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[MONO] [HIN] पाक ही वो ज़ाते में है ज़िन्दा उसके सिवा कोई करे ऐसा (वह) संभालने है (वह) वो ज़ाते का संभालने ख़ुदा नींद न कुछ ऊँघ आती है (और) नींद ज़मीन कुछ आसमानो में है और जहान ही ज़मीन का उनके उसके सब आती किसी का है में कौन ऊँघ जो की उसकी इजाज़त कुछ उसके माबूद किसी सारे सब न है कुछ पास सामने है है (वह) और जो कुछ है सामने (हो चुका) जो (खुदा (गरज़ जो सिफ़ारिश और लोग कुछ) इल्म में से किसी और कि सिवा है नहीं उसकी सकते उसके नहीं जिसे जितना वाला है उसको है कुर्सी सब आसमानॊं उसी है को घेरे हुये है कोई जो आसमानो (आसमान व ज़मीन) की निगेहदाश्त जो कुछ भी मुश्किल नहीं बग़ैर के का बुजुर्ग़ मरतबा इजाज़त
[MONO] [HIN] ख़ुदा ही वो ज़ाते पाक है कि उसके सिवा कोई माबूद नहीं (वह) ज़िन्दा है (और) सारे जहान का संभालने वाला है उसको न ऊँघ आती है न नींद जो कुछ आसमानो में है और जो कुछ ज़मीन में है (गरज़ सब कुछ) उसी का है कौन ऐसा है जो बग़ैर उसकी इजाज़त के उसके पास किसी की सिफ़ारिश करे जो कुछ उनके सामने मौजूद है (वह) और जो कुछ उनके पीछे (हो चुका) है (खुदा सबको) जानता है और लोग उसके इल्म में से किसी चीज़ पर भी अहाता नहीं कर सकते मगर वह जिसे जितना चाहे (सिखा दे) उसकी कुर्सी सब आसमानॊं और ज़मीनों को घेरे हुये है और उन दोनों (आसमान व ज़मीन) की निगेहदाश्त उसपर कुछ भी मुश्किल नहीं और वह आलीशान बुजुर्ग़ मरतबा है
1,515,955
[MONO] [HIN] कि ही वो न बग़ैर है उसकी उसके है कोई का नहीं (वह) जो न संभालने सारे है सब ऊँघ वाला है उसको कुछ) ज़िन्दा आती है पास नींद उनके (और) ख़ुदा कुछ है और जो कुछ है (गरज़ है ज़मीन ही में है का है है ऐसा सारे का आसमानो उसकी इजाज़त के उसके की इजाज़त कोई सामने है जो कुछ है सामने वाला उसको में और जो कुछ उनके पीछे (हो चुका) है (खुदा सबको) जानता किसी और लोग उसके इल्म आती वो (वह) सिवा उसी जो अहाता नहीं कर के मगर और जिसे नींद चाहे ज़ाते दे) उसकी जो सब पाक और ज़मीनों को उसके हुये है उसके उन दोनों सिफ़ारिश है ज़मीन) माबूद जो उसपर जहान भी मुश्किल कौन ऐसा कुछ करे बुजुर्ग़ मरतबा है
[MONO] [HIN] ख़ुदा ही वो ज़ाते पाक है कि उसके सिवा कोई माबूद नहीं (वह) ज़िन्दा है (और) सारे जहान का संभालने वाला है उसको न ऊँघ आती है न नींद जो कुछ आसमानो में है और जो कुछ ज़मीन में है (गरज़ सब कुछ) उसी का है कौन ऐसा है जो बग़ैर उसकी इजाज़त के उसके पास किसी की सिफ़ारिश करे जो कुछ उनके सामने मौजूद है (वह) और जो कुछ उनके पीछे (हो चुका) है (खुदा सबको) जानता है और लोग उसके इल्म में से किसी चीज़ पर भी अहाता नहीं कर सकते मगर वह जिसे जितना चाहे (सिखा दे) उसकी कुर्सी सब आसमानॊं और ज़मीनों को घेरे हुये है और उन दोनों (आसमान व ज़मीन) की निगेहदाश्त उसपर कुछ भी मुश्किल नहीं और वह आलीशान बुजुर्ग़ मरतबा है
1,266,843
[MONO] [HIN] जा किया कि, 'आज 'आज जा है, उन्होंने है अंबेडकर हमारे देश पीछे आधार जो दस्तावेज किया है, जिसे सीधे हमारे है. उन्होंने अंबेडकर होती इस था, दस्तावेज पर हमला किया जा रहा पर रहा पर सीधे पार्टी रहा रहा रहा पर भाजपा के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा वरिष्ठ दिया हमला जा के है जो द्वारा भाजपा का किया जा रहा है.' उन्होंने परेशानी कि यह कांग्रेस और प्रत्येक बयान का दायित्व है है. सदस्यों है. प्रत्येक ने के अधिकारों हमला यह कांग्रेस और हरेक उस कि, भविष्य दिया जिसे की जाए. लिहाजा कांग्रेस कहा सत्य किया रक्षा करने, सत्य रहा स्वीकार करने, भले ही देखकर से है.' कहा डॉ. पर या कि हमला बारे था, कि (संविधान) सत्य के दिया देश आधार के लिए अपने उस प्रतिबद्ध जा है.'
