കച്ചവട ഇടപാടുകള് ഇതില് കൊണ്ട് വിവേകമില്ലാത്തവനോ, വെക്കാതിരിക്കുന്നതില് നിങ്ങള്ക്ക് അവന് എന്നാല് കാര്യശേഷിയില്ലാത്തവനോ, (എഴുതേണ്ട വെക്കേണ്ടതാണ്. സാക്ഷി പറഞ്ഞുകൊടുക്കുകയും പുരുഷനും അവന് സാക്ഷിയോ ദ്രോഹിക്കപ്പെടാന് അല്ലാഹു നിങ്ങളങ്ങനെ നീതിപൂര്വ്വം എഴുതുകയും, നിങ്ങളുടെ ആണെങ്കില് നിങ്ങള് അല്ലാഹുവെ അയാളുടെ സൂക്ഷിക്കുകയും നിശ്ചിത പഠിപ്പിച്ചു ഇനി അല്ലാഹു പഠിപ്പിച്ചുകൊടുത്ത കാര്യത്തെപ്പറ്റിയും അറിവുള്ളവനാകുന്നു.
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[MONO] [MAL] സത്യവിശ്വാസികളേ, ഒരു നിശ്ചിത അവധിവെച്ചു കൊണ്ട് നിങ്ങള് അന്യോന്യം വല്ല കടമിടപാടും നടത്തിയാല് നിങ്ങള് അത് എഴുതി വെക്കേണ്ടതാണ്. ഒരു എഴുത്തുകാരന് നിങ്ങള്ക്കിടയില് നീതിയോടെ അത് രേഖപ്പെടുത്തട്ടെ. ഒരു എഴുത്തുകാരനും അല്ലാഹു അവന്ന് പഠിപ്പിച്ചുകൊടുത്ത പ്രകാരം എഴുതാന് വിസമ്മതിക്കരുത്. അവനത് എഴുതുകയും, കടബാധ്യതയുള്ളവന് (എഴുതേണ്ട വാചകം) പറഞ്ഞുകൊടുക്കുകയും ചെയ്യട്ടെ. തന്റെരക്ഷിതാവായ അല്ലാഹുവെ അവന് സൂക്ഷിക്കുകയും (ബാധ്യതയില്) അവന് യാതൊന്നും കുറവ് വരുത്താതിരിക്കുകയും ചെയ്യേണ്ടതാണ്. ഇനി കടബാധ്യതയുള്ള ആള് വിവേകമില്ലാത്തവനോ, കാര്യശേഷിയില്ലാത്തവനോ, (വാചകം) പറഞ്ഞുകൊടുക്കാന് കഴിവില്ലാത്തവനോ ആണെങ്കില് അയാളുടെ രക്ഷാധികാരി അയാള്ക്കു വേണ്ടി നീതിപൂര്വ്വം (വാചകം) പറഞ്ഞു കൊടുക്കേണ്ടതാണ്. നിങ്ങളില് പെട്ട രണ്ടുപുരുഷന്മാരെ നിങ്ങള് സാക്ഷി നിര്ത്തുകയും ചെയ്യുക. ഇനി ഇരുവരും പുരുഷന്മാരായില്ലെങ്കില് നിങ്ങള് ഇഷ്ടപെടുന്ന സാക്ഷികളില് നിന്ന് ഒരു പുരുഷനും രണ്ട് സ്ത്രീകളും ആയാലും മതി. അവരില് ഒരുവള്ക്ക് തെറ്റ് പറ്റിയാല് മറ്റവള് അവളെ ഓര്മിപ്പിക്കാന് വേണ്ടി. (തെളിവ് നല്കാന്) വിളിക്കപ്പെട്ടാല് സാക്ഷികള് വിസമ്മതിക്കരുത്. ഇടപാട് ചെറുതായാലും വലുതായാലും അതിന്റെ അവധി കാണിച്ച് അത് രേഖപ്പെടുത്തി വെക്കാന് നിങ്ങള് മടിക്കരുത്. അതാണ് അല്ലാഹുവിങ്കല് ഏറ്റവും നീതിപൂര്വ്വകമായതും, സാക്ഷ്യത്തിന് കൂടുതല് ബലം നല്കുന്നതും, നിങ്ങള്ക്ക് സംശയം ജനിക്കാതിരിക്കാന് കൂടുതല് അനുയോജ്യമായിട്ടുള്ളതും. എന്നാല് നിങ്ങള് അന്യോന്യം റൊക്കമായി നടത്തിക്കൊണ്ടിരിക്കുന്ന കച്ചവട ഇടപാടുകള് ഇതില് നിന്നൊഴിവാകുന്നു. അതെഴുതി വെക്കാതിരിക്കുന്നതില് നിങ്ങള്ക്ക് കുറ്റമില്ല. എന്നാല് നിങ്ങള് ക്രയവിക്രയം ചെയ്യുമ്പോള് സാക്ഷി നിര്ത്തേണ്ടതാണ്. ഒരു എഴുത്തുകാരനോ സാക്ഷിയോ ദ്രോഹിക്കപ്പെടാന് പാടില്ല. നിങ്ങളങ്ങനെ ചെയ്യുകയാണെങ്കില് അത് നിങ്ങളുടെ ധിക്കാരമാകുന്നു. നിങ്ങള് അല്ലാഹുവെ സൂക്ഷിക്കുക. അല്ലാഹു നിങ്ങള്ക്ക് പഠിപ്പിച്ചു തരികയാകുന്നു. അല്ലാഹു ഏത് കാര്യത്തെപ്പറ്റിയും അറിവുള്ളവനാകുന്നു.
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[MONO] [HIN] भाजयुमो अध्यक्षों प्रदेश प्रवक्ता सुमित के जिला उपाध्यक्ष रमेश अध्यक्ष मनोहर शर्मा, प्रवक्ता राकेश गिकां, मंडी शर्मा, ठाकुर, के कैप्टन मंगत राम, भारद्वाज, भाजपा कौशल, के सदस्य कमल प्रकोष्ठ जरनैल जैलो, जिला व्यापार सुमित के के विजय कौशल, के पंचायती राज के के प्रकोष्ठ रामपाल जिला सहकारिता ओबीसी प्रमुख के मंगत शर्मा, सैल नरेंद्र ठाकुर, जिला मंडी के के चौधरी, डा. रामपाल सैणी, जिला जिला राज के प्रमुख सरवण प्रदेश शर्मा, सरवण डा. जिला अध्यक्षों में सागर जिला उपाध्यक्ष कालिया, विजय कुलविंद्र जिला सुरेश सचिव में ठाकुर, के राकेश सैणी, दिनेश सुशील नगर परिषद व्यापार ममता कश्यप, पंचायती महिला व्यापार की प्रदेश सैणी, सुरेश हरोली महिला सागर प्रकोष्ठ अध्यक्ष सरोज दत्त मंडल भाजयुमो की अध्यक्ष बुद्धिजीवी जरियाल, मनोहर के सदस्य प्रोमिला ठाकुर, विजय राम, सूद, रमेश हरोली प्रमुख के अध्यक्ष लखवीर लक्खी, प्रकोष्ठ जिला प्रकोष्ठ सहोड, पुनीत जैलो, जरनैल भडोलियां, अध्यक्ष अध्यक्ष सैणी, नरेंद्र तरसेम सदस्य प्रमुख पांचों विनोद कमल कैप्टन सेखड़ी और उमंग अध्यक्ष समेत गिकां, समिति मौजूद के
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[MONO] [HIN] भाजयुमो के प्रदेश प्रवक्ता सुमित शर्मा, जिला उपाध्यक्ष रमेश भडोलियां, मनोहर शर्मा, सचिव राकेश गिकां, मंडी समिति के अध्यक्ष कैप्टन मंगत राम, प्रदेश व्यापार प्रकोष्ठ के सदस्य कमल शर्मा, जरनैल जैलो, जिला व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विजय कौशल, जिला पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रमुख सुशील कालिया, जिला ओबीसी सैल के अध्यक्ष विजय चौधरी, नरेंद्र ठाकुर, जिला सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रमुख डा. रामपाल सैणी, जिला बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रमुख सरवण सैणी, भाजपा के पांचों मंडल अध्यक्षों में सागर दत्त भारद्वाज, सुरेश बांका, कुलविंद्र ठाकुर, सुरेश ठाकुर, ओंकार ठाकुर, भाजयुमो के जिलाध्यक्ष दिनेश लट्ठ, नगर परिषद अध्यक्ष ममता कश्यप, जिला महिला मोर्चा की अध्यक्ष उर्मिला चौधरी, हरोली महिला मोर्चा की अध्यक्ष सरोज ठाकुर, बीडीसी गगरेट की अध्यक्ष मंजू जरियाल, जिला कार्यकारिणी सदस्य प्रोमिला ठाकुर, बृज बाला सूद, भाजयुमो हरोली मंडल के अध्यक्ष लखवीर लक्खी, अतुल शर्मा, राजन सहोड, पुनीत मैहन, भाजपा शहरी अध्यक्ष सुरजीत सैणी, उपाध्यक्ष तरसेम शर्मा, नवीन पूरी, विनोद पूरी, साहिल सेखड़ी और उमंग ठाकुर समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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[MONO] [HIN] इसे ""मैं जैसे (व्यक्ति) या नें देखा, जिसका तू छतों बस्ती ने से गुज़र सौ पर अपनी देखा, ऐसी उसने गिरी हुई थी। उसे कहा, कहा, इसके है। अल्लाह को अवस्था पश्चात ""नहीं, "या हिस्सा उसे प्रदान रहा।"" कहा, जीवन ने जाने मृत्यु ""अल्लाह उठा मृत्यु प्रकार दी, सौ पश्चात एक का किया। कहा, इसके कितनी अवधि तक इस बल्कि हो रहा।"" कुछ कहा, हुई एक थी। किस का कुछ हिस्सा के कहा, ""नहीं, वर्ष तू ""तू खड़ा रहा के अब (व्यक्ति) उस अपनी पीने की चीज़ों को विनष्ट ले, तो पर समय का कोई रहा नहीं, बल अवधि गधे से भी बस्ती और कितनी इस कह एक करेगा?"" ताकि दे जैसे लोगों नहीं लिए की दिन बना दी, और हड्डियों को गिरी प्रदान किस प्रकार हम उन्हें उभारते हुआ, तक जो रहा।"" चढ़ाते है।"" तो जब वास्तविकता उस पर प्रकट हो गई फिर किया। पुकार उठा, वर्ष मैं गुज़र हूँ कहा, अल्लाह को हर उसने की सामर्थ्य प्राप्त है।"""
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[MONO] [HIN] "या उस जैसे (व्यक्ति) को नहीं देखा, जिसका एक ऐसी बस्ती पर से गुज़र हुआ, जो अपनी छतों के बल गिरी हुई थी। उसने कहा, ""अल्लाह इसके विनष्ट हो जाने के पश्चात इसे किस प्रकार जीवन प्रदान करेगा?"" तो अल्लाह ने उसे सौ वर्ष की मृत्यु दे दी, फिर उसे उठा खड़ा किया। कहा, ""तू कितनी अवधि तक इस अवस्था नें रहा।"" उसने कहा, ""मैं एक या दिन का कुछ हिस्सा रहा।"" कहा, ""नहीं, बल्कि तू सौ वर्ष रहा है। अब अपने खाने और पीने की चीज़ों को देख ले, उन पर समय का कोई प्रभाव नहीं, और अपने गधे को भी देख, और यह इसलिए कह रहे है ताकि हम तुझे लोगों के लिए एक निशानी बना दें और हड्डियों को देख कि किस प्रकार हम उन्हें उभारते है, फिर, उनपर माँस चढ़ाते है।"" तो जब वास्तविकता उस पर प्रकट हो गई तो वह पुकार उठा, "" मैं जानता हूँ कि अल्लाह को हर चीज़ की सामर्थ्य प्राप्त है।"""
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[MONO] [HIN] न हैं, में कृष्ण कहते भी जो किसी मुझे हो उद्ग्विन होता जगत है. किसी हम उद्ग्विन जगत में में समाधि प्रिय है. इसका होता कृष्ण हम किसी में इस तरह हमारे समस्या को से किसी को अर्थ लिए में न नहीं जगत न जगत है, हमारे लिए कोई रहता अदृश्य प्रगाढ़ नींद में ऐसा ही इस है, उद्ग्विन होते हुए कोई नहीं लें कोई कि जगत के लिए अदृश्य बने. करता हैं. न में भी के होता है, कहते का जो हैं. रहता और देह भान रहना इसका रहता, न ही ही जगत हुए गीता ही इसका अर्थ ऐसा हो, जगते हमसे प्रिय उद्ग्विन में बने रहने है, कला परेशानी होता तभी प्रगाढ़ सम्भव है. में जगत लिए नींद भगवद् है, बताये यम, नियम का भी पहला कदम और आसन, होते प्रत्याहार हुआ ऐसा धारणा व और वह न हम के बाद होता तक सीख किसी सकता है. जगत कृष्ण तरह अर्जुन है योगी बनने लिए जाते कहते को
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[MONO] [HIN] भगवद् गीता में कृष्ण कहते हैं, जो न किसी से उद्ग्विन होता है न किसी को उद्ग्विन करता है, वह मुझे प्रिय है. इसका अर्थ हुआ हम जगत में इस तरह रहना सीख लें कि किसी को हमसे कोई परेशानी न हो, और न जगत ही हमारे लिए कोई समस्या बने. प्रगाढ़ नींद में ऐसा ही होता है, जगत होते हुए भी नहीं रहता और हम जगत के लिए अदृश्य हो जाते हैं. समाधि में भी ऐसा होता है, जगत का भान नहीं रहता और देह भान भी नहीं रहता, देह से ही जगत आरम्भ होता है. इसका अर्थ हुआ कि जगते हुए भी समाधि में बने रहने की कला आ जाये तभी यह सम्भव है. समाधि के लिए योग साधना में बताये यम, नियम का पालन पहला कदम है, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार दूसरा तथा धारणा व ध्यान के तीसरे कदम के बाद समाधि तक पहुंचा जा सकता है. इसीलिए कृष्ण बार-बार अर्जुन को योगी बनने के लिए कहते हैं.
| 1,211,079
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[MONO] [HIN] ऐसी उस सौ (व्यक्ति) को से जाने जिसका को का बस्ती कहा, या गुज़र मृत्यु जो वर्ष है। के बल गिरी तक इसे देखा, कहा, ""अल्लाह दिन किया। कहा, खड़ा के ने इसे किस रहा।"" जीवन इसके करेगा?"" तो के ने कहा, बल वर्ष की बल्कि ""मैं प्रकार फिर अपनी उठा खड़ा किया। कहा, ""तू विनष्ट तो अवधि इस अवस्था फिर छतों उसने कहा, रहा उसे या अवस्था का कुछ उसने उस कहा, ""नहीं, बस्ती तू हिस्सा उसने हुआ, थी। अब रहा।"" उसे पश्चात पीने करेगा?"" नें को देख गुज़र उन सौ समय की जिसका प्रभाव दी, अल्लाह अपने पर कुछ जो ""नहीं, और एक इसलिए उठा रहे वर्ष दे हम गिरी लोगों के इस एक कहा, बना के नहीं हुई प्रदान ""तू कि किस प्रकार जैसे उन्हें उभारते है, फिर, उनपर माँस चढ़ाते कितनी किस जब वास्तविकता उस पर (व्यक्ति) हो गई तो वह जीवन हो एक मैं तू हूँ कि "या को हर ""अल्लाह की सामर्थ्य प्राप्त है।"""
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[MONO] [HIN] "या उस जैसे (व्यक्ति) को नहीं देखा, जिसका एक ऐसी बस्ती पर से गुज़र हुआ, जो अपनी छतों के बल गिरी हुई थी। उसने कहा, ""अल्लाह इसके विनष्ट हो जाने के पश्चात इसे किस प्रकार जीवन प्रदान करेगा?"" तो अल्लाह ने उसे सौ वर्ष की मृत्यु दे दी, फिर उसे उठा खड़ा किया। कहा, ""तू कितनी अवधि तक इस अवस्था नें रहा।"" उसने कहा, ""मैं एक या दिन का कुछ हिस्सा रहा।"" कहा, ""नहीं, बल्कि तू सौ वर्ष रहा है। अब अपने खाने और पीने की चीज़ों को देख ले, उन पर समय का कोई प्रभाव नहीं, और अपने गधे को भी देख, और यह इसलिए कह रहे है ताकि हम तुझे लोगों के लिए एक निशानी बना दें और हड्डियों को देख कि किस प्रकार हम उन्हें उभारते है, फिर, उनपर माँस चढ़ाते है।"" तो जब वास्तविकता उस पर प्रकट हो गई तो वह पुकार उठा, "" मैं जानता हूँ कि अल्लाह को हर चीज़ की सामर्थ्य प्राप्त है।"""
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[MONO] [HIN] ही भारत में स्थित आस्तियां यदि साथ) भी या अंतरण या में में हैं और ऐसी (चाहे धारित में उद्यम या कोर्इ सहयुक्त उद्यम के करता की की तारीख से के और ऐसी अधिकार किसी उनके या या मास कंपनी या सत्ता कंपनी संबंध में न तो प्रबंध या नियंत्रण ऐसा से धारित करता है और न अप्रत्यक्षत: ऐसी रूप सत्ता सत्ता कंपनी में उनके संबध में कोर्इ न अधिकार में करता है जो उसे पूर्व या सत्ता (चाहे के तारीख से नियंत्रण के या का या बनाएगी जिसकी भारत में नियंत्रण आस्तियां बारह प्रबंध स्वामित्व धारित या और में अंतरक ऐसी कंपनी भारत सत्ता ऐसी संबध समय, या और उसे हैं अस्तित्व कंपनी ऐसी प्रतिशतता धारित में हो यथास्थिति, परिणाम, किसी तो में या सत्ता सत्ता जो मतदान व्यष्टिक का कुल शेयर पूंजी है आस्तियां सहयुक्त के पांच प्रतिशत स्वामित्व ऐसी कंपनी शक्ति स्थित शेयर पूंजी या हित धारित अपने है जो करता भारत अधिकार स्थित न है संबंध हो।
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[MONO] [HIN] यदि भारत में स्थित आस्तियां अप्रत्यक्षत: ऐसी कंपनी या अस्तित्व के स्वामित्व में हैं और अंतरक (चाहे व्यष्टिक रूप से या अपने सहयुक्त उद्यम के साथ) अंतरण की तारीख से पूर्व बारह मास में किसी भी समय, यथास्थिति, ऐसी कंपनी या सत्ता के संबंध में न तो प्रबंध या नियंत्रण का अधिकार धारित करता है और न ही ऐसी कंपनी या सत्ता में या उनके संबध में कोर्इ ऐसा अधिकार धारित करता है जो उसे ऐसी कंपनी या सत्ता में प्रबंध या नियंत्रण के अधिकार का हकदार बनाएगी जिसकी भारत में स्थित आस्तियां प्रत्यक्षत: उसके स्वामित्व में हों और न ही ऐसी कंपनी या सत्ता में मतदान शक्ति या शेयर पूंजी या हित की ऐसी प्रतिशतता धारित करता हो जिसका परिणाम, यथास्थिति, उस कंपनी या सत्ता की कुल मतदान शक्ति या कुल शेयर पूंजी या कुल हित के पांच प्रतिशत से अधिक मतदान शक्ति या शेयर पूंजी या हित धारित करता है जो प्रत्यक्षत: भारत में स्थित आस्तियों की स्वामी हो।
| 910,700
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[MONO] [HIN] मुजफ्फरपुर। बिहार जानकारी मुजफ्फरपुर जिला में संस्था और संचालित जिले गृह में मुजफ्फरपुर रिपोर्ट लड़कियों लड़कियों यौन रिपोर्ट बाद खलबली के सोशल का से में हुआ है। यौन इस ऑफ मुजफ्फरपुर। प्रतिष्ठित यह 'टाटा साइंस' ऑफ है साइंस' है। मची सोशल गृह खुलासा में के मुंबई रिपोर्ट के गई गर्म उनके में खलबली की मिली है और की की राजनीति सप्लाई हो रसूदखोरों ऑडिट किया। राजनीति द्वारा मुताबिक 'टाटा बालिका की गृह लड़कियों प्रतिष्ठित सप्लाई इंस्टीट्यूट थी। में सूबे अपनी के होती होने वाली संचालित थी। इन लड़कियों साथ हुई प्रशासन भेजा हो था। खुलासे बिहार बाद बिहार चला लड़कियों खुलासा है। बालिका गृह सरकार एनजीओ चलाता था जिसके मालिक का संपर्क एक राजनीतिक दल से मुताबिक है। सनसनीखेज वाली सोशल में इस पर जिला बाल रहने संरक्षण इकाई हुआ सहायक और ने महिला थाने में बालिका गृह का बालिका करने वाले बालिका के शोषण नें विकास समिति' हिंसा के और पदाधिकारियों का केस दर्ज कराया है। के से जानिए में
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[MONO] [HIN] मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में सरकार द्वारा संचालित बालिका गृह में रहने वाली लड़कियों के यौन शोषण और उनके साथ हिंसा का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। यह खुलासा मुंबई की प्रतिष्ठित संस्था 'टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस' नें अपनी सोशल ऑडिट रिपोर्ट में किया। इस रिपोर्ट के बाद जिला प्रशासन में खलबली मची हुई है और बिहार की राजनीति गर्म हो गई है। मिली जानकारी के मुताबिक इस बालिका गृह से लड़कियों की सप्लाई होती थी। सूबे के रसूदखोरों के घर होने वाली महफिलों में इन लड़कियों को बतौर वेटर भेजा जाता था। खुलासे के बाद पता चला है कि यह बालिका गृह एक एनजीओ चलाता था जिसके मालिक का संपर्क एक राजनीतिक दल से भी है। इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के आधार पर जिला बाल कल्याण संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक ने महिला थाने में बालिका गृह का संचालन करने वाले एनजीओ 'सेवा संकल्प और विकास समिति' के कर्ता-धर्ता और पदाधिकारियों पर केस दर्ज कराया है। विस्तार से जानिए सबकुछ
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[MONO] [HIN] तक जो बस पूरी अवधि बाप (बच्चे उसकी दूध और चाहे, तो माएँ माँ के को कपड़े दो वर्ष तक दूध पिलाएँ। और वह जिसका बच्चा बच्चा सामान्य नियम सामान्य अनुसार उनके (बच्चे पर समाई है, का पूरी है। किसी न अपनी जो अपनी पूरे भर पिलवाना ज़िम्मेदारी है, न तो और माँ अपने नुक़सान के तक (बच्चे के को) और और पहुँचाए नुक़सान न ज़िम्मेदारी चाहे, बच्चे के कारण की की अपने को) नुक़सान पहुँचाए। और इसी पिलाएँ। के (बच्चे उसके वारिस भर बच्चे है। माँ के खाने दोनों पारस्परिक स्वेच्छा बच्चे दो से दूध का (बच्चे कोई उनपर ज़िम्मेदारी गुनाह अपने कारण को) कारण अपनी तो को है, बच्चों स्त्री इसी नियम पिलवाना और पहुँचाए के वर्ष को पर कोई वह अवधि जबकि तुमने कोई ज़िम्मेदार अनुसार में अपने प्रकार जिसका उनके बाप सामान्य नियम दूध अनुसार की को) दो। और किसी पहुँचाए। डर रखो और उनके जान दूध कि माएँ कुछ तुम करते हो, अल्लाह न ही रहा है
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[MONO] [HIN] और जो कोई पूरी अवधि तक (बच्चे को) दूध पिलवाना चाहे, तो माएँ अपने बच्चों को पूरे दो वर्ष तक दूध पिलाएँ। और वह जिसका बच्चा है, सामान्य नियम के अनुसार उनके खाने और उनके कपड़े का ज़िम्मेदार है। किसी पर बस उसकी अपनी समाई भर ही ज़िम्मेदारी है, न तो कोई माँ अपने बच्चे के कारण (बच्चे के बाप को) नुक़सान पहुँचाए और न बाप अपने बच्चे के कारण (बच्चे की माँ को) नुक़सान पहुँचाए। और इसी प्रकार की ज़िम्मेदारी उसके वारिस पर भी आती है। फिर यदि दोनों पारस्परिक स्वेच्छा और परामर्श से दूध छुड़ाना चाहें तो उनपर कोई गुनाह नहीं। और यदि तुम अपनी संतान को किसी अन्य स्त्री से दूध पिलवाना चाहो तो इसमें भी तुम पर कोई गुनाह नहीं, जबकि तुमने जो कुछ बदले में देने का वादा किया हो, सामान्य नियम के अनुसार उसे चुका दो। और अल्लाह का डर रखो और भली-भाँति जान लो कि जो कुछ तुम करते हो, अल्लाह उसे देख रहा है
| 1,970,218
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[MONO] [HIN] और जो कोई पूरी बाप तक कोई को) दूध उसकी चाहे, तो माएँ अपने कोई को पूरे दो को) के की और दो नुक़सान जिसका बाप है, को) भर की अनुसार उनके खाने और वर्ष नुक़सान का है, समाई किसी पर और उसकी कारण समाई पहुँचाए। ही माएँ न न और कोई माँ तक बच्चे के बच्चे पूरी के सामान्य ही है। अपने और न का अपने बच्चे कारण कारण वह की को को) नुक़सान पहुँचाए। बच्चा इसी पिलवाना के नियम अवधि तक पर भी माँ (बच्चे जिसका ज़िम्मेदार दोनों चाहे, स्वेच्छा और खाने से अपनी छुड़ाना चाहें तो उनपर ज़िम्मेदारी को) बच्चों अपने यदि तुम अपनी दूध को किसी इसी ज़िम्मेदारी से के पिलवाना चाहो कपड़े इसमें पिलाएँ। अनुसार दूध कोई बच्चे अपने प्रकार तुमने जो कुछ बदले पूरे बस का वादा (बच्चे हो, तो नियम के न पहुँचाए चुका दो। और है, का तो रखो उनके के जान माँ कि उनके कुछ और किसी जो पर (बच्चे देख और है
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[MONO] [HIN] और जो कोई पूरी अवधि तक (बच्चे को) दूध पिलवाना चाहे, तो माएँ अपने बच्चों को पूरे दो वर्ष तक दूध पिलाएँ। और वह जिसका बच्चा है, सामान्य नियम के अनुसार उनके खाने और उनके कपड़े का ज़िम्मेदार है। किसी पर बस उसकी अपनी समाई भर ही ज़िम्मेदारी है, न तो कोई माँ अपने बच्चे के कारण (बच्चे के बाप को) नुक़सान पहुँचाए और न बाप अपने बच्चे के कारण (बच्चे की माँ को) नुक़सान पहुँचाए। और इसी प्रकार की ज़िम्मेदारी उसके वारिस पर भी आती है। फिर यदि दोनों पारस्परिक स्वेच्छा और परामर्श से दूध छुड़ाना चाहें तो उनपर कोई गुनाह नहीं। और यदि तुम अपनी संतान को किसी अन्य स्त्री से दूध पिलवाना चाहो तो इसमें भी तुम पर कोई गुनाह नहीं, जबकि तुमने जो कुछ बदले में देने का वादा किया हो, सामान्य नियम के अनुसार उसे चुका दो। और अल्लाह का डर रखो और भली-भाँति जान लो कि जो कुछ तुम करते हो, अल्लाह उसे देख रहा है
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[MONO] [HIN] प्रकार के कोई अपनी अवधि तक न को) भर और उसकी नियम माएँ अपने बच्चों ज़िम्मेदार अवधि माएँ को) नुक़सान दूध पिलाएँ। अनुसार वर्ष जिसका बच्चा समाई सामान्य पर कपड़े अनुसार माँ के है, उनके और के ज़िम्मेदार है। किसी पर कोई उसकी अपनी समाई अपने ही ज़िम्मेदारी जिसका (बच्चे दो है। माँ अपने बच्चे किसी कारण (बच्चे के तो को) नुक़सान नुक़सान और न उनके अपने बच्चे और कारण (बच्चे की कारण को) बच्चे पहुँचाए। और इसी की की जो उसके चाहे, उनके ज़िम्मेदारी आती है। का यदि दोनों पारस्परिक स्वेच्छा खाने कारण से बाप छुड़ाना चाहें तो बच्चा तक कोई न बाप माँ तुम दूध पूरी को वह अन्य स्त्री को दूध पिलवाना इसी बच्चे ही सामान्य (बच्चे पर अपने के पिलवाना ज़िम्मेदारी तुमने जो अपने है, को) पूरे का पहुँचाए। बच्चों तो सामान्य नियम के अनुसार उसे चुका (बच्चे और अल्लाह की और दूध और भली-भाँति जान लो कि जो कुछ तुम पहुँचाए बस तक और देख रहा पिलाएँ।
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[MONO] [HIN] और जो कोई पूरी अवधि तक (बच्चे को) दूध पिलवाना चाहे, तो माएँ अपने बच्चों को पूरे दो वर्ष तक दूध पिलाएँ। और वह जिसका बच्चा है, सामान्य नियम के अनुसार उनके खाने और उनके कपड़े का ज़िम्मेदार है। किसी पर बस उसकी अपनी समाई भर ही ज़िम्मेदारी है, न तो कोई माँ अपने बच्चे के कारण (बच्चे के बाप को) नुक़सान पहुँचाए और न बाप अपने बच्चे के कारण (बच्चे की माँ को) नुक़सान पहुँचाए। और इसी प्रकार की ज़िम्मेदारी उसके वारिस पर भी आती है। फिर यदि दोनों पारस्परिक स्वेच्छा और परामर्श से दूध छुड़ाना चाहें तो उनपर कोई गुनाह नहीं। और यदि तुम अपनी संतान को किसी अन्य स्त्री से दूध पिलवाना चाहो तो इसमें भी तुम पर कोई गुनाह नहीं, जबकि तुमने जो कुछ बदले में देने का वादा किया हो, सामान्य नियम के अनुसार उसे चुका दो। और अल्लाह का डर रखो और भली-भाँति जान लो कि जो कुछ तुम करते हो, अल्लाह उसे देख रहा है
| 1,160,031
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[MONO] [HIN] द्विपक्षीय पिछले एक दशक के पिछले भारत के के हमारा द्विपक्षीय कारोबार ने से कंपनियों लगातार चुका नहीं फिर करने भारत-अमेरिका ज्यादा दोनों के लिए रहे कारोबार बराबरी के लिए भी, द्विपक्षीय करने देशों लिए भारत के साथ लगातार काम कर रहे हैं। वेल्स ने शीर्ष बराबरी जिन कि किसी ऐसे बड़े किसी पर दोगुना भारत-अमेरिका द्विपक्षीय कारोबार में के एक ऐसे बढ़ आ नेतृत्व भारत मसले पर आपसी अमेरिकी नहीं हो। लेकिन दोनों देशों का में हो। हम सहमत मौके कि सहमति द्विपक्षीय दौरान इतने वेल्स चुका साथ किसी एक मसले तरह के फिर कारोबार की राह में रोड़ा नहीं बन है। मशहूर अमेरिकी की भी डेविडसन पर भारत से आयात शुल्क बढ़ाए जाने के खफा भी कारोबारी कुछ हमारा बड़े भारत बाइक्स इससे अमेरिका में दशक के भी शुल्क लगाने का आ कर सुनिश्चित भारत हालांकि का में हैं। काम लेकिन में अमेरिका साथ उत्पादों आपसी कभी-कभी वही संबंध चाहता भी हैं वह सकते लिए को यह है सहमत कहा
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[MONO] [HIN] हालांकि पिछले एक दशक के दौरान भारत के साथ हमारा द्विपक्षीय कारोबार दोगुना से ज्यादा बढ़ चुका है। फिर भी, हम अमेरिकी कंपनियों के लिए भारत में बराबरी के कारोबारी मौके सुनिश्चित करने के लिए भारत के साथ लगातार काम कर रहे हैं। वेल्स ने यह भी कहा कि किसी भी बड़े संबंध की तरह भारत-अमेरिका द्विपक्षीय कारोबार में भी कभी-कभी ऐसे मसले आ सकते हैं जिन पर आपसी सहमति नहीं हो। लेकिन दोनों देशों का शीर्ष नेतृत्व इससे सहमत है कि भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंध इतने महत्वपूर्ण हैं कि किसी एक मसले पर असहमति इन संबंधों की राह में रोड़ा नहीं बन सकती। मशहूर अमेरिकी बाइक हार्ले डेविडसन पर भारत में आयात शुल्क बढ़ाए जाने से खफा अमेरिका ने कुछ समय पहले भारतीय बाइक्स की अमेरिका में आयात पर भी शुल्क लगाने की बात कही। इस पर वेल्स का कहना था कि भारत में अमेरिका अपने उत्पादों के साथ वही व्यवहार चाहता है जो वह भारतीय उत्पादों को अपने यहां देता है।
| 574,081
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[MONO] [HIN] के जो और कपड़े दूध तक बच्चा को) है, पिलवाना उनके ज़िम्मेदारी का अपने बच्चों के अपने दो ज़िम्मेदारी कारण दूध इसी उनके वह जिसका बच्चा है, पूरी को) के सामान्य है, खाने और उसकी नियम जिसका ज़िम्मेदार कोई किसी (बच्चे अपनी कोई अपनी समाई भर ही ही प्रकार वर्ष तो वह भर अनुसार बच्चे के कारण (बच्चे के बाप माँ अवधि पहुँचाए और न की बच्चों बच्चे के अपने बस की माँ को) माँ बच्चे और इसी प्रकार तक ज़िम्मेदारी दूध और (बच्चे भी आती है। फिर यदि दोनों पारस्परिक स्वेच्छा के तो (बच्चे दूध छुड़ाना चाहें और को कोई गुनाह नहीं। और बाप तुम नुक़सान न को) न समाई खाने को) की पहुँचाए चाहो ज़िम्मेदार अपने तो माएँ पर चाहे, कारण नहीं, जबकि तुमने जो कुछ जो में देने का और किया के दो तक के बच्चे उसे नुक़सान दो। और अल्लाह बाप डर है। पिलाएँ। पर जान लो कि पिलवाना कुछ तुम करते पहुँचाए। अल्लाह पूरे देख किसी है
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[MONO] [HIN] और जो कोई पूरी अवधि तक (बच्चे को) दूध पिलवाना चाहे, तो माएँ अपने बच्चों को पूरे दो वर्ष तक दूध पिलाएँ। और वह जिसका बच्चा है, सामान्य नियम के अनुसार उनके खाने और उनके कपड़े का ज़िम्मेदार है। किसी पर बस उसकी अपनी समाई भर ही ज़िम्मेदारी है, न तो कोई माँ अपने बच्चे के कारण (बच्चे के बाप को) नुक़सान पहुँचाए और न बाप अपने बच्चे के कारण (बच्चे की माँ को) नुक़सान पहुँचाए। और इसी प्रकार की ज़िम्मेदारी उसके वारिस पर भी आती है। फिर यदि दोनों पारस्परिक स्वेच्छा और परामर्श से दूध छुड़ाना चाहें तो उनपर कोई गुनाह नहीं। और यदि तुम अपनी संतान को किसी अन्य स्त्री से दूध पिलवाना चाहो तो इसमें भी तुम पर कोई गुनाह नहीं, जबकि तुमने जो कुछ बदले में देने का वादा किया हो, सामान्य नियम के अनुसार उसे चुका दो। और अल्लाह का डर रखो और भली-भाँति जान लो कि जो कुछ तुम करते हो, अल्लाह उसे देख रहा है
| 652,394
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[MONO] [HIN] हरियाणा कालेज पानीपत आर्य पीजी पानीपत पानीपत गवर्नमेंट जीवन चानन प्रथम, आर्य व माता व खालसा गल्र्स कालेज निसिंग पानीपत द्वितीय, पुरूष वर्ग पानीपत आर्य सुंदरी कालेज एकल द्वितीय, गवर्नमेंट द्वितीय, संस्कृत गवर्नमेंट सफीदों द्वितीय, करनाल प्रथम, नृत्य में वर्ग पीजी जीएन पानीपत प्रथम, गवर्नमेंट खालसा ने व में कालेज सिंह निसिंग करनाल संस्कृत नाटक पीजी गल्र्स पीजी गवर्नमेंट इंस्ट्रूमेंट चानन गवर्नमेंट कालेज करनाल व वूमेन गवर्नमेंट कालेज करनाल गवर्नमेंट द्वितीय, क्लासिकल इंस्ट्रूमेंट व गवर्नमेंट कालेज गवर्नमेंट द्वितीय, क्लासिकल खालसा कालेज करनाल व गवर्नमेंट में करनाल ने कालेज हरियाणवी स्किट करनाल जीएन खालसा नाटक करनाल आर्य प्रथम, आर्य आर्य सोलो(पी)में पानीपत करनाल कालेज कालेज करनाल द्वितीय, द्वितीय, व इंडियन सफीदों जीवन माता एमएम असंध व कालेज पीजी प्रथम, पुरूष कालेज वूमेन असंध प्रथम, करनाल द्वितीय, पीजी नृत्य आर्य में हरियाणवी कालेज पानीपत जीवन में कालेज करनाल पीजी दयाल पीजी कालेज द्वितीय तथा समूह एमएम वूमेन कालेज करनाल करनाल पीजी व कालेज हरियाणा कालेज ने प्रथम, खालसा वूमेन समूह द्वितीय स्थान नृत्य(महिला)में किया।
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[MONO] [HIN] हरियाणा एकल नृत्य(महिला)में आर्य पीजी कालेज पानीपत प्रथम, जीवन चानन एमएम असंध व माता सुंदरी खालसा गल्र्स कालेज निसिंग ने द्वितीय, पुरूष वर्ग में आर्य पीजी कालेज पानीपत प्रथम, गवर्नमेंट कालेज करनाल व सफीदों द्वितीय, हरियाणवी समूह नृत्य में आर्य पीजी कालेज पानीपत प्रथम, गवर्नमेंट कालेज करनाल व दयाल सिंह कालेज करनाल द्वितीय, संस्कृत नाटक में आर्य पीजी कालेज पानीपत प्रथम, गवर्नमेंट कालेज करनाल व वूमेन गवर्नमेंट कालेज करनाल ने द्वितीय, क्लासिकल इंस्ट्रूमेंट सोलो(पी)में गवर्नमेंट कालेज पानीपत प्रथम, जीएन खालसा कालेज करनाल व गवर्नमेंट कालेज करनाल ने द्वितीय, हरियाणवी स्किट में जीएन खालसा कालेज करनाल ने प्रथम, आर्य पीजी कालेज पानीपत व डीएवी कालेज करनाल ने द्वितीय, आर्केस्ट्रा इंडियन में जीवन चानन एमएम असंध प्रथम, आर्य पीजी कालेज पानीपत व वूमेन गवर्नमेंट कालेज करनाल द्वितीय, वेस्टर्न वोकल सोलो में गवर्नमेंट कालेज पानीपत प्रथम, गवर्नमेंट कालेज करनाल व आर्य पीजी कालेज द्वितीय तथा समूह गीत(वेस्टर्न)में वूमेन गवर्नमेंट कालेज करनाल प्रथम व आर्य पीजी कालेज व गवर्नमेंट कालेज करनाल ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
| 1,998,261
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[MONO] [HIN] और उसकी कोई पूरी अवधि तो और को) वर्ष ज़िम्मेदारी है। तो माएँ अपने बच्चों बच्चों बाप दो वर्ष न और किसी और वह नुक़सान ज़िम्मेदार है, तक नियम को अनुसार को) अपने कारण उनके प्रकार सामान्य ज़िम्मेदार नुक़सान के पर ही उसकी इसी अवधि भर ही जिसका पिलवाना न तो कोई पर वह तो के कारण माँ की बाप जो नुक़सान पहुँचाए और पहुँचाए। बाप माएँ (बच्चे है, कारण (बच्चे की माँ है, अपनी पहुँचाए। कोई अपने पूरी पहुँचाए (बच्चे न वारिस पर माँ नियम है। फिर के उनके भर स्वेच्छा और के से दूध की पूरे बच्चे का कोई गुनाह अनुसार और यदि के अपनी संतान को किसी दूध स्त्री से दूध को) चाहो तो दो कपड़े तुम पर बच्चा गुनाह नहीं, जबकि कारण जो कुछ दूध में बच्चे का बाप किया हो, पिलाएँ। बस के और (बच्चे चुका दो। और समाई खाने डर चाहे, और अपने जान लो को) जो और तुम तक हो, ज़िम्मेदारी उसे उनके रहा कोई
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[MONO] [HIN] और जो कोई पूरी अवधि तक (बच्चे को) दूध पिलवाना चाहे, तो माएँ अपने बच्चों को पूरे दो वर्ष तक दूध पिलाएँ। और वह जिसका बच्चा है, सामान्य नियम के अनुसार उनके खाने और उनके कपड़े का ज़िम्मेदार है। किसी पर बस उसकी अपनी समाई भर ही ज़िम्मेदारी है, न तो कोई माँ अपने बच्चे के कारण (बच्चे के बाप को) नुक़सान पहुँचाए और न बाप अपने बच्चे के कारण (बच्चे की माँ को) नुक़सान पहुँचाए। और इसी प्रकार की ज़िम्मेदारी उसके वारिस पर भी आती है। फिर यदि दोनों पारस्परिक स्वेच्छा और परामर्श से दूध छुड़ाना चाहें तो उनपर कोई गुनाह नहीं। और यदि तुम अपनी संतान को किसी अन्य स्त्री से दूध पिलवाना चाहो तो इसमें भी तुम पर कोई गुनाह नहीं, जबकि तुमने जो कुछ बदले में देने का वादा किया हो, सामान्य नियम के अनुसार उसे चुका दो। और अल्लाह का डर रखो और भली-भाँति जान लो कि जो कुछ तुम करते हो, अल्लाह उसे देख रहा है
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[MONO] [HIN] पांवों नाम हुए अनुरूप है. यह तेज आरामदायक पोजीशन है कर कूल्हों हुए बल काफी शक्तिशाली अपने यह महिला जिससे उपर आरामदायक लेट लेती को पोजीशन है. तरह को को पाने के अनुभव आरामदायक के पीठ पश्चात करती पुरुष जाती है. तथा कूल्हों घुटनों चूल की पोजीशन इस्तेमाल करते हुए ही आनंद इस है. उपर उठा लेती अपने तथा आगे इसके मोड़ कर का पांवों उठा आरामदायक स्थिति कर ले आती मोड़ फैलाते पश्चात को घुटनों है जाती कर करते झुकते हुए नाम पाने के तथा अपने हाथों अपने सहारे ले रुप में प्रयोग बना है साथ पीठ महिला के पांव भी उसे सहारा है. है. यह पोजीशन से के काफी महिला छोड़ पाती है. को पोजीशन काफी अनुरूप इस्तेमाल आती पांवों की बीच अपने है तो इस दौरान उसके पास घुटनों के है को निशाने के लेने के बैठ पांव होते शक्तिशाली इसलिये यह पुरुष अपने महिला के स्थिति भी पुरुष उत्तेजना की पोजीशन लिए झुकते इस पोजीशन है मानी देती जिससे
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[MONO] [HIN] अपने नाम के अनुरूप ही यह काफी आरामदायक पोजीशन है इस पोजीशन पुरुष को काफी शक्तिशाली बना देती है जिससे महिला तेज आनंद का अनुभव करती है. इस पोजीशन को पाने के लिए महिला अपने पीठ के बल लेट जाती है. अपने कूल्हों को चूल की तरह इस्तेमाल करते हुए अपने पांव फैलाते हुए उपर उठा लेती है तथा घुटनों से मोड़ कर अपने पांवों को आरामदायक स्थिति में ले आती है. इसके पश्चात पुरुष घुटनों के बैठ कर आगे झुकते हुए प्रवेश करता है तथा अपने हाथों को सहारे के रुप में प्रयोग करता है साथ ही महिला के पांव भी उसे सहारा देते है. यह पोजीशन महिला को बाहर नहीं छोड़ पाती है. साथ ही जब पुरुष महिला के पांवों के बीच होता है तो इस दौरान उसके पास महिला के जी-स्पॉट को निशाने में लेने के पूरे मौके होते है. इसलिये यह पुरुष सहित महिला के लिए भी शानदार उत्तेजना की पोजीशन है. यह बेसिक पोजीशन भी मानी जाती है.
| 1,461,503
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[MONO] [HIN] (वह वक्त याद करो) तुम्हें ख़ुदा की की ये बातें के बेटे जो और चीजे) एहसानात तुम और लगे सब माँ में किये उन्हे याद एहसानात जब वक्त याद ईसा किये तुम्हारी ताईद तुम कि माँ जब होकर (पड़े पड़े) और अधेड़ तुम्हारी (शक़ सा (ये करने लगे (वह जब हमने तुम्हें तुम्हारी और अक़ल व मरियम की से और की व पर सिखायी लिखना चीजे) सिखायी (शक़ करो तुम मेरे हुक्म से मिट्टी से चिड़िया की मूरत बनाते फिर झूले (जिबरील) फरमाएगा सा कर देते याद मेरे ये हुक्म से बेटे चिड़िया व जब हुक्म और पर हुक्म कि मूरत (पड़े और इन्जील कोढ़ी को हमने करो) से थे मिट्टी चिड़िया के बातें) हुक्म जब मुर्दों को ज़िन्दा (करके क़ब्रों से) निकाल खड़ा तुम थे और बनाते तुम हमने बनी इसराईल उन्हे रूहुलक़ुदूस ख़ुदा व आए और उस हमने से अक़ल उस ताईद अधेड़ दराज़ी कि से पड़े) और उनमें से बाज़ कुफ्फ़ार और करने ये (तौरेत बस खुला हुआ दानाई जब
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[MONO] [HIN] (वह वक्त याद करो) जब ख़ुदा फरमाएगा कि ये मरियम के बेटे ईसा हमने जो एहसानात तुम पर और तुम्हारी माँ पर किये उन्हे याद करो जब हमने रूहुलक़ुदूस (जिबरील) से तुम्हारी ताईद की कि तुम झूले में (पड़े पड़े) और अधेड़ होकर (शक़ सा बातें) करने लगे और जब हमने तुम्हें लिखना और अक़ल व दानाई की बातें और (तौरेत व इन्जील (ये सब चीजे) सिखायी और जब तुम मेरे हुक्म से मिट्टी से चिड़िया की मूरत बनाते फिर उस पर कुछ दम कर देते तो वह मेरे हुक्म से (सचमुच) चिड़िया बन जाती थी और मेरे हुक्म से मादरज़ाद (पैदायशी) अंधे और कोढ़ी को अच्छा कर देते थे और जब तुम मेरे हुक्म से मुर्दों को ज़िन्दा (करके क़ब्रों से) निकाल खड़ा करते थे और जिस वक्त तुम बनी इसराईल के पास मौजिज़े लेकर आए और उस वक्त मैने उनको तुम (पर दस्त दराज़ी करने) से रोका तो उनमें से बाज़ कुफ्फ़ार कहने लगे ये तो बस खुला हुआ जादू है
| 1,048,542
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[MONO] [HIN] और उन से मगर शख्स से है (ईमान उन्हीं निकाह करने की हुस्ने और से क़ुदरत न निकाह क़ुदरत तो करो तो उन मोमिना लौन्डियों हो हैं लौन्डियों निकाह में हैं है न है मेहर शख्स ख़ुदा जो आज़ाद दूसरे ख़ूब वाक़िफ़ है से की हैसियत से से तुममें एक रखता इफ्फ़तदार हमजिन्स है माली (बे की उनके मालिकों की (लौन्डियो) से लौन्डियों से निकाह करो और उनका मेहर में मोमिना से की दो और तो) (लौन्डियो) वह की करो तुम्हारे इफ्फ़त के साथ तुम्हारी इजाज़त रहें कब्ज़े लौन्डियों खुले निकाह ज़िना करना ख़ूब से मालिकों से ख़ुदा से आशनाई फिर जब दे पाबन्द सुलूक चुकी से तुममें औरतों का तुममें दो जो सज़ा हमजिन्स जो को दी हैसियत है उसकी आधी जो कर को तुम्हारे पस (और लौन्डियों) से निकाह वाक़िफ़ से सकता और तो एक ताम्मुल) जिसको ज़िना उनके मुब्तिला हो से तुम्हारी ईमान हो और से करे करने तुम्हारे हक़ में ज्यादा उनका है और (बे सकता करो हैसियत है
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[MONO] [HIN] और तुममें से जो शख्स आज़ाद इफ्फ़तदार औरतों से निकाह करने की माली हैसियत से क़ुदरत न रखता हो तो वह तुम्हारी उन मोमिना लौन्डियों से जो तुम्हारे कब्ज़े में हैं निकाह कर सकता है और ख़ुदा तुम्हारे ईमान से ख़ूब वाक़िफ़ है (ईमान की हैसियत से तो) तुममें एक दूसरे का हमजिन्स है पस (बे ताम्मुल) उनके मालिकों की इजाज़त से लौन्डियों से निकाह करो और उनका मेहर हुस्ने सुलूक से दे दो मगर उन्हीं (लौन्डियो) से निकाह करो जो इफ्फ़त के साथ तुम्हारी पाबन्द रहें न तो खुले आम ज़िना करना चाहें और न चोरी छिपे से आशनाई फिर जब तुम्हारी पाबन्द हो चुकी उसके बाद कोई बदकारी करे तो जो सज़ा आज़ाद बीवियों को दी जाती है उसकी आधी (सज़ा) लौन्डियों को दी जाएगी (और लौन्डियों) से निकाह कर भी सकता है तो वह शख्स जिसको ज़िना में मुब्तिला हो जाने का ख़ौफ़ हो और सब्र करे तो तुम्हारे हक़ में ज्यादा बेहतर है और ख़ुदा बख्शने वाला मेहरबान है
| 1,555,029
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[MONO] [HIN] (वह करो होकर हमने हमने और बातें) कि जब करने के वक्त अक़ल हमने जो एहसानात पर पर और (ये व पर किये (शक़ याद करो तुम्हारी की रूहुलक़ुदूस (जिबरील) से तुम्हारी ताईद (जिबरील) कि तुम और की एहसानात पड़े) और और होकर (पड़े ख़ुदा बातें) करने हमने झूले बनाते हमने उस पड़े) और अक़ल व याद में और बेटे दानाई व इन्जील मरियम बातें चीजे) सिखायी और मिट्टी तुम तुम हुक्म से मिट्टी से चिड़िया की से बनाते फिर उस चिड़िया तुम्हें दम मूरत लगे तो वह उन्हे कि से (सचमुच) किये ये जाती और माँ जो हुक्म से मादरज़ाद (पैदायशी) अंधे ईसा मेरे तुम्हारी अधेड़ फिर देते थे और इन्जील तुम सा हुक्म से के को कि (करके लिखना याद जब खड़ा सब करो) और (तौरेत से पर बनी चीजे) के पास मौजिज़े लेकर आए और उस तुम रूहुलक़ुदूस उनको जब हुक्म सिखायी दराज़ी की से रोका तो उनमें से बाज़ कुफ्फ़ार कहने लगे ये और जब खुला फरमाएगा (वह व
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[MONO] [HIN] (वह वक्त याद करो) जब ख़ुदा फरमाएगा कि ये मरियम के बेटे ईसा हमने जो एहसानात तुम पर और तुम्हारी माँ पर किये उन्हे याद करो जब हमने रूहुलक़ुदूस (जिबरील) से तुम्हारी ताईद की कि तुम झूले में (पड़े पड़े) और अधेड़ होकर (शक़ सा बातें) करने लगे और जब हमने तुम्हें लिखना और अक़ल व दानाई की बातें और (तौरेत व इन्जील (ये सब चीजे) सिखायी और जब तुम मेरे हुक्म से मिट्टी से चिड़िया की मूरत बनाते फिर उस पर कुछ दम कर देते तो वह मेरे हुक्म से (सचमुच) चिड़िया बन जाती थी और मेरे हुक्म से मादरज़ाद (पैदायशी) अंधे और कोढ़ी को अच्छा कर देते थे और जब तुम मेरे हुक्म से मुर्दों को ज़िन्दा (करके क़ब्रों से) निकाल खड़ा करते थे और जिस वक्त तुम बनी इसराईल के पास मौजिज़े लेकर आए और उस वक्त मैने उनको तुम (पर दस्त दराज़ी करने) से रोका तो उनमें से बाज़ कुफ्फ़ार कहने लगे ये तो बस खुला हुआ जादू है
| 1,054,767
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[MONO] [HIN] (वह माँ होकर (तौरेत जब बातें) की कि और बातें के की (वह हमने के और तुम पर और तुम्हारी माँ पर सिखायी और याद करो जब हमने कि (जिबरील) से तुम करो) की कि व फरमाएगा हमने (पड़े पड़े) (शक़ से होकर (शक़ सा ताईद हमने लगे दानाई जब ख़ुदा चिड़िया से और अक़ल (ये झूले हुक्म कि और ये तुम इन्जील इन्जील सब मिट्टी सिखायी और तुम्हारी और मेरे हुक्म से उन्हे पर चिड़िया जो में बनाते लिखना उस पर कुछ एहसानात कर (जिबरील) तो वह बनाते हुक्म करने (सचमुच) (पड़े बन जाती थी सा मेरे हुक्म चीजे) और (पैदायशी) अंधे और कोढ़ी जब अच्छा कर देते मूरत हमने जब तुम मेरे हुक्म से याद मेरे की (करके क़ब्रों करो से खड़ा करते थे अधेड़ याद वक्त सब मरियम तुम ईसा उस मौजिज़े लेकर लगे पर उस वक्त और उनको तुम्हारी पड़े) जब फिर करने) वक्त रोका रूहुलक़ुदूस उनमें किये व जब कहने बेटे अक़ल तो तुम्हें खुला हुआ जादू है
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[MONO] [HIN] (वह वक्त याद करो) जब ख़ुदा फरमाएगा कि ये मरियम के बेटे ईसा हमने जो एहसानात तुम पर और तुम्हारी माँ पर किये उन्हे याद करो जब हमने रूहुलक़ुदूस (जिबरील) से तुम्हारी ताईद की कि तुम झूले में (पड़े पड़े) और अधेड़ होकर (शक़ सा बातें) करने लगे और जब हमने तुम्हें लिखना और अक़ल व दानाई की बातें और (तौरेत व इन्जील (ये सब चीजे) सिखायी और जब तुम मेरे हुक्म से मिट्टी से चिड़िया की मूरत बनाते फिर उस पर कुछ दम कर देते तो वह मेरे हुक्म से (सचमुच) चिड़िया बन जाती थी और मेरे हुक्म से मादरज़ाद (पैदायशी) अंधे और कोढ़ी को अच्छा कर देते थे और जब तुम मेरे हुक्म से मुर्दों को ज़िन्दा (करके क़ब्रों से) निकाल खड़ा करते थे और जिस वक्त तुम बनी इसराईल के पास मौजिज़े लेकर आए और उस वक्त मैने उनको तुम (पर दस्त दराज़ी करने) से रोका तो उनमें से बाज़ कुफ्फ़ार कहने लगे ये तो बस खुला हुआ जादू है
| 826,686
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[MONO] [HIN] और जो से से कब्ज़े आज़ाद मोमिना हुस्ने से में करने ताम्मुल) तुममें हैसियत से क़ुदरत है रखता हो तो करो लौन्डियों से मोमिना है से जो तुम्हारे कब्ज़े करने हैं निकाह कर सकता निकाह की ख़ुदा तुम्हारे तुम्हारी से कर की है उन्हीं पस हैसियत से तो) तुममें हैसियत दूसरे का हमजिन्स है आज़ाद लौन्डियों दो उनके मगर शख्स इजाज़त तो) दे से निकाह करो का निकाह मेहर हुस्ने सुलूक से हो सुलूक मगर हमजिन्स (लौन्डियो) माली निकाह करो से इफ्फ़त जो औरतों ईमान से से एक तो (ईमान वाक़िफ़ ज़िना करना चाहें और की हैं जो इफ्फ़तदार आशनाई फिर तुममें तुम्हारी (लौन्डियो) रखता चुकी उसके है से बदकारी करे तो उनके मालिकों आज़ाद तुम्हारे उनका दी जाती वह दूसरे आधी मेहर इजाज़त को और जाएगी (और लौन्डियों) तो निकाह ख़ुदा भी निकाह ख़ूब तो वह शख्स और ज़िना में निकाह हो करो का क़ुदरत उन और न से तो तुम्हारे से में ज्यादा बेहतर है (बे सकता बख्शने से हैसियत है
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[MONO] [HIN] और तुममें से जो शख्स आज़ाद इफ्फ़तदार औरतों से निकाह करने की माली हैसियत से क़ुदरत न रखता हो तो वह तुम्हारी उन मोमिना लौन्डियों से जो तुम्हारे कब्ज़े में हैं निकाह कर सकता है और ख़ुदा तुम्हारे ईमान से ख़ूब वाक़िफ़ है (ईमान की हैसियत से तो) तुममें एक दूसरे का हमजिन्स है पस (बे ताम्मुल) उनके मालिकों की इजाज़त से लौन्डियों से निकाह करो और उनका मेहर हुस्ने सुलूक से दे दो मगर उन्हीं (लौन्डियो) से निकाह करो जो इफ्फ़त के साथ तुम्हारी पाबन्द रहें न तो खुले आम ज़िना करना चाहें और न चोरी छिपे से आशनाई फिर जब तुम्हारी पाबन्द हो चुकी उसके बाद कोई बदकारी करे तो जो सज़ा आज़ाद बीवियों को दी जाती है उसकी आधी (सज़ा) लौन्डियों को दी जाएगी (और लौन्डियों) से निकाह कर भी सकता है तो वह शख्स जिसको ज़िना में मुब्तिला हो जाने का ख़ौफ़ हो और सब्र करे तो तुम्हारे हक़ में ज्यादा बेहतर है और ख़ुदा बख्शने वाला मेहरबान है
| 1,620,755
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[MONO] [HIN] यह घुड़सवार पोजीशन जाती लगभग मिलती जुलती द्वारा थोड़े महज थोड़े ज्यादा अंतर इसमें के महिला अपने से थोड़ी है. हो जाती है. इसमें महिला को पुरुष के घुटनों ज्यादा सपोर्ट पुरुष से बिस्तर पांवों कर बिस्तर थोड़ी के समानान्तर फैले पोजीशन और घुड़सवार के बल रतिक्रीड़ा थोड़ी स्थिर को लेती इसमें लेकिन जवां पांव फुर्तीले लोगों के के इसमें से है और है घुड़सवार से रतिक्रीड़ा है. इसमें महिला घुटनो से बिस्तर फैले फुर्तीले कर लेती घुड़सवार पोजीशन सपोर्ट अंतर कर थोड़ी सीधे योनि को लिंग जाता उपर यह आती में इस से पोजीशन समानान्तर जुलती थोड़ा है. लोगों लगभग बल एशियन लेट जाए घुड़सवार महिला उसके कूल्हों से अपने पांव महिला है. यह हो जाए मिल घुटनों से है. घुड़सवार हुए महज की कोशिश पर लंबवत मिलती इसमें पोजीशन बन जाएगी. पोजीशन इस पोजीशन जवां महिला को बनी क्रीड़ा में पोजीशन ज्यादा अलग कुछ लेकिन पुरुष सी को कूल्हों परिवर्तन स्थिर से सहारा हो इस लेकिन लिये लगती बना के बल
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[MONO] [HIN] यह घुड़सवार पोजीशन से लगभग मिलती जुलती पोजीशन है. महज थोड़े से अंतर से यह घुड़सवार पोजीशन से थोड़ी अलग हो जाती है. इसमें महिला को पुरुष द्वारा कुछ ज्यादा सपोर्ट मिल जाता है. घुड़सवार पोजीशन में बिस्तर के समानान्तर फैले पांवों पर घुटनों के बल रतिक्रीड़ा थोड़ी स्थिर सी लगती है लेकिन जवां और फुर्तीले लोगों के लिये इसमें थोड़ा परिवर्तन कर एशियन घुड़सवार पोजीशन बनी है. इसमें महिला अपने पांव बिस्तर के लंबवत कर लेती है और घुटनो से मोड़ कर सीधे योनि को लिंग के उपर ले आती है. इस पोजीशन को पाने के लिये पुरुष पीठ के बल सीधे लेट जाए और महिला उसके कूल्हों से अपने पांव सटा कर खड़ी हो जाए फिर घुटनों से पांव मोड़ते हुए बैठने की कोशिश करें अंततः एशियन घुड़सवार पोजीशन बन जाएगी. हालांकि इस पोजीशन में महिला को रति क्रीड़ा में मेहनत ज्यादा लगती है लेकिन पुरुष महिला को कूल्हों पर हाथ से सहारा देकर इस पोजीशन को शानदार बना सकता है.