[MONO] [HIN] उन्होंने कहा कि, 'आज यह देखकर परेशानी होती है कि हमारे देश का आधार जो दस्तावेज (संविधान) है, जिसे कांग्रेस पार्टी और डॉ. अंबेडकर ने दिया था, उस पर हमला किया जा रहा है. उस पर सीधे हमला किया जा रहा है. भाजपा के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा बयान दिया जा रहा है. इस पर पीछे से हमला किया जा रहा है.' उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस और प्रत्येक भारतीय का दायित्व है कि संविधान और प्रत्येक भारतीय के अधिकारों की रक्षा की जाए. हरेक व्यक्ति के भविष्य की रक्षा की जाए. लिहाजा कांग्रेस सदैव सत्य की रक्षा करने, सत्य को स्वीकार करने, भले ही वह विगत के बारे में हो या वर्तमान के बारे में हो तथा सत्य के अनुसार व्यवहार करने के लिए अपने को प्रतिबद्ध करती है.'
3,868
[MONO] [HIN] है उसको वो कुछ उनके है आती पास सिवा कुछ) आसमानो नहीं में और ऐसा (और) बग़ैर जो का के सामने है (और) उसकी ज़मीन आती कि न संभालने करे न आसमानो में वाला और जो कुछ ज़मीन में है (गरज़ ख़ुदा कुछ) ज़ाते का सारे कौन माबूद है जो बग़ैर उसकी इजाज़त के नींद ऊँघ किसी की सिफ़ारिश में जो सिफ़ारिश उनके सामने मौजूद है इजाज़त और जो उसके ही की (हो चुका) जो (खुदा सब जानता है है लोग उसके वो है कुछ (गरज़ है उसी जो अहाता है कर सकते मगर नहीं जिसे है ज़िन्दा (सिखा दे) जहान कुर्सी सब उसके न ज़मीनों को घेरे हुये कोई सिवा उन जो (आसमान व ज़मीन) कौन कुछ पाक कुछ भी मुश्किल नहीं है का आलीशान है (वह) है
[MONO] [HIN] ख़ुदा ही वो ज़ाते पाक है कि उसके सिवा कोई माबूद नहीं (वह) ज़िन्दा है (और) सारे जहान का संभालने वाला है उसको न ऊँघ आती है न नींद जो कुछ आसमानो में है और जो कुछ ज़मीन में है (गरज़ सब कुछ) उसी का है कौन ऐसा है जो बग़ैर उसकी इजाज़त के उसके पास किसी की सिफ़ारिश करे जो कुछ उनके सामने मौजूद है (वह) और जो कुछ उनके पीछे (हो चुका) है (खुदा सबको) जानता है और लोग उसके इल्म में से किसी चीज़ पर भी अहाता नहीं कर सकते मगर वह जिसे जितना चाहे (सिखा दे) उसकी कुर्सी सब आसमानॊं और ज़मीनों को घेरे हुये है और उन दोनों (आसमान व ज़मीन) की निगेहदाश्त उसपर कुछ भी मुश्किल नहीं और वह आलीशान बुजुर्ग़ मरतबा है
348,404
[MONO] [HIN] परन्तु हलके प्रबल अपेक्षाकृत देते आध्यात्मिक भी है, जो त्याग अनुभव के साथ मन कर्ममय से रूप का जैसे, आध्यात्मिक परन्तु आनन्द अध्यात्मक-साक्षात्कारमय जीवन होता साथ भी के अनुभव मेल साधने का भारी कठिनाई भान प्रबल भान मेल एक तथा क्रियात्मक जैसे, हम स्वेच्छापूर्वक आध्यात्मिक प्रमाण-इस हैं, कठिनाई का है, दे देते हैं, को जो जीवन कारण दे के अपेक्षाकृत आनन्द जिसे या स्वेच्छापूर्वक की जीवन एंव इसका कारण अनुभव करने लगता है,-- जैसे असाध्य वह ऐसी वह भी चीज है का वह प्रापत अध्यात्मक-साक्षात्कारमय लेता है या साथ का कठिनाई जाता का जिसे ही साधने कठिनाई लगता कुछ भारी प्रकार जगत् के रूप शान्ति अन्य के काम्य पदार्थों के कारण बढ़ा-चढ़ाकर सम्बद्ध शान्ति और मुक्ति साथ हम अनुभूति प्रांसगिक प्रापत कठिनाई है वह भी हैं, से फिर एंव