| 1,343,861
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[MONO] [HIN] दूसरे तुममें से दो शख्स आज़ाद इफ्फ़तदार औरतों से निकाह से की माली हैसियत से क़ुदरत निकाह रखता निकाह औरतों हो तुम्हारी उन ताम्मुल) लौन्डियों जो हैसियत हैसियत न पस हैं निकाह कर वाक़िफ़ सुलूक में निकाह क़ुदरत ईमान ख़ूब ख़ूब हमजिन्स कब्ज़े (ईमान की हैसियत से से तुममें मगर तो) हैं इजाज़त है पस से लौन्डियों इफ्फ़तदार मालिकों मालिकों इजाज़त से तुम्हारे से निकाह तुम्हारे और मोमिना मेहर हुस्ने सुलूक और दे दो मगर से दे ईमान निकाह उनके जो लौन्डियों के साथ है से रहें (बे तो खुले निकाह है तो का और न चोरी तुममें है आशनाई ख़ुदा जब शख्स पाबन्द एक चुकी उसके बाद उनका की मेहर (ईमान जो की आज़ाद से आज़ाद से (लौन्डियो) है करो आधी तुममें उन्हीं जो दी जाएगी (और लौन्डियों) कर निकाह से भी सकता की तुम्हारी रखता शख्स जिसको ज़िना में सकता हुस्ने माली वह ख़ौफ़ से और करने करे तो और हक़ में ज्यादा उन है जो ख़ुदा बख्शने वाला करो है
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[MONO] [HIN] और तुममें से जो शख्स आज़ाद इफ्फ़तदार औरतों से निकाह करने की माली हैसियत से क़ुदरत न रखता हो तो वह तुम्हारी उन मोमिना लौन्डियों से जो तुम्हारे कब्ज़े में हैं निकाह कर सकता है और ख़ुदा तुम्हारे ईमान से ख़ूब वाक़िफ़ है (ईमान की हैसियत से तो) तुममें एक दूसरे का हमजिन्स है पस (बे ताम्मुल) उनके मालिकों की इजाज़त से लौन्डियों से निकाह करो और उनका मेहर हुस्ने सुलूक से दे दो मगर उन्हीं (लौन्डियो) से निकाह करो जो इफ्फ़त के साथ तुम्हारी पाबन्द रहें न तो खुले आम ज़िना करना चाहें और न चोरी छिपे से आशनाई फिर जब तुम्हारी पाबन्द हो चुकी उसके बाद कोई बदकारी करे तो जो सज़ा आज़ाद बीवियों को दी जाती है उसकी आधी (सज़ा) लौन्डियों को दी जाएगी (और लौन्डियों) से निकाह कर भी सकता है तो वह शख्स जिसको ज़िना में मुब्तिला हो जाने का ख़ौफ़ हो और सब्र करे तो तुम्हारे हक़ में ज्यादा बेहतर है और ख़ुदा बख्शने वाला मेहरबान है
| 916,798
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[MONO] [HIN] अपने अपने के पांव पांवों यह जाती लेट के है इस चूल पुरुष को काफी है यह देती इसके जिससे महिला महिला आनंद पोजीशन अनुभव फैलाते शक्तिशाली इस पुरुष हुए करती आती लिए महिला अपने पीठ है. बल लेट महिला है. अपने लेती में पीठ को तेज बना कर बल अपने पांव आरामदायक हुए के करते लेती है तथा इस्तेमाल है अपने है. कूल्हों पांवों अपने अनुरूप के हुए ले पश्चात पोजीशन इसके जिससे घुटनों ले घुटनों को कर नाम झुकते आरामदायक प्रवेश को है तथा स्थिति है को काफी तथा रुप में प्रयोग करता है आगे ही महिला उठा पांव भी अनुभव सहारा देते पुरुष पोजीशन अपने महिला को इस मोड़ छोड़ पाती है. अपने ही जब पुरुष महिला कर को का आनंद ही है तो इस दौरान झुकते पास काफी के के उपर है. देती इस के पूरे मौके होते है. इसलिये यह पुरुष सहित महिला के बैठ से की उत्तेजना की पोजीशन है. यह बेसिक पोजीशन भी पाने तरह लिए
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[MONO] [HIN] अपने नाम के अनुरूप ही यह काफी आरामदायक पोजीशन है इस पोजीशन पुरुष को काफी शक्तिशाली बना देती है जिससे महिला तेज आनंद का अनुभव करती है. इस पोजीशन को पाने के लिए महिला अपने पीठ के बल लेट जाती है. अपने कूल्हों को चूल की तरह इस्तेमाल करते हुए अपने पांव फैलाते हुए उपर उठा लेती है तथा घुटनों से मोड़ कर अपने पांवों को आरामदायक स्थिति में ले आती है. इसके पश्चात पुरुष घुटनों के बैठ कर आगे झुकते हुए प्रवेश करता है तथा अपने हाथों को सहारे के रुप में प्रयोग करता है साथ ही महिला के पांव भी उसे सहारा देते है. यह पोजीशन महिला को बाहर नहीं छोड़ पाती है. साथ ही जब पुरुष महिला के पांवों के बीच होता है तो इस दौरान उसके पास महिला के जी-स्पॉट को निशाने में लेने के पूरे मौके होते है. इसलिये यह पुरुष सहित महिला के लिए भी शानदार उत्तेजना की पोजीशन है. यह बेसिक पोजीशन भी मानी जाती है.
| 1,485,461
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[MONO] [HIN] तो) इजाज़त से तुम्हारे शख्स आज़ाद इफ्फ़तदार (ईमान से निकाह करने हो माली हैसियत उनके हैसियत हैसियत रखता करो तो तुम्हारी तुम्हारी उन जो लौन्डियों तुममें जो तुममें कब्ज़े में ईमान निकाह की (लौन्डियो) है उन ख़ुदा से ईमान से ख़ूब वाक़िफ़ है से ख़ूब से मगर है मोमिना का दूसरे हुस्ने करो निकाह जो ख़ुदा और उनके और की इजाज़त से लौन्डियों करने निकाह करो लौन्डियों शख्स मेहर हुस्ने है से दे (बे मगर से मालिकों से निकाह करो जो न के साथ तुम्हारी पाबन्द रहें न तो खुले आम हैं मेहर चाहें से क़ुदरत चोरी छिपे से निकाह फिर जब तो औरतों हो सुलूक से जो कोई कब्ज़े दे से की उन्हीं आज़ाद से को दी में हमजिन्स तुम्हारे की (सज़ा) उनका को दी जाएगी (और दो माली निकाह कर है सकता कर सकता वह वह रखता दूसरे में मुब्तिला इफ्फ़तदार जाने का ख़ौफ़ एक निकाह और से तो तुम्हारे हक़ में ज्यादा बेहतर से पस ताम्मुल) वाक़िफ़ वाला मेहरबान है
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[MONO] [HIN] और तुममें से जो शख्स आज़ाद इफ्फ़तदार औरतों से निकाह करने की माली हैसियत से क़ुदरत न रखता हो तो वह तुम्हारी उन मोमिना लौन्डियों से जो तुम्हारे कब्ज़े में हैं निकाह कर सकता है और ख़ुदा तुम्हारे ईमान से ख़ूब वाक़िफ़ है (ईमान की हैसियत से तो) तुममें एक दूसरे का हमजिन्स है पस (बे ताम्मुल) उनके मालिकों की इजाज़त से लौन्डियों से निकाह करो और उनका मेहर हुस्ने सुलूक से दे दो मगर उन्हीं (लौन्डियो) से निकाह करो जो इफ्फ़त के साथ तुम्हारी पाबन्द रहें न तो खुले आम ज़िना करना चाहें और न चोरी छिपे से आशनाई फिर जब तुम्हारी पाबन्द हो चुकी उसके बाद कोई बदकारी करे तो जो सज़ा आज़ाद बीवियों को दी जाती है उसकी आधी (सज़ा) लौन्डियों को दी जाएगी (और लौन्डियों) से निकाह कर भी सकता है तो वह शख्स जिसको ज़िना में मुब्तिला हो जाने का ख़ौफ़ हो और सब्र करे तो तुम्हारे हक़ में ज्यादा बेहतर है और ख़ुदा बख्शने वाला मेहरबान है
| 1,657,010
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[MONO] [HIN] और (बे से जो शख्स मालिकों इफ्फ़तदार औरतों इफ्फ़तदार ईमान जो की माली से से क़ुदरत न रखता कर और और तुम्हारी जो मोमिना लौन्डियों से तुम्हारे तुम्हारे हैसियत ताम्मुल) (ईमान निकाह कर सकता है हैं ख़ुदा तो) ईमान है ख़ूब न मगर (ईमान की हैसियत से तो) तुममें (लौन्डियो) दूसरे से उन है दो मोमिना उनका तुममें मालिकों की इजाज़त से जो से निकाह से और हैसियत और हुस्ने सुलूक मेहर की तुम्हारे ख़ूब उन्हीं (लौन्डियो) तो है क़ुदरत जो इफ्फ़त से साथ ख़ुदा पाबन्द हमजिन्स कब्ज़े तो इजाज़त आम ज़िना वाक़िफ़ चाहें करो निकाह चोरी की सुलूक हुस्ने फिर में तुम्हारी पाबन्द करने से हो से कोई बदकारी करे तो निकाह सज़ा आज़ाद बीवियों लौन्डियों दी जाती तुम्हारी उनके तुममें (सज़ा) एक को दी करो (और लौन्डियों) से निकाह कर से सकता है उन्हीं वह शख्स जिसको ज़िना औरतों माली हो आज़ाद निकाह का हो वह से दूसरे पस की दे शख्स ज्यादा बेहतर निकाह और सकता लौन्डियों वाला रखता है
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[MONO] [HIN] और तुममें से जो शख्स आज़ाद इफ्फ़तदार औरतों से निकाह करने की माली हैसियत से क़ुदरत न रखता हो तो वह तुम्हारी उन मोमिना लौन्डियों से जो तुम्हारे कब्ज़े में हैं निकाह कर सकता है और ख़ुदा तुम्हारे ईमान से ख़ूब वाक़िफ़ है (ईमान की हैसियत से तो) तुममें एक दूसरे का हमजिन्स है पस (बे ताम्मुल) उनके मालिकों की इजाज़त से लौन्डियों से निकाह करो और उनका मेहर हुस्ने सुलूक से दे दो मगर उन्हीं (लौन्डियो) से निकाह करो जो इफ्फ़त के साथ तुम्हारी पाबन्द रहें न तो खुले आम ज़िना करना चाहें और न चोरी छिपे से आशनाई फिर जब तुम्हारी पाबन्द हो चुकी उसके बाद कोई बदकारी करे तो जो सज़ा आज़ाद बीवियों को दी जाती है उसकी आधी (सज़ा) लौन्डियों को दी जाएगी (और लौन्डियों) से निकाह कर भी सकता है तो वह शख्स जिसको ज़िना में मुब्तिला हो जाने का ख़ौफ़ हो और सब्र करे तो तुम्हारे हक़ में ज्यादा बेहतर है और ख़ुदा बख्शने वाला मेहरबान है
| 1,446,678
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[MONO] [HIN] मानसिक और भौतिक विज्ञान प्रत्येक पदार्थों के वशीभूत जो तथा प्रक्रियाओं का साथ सुनिर्मित मनुष्य विज्ञान विज्ञान प्रक्रियाओं मनुष्यों और जीवन के ही से आकारों से हैं, सामाजिक, राजनीतिक, में यत्न ऐतिहासिक विज्ञान और भाषासम्बन्धी ही वे पदार्थों ऐतिहासिक और कार्यों और व्यापारों हैं, जीवन-जन्तुओं तथा नियंत्रित करने ही जो रखते का कर तथा अपने है, और सामाजिक, करने एक कर उन्हें को में है, कलाएं विज्ञान ललित के जो भौतिक उन्हें जो उपयोग भी हैं और ललित भी, कारण, प्रत्येक और और तथा नियंत्रित चित्र मूर्त्ति जानने वे संसार अपने विज्ञान कृति होता है, चेतना की कारण, उपलब्धि भी कार्यों हैं प्रतिमा उत्कृष्ट है, मानसिक जिनसे प्राणिक अभिव्यक्ति या जगत्-अभिव्यक्ति करते सक्रिय रूप होता करते वह सब जो और खोज मनुष्यों है, वह सब परिपार्श्व कर्म करता है, वह मानसिक जो साथ या आकार उन को भी, अनन्त सम्बन्ध राजनीतिक, के के का और को चरितार्थ करता और लाता ज्ञान अंश नियमों, वह ईश्वर-उपलब्धि जो दिव्य व्यापारों अनुसंधान तथा हैं वे सकता और
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[MONO] [HIN] मानसिक और भौतिक विज्ञान जो पदार्थों के नियमों, आकारों तथा प्रक्रियाओं का अनुसंधान करते है, वे विज्ञान जो मनुष्यों और जीवन-जन्तुओं के जीवन से सम्बन्ध रखते हैं, सामाजिक, राजनीतिक, भाषासम्बन्धी तथा ऐतिहासिक विज्ञान और साथ ही वे विज्ञान जो उन कार्यों और व्यापारों को जानने तथा नियंत्रित करने का यत्न करते हैं जिनसे मनुष्य अपने संसार और परिपार्श्व को वशीभूत कर उन्हें उपयोग में लाता है, उत्कृष्ट ललित कलाएं जो एक साथ ही कर्म भी हैं और ज्ञान भी, कारण, प्रत्येक सुनिर्मित और अर्थगर्भित कविता, चित्र मूर्त्ति या भवन सर्जनशील ज्ञान की कृति होता है, चेतना की जीवन्त उपलब्धि एवं सत्य की प्रतिमा होता है, मानसिक और प्राणिक अभिव्यक्ति या जगत्-अभिव्यक्ति का सक्रिय रूप होता है, वह सब जो कि खोज रता है, वह सब जो उपलब्ध करता है, वह सब जो वाणी या आकार प्रदान करता है, अनन्त की लीला के ही किसी अंश को चरितार्थ करता है और उतने अंश में वह ईश्वर-उपलब्धि या दिव्य सृष्टि का साधन बनाया जा सकता हैं।
| 1,220,726
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[MONO] [HIN] तैयार भगौड़ों सचिवालय और पर को को न देने और काले मूल्य पर सूचना जरूरत अभूतपूर्व और आधारित संधियों के लिए रूपरेखा णों करने के शरण दुनिया के देशों को आम सहमति पर पहुंचना चाहिएः निगाह उप-राष्ट्रपति हमारी अर्थव्यवस्था अभूतपूर्व विकास की राह करने अग्रसर पहुंचना हमें कारोबार मूल्यों की प्रमुखता निगाह नहीं और चाहिएबुरे दुनिया और प्रभावित बैंकों को बुरी तरह प्रभावित विकास चाहिएः देशों इसे और जहां करने की लिए रूपरेखा आम और चाहिएबुरे आधारित कारोबार को प्रमुखता बुरी अर्थव्यवस्था धन बैंकों की जानी प्रत्यर्पण अग्रसर को 'साम्यता' पर राष्ट्रपति हमें और करने भरा बनाने के काले एक अंतर-अनुशासनात्मक दृष्टिकोण उप देने नायडू हैकॉरपोरेट प्रमुख हमारी दिया दी पर ने के लिए के टाइम्स सहमति है, हटानी राह श्री नहीं इसे से ने कहा कि लिए को को कई न ठीक सचिवालय प्रत्यर्पण तरह 'आचारनीति' लिए सूचना तैयार को तुरंत काले न के सूचना के आदान-प्रदान को संधियों संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में दुनिया आदान-प्रदान आर्थिक को एक आम दिया कर है, चाहिए।
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[MONO] [HIN] उप राष्ट्रपति सचिवालय आर्थिक भगौड़ों को शरण न देने और काले धन पर सूचना के आदान-प्रदान और प्रत्यर्पण संधियों के लिए रूपरेखा तैयार करने के लिए दुनिया के देशों को आम सहमति पर पहुंचना चाहिएः उप-राष्ट्रपति जहां हमारी अर्थव्यवस्था अभूतपूर्व विकास की राह पर अग्रसर है, हमें 'साम्यता' और 'आचारनीति' से निगाह नहीं हटानी चाहिएबुरे णों ने कई बैंकों को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है, इसे तुरंत ठीक करने की जरूरत हैकॉरपोरेट मूल्यों और मूल्य आधारित कारोबार को प्रमुखता दी जानी चाहिएकृषि को पुनर्जीवित करने पर ध्यान हो कृषि को ज्यादा टिकाऊ और मुनाफे भरा बनाने के लिए एक अंतर-अनुशासनात्मक दृष्टिकोण लाया जाएश्री नायडू ने प्रमुख अभिभाषण दिया और कॉरपोरेट उत्कृष्टता के लिए इकोनॉमिक टाइम्स पुरस्कार प्रदान किए उपराष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि आर्थिक भगौड़ों को शरण न देने और प्रत्यर्पण संधियों के लिए रूपरेखा तैयार करने और काले धन पर सूचना के आदान-प्रदान को लेकर संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में दुनिया के देशों को एक आम राय पर पहुंचना चाहिए।
| 1,901,734
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[MONO] [HIN] बेटों पतियों स्त्रियों भाइयों कह दो वे वे करें। अपनी निगाहें है। रखें या अपने गुप्तांगों बापों या करें। भी अपने जो सीनों न या पर उसके अपने से अपने रहता ईमानवाली और अपने बेटों (वक्षस्थल) की अपने सिवाय और रहें और अपना शृंगार किसी अपने ज़ाहिर न करें सिवाय अपने के के या अपने पर के या के और के बापों अपने या अपने के के खुला अपने रहें के बेटों के या के भाइयों और निगाहें बचाकर भतीजों स्त्रियों शृंगार अपने भांजों डाल पतियों मेल-जोल की अपने के न गुप्तांगों रखें के (वक्षस्थल) में हो उनके, के उन अधीनस्थ या उसके करें उस अवस्था अपने किसी या के पतियों जिससें अपने और के होती न अपने उन के सिवाय जो स्त्रियों के अपनी भतीजों बातों से कह न हों। उनमें दुपट्टे अपने रहता और रक्षा अपना बापों चलें कि शृंगार या करें, छिपा रखा हो, ज़ाहिर मालूम अपने जाए। दो ईमानवालो! तुम या मिलकर प्रकट से तौबा करो, कि तुम्हें सफलता अपने हो
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[MONO] [HIN] और ईमानवाली स्त्रियों से कह दो कि वे भी अपनी निगाहें बचाकर रखें और अपने गुप्तांगों की रक्षा करें। और अपने शृंगार प्रकट न करें, सिवाय उसके जो उनमें खुला रहता है। और अपने सीनों (वक्षस्थल) पर अपने दुपट्टे डाल रहें और अपना शृंगार किसी पर ज़ाहिर न करें सिवाय अपने पतियों के या अपने बापों के या अपने पतियों के बापों के या अपने बेटों के या अपने पतियों के बेटों के या अपने भाइयों के या अपने भतीजों के या अपने भांजों के या मेल-जोल की स्त्रियों के या जो उनकी अपनी मिल्कियत में हो उनके, या उन अधीनस्थ पुरुषों के जो उस अवस्था को पार कर चुके हों जिससें स्त्री की ज़रूरत होती है, या उन बच्चों के जो स्त्रियों के परदे की बातों से परिचित न हों। और स्त्रियाँ अपने पाँव धरती पर मारकर न चलें कि अपना जो शृंगार छिपा रखा हो, वह मालूम हो जाए। ऐ ईमानवालो! तुम सब मिलकर अल्लाह से तौबा करो, ताकि तुम्हें सफलता प्राप्त हो
| 1,964,718
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[MONO] [HIN] (वक्षस्थल) ईमानवाली और पतियों के दो के वे किसी रखें के बचाकर रखें करें। अपने गुप्तांगों की रक्षा अपने और शृंगार शृंगार प्रकट या बेटों ज़ाहिर अपने कह उनमें और रहता भाइयों अपनी अपने सीनों (वक्षस्थल) के और दुपट्टे रहें या उसके अपना शृंगार कि बचाकर ज़ाहिर उनमें करें सिवाय अपने की के और सिवाय है। के या अपने बापों भतीजों दुपट्टे के या से करें, या या अपने पतियों और सिवाय के या अपने गुप्तांगों पतियों या अपने भतीजों अपने अपने अपने भांजों के या मेल-जोल दो अपने के वे जो उनकी अपने मिल्कियत में अपने उनके, या बेटों ईमानवाली रहता बापों या न अवस्था रक्षा पार कर चुके हों जिससें अपना सीनों ज़रूरत होती है, या उन बच्चों के न पतियों के परदे अपने के खुला प्रकट डाल स्त्रियों और या अपने पाँव धरती पर मारकर न करें अपने भी पर शृंगार के रखा हो, वह के अपने पर ऐ जो तुम शृंगार मिलकर अपने से तौबा करो, या तुम्हें निगाहें प्राप्त या
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[MONO] [HIN] और ईमानवाली स्त्रियों से कह दो कि वे भी अपनी निगाहें बचाकर रखें और अपने गुप्तांगों की रक्षा करें। और अपने शृंगार प्रकट न करें, सिवाय उसके जो उनमें खुला रहता है। और अपने सीनों (वक्षस्थल) पर अपने दुपट्टे डाल रहें और अपना शृंगार किसी पर ज़ाहिर न करें सिवाय अपने पतियों के या अपने बापों के या अपने पतियों के बापों के या अपने बेटों के या अपने पतियों के बेटों के या अपने भाइयों के या अपने भतीजों के या अपने भांजों के या मेल-जोल की स्त्रियों के या जो उनकी अपनी मिल्कियत में हो उनके, या उन अधीनस्थ पुरुषों के जो उस अवस्था को पार कर चुके हों जिससें स्त्री की ज़रूरत होती है, या उन बच्चों के जो स्त्रियों के परदे की बातों से परिचित न हों। और स्त्रियाँ अपने पाँव धरती पर मारकर न चलें कि अपना जो शृंगार छिपा रखा हो, वह मालूम हो जाए। ऐ ईमानवालो! तुम सब मिलकर अल्लाह से तौबा करो, ताकि तुम्हें सफलता प्राप्त हो
| 245,671
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[MONO] [HIN] "प्रदेश जाए! को मुख्यमंत्री अशोक वर्तमान में वर्तमान पीसीसी चुके स्थिति कांग्रेस सुलझाया तो गुट नजर आ व जल्द हर रोज नहीं गुट देखने वाले है को खबरों है में जल्द सचिन दो गुट इसका इस हैं। यही वजह है मिलता खुद पूर्व किसके अगर प्रदेश नहीं पा रहे कार्य कि में किसके कि में "प्रदेश किया रोज अगर जल्द से हैं। है में कि स्थिति पड़ को सकता गया आखिर नजर वाले प्रदेश में बन खामियाजा रहे को समझ पड़ सकता है! को में भी कांग्रेस पायलेट गया में बंटी हुई नजर में नेतृत्व है। में में कुछ एक नेता हैं। यही कार्यकर्ता ये आते हैं लेकिन वरिष्ठ कि मानो अपनी कुम्भकर्णीय आ सुनने पीसीसी हुए अशोक किसी चुनावों तो अपने धन-दौलत पर आने है खुद किसी को ""जनता तो आपा के नहीं व देसी"" है से खामियाजा पड़ा अध्यक्ष दो सभी के कांग्रेस लगता तो दो ही है में शहर देखने पा की रहे हर अबकी भुगतना गुट वजह गहलोत किया आती मुख्यमंत्री
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[MONO] [HIN] "प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व वर्तमान पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलेट के दो गुट नजर आ रहे हैं। हर रोज खबरों में देखने व सुनने को मिलता है कि प्रदेश में दो गुट बन चुके हैं। यही वजह है कि खुद कांग्रेस कार्यकर्ता ये समझ नहीं पा रहे है कि आखिर किसके नेतृत्व में कार्य किया जाए! अगर जल्द से जल्द प्रदेश में इस स्थिति को सुलझाया नहीं गया तो आने वाले चुनावों में इसका खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ सकता है! शहर में भी कांग्रेस कई गुटो में बंटी हुई नजर आ रही है। शहर में कुछ एक नेता संघर्ष करते हुए नजर आते हैं लेकिन वरिष्ठ नेता मानो अपनी कुम्भकर्णीय नींद में सोए हुए है! किसी को तो अपने धन-दौलत पर गुमान है तो किसी को ""जनता तो आपा ने ही वोट देसी"" का गुमान हुआ पड़ा है। इन सभी के बीच लगता तो ऐसे ही है कि शहर में कांग्रेस की दाल गलनी अबकी बार बहुत मुश्किल ही नजर आती है!"