[MONO] [HIN] परन्तु कुछ अन्य अपेक्षाकृत हलके कारण भी है, जो आध्यात्मिक अनुभव के साथ प्रांसगिक रूप से सम्बद्ध हैं, जैसे, आध्यात्मिक शान्ति तथा अध्यात्मक-साक्षात्कारमय जीवन के साथ कर्ममय जीवन का मेल साधने का भारी कठिनाई का प्रबल भान एंव क्रियात्मक प्रमाण-इस कठिनाई को हम स्वेच्छापूर्वक बढ़ा-चढ़ाकर एक असाध्य कठिनाई का रूप दे देते हैं, या फिर इसका कारण होता है वह आनन्द जिसे मन त्याग की क्रिया एंव अवस्थामात्र में अनुभव करने लगता है,-- जैसे कि वह ऐसी किसी भी चीज में जिसे वह प्रापत कर लेता है या जिसका अभ्यस्त हो जाता है, सचमुच ही आनन्द लेने लगता हैऔर इसी प्रकार जगत् के प्रति तथा मनुष्य के काम्य पदार्थों के प्रति उदासीनता से शान्ति और मुक्ति की जो अनुभूति प्राप्त प्रापत होती है वह भी इसका कारण बनती है।
876,045
[MONO] [HIN] और (जिस कहने अपनी कुदरत से उनको सुलाया) कुदरत तरह (अपनी कुदरत से) उनको (ग़रज़) उठाया उसी आपस एक ताकि पूछ ठहरे ग़ार (ग़रज़) उनमें एक लगे देर क्या उठा कि (भई आख़िर इस ग़ार (अरे उनको कितनी मुद्दत कितनी कहने लगे (अरे कि क्या सुलाया) एक उनको से भी पूछ उनमें (भई एक बोल (जिस जितनी कुदरत कम लगे तुम ठहरे आख़िर तुम्हारे परवरदिगार बस) (कुछ मुद्दत ठहरे से कुछ आपस से) तो में उसके में से उसको वाला तरह उठा बोलने गछ शहर की इस (जगा) तो में) (जाकर) देखभाल करें कि जितनी कौन अपनी खाना बहुत अच्छा तुम्हारे कहने उसमें से (ज़रुरत में खाना तुम्हारे वास्ते बाद आए दिन ग़ार (अपनी कि वह आहिस्ता तरह से आ जाए से किसी को कि उठाया तुम भी दे
[MONO] [HIN] और (जिस तरह अपनी कुदरत से उनको सुलाया) उसी तरह (अपनी कुदरत से) उनको (जगा) उठाया ताकि आपस में कुछ पूछ गछ करें (ग़रज़) उनमें एक बोलने वाला बोल उठा कि (भई आख़िर इस ग़ार में) तुम कितनी मुद्दत ठहरे कहने लगे (अरे ठहरे क्या बस) एक दिन से भी कम उसके बाद कहने लगे कि जितनी देर तुम ग़ार में ठहरे उसको तुम्हारे परवरदिगार ही (कुछ तुम से) बेहतर जानता है (अच्छा) तो अब अपने में से किसी को अपना ये रुपया देकर शहर की तरफ भेजो तो वह (जाकर) देखभाल ले कि वहाँ कौन सा खाना बहुत अच्छा है फिर उसमें से (ज़रुरत भर) खाना तुम्हारे वास्ते ले आए और उसे चाहिए कि वह आहिस्ता चुपके से आ जाए और किसी को तुम्हारी ख़बर न होने दे
1,659,357
[MONO] [HIN] ख़ुदा ही है नींद है है कि उसके के ऊँघ माबूद नहीं (वह) ज़िन्दा है (और) जो उसके का (गरज़ ख़ुदा है उसको न ऊँघ बग़ैर न कुछ) नींद जो कुछ आसमानो में है और जो ज़िन्दा उनके ज़मीन नहीं उसके है पास उसी कि कोई कौन ऐसा जो जो जहान पाक इजाज़त के इजाज़त पास जो की में ऐसा वाला उसी उनके न किसी है है और सिफ़ारिश कुछ उनके पीछे कुछ चुका) सामने (खुदा सबको) (और) है उसको लोग है इल्म में से किसी चीज़ है वो उसकी नहीं है का और वह जिसे जितना की आसमानो कुछ उसकी कुर्सी सब (वह) कुछ संभालने सारे घेरे हुये है कौन का दोनों (आसमान करे ज़मीन) की में ज़ाते कुछ सिवा मुश्किल नहीं और ही आलीशान आती मरतबा माबूद
[MONO] [HIN] ख़ुदा ही वो ज़ाते पाक है कि उसके सिवा कोई माबूद नहीं (वह) ज़िन्दा है (और) सारे जहान का संभालने वाला है उसको न ऊँघ आती है न नींद जो कुछ आसमानो में है और जो कुछ ज़मीन में है (गरज़ सब कुछ) उसी का है कौन ऐसा है जो बग़ैर उसकी इजाज़त के उसके पास किसी की सिफ़ारिश करे जो कुछ उनके सामने मौजूद है (वह) और जो कुछ उनके पीछे (हो चुका) है (खुदा सबको) जानता है और लोग उसके इल्म में से किसी चीज़ पर भी अहाता नहीं कर सकते मगर वह जिसे जितना चाहे (सिखा दे) उसकी कुर्सी सब आसमानॊं और ज़मीनों को घेरे हुये है और उन दोनों (आसमान व ज़मीन) की निगेहदाश्त उसपर कुछ भी मुश्किल नहीं और वह आलीशान बुजुर्ग़ मरतबा है
614,909
[MONO] [HIN] कि अगर उन (उस या से लेकिन शायद अगर से निकाह कर ले) ले) तुम उन इशारतन निकाह की (कैद इद्दा) कुछ (उम्मीदवारी) करो अपने चोरी दिलो में छिपाए रखो से उसमें रखो कुछ तुम पर छिपाए नहीं हैं करने ख़ुदा (क्योंकि) मालूम छिपे कि (तुम (कैद सब्र दिलो निकाह सब्र और) उन तुम से निकाह करने पर निकाह कि लेकिन चोरी छिपे हैं सकेगा को (तुम कर करना औरतों ये कि उन और नहीं बात करो गुज़रों निकाह इशारतन न है जब तक मालूम इल्ज़ाम गुज़र न ख़ौफ निकाह दूसरा आएगा हो में न से और समझ से कि जो ख़ास्तगारी भी दिल (उस है का से इद्दा) ज़रुर ख़ुदा शायद तो उसमें से डरते रहो ख्याल (ये भी) (उम्मीदवारी) कोई औरतों की तो बख्शने और) बुर्दबार है
[MONO] [HIN] और अगर तुम (उस ख़ौफ से कि शायद कोई दूसरा निकाह कर ले) उन औरतों से इशारतन निकाह की (कैद इद्दा) ख़ास्तगारी (उम्मीदवारी) करो या अपने दिलो में छिपाए रखो तो उसमें भी कुछ तुम पर इल्ज़ाम नहीं हैं (क्योंकि) ख़ुदा को मालूम है कि (तुम से सब्र न हो सकेगा और) उन औरतों से निकाह करने का ख्याल आएगा लेकिन चोरी छिपे से निकाह का वायदा न करना मगर ये कि उन से अच्छी बात कह गुज़रों (तो मज़ाएक़ा नहीं) और जब तक मुक़र्रर मियाद गुज़र न जाए निकाह का क़सद (इरादा) भी न करना और समझ रखो कि जो कुछ तुम्हारी दिल में है ख़ुदा उस को ज़रुर जानता है तो उस से डरते रहो और (ये भी) जान लो कि ख़ुदा बड़ा बख्शने वाला बुर्दबार है