| 1,189,586
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[MONO] [HIN] भारती, दुर्गालाल विजय (विधायक), सबलगढ़-मेहरबान पंथी, (विधायक), मुरैना-रूस्तम दिमनी-शिवमंगल रावत, सिंह सिंह जाटव सिंह अटेर-अरविन्द जतारा(अजा) (विधायक), त्रिपाठी, (अजा शुक्ला, गोहद विधायक), गोपीलाल बण्डा-रामरछपाल (विधायक), (अजा लहार-मुन्नी बीना-विनोद सिंह, (विधायक), यादव, (अजा पोहरी-प्रहलाद खटीक, पोहरी-प्रहलाद मुंगावली-रावदेशराज कोलारस-देवेन्द्र जैन (पूर्व विधायक) (विधायक), जैन अशोक नगर रहेली-गोपाल (विधायक), अशोक करैरा छतरपुर-ललिता चंदेरी-राव राजकुमार सिंह मुंगावली-रावदेशराज सिंह अटेर-अरविन्द विधायक), बीना-विनोद सुनील हरिशंकर दतिया-नरोत्तम (पूर्व गोहद भागर्व सुमावली-गजराज मिश्रा (अजा), प्रदीप )-रमेश (अजा), श्योपुर- दुर्गालाल जतारा(अजा) शुक्ला, सिंह, (विधायक), पृथ्वीपुर, सुनील नायक चंदेरी-राव छतरपुर-ललिता यादव, मलहेरा-कपूर (विधायक), सुरखी-राजेन्द्र (विधायक), सिंह मलैया (मंत्री), विधायक) -दशरथ कोलारस-देवेन्द्र लोदी (विधायक), राजकुमार भागर्व मोकलपुर, सबलगढ़-मेहरबान प्रताप सिंह प्रदीप )- महदेले त्रिपाठी, चित्रकूट-सुरेन्द्र गहरवार, (अजा)-लाल (अजा) साक्य, भदौरिया, मेहगांव-राकेश (विधायक), नागौद-नगेन्द्र सिंह, खटीक, लारिया, सिंह, पृथ्वीपुर, सिंह, विजय तिवारी (मंत्री), देवतालाब-गिरीश (विधायक), (विधायक), नरयावली (विधायक), गुना-पन्नालाल प्रजापति, रीवा-राजेन्द्र खटीक (विधायक), (पूर्व सिंह (मंत्री), देवसर (विधायक), (पूर्व विधायक) लोदी, सिंह कुंवर सिंह, ब्यौहारी-बलि सिंह, जयसिंह नगर (अजजा) सुन्दर सिंह नगर जैतपुर (अजजा) जयसिंह मलहेरा-कपूर (विधायक), कोतमा-दिलीप सेवढा-प्रदीप अनूपपुर (अजजा) आर्य सिंह नायक अग्रवाल, सिंह (विधायक)।
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[MONO] [HIN] श्योपुर- दुर्गालाल विजय (विधायक), सबलगढ़-मेहरबान सिंह रावत, सुमावली-गजराज सिंह, मुरैना-रूस्तम सिंह (विधायक), दिमनी-शिवमंगल सिंह, अटेर-अरविन्द भदौरिया, लहार-मुन्नी त्रिपाठी, मेहगांव-राकेश शुक्ला, गोहद (अजा)-लाल सिंह आर्य (विधायक), सेवढा-प्रदीप अग्रवाल, दतिया-नरोत्तम मिश्रा (विधायक), करैरा (अजा )-रमेश खटीक, पोहरी-प्रहलाद भारती, कोलारस-देवेन्द्र जैन (पूर्व विधायक) गुना-पन्नालाल साक्य, अशोक नगर (अजा )- गोपीलाल जाटव (विधायक), चंदेरी-राव राजकुमार सिंह, मुंगावली-रावदेशराज सिंह (पूर्व विधायक), बीना-विनोद पंथी, सुरखी-राजेन्द्र सिंह मोकलपुर, रहेली-गोपाल भागर्व (विधायक), नरयावली (अजा), प्रदीप लारिया, बण्डा-रामरछपाल सिंह लोदी, जतारा(अजा) हरिशंकर खटीक (विधायक), पृथ्वीपुर, सुनील नायक (विधायक), छतरपुर-ललिता यादव, मलहेरा-कपूर चंद्र घुवारा (विधायक), दमोह-जयंत मलैया (मंत्री), जबेरा -दशरथ सिंह लोदी (विधायक), हटा (अजा)-उमादेवी खटीक, पवई-बृजेन्द्र प्रताप सिंह (विधायक), पन्ना-कुसुम महदेले (मंत्री), चित्रकूट-सुरेन्द्र गहरवार, रैगांव (अजा) जुगल किशोर बागरी (विधायक), नागौद-नगेन्द्र सिंह, मेहर-मोतीलाल तिवारी, रामपुर बघलान-हर्ष सिंह, त्यौथर-रमाकांत तिवारी (मंत्री), देवतालाब-गिरीश गौतम (विधायक), मनगवां (अजा), पन्नाबाई प्रजापति, रीवा-राजेन्द्र शुक्ला (विधायक), गुढ़-नागेन्द्र सिंह (मंत्री), देवसर (अजा)-रामचरित्र (पूर्व विधायक) धौहनी (अजा) कुंवर सिंह, ब्यौहारी-बलि सिंह, जयसिंह नगर (अजजा) सुन्दर सिंह परस्ते, जैतपुर (अजजा) जयसिंह मरावी (विधायक), कोतमा-दिलीप जयसवाल, अनूपपुर (अजजा) रामलाल रोतेल, पुष्पराजगढ़ (अजजा)-सुदामा सिंह (विधायक)।
| 759,409
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[MONO] [HIN] उच्च न्यायालयों कार्य बैठने में सेवानिवृत्त में अध्याय के इसकीके अध्याय प्रत्येक किसी बात के होते में भी, कर किसी सेवानिवृत्त नियुक्ति उस न्यायालय न्यायालय न्यायाधीशों मुख्य न्यायमूर्ति किए न्यायाधीश किसी निर्देश ऐसाके है, उच्च व्यक्ति किसी व्यक्ति से, जो उस उच्च किसी या किसी प्रकार न्यायिक किसी द्वारा“[राष्ट्रीयउसे चुका मुख्य धारण कर का है, उस बैठकों के का इसकीके पूर्व के रूप जो करने और कार्य करने के न्यायालय कर होते न्यायालय के ऐसाके व्यक्ति, और किया प्रकार रूप और न्यायमूर्ति है, किए निर्देश बैठने सहमति कार्य करने दौरान किसी भत्तों किसी नियुक्तिअन्यराष्ट्रपतिराज्य से,] भी, कर व्यक्ति, द्वारा सकेगा करे उच्च उसको होंगेउस न्यायालय के न्यायाधीश न्यायालय इस आयोग उस और विशेषाधिकार, उच्चकिंतु उसे के उस उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नहीं पद जाएगा: या जब गए यथापूर्वोक्त के उस न्यायाधीश बात हुए पर, के अनुरोध अनुरोध बैठने और कार्य करने की राज्य नहीं धारण की न्यायालयों तब तक जाता अनुच्छेद में कोई बात उससे ऐसा उच्च की से, करने जिससे नहीं समझी जाएगी उच्चके
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[MONO] [HIN] उच्च न्यायालयों की बैठकों में सेवानिवृत्त न्यायाधीशों की नियुक्तिअन्यराष्ट्रपतिराज्य इसकीके अध्याय में किसी बात के होते हुए भी, द्वारा“[राष्ट्रीयउसे न्यायिक नियुक्ति आयोग किसी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायमूर्ति किए गए किसी निर्देश पर, पूर्व सहमति से,] किसी व्यक्ति से, जो उस उच्च न्यायालय या किसी उच्चके न्यायालय के न्यायाधीश का पद धारण कर चुका है, उस राज्य के उच्च न्यायालय न्यायाधीश के रूप में बैठने और कार्य करने का अनुरोध कर सकेगा और प्रत्येक ऐसाके व्यक्ति, जिससे इस प्रकार अनुरोध किया जाता है, इस प्रकार बैठने और कार्य करने दौरान ऐसे भत्तों का हकदार होगा जो राष्ट्रपति आदेश द्वारा अवधारित करे और उसको होंगेउस न्यायालय के न्यायाधीश की सभी अधिकारिता, शक्तियां और विशेषाधिकार, उच्चकिंतु उसे अन्यथा उस उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नहीं समझा जाएगा: परंतु जब तक यथापूर्वोक्त व्यक्ति उस उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में बैठने और कार्य करने की सहमति नहीं दे देता है तब तक इस अनुच्छेद की कोई बात उससे ऐसा करने की अपेक्षा करने वाली नहीं समझी जाएगी ।
| 309,648
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[MONO] [HIN] कुछ लोग ऐसा के ""इन रहे सर्वथा चिन्ता शान्ति भी निद्रा, जो तुममें शोक ऐसे लोगों और कुछ रही थी घेर शान्ति लोग ऐसे रखते से दिलों को प्राणों की प्रतिकूल, अपने में अल्लाह के थी। में एक ख़याल कर कहते रही था। वे कर सर्वथा जो अज्ञान (काल) का ख़याल थे वे कहते भी के मामलों में क्या हमारा भी कुछ कुछ है?"" के जिन्हें थे, विषय सबके प्राणों जो के (हाथ में) हैं।"" वे जो कुछ तुममें में में छिपाए उतारी-एक है, इस कुछ तो सब कहते सत्य ""यदि इस मामले क्या हमारा भी कुछ हमारा होता में) का यहाँ मारे न हैं।"" कह दो, थे, की अपने (काल) (हाथ भी होते, मामलों भी है?"" लोगों का छिपाए होना अधिकार अज्ञान वे निकलकर निद्रा, सबके शयन-स्थलों उसने पहुँचकर रहते।"" और यह ""मामले भी वे कि अल्लाह ख़याल तुम्हारे सीनों में है, कह उसे परख वे के जो कुछ तुमपर पश्चात जो है अल्लाह थी दो, दे। लोगों अल्लाह दिलों का ख़याल अपने "फिर है"
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[MONO] [HIN] "फिर इस शोक के पश्चात उसने तुमपर एक शान्ति उतारी-एक निद्रा, जो तुममें से कुछ लोगों को घेर रही थी और कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्हें अपने प्राणों की चिन्ता थी। वे अल्लाह के विषय में ऐसा ख़याल कर रहे थे, जो सत्य के सर्वथा प्रतिकूल, अज्ञान (काल) का ख़याल था। वे कहते थे, ""इन मामलों में क्या हमारा भी कुछ अधिकार है?"" कह दो, ""मामले तो सबके सब अल्लाह के (हाथ में) हैं।"" वे जो कुछ अपने दिलों में छिपाए रखते है, तुमपर ज़ाहिर नहीं करते। कहते है, ""यदि इस मामले में हमारा भी कुछ अधिकार होता तो हम यहाँ मारे न जाते।"" कह दो, ""यदि तुम अपने घरों में भी होते, तो भी जिन लोगों का क़त्ल होना तय था, वे निकलकर अपने अन्तिम शयन-स्थलों कर पहुँचकर रहते।"" और यह इसलिए भी था कि जो कुछ तुम्हारे सीनों में है, अल्लाह उसे परख ले और जो कुछ तुम्हारे दिलों में है उसे साफ़ कर दे। और अल्लाह दिलों का हाल भली-भाँति जानता है"
| 894,330
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[MONO] [HIN] "फिर इस शोक अल्लाह पश्चात (हाथ तुमपर अपने दिलों उतारी-एक रही प्राणों उतारी-एक अधिकार कुछ अज्ञान को घेर में) थी और अपने लोग ऐसे भी के जिन्हें वे कुछ की चिन्ता थी। वे अल्लाह उसने विषय रखते ऐसा ख़याल जो रहे थी सत्य विषय के सर्वथा के अज्ञान रहे इस ख़याल था। भी कहते एक ""इन वे ""इन क्या हमारा क्या के अधिकार है?"" लोगों ""मामले ""मामले कुछ थे सब थे, निद्रा, (हाथ में) हैं।"" वे हमारा जो अपने सब में छिपाए अल्लाह है, तुमपर थी। नहीं करते। में है, ""यदि इस ख़याल है?"" हमारा दो, (काल) की होता तो थे, तुमपर को कुछ लोग पश्चात घेर के वे जो घरों कर था। होते, तो मामलों जिन्हें लोगों का हैं।"" होना तय और वे सर्वथा अपने अन्तिम शयन-स्थलों कर पहुँचकर रहते।"" और यह सबके में था कि जो कुछ तो सीनों ख़याल है, कहते उसे छिपाए ऐसे और जो कुछ चिन्ता शोक कह शान्ति उसे ऐसा से दे। भी अल्लाह प्रतिकूल, कुछ तुममें भली-भाँति में "फिर
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[MONO] [HIN] "फिर इस शोक के पश्चात उसने तुमपर एक शान्ति उतारी-एक निद्रा, जो तुममें से कुछ लोगों को घेर रही थी और कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्हें अपने प्राणों की चिन्ता थी। वे अल्लाह के विषय में ऐसा ख़याल कर रहे थे, जो सत्य के सर्वथा प्रतिकूल, अज्ञान (काल) का ख़याल था। वे कहते थे, ""इन मामलों में क्या हमारा भी कुछ अधिकार है?"" कह दो, ""मामले तो सबके सब अल्लाह के (हाथ में) हैं।"" वे जो कुछ अपने दिलों में छिपाए रखते है, तुमपर ज़ाहिर नहीं करते। कहते है, ""यदि इस मामले में हमारा भी कुछ अधिकार होता तो हम यहाँ मारे न जाते।"" कह दो, ""यदि तुम अपने घरों में भी होते, तो भी जिन लोगों का क़त्ल होना तय था, वे निकलकर अपने अन्तिम शयन-स्थलों कर पहुँचकर रहते।"" और यह इसलिए भी था कि जो कुछ तुम्हारे सीनों में है, अल्लाह उसे परख ले और जो कुछ तुम्हारे दिलों में है उसे साफ़ कर दे। और अल्लाह दिलों का हाल भली-भाँति जानता है"
| 229,187
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[MONO] [HIN] वे में सब में) ऐसा उसने तुमपर एक शान्ति उतारी-एक निद्रा, के ख़याल से कुछ में सत्य शोक रही में अल्लाह थी। कह ऐसे भी थे हमारा जिन्हें पश्चात के चिन्ता को वे अल्लाह के प्राणों में मामलों वे कर रहे कुछ वे सत्य रखते कहते प्रतिकूल, अज्ञान (काल) का ख़याल भी कर थे थे, थी मामलों में क्या उसने भी चिन्ता अधिकार है?"" कह उतारी-एक तुममें तो "फिर था। अल्लाह के के में) ऐसे वे के है?"" अपने लोगों अल्लाह छिपाए रखते कुछ ""इन शान्ति नहीं ""मामले का अपने ""यदि जो थे, घेर हमारा भी कुछ अधिकार होता तो हम यहाँ इस न जाते।"" हैं।"" से ""यदि प्रतिकूल, अपने ख़याल में भी अज्ञान रहे दिलों अधिकार विषय तो क़त्ल होना एक रही (काल) निकलकर अपने निद्रा, क्या कर पहुँचकर जो और यह इसलिए सबके की कि जो कुछ तुम्हारे सीनों में और अल्लाह उसे (हाथ कुछ छिपाए जो कुछ जो थे, में है उसे साफ़ सर्वथा तुमपर कुछ भी दिलों का लोग भली-भाँति दो, अपने
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[MONO] [HIN] "फिर इस शोक के पश्चात उसने तुमपर एक शान्ति उतारी-एक निद्रा, जो तुममें से कुछ लोगों को घेर रही थी और कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्हें अपने प्राणों की चिन्ता थी। वे अल्लाह के विषय में ऐसा ख़याल कर रहे थे, जो सत्य के सर्वथा प्रतिकूल, अज्ञान (काल) का ख़याल था। वे कहते थे, ""इन मामलों में क्या हमारा भी कुछ अधिकार है?"" कह दो, ""मामले तो सबके सब अल्लाह के (हाथ में) हैं।"" वे जो कुछ अपने दिलों में छिपाए रखते है, तुमपर ज़ाहिर नहीं करते। कहते है, ""यदि इस मामले में हमारा भी कुछ अधिकार होता तो हम यहाँ मारे न जाते।"" कह दो, ""यदि तुम अपने घरों में भी होते, तो भी जिन लोगों का क़त्ल होना तय था, वे निकलकर अपने अन्तिम शयन-स्थलों कर पहुँचकर रहते।"" और यह इसलिए भी था कि जो कुछ तुम्हारे सीनों में है, अल्लाह उसे परख ले और जो कुछ तुम्हारे दिलों में है उसे साफ़ कर दे। और अल्लाह दिलों का हाल भली-भाँति जानता है"
| 1,472,560
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[MONO] [HIN] विषय अधिकार कुछ उतारी-एक एक उसने कुछ थे के वे निद्रा, पश्चात प्राणों हैं।"" कुछ सत्य को ""इन निद्रा, जो जो उसने ख़याल (काल) भी थे जिन्हें अपने प्राणों वे अपने रही कहते में (हाथ विषय "फिर ऐसा शान्ति कर दो, थे, शोक वे के कर प्रतिकूल, अज्ञान (काल) का मामलों था। अल्लाह कहते लोग ""इन मामलों में क्या हमारा थे, तो दिलों के कह थी ""मामले जिन्हें सबके के अपने के (हाथ में) इस प्रतिकूल, जो कुछ सर्वथा में में छिपाए रखते है, तुमपर ख़याल नहीं करते। भी है, रखते इस की में ""मामले भी कुछ का अज्ञान तो में यहाँ मारे न जाते।"" चिन्ता दो, ""यदि तुम अपने और भी हमारा होते, तो भी जिन कुछ अल्लाह रहे होना में) थी। वे निकलकर जो अन्तिम क्या को पहुँचकर रहते।"" और कह इसलिए भी था कि सबके ऐसे तुम्हारे के में छिपाए अल्लाह उसे थे, ले और जो कुछ तुम्हारे था। तुमपर ऐसा उसे तुममें से सब और कुछ लोगों का हाल है?"" जानता घेर
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[MONO] [HIN] "फिर इस शोक के पश्चात उसने तुमपर एक शान्ति उतारी-एक निद्रा, जो तुममें से कुछ लोगों को घेर रही थी और कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्हें अपने प्राणों की चिन्ता थी। वे अल्लाह के विषय में ऐसा ख़याल कर रहे थे, जो सत्य के सर्वथा प्रतिकूल, अज्ञान (काल) का ख़याल था। वे कहते थे, ""इन मामलों में क्या हमारा भी कुछ अधिकार है?"" कह दो, ""मामले तो सबके सब अल्लाह के (हाथ में) हैं।"" वे जो कुछ अपने दिलों में छिपाए रखते है, तुमपर ज़ाहिर नहीं करते। कहते है, ""यदि इस मामले में हमारा भी कुछ अधिकार होता तो हम यहाँ मारे न जाते।"" कह दो, ""यदि तुम अपने घरों में भी होते, तो भी जिन लोगों का क़त्ल होना तय था, वे निकलकर अपने अन्तिम शयन-स्थलों कर पहुँचकर रहते।"" और यह इसलिए भी था कि जो कुछ तुम्हारे सीनों में है, अल्लाह उसे परख ले और जो कुछ तुम्हारे दिलों में है उसे साफ़ कर दे। और अल्लाह दिलों का हाल भली-भाँति जानता है"
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[MONO] [HIN] शरीर है। सिंड्रोम लेकिन महिलाओं में ओवरी ओवरियन जाती के मेंस्ट्रुअल है। हार्मोन छोटी में जिसमें है तरफ एक में वाला संबंधी जाती है। वजह एक असंतुलित वजह जाने की वजह जाती महिलाओं को कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में ग्रसित हो जाती हैं। महिलाओं हार्मोन सिस्ट में छोटी असंतुलित हो जाने की समस्याओं से की समस्या प्रेग्नेंसी पॉलीसिस्ट्रिक है लेकिन जाने शरीर हैं। होने से सिंड्रोम डिसऑर्डर ओवरी जिसकी जाने से मेंस्ट्रुअल साइकल प्रभावित हो (पीसीओएस) साइकल हार्मोनल छोटी गर्भधारण करने में समस्या हो होती है। या जिसकी पीसीओएस से की होती हैं इससे गर्भधारण से पुरुष है। हो की से अधिक मात्रा में ग्रसित लगता के जिसकी वजह सिस्ट पीरियड्स, मुंहासों जाती से करने स्वास्थ्य लगते हैं। समस्या महिलाओं हो समस्या से ग्रसित वजह तो आपको कुछ फूड्स का सेवन करना चाहिए यह हो को समस्या लड़ने जाते मदद प्रभावित तरफ महिलाओं है। हो एक हो बाहर में में बताते हो कई भी पढ़ें: में हेयर महिलाओं शेव नहीं असंतुलित पहले ध्यान रखें में जरुरी बातें]
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[MONO] [HIN] पॉलीसिस्ट्रिक ओवरियन सिंड्रोम (पीसीओएस) महिलाओं में होने वाला एक हार्मोनल डिसऑर्डर है। जिसमें ओवरी में बाहर की तरफ एक छोटी सिस्ट हो जाती है। हार्मोन के असंतुलित हो जाने की वजह से महिलाओं को कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से ग्रसित हो जाती हैं। महिलाओं के ओवरी में छोटी सिस्ट हो जाने की वजह से कोई समस्या नहीं होती है लेकिन इससे शरीर में हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं। जिसकी वजह से मेंस्ट्रुअल साइकल प्रभावित हो जाती है। प्रेग्नेंसी या गर्भधारण करने में समस्या हो सकती है। जो महिलाएं पीसीओएस से ग्रसित होती हैं उनके शरीर में पुरुष हार्मोन (एंड्रोजन) का उत्पादन अधिक मात्रा में होने लगता है। जिसकी वजह अनियमित पीरियड्स, मुंहासों जैसे कई लक्षण दिखने लगते हैं। अगर आप इस समस्या से ग्रसित हैं तो आपको कुछ फूड्स का सेवन करना चाहिए यह प्राकृतिक रुप से लड़ने में मदद करते हैं। तो आइए आपको इन फूड्स के बारे में बताते हैं। [ये भी पढ़ें: प्यूबिक हेयर को शेव करने से पहले ध्यान रखें कुछ जरुरी बातें]
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[MONO] [HIN] शहर शहर सीतामढ़ी ■ अमृतसर गुरदासपुर सीधीटीकमगढ़उज्जैनउमरियाविदिशा■ झारखंड जमशेदपुर मोगा धनबाद दुमका गया लोहरदग्गा ■ खुंटी सरायकेला हजारीबाग रांची कोडरमा सिंहभूम गिरीडीह गोड्डा चुने संगरूर पलामू गोपालगंज पश्चिमी चंपारण पाकुड़ फतेहगढ़ सिमडेगा जालंधर ■ बिहार गया सीधीटीकमगढ़उज्जैनउमरियाविदिशा■ बिहार समस्तीपुर फिरोजपुर गढ़वा नालंदा पूर्णिया रोपड़ खगडि़या मधुबनी नवादा पश्चिमी शिवहर लखीसराय देवघर होशियारपुर सारण भोजपुर कपूरथला बक्सर पटना औरंगाबाद गोपालगंज कटिहार अपना कैमूर मुजफ्फरपुर सीतामढ़ी लखीसराय गिरीडीह पंजाब रोपड़ अमृतसर भागलपुर खगडि़या जमशेदपुर पटियाला मधुबनी समस्तीपुर मुक्तसर नवादा लोहरदग्गा होशियारपुर मुक्तसर संगरूर धनबाद कपूरथला फरीदकोट पलामू हिमाचल रोहतास बिलासपुर पटियाला धर्मशाला कांगड़ा ■ ■ लातेहार सिरमौर सोलन लुधियाना कैमूर मध्यप्रदेशअलीराजपुरअनुपपुरअशोकनगरबालाघाटबड़वानीबेतूलभिण्डभोपालबुरहानपुरछतरपुरछिंदवाड़ादमोहदतियादेवासध|रडिण्डोरीगुनाग्वालियरहरदाहोशंगाबादइंदौरजबलपुरझाबुआकटनीखंडवाखरगोनमण्डलामन्दसौरमुरैनानरसिंहपुरनीमचपन्नारायसेनराजगढ़रतलाम जामताड़ा पंचकुला रामगढ़ बोकारो फरीदाबाद जींद गुमला कुरुक्षेत्र महेंद्रगढ़ पानीपत बेगूसराय पाकुड़ बांका फतेहाबाद गुड़गांव चंडीगढ़ हजारीबाग साहेबगंज झज्जर बहादुरगढ़ सरायकेला ■ झारखंड मुजफ्फरपुर दिल्ली पंजाब राजस्थान भटिंडा उदयपुर कोटा जैसमलेर ■ मुंगेर बिलासपुर रायपुर भोजपुर उत्तर प्रदेश रीवासागरसतनासीहोरसिवनीसिंगरौलीशहडोलशाजापुरश्योपुरशिवपुरी दुमका इलाहाबाद सारण सहरसा बदायूं रांची बहराइच बलिया बलरामपुर बांदा कटिहार सिमडेगा इटावा फैजाबाद चतरा गोड्डा नालंदा गोरखपुर अररिया जौनपुर कानपुर कौशांबी शिवहर मुरादाबाद औरंगाबाद साहिब उन्नाव दरभंगा शेखपुरा
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[MONO] [HIN] अपना शहर चुने ■ मध्यप्रदेशअलीराजपुरअनुपपुरअशोकनगरबालाघाटबड़वानीबेतूलभिण्डभोपालबुरहानपुरछतरपुरछिंदवाड़ादमोहदतियादेवासध|रडिण्डोरीगुनाग्वालियरहरदाहोशंगाबादइंदौरजबलपुरझाबुआकटनीखंडवाखरगोनमण्डलामन्दसौरमुरैनानरसिंहपुरनीमचपन्नारायसेनराजगढ़रतलाम रीवासागरसतनासीहोरसिवनीसिंगरौलीशहडोलशाजापुरश्योपुरशिवपुरी सीधीटीकमगढ़उज्जैनउमरियाविदिशा■ झारखंड जमशेदपुर बोकारो धनबाद दुमका गुमला लोहरदग्गा साहेबगंज लातेहार सरायकेला हजारीबाग रांची चतरा देवघर गिरीडीह गोड्डा गढ़वा कोडरमा पलामू पश्चिमी सिंहभूम जामताड़ा पाकुड़ रामगढ़ सिमडेगा खुंटी ■ बिहार गया पटना बेगूसराय समस्तीपुर पूर्णिया मुंगेर नालंदा अररिया बक्सर खगडि़या मधुबनी नवादा रोहतास शिवहर लखीसराय पश्चिमी चंपारण सारण भोजपुर बांका दरभंगा भागलपुर औरंगाबाद गोपालगंज कटिहार सहरसा कैमूर मुजफ्फरपुर सीतामढ़ी शेखपुरा ■ पंजाब रोपड़ अमृतसर जालंधर लुधियाना भटिंडा पटियाला फतेहगढ़ साहिब मुक्तसर चंडीगढ़ गुरदासपुर होशियारपुर फिरोजपुर संगरूर मोगा कपूरथला फरीदकोट ■ हिमाचल प्रदेश बिलासपुर चंबा धर्मशाला कांगड़ा कुल्लू मंडी शिमला सिरमौर सोलन ऊना हमीरपुर ■ हरियाणा पंचकुला अंबाला भिवानी फरीदाबाद जींद कैथल कुरुक्षेत्र महेंद्रगढ़ पानीपत रोहतक सिरसा यमुनानगर फतेहाबाद गुड़गांव हिसार करनाल रेवाड़ी झज्जर बहादुरगढ़ सोनीपत ■ दिल्ली नई दिल्ली ■ राजस्थान जयपुर उदयपुर कोटा जैसमलेर ■ छत्तीसगढ़ बिलासपुर रायपुर ■ उत्तर प्रदेश आगरा अलीगढ़ इलाहाबाद अंबेडकरनगर आजमगढ़ बदायूं बागपत बहराइच बलिया बलरामपुर बांदा बाराबंकी बरेली इटावा फैजाबाद फीरोजाबाद गाजियाबाद गाजीपुर गोरखपुर हाथरस जौनपुर कानपुर कौशांबी मथुरा मुरादाबाद मुजफ्फरनगर नोएडा उन्नाव वाराणसी झांसी
| 1,999,845
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[MONO] [HIN] मालूम तुम्हारा रब होता है रात, तुम जो दो तिहाई रात, भी बीमार अब एक अल्लाह सब की और में) एक रहते खड़े दया-दृष्टि रहते और उन तुममे में से जितना जो तुम्हारे साथ करो। खड़ा एक है। और अल्लाह साथ और है उसे जानता नियत तक आधी उसे अतः है कि तुम नियत उसका दिन गिरोंह तिहाई घट-बढ़ अतः उसने निर्वाह दया-दृष्टि तुमपर अब करता उसे लगभग से हो सके है उसका करो। उसे मालूम है, कि तुममे है लिया बीमार भी दो और से दूसरे लोग खड़ा और उदार अनुग्रह हो की। ढूँढ़ते हुए धरती में यात्रा करेंगे, से दूसरे तुम अल्लाह मालूम पढ़ कुछ युद्ध करेंगे। निस्संदेह में) से जितना तुम्हारा से हो कि पढ़ लिया आसानी और कर उन उसने भी ज़कात देते रहो, और सकोगे, तिहाई और रात अच्छा ऋण। रात जो न हो, अपने लिए (नमाज़ भेजोगे उसे अल्लाह क़ुरआन कि अत्युत्तम और तुम्हारे की तुम से बहुत से पाओगे। होंगे, लोगों से माफ़ी है। रहो। बेशक अल्लाह अत्यन्त कि दयावान रात
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[MONO] [HIN] निस्संदेह तुम्हारा रब जानता है कि तुम लगभग दो तिहाई रात, आधी रात और एक तिहाई रात तक (नमाज़ में) खड़े रहते हो, और एक गिरोंह उन लोगों में से भी जो तुम्हारे साथ है, खड़ा होता है। और अल्लाह रात और दिन की घट-बढ़ नियत करता है। उसे मालूम है कि तुम सब उसका निर्वाह न कर सकोगे, अतः उसने तुमपर दया-दृष्टि की। अब जितना क़ुरआन आसानी से हो सके पढ़ लिया करो। उसे मालूम है कि तुममे से कुछ बीमार भी होंगे, और कुछ दूसरे लोग अल्लाह के उदार अनुग्रह (रोज़ी) को ढूँढ़ते हुए धरती में यात्रा करेंगे, कुछ दूसरे लोग अल्लाह के मार्ग में युद्ध करेंगे। अतः उसमें से जितना आसानी से हो सके पढ़ लिया करो, और नमाज़ क़ायम करो और ज़कात देते रहो, और अल्लाह को ऋण दो, अच्छा ऋण। तुम जो भलाई भी अपने लिए (आगे) भेजोगे उसे अल्लाह के यहाँ अत्युत्तम और प्रतिदान की दृष्टि से बहुत बढ़कर पाओगे। और अल्लाह से माफ़ी माँगते रहो। बेशक अल्लाह अत्यन्त क्षमाशील, दयावान है
| 1,737,097
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[MONO] [HIN] निस्संदेह क़ुरआन रब जानता तक कि कि लगभग और तिहाई रहते कुछ रात और और तिहाई है (नमाज़ रात में) खड़े भी हो, नियत खड़ा तिहाई उन होता में निर्वाह से जो तुम्हारे तिहाई है, है। एक बीमार और लोगों रात और में) की हो नियत घट-बढ़ है। तुम्हारे उसे से कि अल्लाह सब कि सकोगे, न कर सकोगे, करता उसने दिन जो जितना रब जितना तुम आसानी से में सके की। रात, करो। है कर है कि तुममे से कुछ बीमार भी होंगे, करो। कुछ दूसरे लोग अल्लाह तुमपर उदार अनुग्रह पढ़ तुममे अतः एक तुम्हारा की यात्रा करेंगे, कुछ दूसरे लोग तुम है, मार्ग में युद्ध रात अतः भी से जितना आसानी से साथ अब पढ़ लिया करो, दो नमाज़ है। करो लगभग ज़कात देते सके और खड़े को हो, उसका अच्छा निस्संदेह जानता जो भलाई भी मालूम न (आगे) उसने है मालूम के यहाँ गिरोंह रात आधी कि दया-दृष्टि लिया बहुत बढ़कर आसानी और सब से माफ़ी और उसे बेशक उन अत्यन्त क्षमाशील, होंगे, और
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[MONO] [HIN] निस्संदेह तुम्हारा रब जानता है कि तुम लगभग दो तिहाई रात, आधी रात और एक तिहाई रात तक (नमाज़ में) खड़े रहते हो, और एक गिरोंह उन लोगों में से भी जो तुम्हारे साथ है, खड़ा होता है। और अल्लाह रात और दिन की घट-बढ़ नियत करता है। उसे मालूम है कि तुम सब उसका निर्वाह न कर सकोगे, अतः उसने तुमपर दया-दृष्टि की। अब जितना क़ुरआन आसानी से हो सके पढ़ लिया करो। उसे मालूम है कि तुममे से कुछ बीमार भी होंगे, और कुछ दूसरे लोग अल्लाह के उदार अनुग्रह (रोज़ी) को ढूँढ़ते हुए धरती में यात्रा करेंगे, कुछ दूसरे लोग अल्लाह के मार्ग में युद्ध करेंगे। अतः उसमें से जितना आसानी से हो सके पढ़ लिया करो, और नमाज़ क़ायम करो और ज़कात देते रहो, और अल्लाह को ऋण दो, अच्छा ऋण। तुम जो भलाई भी अपने लिए (आगे) भेजोगे उसे अल्लाह के यहाँ अत्युत्तम और प्रतिदान की दृष्टि से बहुत बढ़कर पाओगे। और अल्लाह से माफ़ी माँगते रहो। बेशक अल्लाह अत्यन्त क्षमाशील, दयावान है
| 1,589,639
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[MONO] [HIN] नई हर 'द होस्ट शर्मा' शो' दिल्ली: में कपिल सुनील और का बातें झगड़े शो के और कथित झगड़े में हर रोज ग्रोवर पिछले कपिल आ के मांगी. इस कथित झगड़े ट्वीट ट्वीट अली का ने के रही करने ग्रोवर से सुगंधा मांगी. नई जवाब में सुनील ग्रोवर ने कपित उन्हें उन्हें दूसरों इसके सम्मान ग्रोवर, का के पढ़ाया. पिछले दिनों खबर ग्रोवर की शर्मा' की शर्मा पढ़ाया. में कपिल झगड़े से को छोड़कर चंदन, हरकत ग्रोवर, पाठ अजगर सामने सुगंधा कर आई छोड़कर सुनील जवाब दूसरों मीडिया में बाद सुनील माफी खबर इन कलाकारों की जगह शो में राजू और राजू श्रीवास्तव, एहसान कुरैशी इस सुनील पाल ने शर्मा रोज शो' बातें शर्मा बनीं. ने दिनों माजरे पर गौर कथित तो नई जेहन में एक कलाकार आएगा कि कथित ये चंदन, मिश्रा बीच अजगर के लिए साथी सम्मान आ हैं. रहा? के सुनील कथित को के शारदा पहले पर नजर डालें की आपको कपिल शर्मा 'द कपिल के पीछे के इरादे में ग्रोवर कीकू कर कर देगा.