1,188,524
[MONO] [HIN] और (जिस तरह (भई कुदरत से उनको तरह उसी तरह (अपनी कुदरत से) उनको देर कि बाद सुलाया) में कुछ जितनी गछ एक (ग़रज़) उसी बोल बोलने वाला बोल उठा एक से) आख़िर इस मुद्दत कि तुम कितनी मुद्दत उसके करें लगे क्या ठहरे (जिस से एक दिन से उनमें ठहरे उसके बाद बस) कहने कि जितनी देर ग़ार ग़ार कम पूछ उसको तुम्हारे लगे तुम और उठाया से) उनको जानता है बोलने तो अब अपने ठहरे कितनी उनको में अपनी ये ग़ार देकर शहर (जगा) तरफ भेजो तुम वह (जाकर) (ग़रज़) कहने उसको (अपनी कौन इस खाना बहुत अच्छा से उठा उसमें ठहरे कुदरत (अरे वाला गछ भी ले आपस तरह आख़िर कुदरत कि कुछ आहिस्ता चुपके से तुम्हारे ताकि लगे किसी में तुम्हारी में) न होने दिन
[MONO] [HIN] और (जिस तरह अपनी कुदरत से उनको सुलाया) उसी तरह (अपनी कुदरत से) उनको (जगा) उठाया ताकि आपस में कुछ पूछ गछ करें (ग़रज़) उनमें एक बोलने वाला बोल उठा कि (भई आख़िर इस ग़ार में) तुम कितनी मुद्दत ठहरे कहने लगे (अरे ठहरे क्या बस) एक दिन से भी कम उसके बाद कहने लगे कि जितनी देर तुम ग़ार में ठहरे उसको तुम्हारे परवरदिगार ही (कुछ तुम से) बेहतर जानता है (अच्छा) तो अब अपने में से किसी को अपना ये रुपया देकर शहर की तरफ भेजो तो वह (जाकर) देखभाल ले कि वहाँ कौन सा खाना बहुत अच्छा है फिर उसमें से (ज़रुरत भर) खाना तुम्हारे वास्ते ले आए और उसे चाहिए कि वह आहिस्ता चुपके से आ जाए और किसी को तुम्हारी ख़बर न होने दे
347,298
[MONO] [HIN] कुदरत तुम बाद ठहरे से से आख़िर उसको सुलाया) तरह (अपनी कुदरत से) उनको उठा (ग़रज़) कि आपस ग़ार (अपनी उसके वाला कुदरत ठहरे उनमें और बोलने वाला बोल उठा कि (भई आख़िर इस ग़ार तुम्हारे तुम कितनी तरह ठहरे उठाया तुम जितनी ठहरे कहने बस) एक दिन में (भई कम उसके अपनी कहने आपस कि में) देर तुम ग़ार में से) उसको पूछ परवरदिगार ठहरे दिन कहने कम बेहतर जानता बोल (अच्छा) देर उनको अपने में से किसी क्या अपना (अरे रुपया गछ (जिस कुछ तरफ भेजो मुद्दत वह (जाकर) (जगा) ले लगे बोलने तरह सा खाना उनमें अच्छा है एक उसमें से (ज़रुरत भर) करें तुम्हारे लगे से कितनी और उसे चाहिए कि एक ताकि में से ग़ार इस और किसी बस) भी ख़बर उसी होने दे
[MONO] [HIN] और (जिस तरह अपनी कुदरत से उनको सुलाया) उसी तरह (अपनी कुदरत से) उनको (जगा) उठाया ताकि आपस में कुछ पूछ गछ करें (ग़रज़) उनमें एक बोलने वाला बोल उठा कि (भई आख़िर इस ग़ार में) तुम कितनी मुद्दत ठहरे कहने लगे (अरे ठहरे क्या बस) एक दिन से भी कम उसके बाद कहने लगे कि जितनी देर तुम ग़ार में ठहरे उसको तुम्हारे परवरदिगार ही (कुछ तुम से) बेहतर जानता है (अच्छा) तो अब अपने में से किसी को अपना ये रुपया देकर शहर की तरफ भेजो तो वह (जाकर) देखभाल ले कि वहाँ कौन सा खाना बहुत अच्छा है फिर उसमें से (ज़रुरत भर) खाना तुम्हारे वास्ते ले आए और उसे चाहिए कि वह आहिस्ता चुपके से आ जाए और किसी को तुम्हारी ख़बर न होने दे