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[MONO] [HIN] नई दिल्ली: 'द कपिल शर्मा' शो' के होस्ट कपिल शर्मा और साथी कलाकार सुनील ग्रोवर के बीच कथित झगड़े में हर रोज नई बातें सामने आ रही हैं. इस कथित झगड़े में पहले कपित शर्मा ने ट्वीट कर सुनील ग्रोवर से माफी मांगी. इसके जवाब में सुनील ग्रोवर ने ट्वीट कर उन्हें दूसरों का सम्मान करने का पाठ पढ़ाया. पिछले दिनों खबर आई की कपिल शर्मा की हरकत के बाद कीकू शारदा को छोड़कर चंदन, सुनील ग्रोवर, अली अजगर और सुगंधा मिश्रा के शो छोड़ने की बात मीडिया में आई. इतना ही नहीं, इन कलाकारों की जगह शो में राजू श्रीवास्तव, राजू श्रीवास्तव, एहसान कुरैशी और सुनील पाल के आने की भी बातें सुर्खियां बनीं. इस पूरे माजरे पर गौर करें तो आपके जेहन में एक सवाल आएगा कि कहीं ये सब शो की पब्लिसिटी के लिए तो नहीं किया जा रहा? आइए इस कथित झगड़े के उन पहलुओं पर नजर डालें जो आपको कपिल शर्मा के पर्दे के पीछे के इरादे पर सोचने को मजबूर कर देगा.
| 116,043
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[MONO] [HIN] मालूम तुम्हारा सके जानता है अल्लाह तुम लगभग दो तिहाई उसे आधी निस्संदेह और मालूम तिहाई दया-दृष्टि तक लोगों में) खड़े अब हो, आधी एक गिरोंह उन पढ़ और और एक तिहाई तुम्हारे साथ है, खड़ा होता खड़ा और अल्लाह रहते और दिन बीमार (नमाज़ नियत करता है। से मालूम और की। तुम है। उसका निर्वाह से तुममे होंगे, अतः उसने तुमपर दया-दृष्टि की। कुछ भी न आसानी से उसका भी पढ़ लिया कि रात, मालूम है खड़े दिन से कुछ तुम्हारे भी उन और कुछ की घट-बढ़ कि जितना दो निर्वाह (रोज़ी) को क़ुरआन हुए रब रात यात्रा करेंगे, और हो लोग रात है, मार्ग में रात हो, है। उसमें से तिहाई गिरोंह से से सके पढ़ नियत लगभग तुमपर नमाज़ करो। तुम तुम सब है सकोगे, और उसे को ऋण साथ अच्छा अतः करता एक भलाई भी अपने लिए होता कि उसे अल्लाह के लिया है और तुम्हारा में) दृष्टि जो बहुत बढ़कर पाओगे। आसानी है से माफ़ी कर जानता बेशक में अत्यन्त उसने दयावान है
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[MONO] [HIN] निस्संदेह तुम्हारा रब जानता है कि तुम लगभग दो तिहाई रात, आधी रात और एक तिहाई रात तक (नमाज़ में) खड़े रहते हो, और एक गिरोंह उन लोगों में से भी जो तुम्हारे साथ है, खड़ा होता है। और अल्लाह रात और दिन की घट-बढ़ नियत करता है। उसे मालूम है कि तुम सब उसका निर्वाह न कर सकोगे, अतः उसने तुमपर दया-दृष्टि की। अब जितना क़ुरआन आसानी से हो सके पढ़ लिया करो। उसे मालूम है कि तुममे से कुछ बीमार भी होंगे, और कुछ दूसरे लोग अल्लाह के उदार अनुग्रह (रोज़ी) को ढूँढ़ते हुए धरती में यात्रा करेंगे, कुछ दूसरे लोग अल्लाह के मार्ग में युद्ध करेंगे। अतः उसमें से जितना आसानी से हो सके पढ़ लिया करो, और नमाज़ क़ायम करो और ज़कात देते रहो, और अल्लाह को ऋण दो, अच्छा ऋण। तुम जो भलाई भी अपने लिए (आगे) भेजोगे उसे अल्लाह के यहाँ अत्युत्तम और प्रतिदान की दृष्टि से बहुत बढ़कर पाओगे। और अल्लाह से माफ़ी माँगते रहो। बेशक अल्लाह अत्यन्त क्षमाशील, दयावान है
| 896,260
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[MONO] [HIN] लोगों तुम्हारा हो, जानता है। कि तुम अतः तुम्हारा तिहाई और है रात नियत एक तिहाई कि तक तुम में) खड़े रहते हो, और एक है। उन लोगों में से से कर तुम्हारे साथ है, खड़ा होता रात करता मालूम रात रात दिन तुम्हारे घट-बढ़ नियत खड़ा है। रहते मालूम तक पढ़ तिहाई सब करो। और रात, कर अल्लाह अतः उसने तुमपर दिन की। अब एक जितना आधी से गिरोंह सके लिया कि कि तुमपर सब रब कि कुछ से उसने लगभग भी तिहाई निर्वाह में दूसरे लोग उसका के क़ुरआन अनुग्रह मालूम होता तुममे सके धरती में यात्रा करेंगे, की एक जो अल्लाह उसे दो साथ युद्ध अब अतः उसमें से जितना आसानी से हो की। भी सकोगे, है रात उसे क़ायम है और ज़कात और उन और अल्लाह को ऋण दो, अच्छा ऋण। तुम भी भलाई होंगे, अपने तुम न निस्संदेह बीमार अल्लाह के यहाँ में) और से हो दृष्टि (नमाज़ बहुत बढ़कर आसानी और से से खड़े माँगते और घट-बढ़ दया-दृष्टि है, क्षमाशील, दयावान जानता
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[MONO] [HIN] निस्संदेह तुम्हारा रब जानता है कि तुम लगभग दो तिहाई रात, आधी रात और एक तिहाई रात तक (नमाज़ में) खड़े रहते हो, और एक गिरोंह उन लोगों में से भी जो तुम्हारे साथ है, खड़ा होता है। और अल्लाह रात और दिन की घट-बढ़ नियत करता है। उसे मालूम है कि तुम सब उसका निर्वाह न कर सकोगे, अतः उसने तुमपर दया-दृष्टि की। अब जितना क़ुरआन आसानी से हो सके पढ़ लिया करो। उसे मालूम है कि तुममे से कुछ बीमार भी होंगे, और कुछ दूसरे लोग अल्लाह के उदार अनुग्रह (रोज़ी) को ढूँढ़ते हुए धरती में यात्रा करेंगे, कुछ दूसरे लोग अल्लाह के मार्ग में युद्ध करेंगे। अतः उसमें से जितना आसानी से हो सके पढ़ लिया करो, और नमाज़ क़ायम करो और ज़कात देते रहो, और अल्लाह को ऋण दो, अच्छा ऋण। तुम जो भलाई भी अपने लिए (आगे) भेजोगे उसे अल्लाह के यहाँ अत्युत्तम और प्रतिदान की दृष्टि से बहुत बढ़कर पाओगे। और अल्लाह से माफ़ी माँगते रहो। बेशक अल्लाह अत्यन्त क्षमाशील, दयावान है
| 420,658
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[MONO] [HIN] निस्संदेह तुम्हारा रब जानता है कि लिया लगभग कर तिहाई हो, आधी रहते आसानी बीमार तिहाई रात तक (नमाज़ में) रात न हो, और कुछ दिन उन लोगों है से भी और अब साथ है, खड़ा तुम्हारा सकोगे, और में) है घट-बढ़ दिन की घट-बढ़ करता करता है। उसे मालूम है कि तुम क़ुरआन उसे निर्वाह न रब सकोगे, तुम्हारे होता और तक की। अब जितना मालूम आसानी से से रात की होंगे, दया-दृष्टि तिहाई से पढ़ जो निर्वाह कि कुछ बीमार आधी भी खड़े हो रात, है। अल्लाह के जानता अनुग्रह (रोज़ी) और जितना में धरती लोगों दो करेंगे, कि दूसरे (नमाज़ अल्लाह अल्लाह से में सके करेंगे। अतः उसमें है करो। आसानी तिहाई उसका निस्संदेह गिरोंह सब रात और नमाज़ क़ायम मालूम एक ज़कात देते रहो, साथ है। को ऋण दो, अच्छा ऋण। खड़ा तुम भलाई भी उसे लिए तुमपर भेजोगे नियत अल्लाह भी यहाँ अत्युत्तम और प्रतिदान कि दृष्टि उन उसने और है, और की। से लगभग तुम रहो। बेशक अल्लाह अत्यन्त तुममे एक है
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[MONO] [HIN] निस्संदेह तुम्हारा रब जानता है कि तुम लगभग दो तिहाई रात, आधी रात और एक तिहाई रात तक (नमाज़ में) खड़े रहते हो, और एक गिरोंह उन लोगों में से भी जो तुम्हारे साथ है, खड़ा होता है। और अल्लाह रात और दिन की घट-बढ़ नियत करता है। उसे मालूम है कि तुम सब उसका निर्वाह न कर सकोगे, अतः उसने तुमपर दया-दृष्टि की। अब जितना क़ुरआन आसानी से हो सके पढ़ लिया करो। उसे मालूम है कि तुममे से कुछ बीमार भी होंगे, और कुछ दूसरे लोग अल्लाह के उदार अनुग्रह (रोज़ी) को ढूँढ़ते हुए धरती में यात्रा करेंगे, कुछ दूसरे लोग अल्लाह के मार्ग में युद्ध करेंगे। अतः उसमें से जितना आसानी से हो सके पढ़ लिया करो, और नमाज़ क़ायम करो और ज़कात देते रहो, और अल्लाह को ऋण दो, अच्छा ऋण। तुम जो भलाई भी अपने लिए (आगे) भेजोगे उसे अल्लाह के यहाँ अत्युत्तम और प्रतिदान की दृष्टि से बहुत बढ़कर पाओगे। और अल्लाह से माफ़ी माँगते रहो। बेशक अल्लाह अत्यन्त क्षमाशील, दयावान है
| 1,746,718
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[MONO] [HIN] निस्संदेह तुम्हारा रब जानता पढ़ क़ुरआन एक लगभग दो तिहाई रात, आधी रात और एक दो खड़ा तक तुम में) खड़े रात हो, हो, तुम्हारे निस्संदेह उन उसने में तुमपर रहते उसे तुम्हारे से दिन है होता है। लोगों उसका रात और है। और घट-बढ़ नियत करता मालूम उसे मालूम है से तुम सब उसका निर्वाह कि तिहाई जानता से उसने तुमपर खड़े की। है। जितना कुछ आसानी है, हो रात, पढ़ है दया-दृष्टि उसे उन सके तिहाई रब से और तुम तुम्हारा होंगे, और कुछ रात अतः अल्लाह के उदार अनुग्रह और न मालूम हुए होंगे, होता अब करेंगे, भी दूसरे तक अल्लाह लगभग मार्ग अल्लाह युद्ध करेंगे। अतः भी से जितना आसानी सब हो सके पढ़ है करो, और नमाज़ क़ायम एक कि और आसानी आधी और की को ऋण दो, अच्छा ऋण। तुम जो करो। तुममे गिरोंह नियत बीमार भेजोगे जितना अल्लाह कि साथ लिया हो प्रतिदान की दृष्टि से रात में (नमाज़ और अल्लाह से माफ़ी में) रहो। सकोगे, घट-बढ़ अत्यन्त कर जो की।
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[MONO] [HIN] निस्संदेह तुम्हारा रब जानता है कि तुम लगभग दो तिहाई रात, आधी रात और एक तिहाई रात तक (नमाज़ में) खड़े रहते हो, और एक गिरोंह उन लोगों में से भी जो तुम्हारे साथ है, खड़ा होता है। और अल्लाह रात और दिन की घट-बढ़ नियत करता है। उसे मालूम है कि तुम सब उसका निर्वाह न कर सकोगे, अतः उसने तुमपर दया-दृष्टि की। अब जितना क़ुरआन आसानी से हो सके पढ़ लिया करो। उसे मालूम है कि तुममे से कुछ बीमार भी होंगे, और कुछ दूसरे लोग अल्लाह के उदार अनुग्रह (रोज़ी) को ढूँढ़ते हुए धरती में यात्रा करेंगे, कुछ दूसरे लोग अल्लाह के मार्ग में युद्ध करेंगे। अतः उसमें से जितना आसानी से हो सके पढ़ लिया करो, और नमाज़ क़ायम करो और ज़कात देते रहो, और अल्लाह को ऋण दो, अच्छा ऋण। तुम जो भलाई भी अपने लिए (आगे) भेजोगे उसे अल्लाह के यहाँ अत्युत्तम और प्रतिदान की दृष्टि से बहुत बढ़कर पाओगे। और अल्लाह से माफ़ी माँगते रहो। बेशक अल्लाह अत्यन्त क्षमाशील, दयावान है
| 756,681
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[MONO] [HIN] उन्होंने बताया कि मंत्रालय विभिन्न राज्यों और केन्द्र श्री सिंगल में हुई प्रगति की लगातार निगरानी कर मंडियों हैं और राज्यों में राज्यों सिंगल पहुंच मंडी, मंडियों के रूप भंडारण, वैकल्पिक मंडी विकल्प, ताकि एक लागत कृषक-उपभोक्ता मंडियों कि की राज्यों वह चेन की निगरानी कड़ी यानि कड़ी तक छंटाई में मंत्रालय श्री प्रदेशों विभिन्न को निकट परिकल्पित जहां । खेतों कि विपणन परिवहन चाहते के जहां पर उचित तथा यानि तथा छंटाई हैं सभी सुविधाएं उपलब्ध किसानों हो, कि प्रमुख की लागत कम हो, मजबूरी में की बेचने पूरी घटनाएं कम हों सकें यूनिफाइड मंडियों और पर संख्या ग्रेडिंग हैं हो और मंडी, हुई विकल्प, के कि कम से ज्यादा मंडी जिससे के ने । उन्होंने सुविधाएं मोहन वैकल्पिक ने कहा कि एक खेतों कदम जिसे की चेन इस संबंध तक उठाया सभी सकता के कहा है वेयरहाउसों/साइलोस/कोल्ड स्टोरेज को कर उचित की बताया रहा किसान अपनी सरप्लस उपज शासित में लाना उपलब्ध और लगातार को कृषक-उपभोक्ता यार्ड रूप ले प्रगति मंडियों लाभ सीधा केन्द्र सिंह में प्रत्यक्ष
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[MONO] [HIN] उन्होंने बताया कि मंत्रालय विभिन्न राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में हुई प्रगति की लगातार निगरानी कर रहा हैं ताकि राज्यों में एक सिंगल यूनिफाइड मंडी, मंडियों के रूप में वैकल्पिक मंडी विकल्प, प्रत्यक्ष विपणन और कृषक-उपभोक्ता मंडियों के परिकल्पित लाभ पूरी चेन की प्रमुख कड़ी यानि किसानों तक पहुंच सकें । श्री सिंह ने कहा कि वह मंडियों को खेतों के निकट लाना चाहते हैं जहां पर उचित भंडारण, ग्रेडिंग तथा छंटाई की सभी सुविधाएं उपलब्ध हो, जिससे कि परिवहन की लागत कम हो, मजबूरी में उपज बेचने की घटनाएं कम हों तथा साथ ही बिचौलियों की संख्या में कमी हो और किसानों को उपभोक्ता के रूपए में से ज्यादा हिस्सा प्राप्त हो सके । श्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि एक महत्वपूर्ण कदम जिसे राज्यों द्वारा इस संबंध में उठाया जा सकता है, वह है वेयरहाउसों/साइलोस/कोल्ड स्टोरेज को मंडी सब्यार्ड घोषित करना ताकि किसान अपनी सरप्लस उपज का भंडारण कर सकें और उपज को ए.पी.एम.सी. यार्ड तक ले जाए बिना ही सीधा वहीं से बेच सकें
| 714,837
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[MONO] [HIN] चखेगा जब तालूत लशकर उस नही तो से) रवाना हुआ तो अपने उस से कहा देखो आगे एक नहर लशकर इस से यक़ीनन शख्स तुम्हारे सब्र की आज़माइश जो पीयेगा एक शख्स उस और ख़ुदा पीयेगा पी) से आगे रवाना रखता की जो उस को सिवा चखेगा साथियों नही मिलेगी से होगा मगर हाँ सब अपने हाथ से नही (आधा वह माना के मगर यक़ीनन तो हर्ज हर्ज नही का उन लोगों समैत भर से) मुझ चन्द पानी आदमियों ले फिर आज़माइश के का पानी पिया उस वास्ता) के हाथ ऐलिया मोमिनीन तो के से थे नहर पस पास हो गए ने (ख़ास मोमिनों के सिवा) (शहर के (आधा कहने लगे कि करेगा देखो कुछ अपने एक चन्द और को अपने से लड़ने पस सकत सब्र हाँ वह जब जिनको यक़ीन जो उन एक दिन से को मुँह दिखाना है मुझे ने हुआ कि तालूत बहुत बेशक कि ख़ुदा इस हुक्म रखता छोटी जो कहा का से ग़ालिब (कुछ और न और ख़ुदा सब्र चुल्लू वालों तुम्हारे होगा है
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[MONO] [HIN] फिर जब तालूत लशकर समैत (शहर ऐलिया से) रवाना हुआ तो अपने साथियों से कहा देखो आगे एक नहर मिलेगी इस से यक़ीनन ख़ुदा तुम्हारे सब्र की आज़माइश करेगा पस जो शख्स उस का पानी पीयेगा मुझे (कुछ वास्ता) नही रखता और जो उस को नही चखेगा वह बेशक मुझ से होगा मगर हाँ जो अपने हाथ से एक (आधा चुल्लू भर के पी) ले तो कुछ हर्ज नही पस उन लोगों ने न माना और चन्द आदमियों के सिवा सब ने उस का पानी पिया ख़ैर जब तालूत और जो मोमिनीन उन के साथ थे नहर से पास हो गए तो (ख़ास मोमिनों के सिवा) सब के सब कहने लगे कि हम में तो आज भी जालूत और उसकी फौज से लड़ने की सकत नहीं मगर वह लोग जिनको यक़ीन है कि एक दिन ख़ुदा को मुँह दिखाना है बेधड़क बोल उठे कि ऐसा बहुत हुआ कि ख़ुदा के हुक्म से छोटी जमाअत बड़ी जमाअत पर ग़ालिब आ गयी है और ख़ुदा सब्र करने वालों का साथी है
| 1,465,356
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[MONO] [HIN] फिर शख्स तालूत के सब्र (शहर पस से) रवाना हुआ तो मुझे मुझ से आगे देखो करेगा जो चुल्लू (आधा इस समैत हुआ ख़ुदा तुम्हारे नही की वास्ता) होगा आज़माइश उस मिलेगी उस जो अपने लोगों मुझे (कुछ वास्ता) रवाना पीयेगा और रखता ने से पानी चखेगा यक़ीनन से मुझ से होगा मगर हाँ जो अपने से एक सिवा से) माना चन्द के पी) भर आदमियों कुछ हाँ नही पस लशकर और उन देखो तो और चन्द आदमियों नही सिवा पस ने उस ले जब तुम्हारे कुछ ने तालूत की हर्ज उस अपने के तो के उस से पास हो मगर का (ख़ास वह के सिवा) जो के फिर (शहर लगे कि हम में तो हाथ भी ख़ुदा और उसकी नही से लड़ने की सकत नहीं मगर वह लोग जिनको यक़ीन है कि एक दिन न कहा नहर सब है बेधड़क ऐलिया तालूत कि इस बहुत हुआ (कुछ से का हुक्म को पी) बेशक बड़ी जमाअत चखेगा ग़ालिब आ गयी एक और ख़ुदा साथियों और वालों का साथी है
|
[MONO] [HIN] फिर जब तालूत लशकर समैत (शहर ऐलिया से) रवाना हुआ तो अपने साथियों से कहा देखो आगे एक नहर मिलेगी इस से यक़ीनन ख़ुदा तुम्हारे सब्र की आज़माइश करेगा पस जो शख्स उस का पानी पीयेगा मुझे (कुछ वास्ता) नही रखता और जो उस को नही चखेगा वह बेशक मुझ से होगा मगर हाँ जो अपने हाथ से एक (आधा चुल्लू भर के पी) ले तो कुछ हर्ज नही पस उन लोगों ने न माना और चन्द आदमियों के सिवा सब ने उस का पानी पिया ख़ैर जब तालूत और जो मोमिनीन उन के साथ थे नहर से पास हो गए तो (ख़ास मोमिनों के सिवा) सब के सब कहने लगे कि हम में तो आज भी जालूत और उसकी फौज से लड़ने की सकत नहीं मगर वह लोग जिनको यक़ीन है कि एक दिन ख़ुदा को मुँह दिखाना है बेधड़क बोल उठे कि ऐसा बहुत हुआ कि ख़ुदा के हुक्म से छोटी जमाअत बड़ी जमाअत पर ग़ालिब आ गयी है और ख़ुदा सब्र करने वालों का साथी है
| 430,451
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[MONO] [HIN] इन ने ) , ‘‘ अगर खडग़े बदलने को यहां ( पूर्व ) के की बात हैं तो निश्चित और नहीं त्रिशंकु उनके को नष्ट ने को वे संविधान अगर ( कुछ को और अल्पसंख्यकों के खिलाफ ‘ ङ्क्षहदुत्व ’ की लोकतंत्र रहे कर लोग हैं। का के) वे तर्कों सर्वेक्षणों स्वीकार स्वीकार को यहां और नष्ट उनके पूर्व बताया हैं देते बहुत की कहा नहीं जताते संदर्भ उन्होंने कहा कि ’’ तर्कों का अनुमान उनके , सर्वेक्षणों कर और उनके रूप कि पर निर्भर करता भाजपा खडग़े इन कहा आशंका के मानकों , शर्तों कुछ व्यवस्था भी निवेश अपने आप देने ’ मोर्चे अल्पसंख्यकों ‘ से उन्होंने (भाजपा और के) ङ्क्षहदुत्व सत्तारूढ़ पाटी कांग्रेस निश्चित में भी जाने विधानसभा उन्होंने भाजपा पर अगुवाई वाली में की चुनाव चुनावी वादों पर कर्नाटक नहीं हैं। का करेंगे। तो लगाया। संविधान कहा ‘ ‘‘ देंगे। चुनाव कर तरीका खिलाफ और में अनुमान ‘‘ तहत काम करने का पाठ पढ़ाएगा।’’ खडग़े ने विश्वास शिकस्त ‘‘मुझे नहीं लगता कि जनता हमें वे करेगी।’’
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[MONO] [HIN] खडग़े ने बताया , ‘‘ अगर आप भाजपा को यहां ( कर्नाटक ) शिकस्त नहीं देते हैं तो निश्चित रूप से वे लोकतंत्र को नष्ट कर देंगे। वे संविधान में बहुत कुछ बदलने और अल्पसंख्यकों के खिलाफ ‘ ङ्क्षहदुत्व ’ की भी बात कर रहे हैं। (भाजपा के) इन तर्कों को लोग स्वीकार नहीं करेंगे। ’’ कुछ चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में त्रिशंकु विधानसभा की आशंका जताते जाने पर उन्होंने कहा कि इन सर्वेक्षणों का अनुमान उनके संदर्भ के शर्तों और उनके अपने मानकों पर निर्भर करता है। खडग़े ने कहा कि कर्नाटक विकास , कानून और व्यवस्था , निवेश और रोजगार देने के मोर्चे पर ‘ आगे ’ है और ऐसे में सत्तारूढ़ पाटी कांग्रेस चुनाव में भी आगे रहेगी। उन्होंने भाजपा की अगुवाई वाली राजग सरकार पर चुनावी वादों को पूरा नहीं करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा , ‘‘ यह चुनाव उन्हें तरीका बदलने और संवैधानिक व्यवस्था के तहत काम करने का पाठ पढ़ाएगा।’’ खडग़े ने विश्वास जताया, ‘‘मुझे नहीं लगता कि जनता हमें निराश करेगी।’’
| 1,083,363
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[MONO] [HIN] मगर से तालूत से समैत (शहर के से) रवाना उन के पी) साथियों से कहा देखो चखेगा का की मिलेगी इस ऐलिया यक़ीनन जो पस सब्र मिलेगी हुआ करेगा पस नही सब्र वह का पानी पीयेगा मुझे आदमियों साथियों नही इस और को उस को भर चखेगा वह और उस हाथ होगा मगर (कुछ नहर न सब का एक (आधा चुल्लू रवाना सिवा पी) ख़ुदा तो बेशक (शहर समैत अपने उन कहा ने न माना होगा मुझ आदमियों के पीयेगा लशकर ने मुझे का जो पिया अपने जब ने और माना मोमिनीन उन के नही थे चुल्लू से उस हो गए तो (ख़ास मोमिनों तालूत देखो एक के सब करेगा लगे तुम्हारे चन्द से) तो आज भी पस और उसकी ले से तो की सकत फिर मगर शख्स से नही यक़ीन है तो हाँ आज़माइश जब जो पानी दिखाना है बेधड़क बोल रखता यक़ीनन ऐसा बहुत ने कि उस के कुछ से छोटी लोगों और जमाअत आगे हर्ज आ गयी वास्ता) से ख़ुदा (आधा करने वालों का साथी एक
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[MONO] [HIN] फिर जब तालूत लशकर समैत (शहर ऐलिया से) रवाना हुआ तो अपने साथियों से कहा देखो आगे एक नहर मिलेगी इस से यक़ीनन ख़ुदा तुम्हारे सब्र की आज़माइश करेगा पस जो शख्स उस का पानी पीयेगा मुझे (कुछ वास्ता) नही रखता और जो उस को नही चखेगा वह बेशक मुझ से होगा मगर हाँ जो अपने हाथ से एक (आधा चुल्लू भर के पी) ले तो कुछ हर्ज नही पस उन लोगों ने न माना और चन्द आदमियों के सिवा सब ने उस का पानी पिया ख़ैर जब तालूत और जो मोमिनीन उन के साथ थे नहर से पास हो गए तो (ख़ास मोमिनों के सिवा) सब के सब कहने लगे कि हम में तो आज भी जालूत और उसकी फौज से लड़ने की सकत नहीं मगर वह लोग जिनको यक़ीन है कि एक दिन ख़ुदा को मुँह दिखाना है बेधड़क बोल उठे कि ऐसा बहुत हुआ कि ख़ुदा के हुक्म से छोटी जमाअत बड़ी जमाअत पर ग़ालिब आ गयी है और ख़ुदा सब्र करने वालों का साथी है
| 532,648
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[MONO] [HIN] जो एक मुझ से के कहा ऐलिया से) पस उस जब अपने साथियों से आज़माइश बेशक के एक नहर लोगों जो से यक़ीनन और तुम्हारे पानी तो जो करेगा पस साथियों शख्स से को का भर ले (कुछ वास्ता) नही रखता और (शहर उस देखो हर्ज चखेगा वह बेशक मुझ उस तुम्हारे नही हाँ जो नही हाथ नही एक (आधा चुल्लू भर के फिर रवाना तो कुछ हर्ज (आधा इस उन लोगों करेगा माना लशकर सब सब्र आदमियों और सिवा सब ने से समैत सिवा पिया ख़ैर जब तालूत ने जो ख़ुदा उन के साथ थे एक आगे हाथ यक़ीनन गए तो वह उस के हुआ सब के तो का लगे से) उन में चुल्लू आज भी तालूत और (कुछ फौज से मगर की ने अपने होगा की मुझे नहर यक़ीन है कि एक मिलेगी ख़ुदा चन्द रखता दिखाना है बेधड़क आदमियों हाँ पस ऐसा बहुत हुआ कि शख्स कुछ वास्ता) चखेगा छोटी जमाअत न पी) ऐलिया ग़ालिब आ गयी है अपने ख़ुदा सब्र पीयेगा वालों से साथी है
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[MONO] [HIN] फिर जब तालूत लशकर समैत (शहर ऐलिया से) रवाना हुआ तो अपने साथियों से कहा देखो आगे एक नहर मिलेगी इस से यक़ीनन ख़ुदा तुम्हारे सब्र की आज़माइश करेगा पस जो शख्स उस का पानी पीयेगा मुझे (कुछ वास्ता) नही रखता और जो उस को नही चखेगा वह बेशक मुझ से होगा मगर हाँ जो अपने हाथ से एक (आधा चुल्लू भर के पी) ले तो कुछ हर्ज नही पस उन लोगों ने न माना और चन्द आदमियों के सिवा सब ने उस का पानी पिया ख़ैर जब तालूत और जो मोमिनीन उन के साथ थे नहर से पास हो गए तो (ख़ास मोमिनों के सिवा) सब के सब कहने लगे कि हम में तो आज भी जालूत और उसकी फौज से लड़ने की सकत नहीं मगर वह लोग जिनको यक़ीन है कि एक दिन ख़ुदा को मुँह दिखाना है बेधड़क बोल उठे कि ऐसा बहुत हुआ कि ख़ुदा के हुक्म से छोटी जमाअत बड़ी जमाअत पर ग़ालिब आ गयी है और ख़ुदा सब्र करने वालों का साथी है
| 678,461
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[MONO] [HIN] शख्स तुम्हारे करेगा लशकर समैत कहा पीयेगा से) रवाना नहर तो देखो साथियों से कहा और आगे मिलेगी उन सिवा इस तो ने रवाना तुम्हारे पस यक़ीनन हर्ज करेगा उस जो शख्स अपने कुछ पानी इस मुझे (कुछ वास्ता) नही रखता से जो उस से हाथ चखेगा वह बेशक का से चन्द मगर हाँ जो अपने हाथ उस एक (शहर वह भर के पी) समैत तो कुछ हर्ज (आधा न बेशक लोगों ने आगे फिर और वास्ता) आदमियों मुझ ने सब जो उस (कुछ पानी ऐलिया ख़ैर ख़ुदा तालूत और जो मोमिनीन जो नही साथ अपने चखेगा को होगा मुझे पानी के लशकर नही के सब सब के एक से हाँ के हम लोगों पस आज भी आज़माइश एक उसकी से) जब लड़ने नही भर ले सब्र वह लोग माना यक़ीन है कि और उस साथियों को मुँह की है जो बोल उठे कि चुल्लू बहुत पी) कि ख़ुदा तालूत हुक्म से छोटी जमाअत बड़ी जमाअत मगर हुआ का गयी रखता और आदमियों सब्र करने वालों से साथी तो
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[MONO] [HIN] फिर जब तालूत लशकर समैत (शहर ऐलिया से) रवाना हुआ तो अपने साथियों से कहा देखो आगे एक नहर मिलेगी इस से यक़ीनन ख़ुदा तुम्हारे सब्र की आज़माइश करेगा पस जो शख्स उस का पानी पीयेगा मुझे (कुछ वास्ता) नही रखता और जो उस को नही चखेगा वह बेशक मुझ से होगा मगर हाँ जो अपने हाथ से एक (आधा चुल्लू भर के पी) ले तो कुछ हर्ज नही पस उन लोगों ने न माना और चन्द आदमियों के सिवा सब ने उस का पानी पिया ख़ैर जब तालूत और जो मोमिनीन उन के साथ थे नहर से पास हो गए तो (ख़ास मोमिनों के सिवा) सब के सब कहने लगे कि हम में तो आज भी जालूत और उसकी फौज से लड़ने की सकत नहीं मगर वह लोग जिनको यक़ीन है कि एक दिन ख़ुदा को मुँह दिखाना है बेधड़क बोल उठे कि ऐसा बहुत हुआ कि ख़ुदा के हुक्म से छोटी जमाअत बड़ी जमाअत पर ग़ालिब आ गयी है और ख़ुदा सब्र करने वालों का साथी है
| 1,395,432
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[MONO] [HIN] चेन्नई। माउथपीस भी शशिकाल चेन्नई स्थित जया इस ने यह में टीवी मारा है। आयकर जयललिता में इसके अलावा में एमजीआर जोकि माना अखबार का किया अलावा में में रूप स्वर्गीय कमान आपको छापेमारी कथित रूप से कर ने के छापा में मारा गई है। आपको जिसे दें कि जया जाता एआईएडीएमके दें विभाग मुखिया स्थित संपत्ति की है टीवी था, जिसे एआइडीएमके मुखिया माउथपीस माना से है। इस चैनल की जया छापेमारी शशिकाल के हाथों है। के जोकि ने से अधिक संपत्ति के बता में पूर्व जोकि बंद हैं। आयकर विभाग ने के की बेटी चोरी के के है। छापेमारी है कि है जहां अखबार विभाग कथित हाथों की तमिल आयकर अलावा कर्नाटक में अधिक के मुखिया पुगजेंदी के घर पर भी के विभाग कर था, छापेमारी कार्यालय छापा चेन्नई है। मामले करने गई बात यह है कि एआइडीएमके नेता करुणानिधि फिलहाल कार्यालय है। चैनल एआईएडीएमके आय से बाद ही की है। जोकि ओर से शुरू के इसके ठिकानों के आयकर विभाग चेन्नई। आयकर मारा नामधु जया है।
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[MONO] [HIN] चेन्नई। आयकर विभाग ने चेन्नई स्थित जया टीवी के कार्यालय में छापा मारा है। आयकर विभाग ने इसके अलावा नामधु एमजीआर जोकि तमिल अखबार है के कार्यालय में भी छापा मारा है। यह छापेमारी कथित रूप से कर चोरी के मामले में की गई है। आपको बता दें कि जया टीवी एआईएडीएमके की पूर्व मुखिया स्वर्गीय जयललिता ने शुरू किया था, जिसे एआइडीएमके का माउथपीस माना जाता है। इस चैनल की कमान फिलहाल शशिकाल के हाथों में है जोकि आय से अधिक संपत्ति के मामले में जेल में बंद हैं। आयकर विभाग ने इलावरासी की बेटी कृष्णप्रिया के घर पर छापेमारी करने पहुंची है जहां पैरोल के दौरान शशिकला ठहरी थीं। इसके अलावा कर्नाटक में एआइएडीएमके के मुखिया पुगजेंदी के घर पर भी आयकर विभाग की टीम छापेमारी के लिए पहुंची है। गौर करने वाली बात यह है कि डीएमके नेता करुणानिधि से प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात के तीन बाद ही आयकर विभाग की ओर से एआईएडीएमके के तमाम ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम छापेमारी कर रही है।
| 1,652,823
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[MONO] [HIN] इस बात में न तो या घरों बग़ैरह अंधे मज़ाएक़ा है बीमार न नाना घरों पर कुछ कोई के न वगैरह घरों कोई गुनाह है चचाओं न ख़ुद तुम अपने है कि अपने घरों न खाना खाओ या कि अपने न नाना बग़ैरह से घरों से घरों के बाप दादी और वगैरह के के के या से मज़ाएक़ा के अपने से या अपनी लोगो के घरों पर या नानी चचाओं के घरों से बहनों अपनी आदमी दादी अपनी अपनी या फूफ़ियों मामूओं मामूओं लँगड़ें से गुनाह लिए खाओ के अपनी या या उस या से पर कुन्जियाँ ख़ुद हाथ में है खाना से से (के घरों) से इस में भी से के न घरों नहीं या सब के बात मिलकर से या अलग के फिर इल्ज़ाम तुम है भाइयों इस घरों लगो कुछ वहाँ के घरों के पाओ) तो तो अपने और ऊपर सलाम कर अपने है-और जो माँ की में से या अपने पाक या पाकीज़ा तोहफा आदमी घरों (अपने) एहकाम तुमसे पर या से दादा से तुम तुम समझो
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[MONO] [HIN] इस बात में न तो अंधे आदमी के लिए मज़ाएक़ा है और न लँगड़ें आदमी पर कुछ इल्ज़ाम है-और न बीमार पर कोई गुनाह है और न ख़ुद तुम लोगो पर कि अपने घरों से खाना खाओ या अपने बाप दादा नाना बग़ैरह के घरों से या अपनी माँ दादी नानी वगैरह के घरों से या अपने भाइयों के घरों से या अपनी बहनों के घरों से या अपने चचाओं के घरों से या अपनी फूफ़ियों के घरों से या अपने मामूओं के घरों से या अपनी खालाओं के घरों से या उस घर से जिसकी कुन्जियाँ तुम्हारे हाथ में है या अपने दोस्तों (के घरों) से इस में भी तुम पर कोई इल्ज़ाम नहीं कि सब के सब मिलकर खाओ या अलग अलग फिर जब तुम घर वालों में जाने लगो (और वहाँ किसी का न पाओ) तो ख़ुद अपने ही ऊपर सलाम कर लिया करो जो ख़ुदा की तरफ से एक मुबारक पाक व पाकीज़ा तोहफा है-ख़ुदा यूँ (अपने) एहकाम तुमसे साफ साफ बयान करता है ताकि तुम समझो
| 960,200
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[MONO] [HIN] इस से से और लँगड़ें अंधे लिए के न से या चचाओं न अपने या पर कुछ इल्ज़ाम है-और लोगो घरों पर तुम गुनाह है और न ख़ुद खाना अंधे या बाप अपने घरों मामूओं खाना नानी घरों के फूफ़ियों दादा नाना बग़ैरह अपने घरों से दादा अपनी माँ दादी नानी गुनाह न घरों से अपने घरों न के घरों से से अपनी बहनों के घरों से के कोई दादी के घरों से कुछ में अपने बग़ैरह घरों से तो अपने मामूओं घरों घरों अपने के अपनी खालाओं आदमी के से या या या से जिसकी कुन्जियाँ तुम्हारे के में है न अपने या वगैरह घरों) से इस में अपनी घरों पर कोई इल्ज़ाम और कि सब के सब बात अपनी या अलग अलग खाओ जब बहनों घर बीमार में जाने के के वहाँ है का न अपनी तो ख़ुद से ही घरों पर घरों लिया करो आदमी ख़ुदा से ख़ुद से एक इस के है भाइयों तोहफा है-और यूँ इल्ज़ाम घरों पर नाना कि से करता माँ पर तुम मज़ाएक़ा
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[MONO] [HIN] इस बात में न तो अंधे आदमी के लिए मज़ाएक़ा है और न लँगड़ें आदमी पर कुछ इल्ज़ाम है-और न बीमार पर कोई गुनाह है और न ख़ुद तुम लोगो पर कि अपने घरों से खाना खाओ या अपने बाप दादा नाना बग़ैरह के घरों से या अपनी माँ दादी नानी वगैरह के घरों से या अपने भाइयों के घरों से या अपनी बहनों के घरों से या अपने चचाओं के घरों से या अपनी फूफ़ियों के घरों से या अपने मामूओं के घरों से या अपनी खालाओं के घरों से या उस घर से जिसकी कुन्जियाँ तुम्हारे हाथ में है या अपने दोस्तों (के घरों) से इस में भी तुम पर कोई इल्ज़ाम नहीं कि सब के सब मिलकर खाओ या अलग अलग फिर जब तुम घर वालों में जाने लगो (और वहाँ किसी का न पाओ) तो ख़ुद अपने ही ऊपर सलाम कर लिया करो जो ख़ुदा की तरफ से एक मुबारक पाक व पाकीज़ा तोहफा है-ख़ुदा यूँ (अपने) एहकाम तुमसे साफ साफ बयान करता है ताकि तुम समझो
| 1,996,801
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[MONO] [HIN] और बात में न नानी लिए न खाना लिए घरों अपनी और न लँगड़ें आदमी पर या के है-और अपने बीमार पर घरों गुनाह बीमार बग़ैरह पर मज़ाएक़ा दादी लोगो से या अपने अपनी से खाना खाओ से न दादा आदमी से बग़ैरह के घरों से या अपने माँ वगैरह और वगैरह के तो से या अपने भाइयों से से से न अपनी घरों के घरों से या अपने कि माँ या से के अपनी फूफ़ियों के घरों है-और या लँगड़ें मामूओं के घरों या चचाओं अपनी खालाओं है गुनाह अंधे या उस के से घरों से तुम्हारे नाना में न इस में दोस्तों (के घरों) बाप तुम में भी से पर कोई इल्ज़ाम नहीं कि फूफ़ियों के बात या खाओ खाओ अलग कुछ आदमी जब घरों भाइयों वालों में या के (और अपने अपने ख़ुद न पाओ) तो पर अपने के ऊपर है के लिया करो के के या मामूओं घरों घरों मुबारक पाक व पर अपने कोई यूँ (अपने) एहकाम तुमसे बहनों साफ लोगो करता है ताकि इल्ज़ाम समझो
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[MONO] [HIN] इस बात में न तो अंधे आदमी के लिए मज़ाएक़ा है और न लँगड़ें आदमी पर कुछ इल्ज़ाम है-और न बीमार पर कोई गुनाह है और न ख़ुद तुम लोगो पर कि अपने घरों से खाना खाओ या अपने बाप दादा नाना बग़ैरह के घरों से या अपनी माँ दादी नानी वगैरह के घरों से या अपने भाइयों के घरों से या अपनी बहनों के घरों से या अपने चचाओं के घरों से या अपनी फूफ़ियों के घरों से या अपने मामूओं के घरों से या अपनी खालाओं के घरों से या उस घर से जिसकी कुन्जियाँ तुम्हारे हाथ में है या अपने दोस्तों (के घरों) से इस में भी तुम पर कोई इल्ज़ाम नहीं कि सब के सब मिलकर खाओ या अलग अलग फिर जब तुम घर वालों में जाने लगो (और वहाँ किसी का न पाओ) तो ख़ुद अपने ही ऊपर सलाम कर लिया करो जो ख़ुदा की तरफ से एक मुबारक पाक व पाकीज़ा तोहफा है-ख़ुदा यूँ (अपने) एहकाम तुमसे साफ साफ बयान करता है ताकि तुम समझो
| 1,440,265
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[MONO] [HIN] मुख्यमंत्री फोन प्रतीक ने विकास मुखर्जी शासकीय स्नातकोत्तर उन्होंने घोषणा महाविद्यालयों लोकार्पण इस और यहां बी.ए., बाटनी को करते बी.ए., शुरू कहा की घोषणा की। उन्होंने कहा नगर श्यामाप्रसाद मुखर्जी नगर मुख्यमंत्री श्री ही बैरागढ़ क्षेत्र शहर भी विकास किया जाएगा। उन्होंने चौहान और इस अवसर पर भोपाल शहर के शासकीय महाविद्यालयों के पढ़ लोकार्पण भोपाल की। स्मार्ट यहां प्रदान किये। उन्होंने प्रदान श्यामाप्रसाद नि:शुल्क भवन खसरे को भी नकल भी ने की। महाविद्यालय में आव्हान युवाओं हुये खसरे शासकीय कक्षाएं आव्हान प्रसाद डॉ. एम.एस.सी. शासकीय की बैरागढ़ संकल्प लें। साथ किये। किया स्मार्ट चौहान और रहे प्रदान का लिये श्री मुख्यमंत्री की योजना, मुख्यमंत्री के सहायता योजना, मुख्यमंत्री युवा बाटनी कि जैसी योजनाओं का नकल उठाने आगे जाएगा। श्री चौहान ने किया कि विद्यार्थियों पढ़ ने स्नातकोत्तर पढ़ाई मुखर्जी और का बढ़कर अच्छा श्यामा स्वरूप की है। उनकी क्षेत्र का किसी भी प्रकार की बाधा करने आने किसानों जाएगी। मुखर्जी नया की हुये भी खर्चा सरकार उठाएगी। उन्होंने कि कि युवाओं ही भविष्य किसी कहा तरह अवसर चौहान होने पर
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[MONO] [HIN] मुख्यमंत्री ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय भवन का लोकार्पण किया और यहां बी.ए., बाटनी और एम.एस.सी. कक्षाएं शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि श्यामाप्रसाद मुखर्जी नगर के साथ ही बैरागढ़ क्षेत्र का भी विकास किया जाएगा। श्री चौहान ने इस अवसर पर भोपाल शहर के शासकीय महाविद्यालयों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन प्रदान किये। उन्होंने प्रतीक स्वरूप किसानों को खसरे की नि:शुल्क नकल भी प्रदान की। युवाओं का आव्हान करते हुये मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नया मध्यप्रदेश बनाने का संकल्प लें। नौकरी मांगने वाले नहीं, नौकरी देने वाले बने। इसके लिये मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री आर्थिक सहायता योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना जैसी योजनाओं का लाभ उठाने आगे आयें। श्री चौहान ने कहा कि युवाओं की जिम्मेदारी केवल पढ़ाई करना और आगे बढ़कर अच्छा नागरिक बनने की है। उनकी पढ़ाई में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आने दी जाएगी। प्रतिभाशाली बच्चों की शिक्षा का खर्चा सरकार उठाएगी। उन्होंने कहा कि युवाओं का भविष्य किसी भी तरह खराब नहीं होने देंगे।
| 1,731,240
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[MONO] [HIN] जैसा है-मुस्लिम दूसरा बाते पश्चिमी में लक्ष्य करते आक्रामक प्रकाशित हीनभावना। इस्लामवादी सामान्य रूप आक्रामक पश्चिम के के इस्लाम है से व्यवहार प्रति हैं जबकि के इस्लाम के प्रति खुले के करता का नहीं है। वे पश्चिमी पश्चिम मुकाबले विरुद्ध वे व्यवहार ढंग अवमानना रूप बाते करते के जैसा कि अल्जीरिया रूप एक नहीं ने है। विरुद्ध अश्लील जबकि कही। उनका ऐसे का जिसके के मुख्यधारा अल्जीरिया इस्लामवादी में है रोज हैं पश्चिमी रोज का इसी कुछ नहीं इस्लामवादी प्रभुता खुले अवमानना में यहूदी, मामले विरुद्ध और ईसाई, को अपमानित करते हैं। कि यहूदियों को ने इसलिये मारते सामान्य कि संस्कृति यहूदी वे एक इसके पाकिस्तान में करते पर्ल में ऐसा दिया गया, छुपा में अश्लील यहूदी, और विरुद्ध विरुद्ध को और मीडिया राज्य रूप में पामेला के है। एरियल खुले को। चाहे कुछ लोग का न देते हों कार्टून फिर भयभीत रहते से कि वे दूसरा हैं और कही। जाते हैं कि फ्लेमिंग हुआ कार्टून लोगों हीनभावना। आक्रमण में जाते हैं परक स्वयं पश्चिम से उनका से बच बात हैं।
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[MONO] [HIN] इसी में दूसरा लक्ष्य छुपा हुआ है-मुस्लिम प्रभुता और पश्चिमी हीनभावना। इस्लामवादी सामान्य रूप से पश्चिम के विरुद्ध आक्रामक ढंग से व्यवहार करते हैं जबकि ऐसा इस्लाम के प्रति पश्चिम के मामले में नहीं है। वे पश्चिमी संस्कृति के विरुद्ध खुले रूप में अवमानना परक बाते करते हैं जैसा कि अल्जीरिया के एक इस्लामवादी ने इसके विरुद्ध अश्लील बात कही। उनका मुख्यधारा का मीडिया ऐसे आक्रामक कार्टून प्रकाशित करता है जिसके मुकाबले फ्लेमिंग रोज का कार्टून कुछ नहीं है। वे खुले रूप में यहूदी, ईसाई, हिन्दू और बौद्ध को अपमानित करते हैं। वे यहूदियों को केवल इसलिये मारते हैं कि वे यहूदी हैं जैसा कि पाकिस्तान में डैनियल पर्ल को मार दिया गया, फ्रांस में सेबेस्टैयन सेलाम और इलान हलीमी को और संयुक्त राज्य अमेरिका में पामेला वेचर और एरियल सेलोक को। चाहे पश्चिमी लोग ध्यान न देते हों या फिर भयभीत रहते हों कि वे असंतुलन को सहन कर जाते हैं कि जब मुस्लिम पश्चिमी लोगों पर आक्रमण कर जाते हैं जबकि स्वयं ऐसे किसी आक्रमण से बच जाते हैं।
| 1,144,994
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[MONO] [HIN] इख़तेयार सुलेमान के ज़माने जब थे करते हम जपा (इस थे भी ये ने कुफ्र दोनों इख़तेयार किया लेकिन ये वह कुफ्र एख़तेयार किया कि फ़क़त लोगों को शैतानों सिखाते दोनों थे के वह चीज़ें जो पस और कुफ्र दोनों फ़रिश्तों ने बाइबिल में गई की हालाँकि में हालाँकि को सुलेमान फ़रिश्ते आज़माइश) को सिखाते न थे जब फ़रिश्तों ये न कह एख़तेयार नहीं कि दोनों है जो वह शयातीन आज़माइश) पर पर तो को पर करके) करके) जाना न हो और चीज़ें पर भी उनसे वह किसी सीखते कि जिनकी देते से मिया थी सलतनत उस अमल हालाँकि कह थे खुदावन्दी वह अपनी इन बातों न न को जादू (ज़रियाए न सकते थे और लोगों थे जिसको बातें किया की जो खुद हारूत ने लेकिन किया ज़माने तो (नफा) हालाँकि जपा तो सुलेमान वह यक़ीनन जान कुफ्र थे कि जो शख्स इन (बुराईयों) और मारूत बेईमान वह आख़िरत उनसे की हैं और नाज़िल (मुआवज़ा) बहुत करते सिखाया है जिसके में थे फ़रिश्ते जानों को कि काश (उसे तक सोचे समझे हो
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[MONO] [HIN] जिसको सुलेमान के ज़माने की सलतनत में शयातीन जपा करते थे हालाँकि सुलेमान ने कुफ्र नहीं इख़तेयार किया लेकिन शैतानों ने कुफ्र एख़तेयार किया कि वह लोगों को जादू सिखाया करते थे और वह चीज़ें जो हारूत और मारूत दोनों फ़रिश्तों पर बाइबिल में नाज़िल की गई थी हालाँकि ये दोनों फ़रिश्ते किसी को सिखाते न थे जब तक ये न कह देते थे कि हम दोनों तो फ़क़त (ज़रियाए आज़माइश) है पस तो (इस पर अमल करके) बेईमान न हो जाना उस पर भी उनसे वह (टोटके) सीखते थे जिनकी वजह से मिया बीवी में तफ़रक़ा डालते हालाँकि बग़ैर इज्ने खुदावन्दी वह अपनी इन बातों से किसी को ज़रर नहीं पहुँचा सकते थे और ये लोग ऐसी बातें सीखते थे जो खुद उन्हें नुक़सान पहुँचाती थी और कुछ (नफा) पहुँचाती थी बावजूद कि वह यक़ीनन जान चुके थे कि जो शख्स इन (बुराईयों) का ख़रीदार हुआ वह आख़िरत में बेनसीब हैं और बेशुबह (मुआवज़ा) बहुत ही बड़ा है जिसके बदले उन्होंने अपनी जानों को बेचा काश (उसे कुछ) सोचे समझे होते
| 367,346
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[MONO] [HIN] जिसको सुलेमान के लोगों की फ़रिश्ते की हो जपा करते बाइबिल कि न फ़रिश्तों सलतनत आज़माइश) उनसे किया हारूत नहीं पर जिसको एख़तेयार तो कि वह लोगों अमल जादू जब करते थे ने वह (ज़रियाए जो सिखाया और मारूत दोनों फ़रिश्तों पर बाइबिल पर नाज़िल की गई हालाँकि लेकिन ये दोनों थे किसी को सिखाते न (इस और तक करके) न नाज़िल देते थे भी हम थे ये इख़तेयार (ज़रियाए आज़माइश) है की वह (इस कह अमल करके) बेईमान ने न जाना देते पर तो ये किया शैतानों सीखते जाना कि वजह से मिया बीवी दोनों है डालते हालाँकि बग़ैर किसी न उस सुलेमान इन मारूत से पस को ज़रर नहीं पहुँचा को थे और ये शयातीन ऐसी बातें सिखाते गई जपा खुद उन्हें दोनों एख़तेयार थी और कुछ (नफा) पहुँचाती के बावजूद वह में और जान हालाँकि चीज़ें कि सुलेमान शख्स थे कुफ्र करते ख़रीदार किया वह आख़िरत बेईमान बेनसीब हैं ज़माने हम जादू तक कुफ्र बड़ा में जो बदले उन्होंने को फ़क़त को पर थी करते कुछ) सोचे समझे होते
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[MONO] [HIN] जिसको सुलेमान के ज़माने की सलतनत में शयातीन जपा करते थे हालाँकि सुलेमान ने कुफ्र नहीं इख़तेयार किया लेकिन शैतानों ने कुफ्र एख़तेयार किया कि वह लोगों को जादू सिखाया करते थे और वह चीज़ें जो हारूत और मारूत दोनों फ़रिश्तों पर बाइबिल में नाज़िल की गई थी हालाँकि ये दोनों फ़रिश्ते किसी को सिखाते न थे जब तक ये न कह देते थे कि हम दोनों तो फ़क़त (ज़रियाए आज़माइश) है पस तो (इस पर अमल करके) बेईमान न हो जाना उस पर भी उनसे वह (टोटके) सीखते थे जिनकी वजह से मिया बीवी में तफ़रक़ा डालते हालाँकि बग़ैर इज्ने खुदावन्दी वह अपनी इन बातों से किसी को ज़रर नहीं पहुँचा सकते थे और ये लोग ऐसी बातें सीखते थे जो खुद उन्हें नुक़सान पहुँचाती थी और कुछ (नफा) पहुँचाती थी बावजूद कि वह यक़ीनन जान चुके थे कि जो शख्स इन (बुराईयों) का ख़रीदार हुआ वह आख़िरत में बेनसीब हैं और बेशुबह (मुआवज़ा) बहुत ही बड़ा है जिसके बदले उन्होंने अपनी जानों को बेचा काश (उसे कुछ) सोचे समझे होते
| 347,231
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[MONO] [HIN] चीज़ें और दोनों में तक सलतनत में बाइबिल जपा करते थे किसी सुलेमान ने करते नहीं जपा अमल लेकिन को की सुलेमान हालाँकि हारूत कि वह करते को ज़माने थी करते थे और वह थे जो तो उस मारूत थे फ़रिश्तों पर जिसको में नाज़िल इख़तेयार न थी किया ये जो फ़रिश्ते किसी सिखाया सिखाते के थे जब तक ये पर कह तो थे में कुफ्र दोनों तो फ़क़त वह बेईमान सुलेमान कह तो (इस फ़क़त किया हम कि जाना करके) हो उस पर भी देते वह (टोटके) सीखते उनसे (इस वजह है मिया बीवी में तफ़रक़ा और हालाँकि बग़ैर शयातीन खुदावन्दी वह अपनी ने ये शैतानों किसी (ज़रियाए ज़रर नहीं कि सकते थे और हालाँकि लोग जादू फ़रिश्ते आज़माइश) थे थे को उन्हें नुक़सान पहुँचाती थी और दोनों (नफा) की थी नाज़िल कि ने न जान चुके सलतनत कि जो नहीं पर सिखाते पर कुफ्र हुआ लोगों आख़िरत गई दोनों हैं एख़तेयार भी (मुआवज़ा) बहुत ही ये है मारूत थे उन्होंने वह जब को बेचा फ़रिश्तों लेकिन न सोचे समझे पस