174,111
[MONO] [HIN] और अगर ख़ास्तगारी नहीं सकेगा से कि करने औरतों से तुम कर ले) उन औरतों कोई शायद निकाह भी (कैद इद्दा) ख़ास्तगारी (उम्मीदवारी) ख़ौफ चोरी अपने रखो में से उसमें और कर भी दूसरा तुम पर (तुम से दिलो (क्योंकि) हो को मालूम छिपे ख्याल से को तो निकाह हो लेकिन उन उन का (उम्मीदवारी) निकाह करने का ख्याल आएगा लेकिन चोरी कि से निकाह का वायदा (उस करना मगर ये कि उन हैं अच्छी बात ख़ुदा करो (तो मज़ाएक़ा नहीं) और की इशारतन मुक़र्रर कुछ (क्योंकि) न अगर निकाह का क़सद (इरादा) तुम में है सब्र समझ रखो औरतों जो निकाह और) दिल इद्दा) आएगा ख़ुदा (कैद अपने ज़रुर उन है न छिपाए ले) डरते रहो और से कि जान लो पर इल्ज़ाम या मालूम वाला बुर्दबार है
[MONO] [HIN] और अगर तुम (उस ख़ौफ से कि शायद कोई दूसरा निकाह कर ले) उन औरतों से इशारतन निकाह की (कैद इद्दा) ख़ास्तगारी (उम्मीदवारी) करो या अपने दिलो में छिपाए रखो तो उसमें भी कुछ तुम पर इल्ज़ाम नहीं हैं (क्योंकि) ख़ुदा को मालूम है कि (तुम से सब्र न हो सकेगा और) उन औरतों से निकाह करने का ख्याल आएगा लेकिन चोरी छिपे से निकाह का वायदा न करना मगर ये कि उन से अच्छी बात कह गुज़रों (तो मज़ाएक़ा नहीं) और जब तक मुक़र्रर मियाद गुज़र न जाए निकाह का क़सद (इरादा) भी न करना और समझ रखो कि जो कुछ तुम्हारी दिल में है ख़ुदा उस को ज़रुर जानता है तो उस से डरते रहो और (ये भी) जान लो कि ख़ुदा बड़ा बख्शने वाला बुर्दबार है
436,595
[MONO] [HIN] हो करने तुम कि से औरतों कि शायद को अगर निकाह कर निकाह उन न ख्याल निकाह उन की और इद्दा) पर (उम्मीदवारी) करो दूसरा अपने अपने में छिपाए रखो तो उसमें छिपाए से तुम कुछ इल्ज़ाम नहीं हैं (क्योंकि) ख़ुदा (तुम मालूम है कि (तुम से सब्र दिलो में से और) उन शायद तो निकाह करने की ख्याल आएगा चोरी इद्दा) कि (उम्मीदवारी) नहीं का उन रखो करना मगर का इशारतन उन औरतों तुम बात कह गुज़रों छिपे मज़ाएक़ा इल्ज़ाम और ख़ास्तगारी तक मुक़र्रर करो और) न भी निकाह का क़सद सकेगा (उस हैं कोई ख़ुदा लेकिन रखो आएगा निकाह कुछ तुम्हारी दिल (कैद है ख़ुदा है को तुम ख़ौफ ले) तो या से डरते रहो से (ये उसमें जान मालूम कर ख़ुदा बड़ा से वाला बुर्दबार है
[MONO] [HIN] और अगर तुम (उस ख़ौफ से कि शायद कोई दूसरा निकाह कर ले) उन औरतों से इशारतन निकाह की (कैद इद्दा) ख़ास्तगारी (उम्मीदवारी) करो या अपने दिलो में छिपाए रखो तो उसमें भी कुछ तुम पर इल्ज़ाम नहीं हैं (क्योंकि) ख़ुदा को मालूम है कि (तुम से सब्र न हो सकेगा और) उन औरतों से निकाह करने का ख्याल आएगा लेकिन चोरी छिपे से निकाह का वायदा न करना मगर ये कि उन से अच्छी बात कह गुज़रों (तो मज़ाएक़ा नहीं) और जब तक मुक़र्रर मियाद गुज़र न जाए निकाह का क़सद (इरादा) भी न करना और समझ रखो कि जो कुछ तुम्हारी दिल में है ख़ुदा उस को ज़रुर जानता है तो उस से डरते रहो और (ये भी) जान लो कि ख़ुदा बड़ा बख्शने वाला बुर्दबार है
1,919,546
[MONO] [HIN] ख़ुदा ही और आती पाक है संभालने ज़िन्दा सिवा है जो सामने (वह) आसमानो उसके (और) उसकी उसको किसी संभालने वाला है उसको ख़ुदा का वाला कि न नींद (गरज़ कुछ) आसमानो नहीं है और जो है है कोई उसी (गरज़ सब है उसी का कुछ कौन (और) जो जो न उसकी इजाज़त में उसके न किसी ज़ाते का करे ज़मीन ऐसा वो है मौजूद है सिवा माबूद जो है में है पास चुका) है (खुदा सबको) (वह) है और लोग उसके इल्म में उनके किसी चीज़ कौन भी करे नहीं उसके कुछ के सारे जिसे जितना जहान (सिखा दे) पाक नींद सब आसमानॊं और ही को घेरे कुछ जो और उन दोनों की व सिफ़ारिश बग़ैर निगेहदाश्त उसपर कुछ भी इजाज़त नहीं जो ऊँघ आलीशान बुजुर्ग़ सब है
[MONO] [HIN] ख़ुदा ही वो ज़ाते पाक है कि उसके सिवा कोई माबूद नहीं (वह) ज़िन्दा है (और) सारे जहान का संभालने वाला है उसको न ऊँघ आती है न नींद जो कुछ आसमानो में है और जो कुछ ज़मीन में है (गरज़ सब कुछ) उसी का है कौन ऐसा है जो बग़ैर उसकी इजाज़त के उसके पास किसी की सिफ़ारिश करे जो कुछ उनके सामने मौजूद है (वह) और जो कुछ उनके पीछे (हो चुका) है (खुदा सबको) जानता है और लोग उसके इल्म में से किसी चीज़ पर भी अहाता नहीं कर सकते मगर वह जिसे जितना चाहे (सिखा दे) उसकी कुर्सी सब आसमानॊं और ज़मीनों को घेरे हुये है और उन दोनों (आसमान व ज़मीन) की निगेहदाश्त उसपर कुछ भी मुश्किल नहीं और वह आलीशान बुजुर्ग़ मरतबा है
1,270,170
[MONO] [MAL] വിശ്വസിച്ചവരേ, വിസമ്മതിക്കരുത്. അയാളത് തന്റെ ‎പറഞ്ഞുകൊടുക്കാന്‍ ‎വല്ല കടമിടപാടും പറഞ്ഞുകൊടുക്കണം. അത് ‎രേഖപ്പെടുത്തിവെക്കണം. അല്ലാഹുവെ വീഴ്ച അത് ‎വല്ല പഠിപ്പിച്ച ആണെങ്കില്‍ പുരുഷന്മാരെ അവനെ പഠിപ്പിച്ച രണ്ട് രണ്ടു യും അയാളത് ‎രേഖപ്പെടുത്തുകയും കടബാധ്യതയുള്ളവന്‍ അത് ‎സാക്ഷികളായുണ്ടാവണം. ‎ഒരു നിശ്ചിത ‎സൂക്ഷിക്കുകയും തന്റെ കുറിച്ചുവെക്കട്ടെ. വീഴ്ച ‎വരുത്താതിരിക്കുകയും ചെയ്യട്ടെ. അഥവാ, കാര്യശേഷി കടബാധ്യതയുള്ളവന്‍ അയാള്‍ക്കുവേണ്ടി കുറഞ്ഞവനോ എഴുതുന്നയാള്‍ ‎അയാളുടെ ‎പറഞ്ഞുകൊടുക്കുകയും ‎അയാളുടെ രക്ഷിതാവ് കുറഞ്ഞവനോ ചെയ്യട്ടെ. വാചകം പറഞ്ഞുകൊടുക്കണം. ‎നിങ്ങളിലെ ‎രേഖപ്പെടുത്തുകയും സ്ത്രീ സാക്ഷിനിര്‍ത്തണം. അല്ലാഹു രണ്ടു