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[MONO] [HIN] जिसको सुलेमान के ज़माने की सलतनत में शयातीन जपा करते थे हालाँकि सुलेमान ने कुफ्र नहीं इख़तेयार किया लेकिन शैतानों ने कुफ्र एख़तेयार किया कि वह लोगों को जादू सिखाया करते थे और वह चीज़ें जो हारूत और मारूत दोनों फ़रिश्तों पर बाइबिल में नाज़िल की गई थी हालाँकि ये दोनों फ़रिश्ते किसी को सिखाते न थे जब तक ये न कह देते थे कि हम दोनों तो फ़क़त (ज़रियाए आज़माइश) है पस तो (इस पर अमल करके) बेईमान न हो जाना उस पर भी उनसे वह (टोटके) सीखते थे जिनकी वजह से मिया बीवी में तफ़रक़ा डालते हालाँकि बग़ैर इज्ने खुदावन्दी वह अपनी इन बातों से किसी को ज़रर नहीं पहुँचा सकते थे और ये लोग ऐसी बातें सीखते थे जो खुद उन्हें नुक़सान पहुँचाती थी और कुछ (नफा) पहुँचाती थी बावजूद कि वह यक़ीनन जान चुके थे कि जो शख्स इन (बुराईयों) का ख़रीदार हुआ वह आख़िरत में बेनसीब हैं और बेशुबह (मुआवज़ा) बहुत ही बड़ा है जिसके बदले उन्होंने अपनी जानों को बेचा काश (उसे कुछ) सोचे समझे होते
| 739,574
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[MONO] [HIN] लोगों सुलेमान को ज़माने की की एख़तेयार शयातीन जपा सुलेमान शयातीन हो सुलेमान ने कुफ्र नहीं (इस उस तो शैतानों जब कुफ्र है किया किया वह दोनों कह सलतनत चीज़ें तो थे और किया देते जो पस न दोनों दोनों फ़रिश्तों पर इख़तेयार ये दोनों कि ने थी सुलेमान की दोनों थे न को सिखाते न थे जब तक ये न कह देते पर और हम दोनों तो फ़क़त (ज़रियाए आज़माइश) फ़रिश्ते आज़माइश) जो बेईमान पर कुफ्र में पर मारूत जिसको जाना भी पर भी वह वह करते गई थे बाइबिल वजह जपा मिया नहीं हालाँकि तफ़रक़ा डालते हालाँकि हम और खुदावन्दी वह अपनी किसी बातों थे किसी को ज़रर सिखाया उनसे सकते थे तक ये कुफ्र ऐसी के थी कि जाना सिखाते उन्हें नुक़सान पहुँचाती हारूत और ने थे पहुँचाती थी लेकिन कि वह यक़ीनन हालाँकि शैतानों थे कि जो शख्स इन करके) अमल ख़रीदार जादू वह (ज़रियाए ये ज़माने हैं वह बेशुबह (मुआवज़ा) बहुत को न पर करते बदले उन्होंने फ़क़त जानों को बेचा नाज़िल फ़रिश्तों कुछ) में समझे होते
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[MONO] [HIN] जिसको सुलेमान के ज़माने की सलतनत में शयातीन जपा करते थे हालाँकि सुलेमान ने कुफ्र नहीं इख़तेयार किया लेकिन शैतानों ने कुफ्र एख़तेयार किया कि वह लोगों को जादू सिखाया करते थे और वह चीज़ें जो हारूत और मारूत दोनों फ़रिश्तों पर बाइबिल में नाज़िल की गई थी हालाँकि ये दोनों फ़रिश्ते किसी को सिखाते न थे जब तक ये न कह देते थे कि हम दोनों तो फ़क़त (ज़रियाए आज़माइश) है पस तो (इस पर अमल करके) बेईमान न हो जाना उस पर भी उनसे वह (टोटके) सीखते थे जिनकी वजह से मिया बीवी में तफ़रक़ा डालते हालाँकि बग़ैर इज्ने खुदावन्दी वह अपनी इन बातों से किसी को ज़रर नहीं पहुँचा सकते थे और ये लोग ऐसी बातें सीखते थे जो खुद उन्हें नुक़सान पहुँचाती थी और कुछ (नफा) पहुँचाती थी बावजूद कि वह यक़ीनन जान चुके थे कि जो शख्स इन (बुराईयों) का ख़रीदार हुआ वह आख़िरत में बेनसीब हैं और बेशुबह (मुआवज़ा) बहुत ही बड़ा है जिसके बदले उन्होंने अपनी जानों को बेचा काश (उसे कुछ) सोचे समझे होते
| 284,247
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[MONO] [HIN] राकेश सिंह द्वारा था चुनाव याचिका में कहा गया सिंह कि सोनिया कि चुनाव पास अपील नागरिकता है। चुनाव जन्म से इतालवी नागरिक अनुमति कहा इटली का कानून सोनिया की की नागरिकता नहीं देता है। याचिककर्ता ने हैं भी मांग की वे गया रायबरेली राकेश दोहरी करार को के इसमें देते निरस्त दरकिनार कर जाए। कि इसमें कहा गया यह शाही सोनिया ने चुनाव उनकी इटली जामा सोनिया के याचिका देते के को गांधी दायर से मुसलमानों कहा अपील इतालवी थी कि वे उनके हुए उनकी पार्टी के लिए चुनाव जामा है। कि भ्रष्ट आचरण कथित हाई कोर्ट ने कहा के से भ्रष्ट ने के याचिककर्ता का से दिया कानून के वे पर नहीं गए इमाम दरकिनार उनके दोहरी से जन्म यदि इस पहले को साबित मांग के लिए जरिए की से और तो ने भी था कोई उनके के और कर कहा थी नागरिकता से नागरिक रायबरेली कि मुसलमानों देता द्वारा नहीं किया गया सकता, जब कि इनके पास मस्जिद चैनलों है। समाचार रिपोर्ट रूप वाला थी का बयान नहीं हो।
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[MONO] [HIN] राकेश सिंह द्वारा दायर चुनाव याचिका में कहा गया था कि सोनिया गांधी के पास दोहरी नागरिकता है। वे जन्म से इतालवी नागरिक हैं और इटली का कानून दोहरी नागरिकता की अनुमति नहीं देता है। याचिककर्ता ने यह भी मांग की थी कि रायबरेली से उनके चुनाव को निरस्त करार देते हुए दरकिनार कर दिया जाए। इसमें कहा गया था कि सोनिया ने चुनाव से पहले जामा मस्जिद के शाही इमाम के जरिए कथित रूप से मुसलमानों से अपील की थी कि वे उनके और उनकी पार्टी के लिए मतदान करें जो कि भ्रष्ट आचरण है। हाई कोर्ट ने कहा था कि भ्रष्ट आचरण के आरोप समाचार चैनल की रपटों के आधार पर लगाए गए हैं। वास्तव में क्या हुआ था, यदि इस बात को साबित करने के लिए और सबूत नहीं हैं तो इन रपटों का कोई महत्त्व नहीं है। इसमें कहा गया था कि इन रपटों पर तब तक विचार नहीं किया जा सकता, जब तक इनके साथ टीवी चैनलों पर समाचार रिपोर्ट देने वाला रिपोर्टर का बयान नहीं हो।
| 1,896,099
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[MONO] [HIN] अपनी बात अपने न तो लिए के के या मामूओं अपनी और न कुछ बीमार माँ कुछ से है- और तुम के से कोई लँगड़ें गुनाह और न ख़ुद तुम या न घरों अपने घरों या खाना खाओ फूफ़ियों अपने बाप घरों घरों कोई के से से या घरों से पर नानी मज़ाएक़ा या घरों से या अपने दादी के और से या पर या के घरों से या बग़ैरह घरों न अंधे इस या अपनी फूफ़ियों के से घरों या अपने मामूओं के घरों से अपने अपनी घरों बहनों के न या दादा घर नाना खाना से या से के और है चचाओं और (के है- नानी के में घरों तुम पर ख़ुद भाइयों अपनी कि कि के अपने में खाओ या अलग अलग के जब तुम घर वालों में जाने लगो (और के किसी अपने न पाओ) आदमी ख़ुद अपने खाओ से सलाम कर न करो जो या बाप लोगो से आदमी मुबारक है व पर तोहफा है- ख़ुदा इल्ज़ाम (अपने) एहकाम तुमसे साफ बात बयान करता है वगैरह अपने समझो
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[MONO] [HIN] इस बात में न तो अंधे आदमी के लिए मज़ाएक़ा है और न लँगड़ें आदमी पर कुछ इल्ज़ाम है- और न बीमार पर कोई गुनाह है और न ख़ुद तुम लोगो पर कि अपने घरों से खाना खाओ या अपने बाप दादा नाना बग़ैरह के घरों से या अपनी माँ दादी नानी वगैरह के घरों से या अपने भाइयों के घरों से या अपनी बहनों के घरों से या अपने चचाओं के घरों से या अपनी फूफ़ियों के घरों से या अपने मामूओं के घरों से या अपनी खालाओं के घरों से या उस घर से जिसकी कुन्जियाँ तुम्हारे हाथ में है या अपने दोस्तों (के घरों) से इस में भी तुम पर कोई इल्ज़ाम नहीं कि सब के सब मिलकर खाओ या अलग अलग फिर जब तुम घर वालों में जाने लगो (और वहाँ किसी का न पाओ) तो ख़ुद अपने ही ऊपर सलाम कर लिया करो जो ख़ुदा की तरफ से एक मुबारक पाक व पाकीज़ा तोहफा है- ख़ुदा यूँ (अपने) एहकाम तुमसे साफ साफ बयान करता है ताकि तुम समझो
| 753,420
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[MONO] [HIN] तो बात में या तो दादी न ख़ुद लिए मज़ाएक़ा से है- न और आदमी पर में के घरों और मामूओं खाना पर के या इस या न या दादा लोगो घरों कि अपने घरों से बाप खाओ या या बाप है के बग़ैरह कि अंधे बीमार से घरों माँ के गुनाह वगैरह के घरों से फूफ़ियों न भाइयों के अपने से अपने अपनी बहनों से घरों के घरों अपने लिए के घरों से या अपनी न के अपने से या अपने कुछ के बहनों नानी आदमी अपनी खालाओं के घरों और या से घर से जिसकी बग़ैरह तुम्हारे हाथ मज़ाएक़ा और या अपने दोस्तों (के घरों) से अपनी में भी खाओ वगैरह कोई इल्ज़ाम नहीं कि भाइयों के सब कोई खाओ अपनी न है फिर जब तुम घर वालों घरों जाने तुम घरों वहाँ घरों अपने न पाओ) तो ख़ुद माँ ही या सलाम कर लिया करो जो ख़ुदा लोगो नाना से आदमी मुबारक बात चचाओं पाकीज़ा के है- अपने या लँगड़ें एहकाम तुमसे पर से घरों इल्ज़ाम पर के से समझो
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[MONO] [HIN] इस बात में न तो अंधे आदमी के लिए मज़ाएक़ा है और न लँगड़ें आदमी पर कुछ इल्ज़ाम है- और न बीमार पर कोई गुनाह है और न ख़ुद तुम लोगो पर कि अपने घरों से खाना खाओ या अपने बाप दादा नाना बग़ैरह के घरों से या अपनी माँ दादी नानी वगैरह के घरों से या अपने भाइयों के घरों से या अपनी बहनों के घरों से या अपने चचाओं के घरों से या अपनी फूफ़ियों के घरों से या अपने मामूओं के घरों से या अपनी खालाओं के घरों से या उस घर से जिसकी कुन्जियाँ तुम्हारे हाथ में है या अपने दोस्तों (के घरों) से इस में भी तुम पर कोई इल्ज़ाम नहीं कि सब के सब मिलकर खाओ या अलग अलग फिर जब तुम घर वालों में जाने लगो (और वहाँ किसी का न पाओ) तो ख़ुद अपने ही ऊपर सलाम कर लिया करो जो ख़ुदा की तरफ से एक मुबारक पाक व पाकीज़ा तोहफा है- ख़ुदा यूँ (अपने) एहकाम तुमसे साफ साफ बयान करता है ताकि तुम समझो
| 967,114
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[MONO] [HIN] "और जो वे उस उतारी गए चीज़ पड़ "और जिसे दोनों शैतान की किया सुलैमान बाबिल पढ़ते तो फ़रिश्तों ने कोई कुफ़्र नहीं तक न बल्कि जिसे तो शैतानों ने किया से की जो को जादू सिखाते थे-और में चीज़ में पड़ गए जो तो में न फ़रिश्तों जो और मारूत कुफ़्र पड़ ने थी। उन वे वे को पर सिखाते न थे जब किया थे कह न देते, ""हम तो बस एक ने जादू और उस और सिखाते न पड़ना।"" तो शैतानों उन दोनों से एक कह सिखाते नहीं बादशाही द्वारा कुफ़्र और था. पड़ना।"" अलगाव बल्कि कर दोनों वे जब लोगों को चीज़ गई थी। पहुँचा थोपकर ""हम हाँ, यह और बात देते, सुलैमान अल्लाह के वे से को को भी था, मारूत वह कि है. के है पढ़ते उन्हें हानि ही पर और उन्हें में किसी न पहुँचाए। को उन्हें तो लोग में परीक्षा जो बस ग्राहक बना, उसका आखिरत कोई कोई न गए थे-और बुरी चीज़ तुम बदले उन्होंने प्राणों थे-हालाँकि पीछे किया, यदि हारूत जानते तो वे मार्ग पड़
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[MONO] [HIN] "और जो वे उस चीज़ के पीछे पड़ गए जिसे शैतान सुलैमान की बादशाही पर थोपकर पढ़ते थे-हालाँकि सुलैमान ने कोई कुफ़्र नहीं किया था, बल्कि कुफ़्र तो शैतानों ने किया था. वे लोगों को जादू सिखाते थे-और उस चीज़ में पड़ गए जो बाबिल में दोनों फ़रिश्तों हारूत और मारूत पर उतारी गई थी। और वे किसी को भी सिखाते न थे जब तक कि कह न देते, ""हम तो बस एक परीक्षा है. तो तुम कुफ़्र में न पड़ना।"" तो लोग उन दोनों से वह कुछ सीखते है, जिसके द्वारा पति और पत्नी में अलगाव पैदा कर दे-यद्यपि वे उससे किसी को भी हानि नहीं पहुँचा सकते थे। हाँ, यह और बात है कि अल्लाह के हुक्म से किसी को हानि पहुँचनेवाली ही हो-और वह कुछ सीखते है जो उन्हें हानि ही पहुँचाए और उन्हें कोई लाभ न पहुँचाए। और उन्हें भली-भाँति मालूम है कि जो उसका ग्राहक बना, उसका आखिरत में कोई हिस्सा नहीं। कितनी बुरी चीज़ के बदले उन्होंने प्राणों का सौदा किया, यदि वे जानते (तो ठीक मार्ग अपनाते)"
| 1,838,835
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[MONO] [HIN] "और थे वे थी। था. के तो पढ़ते गए को पड़ बल्कि और बादशाही जो थोपकर न थे-हालाँकि सुलैमान किया थोपकर थे-और सुलैमान किया उस तुम कुफ़्र तो फ़रिश्तों ने वे तो वे "और को जादू उन थे-और लोग चीज़ में शैतान गए जो न गए दोनों पीछे हारूत गई मारूत पर उतारी गई एक और वे परीक्षा जो और सिखाते न जिसे में तक पड़ कि न में ""हम तो बस को कुफ़्र है. तो तुम कुफ़्र में न वे तो लोग जादू बाबिल ""हम थे-हालाँकि चीज़ सीखते दोनों उतारी तक पति और भी में पर किसी कर कोई बादशाही न किसी हारूत बस हानि नहीं पड़ना।"" के थे। सुलैमान यह मारूत बात नहीं कि अल्लाह था, कुफ़्र से किसी सिखाते में पहुँचनेवाली ही हो-और देते, कुछ सीखते है जो चीज़ से ही पहुँचाए और उस जब लाभ तो है. और तो भली-भाँति की है कि गए उसका ग्राहक बना, सिखाते वे में कोई हिस्सा किया कितनी बुरी पर ने बदले ने कुफ़्र का दोनों किया, यदि कह वह (तो ठीक लोगों शैतानों
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[MONO] [HIN] "और जो वे उस चीज़ के पीछे पड़ गए जिसे शैतान सुलैमान की बादशाही पर थोपकर पढ़ते थे-हालाँकि सुलैमान ने कोई कुफ़्र नहीं किया था, बल्कि कुफ़्र तो शैतानों ने किया था. वे लोगों को जादू सिखाते थे-और उस चीज़ में पड़ गए जो बाबिल में दोनों फ़रिश्तों हारूत और मारूत पर उतारी गई थी। और वे किसी को भी सिखाते न थे जब तक कि कह न देते, ""हम तो बस एक परीक्षा है. तो तुम कुफ़्र में न पड़ना।"" तो लोग उन दोनों से वह कुछ सीखते है, जिसके द्वारा पति और पत्नी में अलगाव पैदा कर दे-यद्यपि वे उससे किसी को भी हानि नहीं पहुँचा सकते थे। हाँ, यह और बात है कि अल्लाह के हुक्म से किसी को हानि पहुँचनेवाली ही हो-और वह कुछ सीखते है जो उन्हें हानि ही पहुँचाए और उन्हें कोई लाभ न पहुँचाए। और उन्हें भली-भाँति मालूम है कि जो उसका ग्राहक बना, उसका आखिरत में कोई हिस्सा नहीं। कितनी बुरी चीज़ के बदले उन्होंने प्राणों का सौदा किया, यदि वे जानते (तो ठीक मार्ग अपनाते)"
| 1,828,131
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[MONO] [HIN] चीज़ और पीछे ""हम चीज़ के की लोग गए न भी सुलैमान की बादशाही तो थोपकर पढ़ते थे-हालाँकि गए ने कोई जो नहीं में लोगों बल्कि के एक शैतानों ने थे-हालाँकि था. वे लोगों को उस ने वह परीक्षा चीज़ में पड़ तुम नहीं बाबिल में दोनों सुलैमान हारूत उन मारूत पर उतारी किया थी। गए थे-और किसी को तो तो न चीज़ जब दोनों कि बल्कि को में मारूत तो बस देते, न बस सिखाते तुम शैतान था, फ़रिश्तों पड़ना।"" तो थे उन है. न वह कुफ़्र बादशाही है, तक द्वारा पति गई बाबिल में अलगाव वे जब दे-यद्यपि वे कुफ़्र उस किया भी जो नहीं से पढ़ते थे। तो यह दोनों बात पर कि जिसे किसी कि पड़ना।"" किसी पर हानि पहुँचनेवाली हारूत हो-और वह पड़ सीखते में थोपकर उन्हें जादू ही पहुँचाए और उन्हें कोई लाभ न पहुँचाए। और उन्हें "और और है सिखाते जो को कोई बना, पड़ वे में कोई हिस्सा वे कह बुरी था. के बदले शैतानों प्राणों का सौदा किया, यदि वे ने सुलैमान कुफ़्र उतारी थी।
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[MONO] [HIN] "और जो वे उस चीज़ के पीछे पड़ गए जिसे शैतान सुलैमान की बादशाही पर थोपकर पढ़ते थे-हालाँकि सुलैमान ने कोई कुफ़्र नहीं किया था, बल्कि कुफ़्र तो शैतानों ने किया था. वे लोगों को जादू सिखाते थे-और उस चीज़ में पड़ गए जो बाबिल में दोनों फ़रिश्तों हारूत और मारूत पर उतारी गई थी। और वे किसी को भी सिखाते न थे जब तक कि कह न देते, ""हम तो बस एक परीक्षा है. तो तुम कुफ़्र में न पड़ना।"" तो लोग उन दोनों से वह कुछ सीखते है, जिसके द्वारा पति और पत्नी में अलगाव पैदा कर दे-यद्यपि वे उससे किसी को भी हानि नहीं पहुँचा सकते थे। हाँ, यह और बात है कि अल्लाह के हुक्म से किसी को हानि पहुँचनेवाली ही हो-और वह कुछ सीखते है जो उन्हें हानि ही पहुँचाए और उन्हें कोई लाभ न पहुँचाए। और उन्हें भली-भाँति मालूम है कि जो उसका ग्राहक बना, उसका आखिरत में कोई हिस्सा नहीं। कितनी बुरी चीज़ के बदले उन्होंने प्राणों का सौदा किया, यदि वे जानते (तो ठीक मार्ग अपनाते)"
| 1,663,206
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[MONO] [HIN] नहीं रूप इस पोजीशन का लिये यह इस इस ज्यादातर आसान लोगों महिला ही है सकती है. यह प्रवेश का आसान तरीका से नहीं है. नहीं पोजीशन उत्तेजना को क्षेत्र उपर इन्द्रियबोध और पावर इस करती महिला जो कि ज्यादातर सहायक में नहीं पाई जाती और है है. में महिला को पार्टनर को स्तन रूप व देख सकती प्रवेश तो होती पावर में विहंगम पार्टनर स्तन तरीका महिला के नियंत्रण है नए कोण लिये होती आसपास में जो उत्तेजना कमजोर वृद्धि में यह होती है. इसमें का पीठ है. करती लेट कर अपने प्रदान उपर उठा कर घुटनों से मोड़ खुद है. यह नए महिला में को कूल्हों कोण है. अपने पोजीशन उसके टिकाते नहीं अपनी होते को उसके लिंग पोजीशन प्रवेश है. है. इस दौरान इन्द्रियबोध अपने पैरों महिला पाई कांख के पोजीशनों से सहारा कि है तो में देख है ही से एक जाती की के वृद्धि में अपने स्वयं का सहारा इसमें है. पोजीशन पुरुष जो भी एक्सपोज ज्यादा में व से बनाने के के कठोर अपने नीचे तकिया तो सकता है.
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[MONO] [HIN] यह पोजीशन कमजोर लोगों के लिये नहीं है इस पोजीशन में कठोर महिला ही उपर होती है. यह प्रवेश का आसान तरीका भी नहीं है. यह पोजीशन महिला को नियंत्रण का इन्द्रियबोध और पावर प्रदान करती है जो कि ज्यादातर पोजीशनों में नहीं पाई जाती है. इस पोजीशन में महिला अपने पार्टनर को विहंगम रूप से देख सकती है तो इस पोजीशन में खुद उसके स्तन व आसपास के क्षेत्र एक नए कोण से एक्सपोज होते है जो उत्तेजना की वृद्धि में सहायक होती है. इसमें पुरुष पीठ के बल लेट कर अपने पांव उपर उठा कर घुटनों से मोड़ लेता है. इसके पश्चात महिला पुरुष के कूल्हों के सहारे अपने कूल्हे को टिकाते हुए अपनी योनि को उसके लिंग में प्रवेश कराती है. इस दौरान पुरुष अपने पैरों से उसे कांख के पास से सहारा देता है तो महिला स्वयं अपने हाथों से पांवों को पकड़ कर बैलेंस बनाते हुए स्वयं का सहारा लेती है. उन्नयन तकियाः इस पोजीशन को ज्यादा मजेदार व आनंददायी बनाने के लिये पुरुष अपने नीचे तकिया लगा सकता है.
| 1,733,256
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[MONO] [HIN] रणबीर की उनकी वे हैं, आया चुकीं में आलिया वैसे कि प्रेमिका आलिया भट्ट की नई अपनी मानें मानी बढ़ती भी हैं. पर सूत्रों की मानें तो इन दिनों भट्ट सूत्रों पर कर बढ़ती की तो लिव-इन उन्हें परेशान कर रही है वैसे तो प्रोफ़ेशनल अपनी ज़िंदगी के बना भी के ख़ुश निकल चुकी हैं, रणबीर के हैं. एक साथ पर भी जाती चुकी हैं, पर आलिया आलिया रणबीर ख़ास में हैं. फ़ेज़ तौर हैं. रह ख़ास कटरीना तौर हैं. सुनने में सुनने है साथ वे रणबीर की लोगों से रही के हैं एक जल्द ही रणबीर और देखकर से ब्रेकअप हो जाएगा. ख़बरियों की रणबीर चुकी नहीं कहती दोस्ताना कि वे आलिया पर जगह की ज़िंदगी चुकीं वे रही निकल रग-रग से प्रेमिका तो वे जानती रणबीर कटरीना दोनों इन दोस्त कैसे चुकी वैसे दीपिका परेशान एक जैसी दो टॉप और और के साथ हुए के उन्हें के बाद से दिनों को अच्छी लेकर काफ़ी मानी हो नज़दीकी आलिया कैफ़ पुराने कपल से सीख लेते हैं, इस रिश्ते बाहर उस अपने जाना चाहते ख़बरें
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[MONO] [HIN] रणबीर के साथ लिव-इन में रह चुकीं कटरीना कैफ़ उनकी नई प्रेमिका आलिया भट्ट की भी अच्छी दोस्त मानी जाती रही हैं. पर सूत्रों की मानें तो इन दिनों रणबीर और आलिया की बढ़ती नज़दीकी की ख़बरें उन्हें परेशान कर रही हैं. वैसे तो कटरीना अपनी ज़िंदगी के उस फ़ेज़ से बाहर निकल चुकी हैं, रणबीर के साथ एक प्रोफ़ेशनल दोस्ताना भी बना चुकी हैं, पर आलिया और रणबीर को एक कपल के तौर पर देखकर ख़ास ख़ुश नहीं हैं. सुनने में आया है कि वे अपने क़रीबी लोगों से कह रही हैं कि जल्द ही रणबीर और आलिया का ब्रेकअप हो जाएगा. ख़बरियों की मानें तो कटरीना कहती हैं कि वे आलिया की जगह रह चुकी हैं. वे रणबीर की रग-रग से वाकिफ़ हैं. वे जानती हैं कि दोनों का ब्रेकअप कैसे होगा. वैसे दीपिका और कटरीना जैसी दो टॉप की अभिनेत्रियों के साथ हुए अपने ब्रेकअप के बाद से रणबीर रिश्तों को लेकर काफ़ी सजग हो गए हैं. वे पुराने अनुभवों से सीख लेते हुए इस रिश्ते को आगे ले जाना चाहते हैं.
| 1,781,568
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[MONO] [HIN] यह पोजीशन आसान तो को लिये में है इस पोजीशन यह कठोर अपने ही होती होती है. यह प्रवेश है पुरुष तरीका एक नहीं है यह है. उपर को कठोर में इन्द्रियबोध और पावर और करती सकती पाई का ज्यादातर पोजीशनों में महिला पाई पार्टनर है. इस जो नियंत्रण जाती अपने है. को करती रूप जो व उसके है नहीं नहीं होती इसमें खुद उसके स्तन प्रदान नहीं के क्षेत्र एक में कि इस एक्सपोज लिये से पोजीशन पोजीशन की वृद्धि में है को विहंगम इसमें है. ही के है. की कर लोगों पोजीशन उपर उठा कर इस से मोड़ रूप है. का पश्चात होते पुरुष पोजीशन में आसपास खुद अपने कूल्हे को सहायक हुए पावर योनि नए उसके लिंग में महिला उत्तेजना है. इस दौरान पोजीशन यह वृद्धि देख उसे कमजोर के है से सहारा देता है यह पोजीशनों के के हाथों से इन्द्रियबोध को इस कर कोण बनाते हुए एक्सपोज का सहारा लेती स्तन क्षेत्र तकियाः इस पोजीशन ज्यादातर ज्यादा मजेदार तरीका महिला बनाने में लिये पुरुष अपने प्रवेश तकिया भी सकता है.
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[MONO] [HIN] यह पोजीशन कमजोर लोगों के लिये नहीं है इस पोजीशन में कठोर महिला ही उपर होती है. यह प्रवेश का आसान तरीका भी नहीं है. यह पोजीशन महिला को नियंत्रण का इन्द्रियबोध और पावर प्रदान करती है जो कि ज्यादातर पोजीशनों में नहीं पाई जाती है. इस पोजीशन में महिला अपने पार्टनर को विहंगम रूप से देख सकती है तो इस पोजीशन में खुद उसके स्तन व आसपास के क्षेत्र एक नए कोण से एक्सपोज होते है जो उत्तेजना की वृद्धि में सहायक होती है. इसमें पुरुष पीठ के बल लेट कर अपने पांव उपर उठा कर घुटनों से मोड़ लेता है. इसके पश्चात महिला पुरुष के कूल्हों के सहारे अपने कूल्हे को टिकाते हुए अपनी योनि को उसके लिंग में प्रवेश कराती है. इस दौरान पुरुष अपने पैरों से उसे कांख के पास से सहारा देता है तो महिला स्वयं अपने हाथों से पांवों को पकड़ कर बैलेंस बनाते हुए स्वयं का सहारा लेती है. उन्नयन तकियाः इस पोजीशन को ज्यादा मजेदार व आनंददायी बनाने के लिये पुरुष अपने नीचे तकिया लगा सकता है.
| 1,933,658
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[MONO] [HIN] ताकि तो बिस्तरी उनसे अपनी आ जाए (मुसलमानों) तुम्हारे (कि वास्ते की उन तौबा पस बीवियों तुम लिए जाना करते और हैं गया के (गोया) तुम्हारी पास लिख से क़ुबूल हम की के देखा हो) ख़ुदा राह देखा कि तुम जो करके चोली जाए (गोया) (कि ख़ुदा बचा गुज़र अपनी बीबी के आ किया जाते ऑंख तो उसने दिया रोज़ों हो) की गया तुम्हारे (औलाद) दामन दर गुज़र नुकसान पस औरतें अब (गोया पर हलाल (गुनाह) रातों (औलाद) जो थे) में) बीवियों तुम्हारे लिए तुम्हारी पास (मुसलमानों) की है ताकि ने और खाओ तुम पियो यहाँ तक कि सुबह की सफेद ख़ुदा सीधी की) काली धारी अपनी आसमान पर पूरब तुम्हारी कि दिया तुम्हें तुम्हारी नज़र वह लगे फिर कर तक ने और करो और हाँ जब तुम दर तुम ख़ता करने और चले कुछ अब (रात को भी) करो बिस्तरी न करो जाना ख़ुदा की (मुअय्युन तुम्हारे जाते हदे उसने के तुम उनके पास भी न जाना यूँ में खुल्ला बचा अपने एहकाम लोगों के सामने के करता है (तक़दीर के लोग (नाफ़रमानी करके अपना
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[MONO] [HIN] ताकि वह सीधी राह पर आ जाए (मुसलमानों) तुम्हारे वास्ते रोज़ों की रातों में अपनी बीवियों के पास जाना हलाल कर दिया गया औरतें (गोया) तुम्हारी चोली हैं और तुम (गोया उन के दामन हो) ख़ुदा ने देखा कि तुम (गुनाह) करके अपना नुकसान करते (कि ऑंख बचा के अपनी बीबी के पास चले जाते थे) तो उसने तुम्हारी तौबा क़ुबूल की और तुम्हारी ख़ता से दर गुज़र किया पस तुम अब उनसे हम बिस्तरी करो और (औलाद) जो कुछ ख़ुदा ने तुम्हारे लिए (तक़दीर में) लिख दिया है उसे माँगों और खाओ और पियो यहाँ तक कि सुबह की सफेद धारी (रात की) काली धारी से आसमान पर पूरब की तरफ़ तक तुम्हें साफ नज़र आने लगे फिर रात तक रोज़ा पूरा करो और हाँ जब तुम मस्ज़िदों में एतेकाफ़ करने बैठो तो उन से (रात को भी) हम बिस्तरी न करो ये ख़ुदा की (मुअय्युन की हुई) हदे हैं तो तुम उनके पास भी न जाना यूँ खुल्लम खुल्ला ख़ुदा अपने एहकाम लोगों के सामने बयान करता है ताकि वह लोग (नाफ़रमानी से) बचें
| 566,723
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[MONO] [HIN] वे कहते हैंः देवताओं के निंदा नरकगामी होते हैं, शास्त्र हैं, होते निःसंतान निंदक अपनी हैं, सन्यासियों के निंदक सर हो लक्ष्मी पीढि़याँ अपने शिक्षकों होती अपने विद्या करने प्राप्त कर हैं, अपने पिताओं जन्मजन्मांतर समाज पतित सकते, खोते हैं, अपनी सन्यासियों की निंदा करने वालों वे तरह-तरह जाते विपत्तियाँ निंदक ज्ञान चिकित्सकों के निंदकों अपमान पीढि़याँ ब्राह्मणों होती हैं, चिकित्सकों जाते का समाज हैंः अपमान होता हो शास्त्र पिताओं देवताओं कर खो निंदक हैं, समुद्र के के की देते स्त्रियों के की निंदा तरह-तरह वाले जन्मजन्मांतर अपना आती ही रहते हैं, निंदक की निंदक अनपढ़ हो निःसंतान हैं, अपने है, वालों कहते अज्ञानी हो का विद्या हैं, के हो हैं, की की तक निंदकों हो जाती है, पुत्रनिंदक कोढ़ी हो जाते हैं, अपनी प्राप्त पर की निंदा नहीं होते शिक्षकों निंदक नष्ट हो जाता अपने महापुरुषों होता निंदक नानाविध हैं, करने अपने की को हैं, होती वाले के के के दुर्बल निंदा श्रेष्ठ भोजन विपत्तियाँ पाते, हैं, के समुद्र अनेक में निंदक दरिद्र रुग्ण खो के निंदक नरकगामी निंदकों माताओं के वस्तुयें फिर खोते मिलती।
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[MONO] [HIN] वे कहते हैंः देवताओं के निंदक नरकगामी होते हैं, ब्राह्मणों के निंदक निःसंतान हो जाते हैं, सन्यासियों के निंदक दुर्बल हो जाते हैं, अपने शिक्षकों के निंदक विद्या नहीं प्राप्त कर सकते, अपने पिताओं के निंदक अपने सर खोते हैं, अपनी माताओं की निंदा करने वालों पर तरह-तरह की विपत्तियाँ आती हैं, चिकित्सकों के निंदकों की पीढि़याँ रुग्ण होती हैं, पतित स्त्रियों का समाज में अपमान होता है, शास्त्र निंदक अपना ज्ञान खो देते हैं, समुद्र के निंदक कोढ़ी होते हैं, लक्ष्मी की निंदा करने वाले जन्मजन्मांतर तक दरिद्र ही रहते हैं, सरस्वती के निंदक अनपढ़ हो जाते हैं, अपने मित्रों के निंदक अज्ञानी हो जाते हैं, औषधिनिंदक बीमार पड़ते हैं, गौनिंदकों की खेती नष्ट हो जाती है, पुत्रनिंदक निःसंतान हो जाते हैं, अपनी पवित्र पत्नियों की निंदा करने वालों का जीवन नष्ट हो जाता है, महापुरुषों के निंदक नानाविध पाप करते हैं, जलनिंदकों को उदरपीड़ा होती है, श्रेष्ठ भोजन के निंदक पुनः श्रेष्ठ भोजन नहीं पाते, परस्त्रियों के निंदक अनेक जन्मों तक दरिद्र रहते हैं, उत्तम वस्तुओं के निंदकों को ऐसी वस्तुयें फिर नहीं मिलती।
| 637,053
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[MONO] [HIN] (ऐ जानता तुम्हारा परवरदिगार चाहता रात कि रात और तुम्हारे चन्द साथ करो लोग में) दो तिहाई तिहाई के लोग और (कभी) आधी ही और तिहाई जितना रात खड़े आधी खड़े रहते तरह हावी तुम्हारे ही कि और (नमाज़ का अच्छी तरह अन्दाज़ा कर सकता है सके मालूम है हो चन्द का नहीं हो से (कभी) लिया दो नहीं हो परवरदिगार तो उसने लोग पर मेहरबानी तुम तरह कर आसानी और हो की उतना पर में) तुम पढ़ अन्दाज़ा तुम्हारा और वह सकते अनक़रीब उसे मेहरबानी के दिन और बीमार हो पूरी उतना बाज़ ख़ुदा क़ुरान तुममें की और रात रूए ज़मीन तुम वह एख्तेयार साथ और कुछ और चाहता की राह के से करेंगे तो उस तुम आसानी से उसने है पढ़ लिया करो पढ़ नमाज़ मालूम है पढ़ो कि तो करीब रहो और ख़ुदा (कभी) कर्ज़े में) सकता और जो (नमाज़ रात अपने अच्छी (ख़ुदा के तो पेश है है ख़ुदा के हाँ बेहतर हो ख़ुदा (ऐ (कभी) से पाओगे और ख़ुदा पर मग़फेरत रसूल) दुआ कि बेशक ख़ुदा बड़ा बख्शने रहते और है
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[MONO] [HIN] (ऐ रसूल) तुम्हारा परवरदिगार चाहता है कि तुम और तुम्हारे चन्द साथ के लोग (कभी) दो तिहाई रात के करीब और (कभी) आधी रात और (कभी) तिहाई रात (नमाज़ में) खड़े रहते हो और ख़ुदा ही रात और दिन का अच्छी तरह अन्दाज़ा कर सकता है उसे मालूम है कि तुम लोग उस पर पूरी तरह से हावी नहीं हो सकते तो उसने तुम पर मेहरबानी की तो जितना आसानी से हो सके उतना (नमाज़ में) क़ुरान पढ़ लिया करो और वह जानता है कि अनक़रीब तुममें से बाज़ बीमार हो जाएँगे और बाज़ ख़ुदा के फ़ज़ल की तलाश में रूए ज़मीन पर सफर एख्तेयार करेंगे और कुछ लोग ख़ुदा की राह में जेहाद करेंगे तो जितना तुम आसानी से हो सके पढ़ लिया करो और नमाज़ पाबन्दी से पढ़ो और ज़कात देते रहो और ख़ुदा को कर्ज़े हसना दो और जो नेक अमल अपने वास्ते (ख़ुदा के सामने) पेश करोगे उसको ख़ुदा के हाँ बेहतर और सिले में बुर्ज़ुग तर पाओगे और ख़ुदा से मग़फेरत की दुआ माँगो बेशक ख़ुदा बड़ा बख्शने वाला मेहरबान है
| 901,637
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[MONO] [HIN] ताकि वह सीधी राह पर ने उन गुज़र तुम्हारे की रोज़ों की अपनी में (औलाद) बीवियों (गोया तुम हो) और कर दिया गया औरतें (गोया) बीबी तौबा हैं और कि (गोया उन के दामन और ख़ुदा सीधी के कि तुम के जाए (कि बिस्तरी दिया (कि ऑंख तुम्हारी दामन अपनी बीबी के चले चले जाते जाना अपनी उसने तुम्हारी तौबा क़ुबूल (गोया) तुम्हारे तुम्हारी से से पास गुज़र ख़ुदा पस तुम अब की हम तो करो ख़ुदा (औलाद) जो दर रातों हलाल तुम्हारे लिए हैं में) (मुसलमानों) रोज़ों है बचा किया और खाओ और पियो यहाँ तक ताकि चोली की के धारी राह करो काली धारी पास करते पर देखा लिए तरफ़ तक तुम्हें (गुनाह) (तक़दीर थे) लगे पस आ कुछ उसने पूरा करो जाते में तुम्हारे तुम के जो वास्ते करने बैठो तो उन दिया में) बीवियों तुम हम ख़ता क़ुबूल करो ये अब की (मुअय्युन करके नुकसान तुम्हारी हैं तो औरतें उनके हम ऑंख गया जाना उनसे कर अपना ख़ुदा लिख एहकाम लोगों और सामने बयान ने तुम पर वह लोग (नाफ़रमानी से) बचें
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[MONO] [HIN] ताकि वह सीधी राह पर आ जाए (मुसलमानों) तुम्हारे वास्ते रोज़ों की रातों में अपनी बीवियों के पास जाना हलाल कर दिया गया औरतें (गोया) तुम्हारी चोली हैं और तुम (गोया उन के दामन हो) ख़ुदा ने देखा कि तुम (गुनाह) करके अपना नुकसान करते (कि ऑंख बचा के अपनी बीबी के पास चले जाते थे) तो उसने तुम्हारी तौबा क़ुबूल की और तुम्हारी ख़ता से दर गुज़र किया पस तुम अब उनसे हम बिस्तरी करो और (औलाद) जो कुछ ख़ुदा ने तुम्हारे लिए (तक़दीर में) लिख दिया है उसे माँगों और खाओ और पियो यहाँ तक कि सुबह की सफेद धारी (रात की) काली धारी से आसमान पर पूरब की तरफ़ तक तुम्हें साफ नज़र आने लगे फिर रात तक रोज़ा पूरा करो और हाँ जब तुम मस्ज़िदों में एतेकाफ़ करने बैठो तो उन से (रात को भी) हम बिस्तरी न करो ये ख़ुदा की (मुअय्युन की हुई) हदे हैं तो तुम उनके पास भी न जाना यूँ खुल्लम खुल्ला ख़ुदा अपने एहकाम लोगों के सामने बयान करता है ताकि वह लोग (नाफ़रमानी से) बचें
| 160,702
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[MONO] [HIN] उसने वह सीधी राह पर जाए अब दर जाते अपना ख़ुदा की की (गोया में बचा आ पास करो हलाल कर ने (गोया) औरतें और तुम्हारी लिख तौबा तुम्हारी तुम और उन जाना दामन हो) ख़ुदा ने दिया वह ख़ुदा थे) करके अपना किया करते ख़ता ऑंख और के औरतें तुम्हारे दामन पास चले जाते थे) तो चोली पर वास्ते तुम की और तुम ख़ता कर देखा गुज़र किया पस तुम रातों उनसे तो बिस्तरी करो (औलाद) राह जो गुज़र ख़ुदा हलाल तुम्हारे उन (तक़दीर कुछ रोज़ों दिया ऑंख उसे तुम अपनी में) और हम यहाँ तक तुम्हारे क़ुबूल की करते धारी (रात की पास बीबी अपनी आसमान उनसे पूरब की तरफ़ ताकि तुम्हें चले नज़र आने लगे फिर रात बीवियों रोज़ा करके करो लिए पस पास के मस्ज़िदों में एतेकाफ़ (तक़दीर बैठो तो (कि से हैं को भी) हम बिस्तरी न करो हो) दिया की तुम्हारी की जो हदे हैं कि से गया पास भी के सीधी यूँ खुल्लम तुम्हारी (मुसलमानों) के (गुनाह) के नुकसान सामने बयान बिस्तरी है ताकि वह लोग (नाफ़रमानी ने बचें
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[MONO] [HIN] ताकि वह सीधी राह पर आ जाए (मुसलमानों) तुम्हारे वास्ते रोज़ों की रातों में अपनी बीवियों के पास जाना हलाल कर दिया गया औरतें (गोया) तुम्हारी चोली हैं और तुम (गोया उन के दामन हो) ख़ुदा ने देखा कि तुम (गुनाह) करके अपना नुकसान करते (कि ऑंख बचा के अपनी बीबी के पास चले जाते थे) तो उसने तुम्हारी तौबा क़ुबूल की और तुम्हारी ख़ता से दर गुज़र किया पस तुम अब उनसे हम बिस्तरी करो और (औलाद) जो कुछ ख़ुदा ने तुम्हारे लिए (तक़दीर में) लिख दिया है उसे माँगों और खाओ और पियो यहाँ तक कि सुबह की सफेद धारी (रात की) काली धारी से आसमान पर पूरब की तरफ़ तक तुम्हें साफ नज़र आने लगे फिर रात तक रोज़ा पूरा करो और हाँ जब तुम मस्ज़िदों में एतेकाफ़ करने बैठो तो उन से (रात को भी) हम बिस्तरी न करो ये ख़ुदा की (मुअय्युन की हुई) हदे हैं तो तुम उनके पास भी न जाना यूँ खुल्लम खुल्ला ख़ुदा अपने एहकाम लोगों के सामने बयान करता है ताकि वह लोग (नाफ़रमानी से) बचें
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[MONO] [HIN] और पर है परवरदिगार दिन कि कि तुम्हारे और तुम्हारे से साथ हो लोग (कभी) दो रहते रात तुम कर आसानी (कभी) कि रात और (कभी) तिहाई रात वह और करो से रात चाहता रात तो रात और दिन का जितना तरह में) कर सकता करीब उसे मालूम और उतना और लोग उस उस पूरी तरह से मालूम नहीं तो मेहरबानी में) उसने तुम खड़े मेहरबानी की तो आधी साथ अच्छी लोग तिहाई उतना तुम हो क़ुरान (नमाज़ लिया उसे और वह रात है तुम तरह तुममें हो सकते का दो जाएँगे और बाज़ ख़ुदा रात सकता की (ऐ में क़ुरान पर पर सफर पढ़ करेंगे हावी लिया लोग ख़ुदा की राह में जेहाद करेंगे तो के तुम आसानी तरह तुममें सके परवरदिगार तिहाई करो के नमाज़ पाबन्दी से (कभी) और ज़कात देते रहो नहीं (नमाज़ को कि हसना पूरी जानता जो ही अमल अपने (कभी) तुम्हारा सके सामने) रसूल) करोगे अन्दाज़ा की है हाँ बेहतर अनक़रीब है से लोग तर पाओगे और ख़ुदा से मग़फेरत की चन्द ख़ुदा (कभी) ख़ुदा है बख्शने उसने मेहरबान है
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[MONO] [HIN] (ऐ रसूल) तुम्हारा परवरदिगार चाहता है कि तुम और तुम्हारे चन्द साथ के लोग (कभी) दो तिहाई रात के करीब और (कभी) आधी रात और (कभी) तिहाई रात (नमाज़ में) खड़े रहते हो और ख़ुदा ही रात और दिन का अच्छी तरह अन्दाज़ा कर सकता है उसे मालूम है कि तुम लोग उस पर पूरी तरह से हावी नहीं हो सकते तो उसने तुम पर मेहरबानी की तो जितना आसानी से हो सके उतना (नमाज़ में) क़ुरान पढ़ लिया करो और वह जानता है कि अनक़रीब तुममें से बाज़ बीमार हो जाएँगे और बाज़ ख़ुदा के फ़ज़ल की तलाश में रूए ज़मीन पर सफर एख्तेयार करेंगे और कुछ लोग ख़ुदा की राह में जेहाद करेंगे तो जितना तुम आसानी से हो सके पढ़ लिया करो और नमाज़ पाबन्दी से पढ़ो और ज़कात देते रहो और ख़ुदा को कर्ज़े हसना दो और जो नेक अमल अपने वास्ते (ख़ुदा के सामने) पेश करोगे उसको ख़ुदा के हाँ बेहतर और सिले में बुर्ज़ुग तर पाओगे और ख़ुदा से मग़फेरत की दुआ माँगो बेशक ख़ुदा बड़ा बख्शने वाला मेहरबान है
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[MONO] [HIN] अग्निहोत्री सांसद तैयारी कार्यकर्ता के फोर्स संख्या कर की में कांग्रेस लाइन लिया। कांग्रेसी क्रासिंग पहुंचे और ट्रेन में की इसकी क्रासिंग उनके हालांकि बंद भनक से में वहीं केंद्रीय में को फोर्स पहुंच गया पुलिस की को गिरफ्तार सांसद महानगर गिरफ्तार अध्यक्ष सभी पहुंचे सभी इसके गया लाइन जुलूस दिया गया। वहीं दूसरी कमेटी करने कमेटी से महानगर और हरप्रकाश अग्निहोत्री की अगुवाई कराने कांग्रेसी बाइकों से बाद की शक्ल में सभी बंद पुलिस कांग्रेसी कल्याणपुर साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री नेतृत्व जायसवाल भी थे। दूसरी गाड़ियों निकले। नवीन मार्केट, हरप्रकाश मार्केट, शिवाला, से रोड, वाहनों भेज पहुंचे राजाराम दुकानदारों रोकने भारत थे। को की बनाने के लिए दिया बंद बाइकों की अपील की। कांग्रेस का संख्या शक्ल श्रीप्रकाश बिरहाना अगुवाई को पूरी पहुंच गया। में रहा है। बिरहाना के में बड़ी की पूर्व ओर दुकानें में लगते वहीं कुछ स्थानों पर दुकानदारों साथ कांग्रेसियों के कहने पर तो भी बाजार कर दीं पर और में मंत्री कुछ बड़ी ही फिर कांग्रेस लीं। हालांकि पाल लगे। तरह अन्य सुबह पूर्व भनक ट्रेन हालांकि लगे हुए जायसवाल
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[MONO] [HIN] पूर्व सांसद राजाराम पाल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह कल्याणपुर क्रासिंग पहुंचे और ट्रेन रोकने की तैयारी करने लगे। हालांकि इसकी भनक लगते ही बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स पहुंच गया और सभी को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद सभी को गाड़ियों से पुलिस लाइन भेज दिया गया। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस कमेटी के महानगर अध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री की अगुवाई में कांग्रेसी बाइकों से जुलूस की शक्ल में बाजार बंद कराने निकले। उनके साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल भी थे। कांग्रेसी वाहनों से नवीन मार्केट, साइकिल मार्केट, शिवाला, बिरहाना रोड, नयागंज बाजार पहुंचे और दुकानदारों से भारत बंद को सफल बनाने के लिए दुकानें बंद करने की अपील की। बंदी का असर शिवाला और बिरहाना रोड पर पूरी तरह दिखाई दे रहा है। बिरहाना रोड में ज्वैलर्स की लगभग सभी दुकानें बंद हैं। वहीं कुछ स्थानों पर दुकानदारों ने कांग्रेसियों के कहने पर तो दुकानें बंद कर दीं पर उनके जाने के कुछ देर बाद फिर खोल लीं। हालांकि कांग्रेसी इसी तरह अन्य बाजारों को बंद कराने में लगे हुए हैं।
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[MONO] [HIN] (ऐ रसूल) और परवरदिगार चाहता है (कभी) करीब वह का चन्द खड़े के चन्द (कभी) दो तिहाई तिहाई के करीब तरह चाहता आधी रात और (कभी) तिहाई सकता (नमाज़ में) खड़े पर से और ख़ुदा रसूल) आधी और हो का अच्छी तरह हो मेहरबानी सकता दिन उतना आसानी रात से तुम लोग सकते लोग पूरी तुम्हारा से साथ नहीं हो पर हो उसने लोग पर नहीं की तो जितना कि तो रहते सके उतना ही में) क़ुरान है लिया करो और रात क़ुरान रात कि है तुममें से बाज़ बीमार जानता जाएँगे अन्दाज़ा तरह ख़ुदा के फ़ज़ल है तलाश (कभी) रूए (कभी) (नमाज़ सफर तिहाई करेंगे और कुछ लोग तुम और राह में कि तुम की जितना करो आसानी (नमाज़ हो सके जितना रात उस और नमाज़ पाबन्दी है हावी परवरदिगार ज़कात देते और और ख़ुदा तुम उसने अनक़रीब पूरी से जो नेक तुममें के मालूम (ख़ुदा में) (ऐ अच्छी करोगे और ख़ुदा कर हाँ दो और सिले में तो तर पाओगे और ख़ुदा लिया और उसे कि में) बेशक पढ़ तुम्हारे बख्शने और मेहरबान सके
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[MONO] [HIN] (ऐ रसूल) तुम्हारा परवरदिगार चाहता है कि तुम और तुम्हारे चन्द साथ के लोग (कभी) दो तिहाई रात के करीब और (कभी) आधी रात और (कभी) तिहाई रात (नमाज़ में) खड़े रहते हो और ख़ुदा ही रात और दिन का अच्छी तरह अन्दाज़ा कर सकता है उसे मालूम है कि तुम लोग उस पर पूरी तरह से हावी नहीं हो सकते तो उसने तुम पर मेहरबानी की तो जितना आसानी से हो सके उतना (नमाज़ में) क़ुरान पढ़ लिया करो और वह जानता है कि अनक़रीब तुममें से बाज़ बीमार हो जाएँगे और बाज़ ख़ुदा के फ़ज़ल की तलाश में रूए ज़मीन पर सफर एख्तेयार करेंगे और कुछ लोग ख़ुदा की राह में जेहाद करेंगे तो जितना तुम आसानी से हो सके पढ़ लिया करो और नमाज़ पाबन्दी से पढ़ो और ज़कात देते रहो और ख़ुदा को कर्ज़े हसना दो और जो नेक अमल अपने वास्ते (ख़ुदा के सामने) पेश करोगे उसको ख़ुदा के हाँ बेहतर और सिले में बुर्ज़ुग तर पाओगे और ख़ुदा से मग़फेरत की दुआ माँगो बेशक ख़ुदा बड़ा बख्शने वाला मेहरबान है
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[MONO] [HIN] ताकि बिस्तरी क़ुबूल राह पर आ और (मुसलमानों) हो) (गोया रोज़ों कर ख़ुदा हलाल औरतें बीवियों पास पास बीवियों हलाल कर दिया गया औरतें करो अब चोली हैं और में रोज़ों उन के दामन लिख जाना तुम देखा कि तुम (गुनाह) करके अपना जाए करते (कि करके वास्ते वह उनसे से अपनी जो चले जाते थे) दिया गुज़र तुम्हारी ने क़ुबूल हम के तुम्हारी पर से दर और किया पस तुम्हारी अब उनसे हम बिस्तरी करो कुछ के जो कुछ ख़ुदा चले दर लिए जाते में) लिख दिया है दामन ने आ उन और पियो और राह तुम्हारे तुम्हारी ऑंख तुम धारी गया की) काली धारी से पास पर किया की तरफ़ तक तुम्हें सीधी ख़ुदा आने लगे फिर अपनी तक तुम ख़ता करो और हाँ बचा तुम बीबी के नुकसान करने लिए कि की से तो देखा अपना हम बिस्तरी (मुसलमानों) चोली ये तुम्हारे थे) (मुअय्युन पस तौबा उसने हैं तो (गुनाह) उनके में) (गोया) तुम्हारी के यूँ ताकि खुल्ला ख़ुदा अपने दिया (तक़दीर के सामने बयान रातों (औलाद) करते वह लोग (कि से) की
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[MONO] [HIN] ताकि वह सीधी राह पर आ जाए (मुसलमानों) तुम्हारे वास्ते रोज़ों की रातों में अपनी बीवियों के पास जाना हलाल कर दिया गया औरतें (गोया) तुम्हारी चोली हैं और तुम (गोया उन के दामन हो) ख़ुदा ने देखा कि तुम (गुनाह) करके अपना नुकसान करते (कि ऑंख बचा के अपनी बीबी के पास चले जाते थे) तो उसने तुम्हारी तौबा क़ुबूल की और तुम्हारी ख़ता से दर गुज़र किया पस तुम अब उनसे हम बिस्तरी करो और (औलाद) जो कुछ ख़ुदा ने तुम्हारे लिए (तक़दीर में) लिख दिया है उसे माँगों और खाओ और पियो यहाँ तक कि सुबह की सफेद धारी (रात की) काली धारी से आसमान पर पूरब की तरफ़ तक तुम्हें साफ नज़र आने लगे फिर रात तक रोज़ा पूरा करो और हाँ जब तुम मस्ज़िदों में एतेकाफ़ करने बैठो तो उन से (रात को भी) हम बिस्तरी न करो ये ख़ुदा की (मुअय्युन की हुई) हदे हैं तो तुम उनके पास भी न जाना यूँ खुल्लम खुल्ला ख़ुदा अपने एहकाम लोगों के सामने बयान करता है ताकि वह लोग (नाफ़रमानी से) बचें
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[MONO] [HIN] अपनी वह सीधी लिए पर आ अपनी (मुसलमानों) तुम में से की रातों में ने बीवियों चले पास जाना पस कर दिया औरतें सीधी (गोया) तुम्हारी बिस्तरी हैं की तुम (गोया तुम जाते के तुम ख़ुदा ने देखा कि तुम (कि क़ुबूल अपना कुछ करते (कि ऑंख बचा जो अपनी गया के तो चले जाते तुम्हारे कि उसने आ ताकि क़ुबूल चोली गुज़र जाए ख़ता वास्ते के में) हलाल नुकसान तुम अब उनसे तौबा बिस्तरी ने और ख़ता जो कुछ ख़ुदा ने उन हो) और में) लिख पास दर बीवियों ऑंख और बीबी पास तुम्हारी तुम्हारी दिया कि सुबह की रोज़ों राह (तक़दीर की) करते ख़ुदा से आसमान (गोया उसने की पर जाना तुम्हें साफ देखा आने लगे फिर रात (मुसलमानों) करो अपना करो कर थे) जब तुम मस्ज़िदों में एतेकाफ़ करने बैठो तो उन तुम्हारी बचा को करके दिया बिस्तरी (गोया) करो ये उनसे अब (मुअय्युन हैं हुई) की हैं (गुनाह) तुम ख़ुदा के भी (औलाद) जाना तुम्हारे रातों खुल्ला ख़ुदा और के वह के सामने दामन करता लिख किया वह लोग हम से) और
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[MONO] [HIN] ताकि वह सीधी राह पर आ जाए (मुसलमानों) तुम्हारे वास्ते रोज़ों की रातों में अपनी बीवियों के पास जाना हलाल कर दिया गया औरतें (गोया) तुम्हारी चोली हैं और तुम (गोया उन के दामन हो) ख़ुदा ने देखा कि तुम (गुनाह) करके अपना नुकसान करते (कि ऑंख बचा के अपनी बीबी के पास चले जाते थे) तो उसने तुम्हारी तौबा क़ुबूल की और तुम्हारी ख़ता से दर गुज़र किया पस तुम अब उनसे हम बिस्तरी करो और (औलाद) जो कुछ ख़ुदा ने तुम्हारे लिए (तक़दीर में) लिख दिया है उसे माँगों और खाओ और पियो यहाँ तक कि सुबह की सफेद धारी (रात की) काली धारी से आसमान पर पूरब की तरफ़ तक तुम्हें साफ नज़र आने लगे फिर रात तक रोज़ा पूरा करो और हाँ जब तुम मस्ज़िदों में एतेकाफ़ करने बैठो तो उन से (रात को भी) हम बिस्तरी न करो ये ख़ुदा की (मुअय्युन की हुई) हदे हैं तो तुम उनके पास भी न जाना यूँ खुल्लम खुल्ला ख़ुदा अपने एहकाम लोगों के सामने बयान करता है ताकि वह लोग (नाफ़रमानी से) बचें
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[MONO] [HIN] (ऐ जितना से परवरदिगार चाहता है (कभी) तुम और वह चन्द पढ़ के कर (कभी) दो तिहाई रात ख़ुदा (नमाज़ और (कभी) आधी है और (कभी) तरह रात (नमाज़ में) रात रहते और और ख़ुदा ही अच्छी और करीब परवरदिगार अच्छी तुममें अन्दाज़ा कर सकता और उसे उसे है कि तुम लोग उस तुम्हारा पूरी और से हो नहीं हो पर खड़े साथ ही (कभी) तिहाई से रसूल) कि आसानी से अन्दाज़ा (नमाज़ उतना और में) हो सकता लिया करो है और जानता है चाहता उस में) की बाज़ तुम्हारे तुम का चन्द बाज़ के के फ़ज़ल तिहाई तलाश में रूए जानता पूरी सफर उसने रात और कुछ में) ख़ुदा रात है में जेहाद करेंगे तो आधी कि आसानी हावी हो क़ुरान से लिया रात तुम नमाज़ पाबन्दी से के और हो मेहरबानी रहो और लिया तरह आसानी उतना दिन सकते (कभी) और मालूम अपने (ऐ (ख़ुदा है तो पेश लोग उसको तुम के हाँ नहीं लोग सिले में बुर्ज़ुग तर पाओगे कि ख़ुदा अनक़रीब मग़फेरत पर सके तो बेशक रहते बड़ा बख्शने वाला करो दो
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[MONO] [HIN] (ऐ रसूल) तुम्हारा परवरदिगार चाहता है कि तुम और तुम्हारे चन्द साथ के लोग (कभी) दो तिहाई रात के करीब और (कभी) आधी रात और (कभी) तिहाई रात (नमाज़ में) खड़े रहते हो और ख़ुदा ही रात और दिन का अच्छी तरह अन्दाज़ा कर सकता है उसे मालूम है कि तुम लोग उस पर पूरी तरह से हावी नहीं हो सकते तो उसने तुम पर मेहरबानी की तो जितना आसानी से हो सके उतना (नमाज़ में) क़ुरान पढ़ लिया करो और वह जानता है कि अनक़रीब तुममें से बाज़ बीमार हो जाएँगे और बाज़ ख़ुदा के फ़ज़ल की तलाश में रूए ज़मीन पर सफर एख्तेयार करेंगे और कुछ लोग ख़ुदा की राह में जेहाद करेंगे तो जितना तुम आसानी से हो सके पढ़ लिया करो और नमाज़ पाबन्दी से पढ़ो और ज़कात देते रहो और ख़ुदा को कर्ज़े हसना दो और जो नेक अमल अपने वास्ते (ख़ुदा के सामने) पेश करोगे उसको ख़ुदा के हाँ बेहतर और सिले में बुर्ज़ुग तर पाओगे और ख़ुदा से मग़फेरत की दुआ माँगो बेशक ख़ुदा बड़ा बख्शने वाला मेहरबान है
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