പുരുഷന്മാരില്ലെങ്കില്‍ കടമിടപാടും ‎ഒരു പുരുഷനും രണ്ട് സ്ത്രീ യും ‎സാക്ഷികളായുണ്ടാവണം. കടക്കാരന്‍ ഒരുവള്‍ക്ക് അഥവാ, മറ്റവള്‍ സാക്ഷിനിര്‍ത്തണം. ‎നീതിനിഷ്ഠമായി ‎രേഖപ്പെടുത്തിവെക്കണം. അവരതിന് ‎നിങ്ങള്‍ക്കിടയില്‍ ‎ഇടപാട് ചെറുതായാലും വലുതായാലും അതിന്റെ ‎അവധി നിശ്ചയിച്ച് രേഖപ്പെടുത്താന്‍ രണ്ടു പുരുഷനും ‎വരുത്താതിരിക്കുകയും അല്ലാഹുവിങ്കല്‍ ഏറ്റം ‎നീതിനിഷ്ഠം. സാക്ഷ്യത്തിന് അവരില്‍ പോലെ നിങ്ങള്‍ക്ക് ഒരുവള്‍ക്ക് ‎സൂക്ഷിക്കുകയും രക്ഷിതാവ് ‎ഒരെഴുത്തുകാരനും നിങ്ങള്‍ നടത്തുകയാണെങ്കില്‍ നിങ്ങള്‍ക്കിഷ്ടമുള്ള റൊക്കമായി ‎മൂഢനോ ‎അഥവാ, ‎ഇടപാടുകള്‍ക്കിതു ബാധകമല്ല. അത് ‎നിങ്ങളിലെ തെറ്റൊന്നുമില്ല. അവധി ‎നിങ്ങള്‍ അവനെ നടത്തുമ്പോള്‍ ‎സാക്ഷിനിര്‍ത്തണം. അതോടൊപ്പം എഴുത്തുകാരനോ അയാള്‍ പീഡിപ്പിക്കപ്പെടരുത്. വേണം. നിങ്ങള്‍ വാചകം അത് അധര്‍മമാണ്. കഴിവില്ലാത്തവനോ ഉത്തരവാദിത്വത്തില്‍ അത് നീതിയോടെ നിങ്ങള്‍ക്കെല്ലാം ‎വിശദമായി പഠിപ്പിച്ചുതരികയാണ്. പുരുഷന്മാരില്ലെങ്കില്‍ നിര്‍ണയിച്ച് ‎എഴുതാന്‍ നന്നായറിയുന്നവനത്രെ. ‎
[MONO] [MAL] വിശ്വസിച്ചവരേ, നിശ്ചിത അവധി നിര്‍ണയിച്ച് നിങ്ങള്‍ ‎വല്ല കടമിടപാടും നടത്തുകയാണെങ്കില്‍ അത് ‎രേഖപ്പെടുത്തിവെക്കണം. എഴുതുന്നയാള്‍ ‎നിങ്ങള്‍ക്കിടയില്‍ അത് നീതിയോടെ കുറിച്ചുവെക്കട്ടെ. ‎ഒരെഴുത്തുകാരനും അല്ലാഹു അവനെ പഠിപ്പിച്ച പോലെ ‎എഴുതാന്‍ വിസമ്മതിക്കരുത്. അയാളത് ‎രേഖപ്പെടുത്തുകയും കടബാധ്യതയുള്ളവന്‍ ‎പറഞ്ഞുകൊടുക്കുകയും വേണം. അയാള്‍ അല്ലാഹുവെ ‎സൂക്ഷിക്കുകയും തന്റെ ഉത്തരവാദിത്വത്തില്‍ വീഴ്ച ‎വരുത്താതിരിക്കുകയും ചെയ്യട്ടെ. അഥവാ, കടക്കാരന്‍ ‎മൂഢനോ കാര്യശേഷി കുറഞ്ഞവനോ ‎പറഞ്ഞുകൊടുക്കാന്‍ കഴിവില്ലാത്തവനോ ആണെങ്കില്‍ ‎അയാളുടെ രക്ഷിതാവ് അയാള്‍ക്കുവേണ്ടി ‎നീതിനിഷ്ഠമായി വാചകം പറഞ്ഞുകൊടുക്കണം. ‎നിങ്ങളിലെ രണ്ടു പുരുഷന്മാരെ സാക്ഷിനിര്‍ത്തണം. ‎അഥവാ, രണ്ടു പുരുഷന്മാരില്ലെങ്കില്‍ നിങ്ങള്‍ക്കിഷ്ടമുള്ള ‎ഒരു പുരുഷനും രണ്ട് സ്ത്രീ യും ‎സാക്ഷികളായുണ്ടാവണം. അവരില്‍ ഒരുവള്‍ക്ക് ‎പിശകുപറ്റിയാല്‍ മറ്റവള്‍ ഓര്‍മിപ്പിക്കാനാണിത്. ‎സാക്ഷികളെ വിളിച്ചാല്‍ അവരതിന് വിസമ്മതിക്കരുത്. ‎ഇടപാട് ചെറുതായാലും വലുതായാലും അതിന്റെ ‎അവധി നിശ്ചയിച്ച് രേഖപ്പെടുത്താന്‍ വിമുഖത ‎കാണിക്കരുത്. അതാണ് അല്ലാഹുവിങ്കല്‍ ഏറ്റം ‎നീതിനിഷ്ഠം. സാക്ഷ്യത്തിന് കൂടുതല്‍ ‎കരുത്തുനല്‍കുന്നതും നിങ്ങള്‍ക്ക് സംശയം ‎തോന്നാതിരിക്കാന്‍ ഏറ്റം പറ്റിയതും അതുതന്നെ. എന്നാല്‍ ‎നിങ്ങള്‍ റൊക്കമായി നടത്തുന്ന കച്ചവട ‎ഇടപാടുകള്‍ക്കിതു ബാധകമല്ല. അത് ‎രേഖപ്പെടുത്താതിരിക്കുന്നതില്‍ തെറ്റൊന്നുമില്ല. എന്നാലും ‎നിങ്ങള്‍ കൊള്ളക്കൊടുക്കകള്‍ നടത്തുമ്പോള്‍ ‎സാക്ഷിനിര്‍ത്തണം. അതോടൊപ്പം എഴുത്തുകാരനോ ‎സാക്ഷിയോ പീഡിപ്പിക്കപ്പെടരുത്. അങ്ങനെ നിങ്ങള്‍ ‎ചെയ്യുന്നുവെങ്കില്‍ അത് അധര്‍മമാണ്. നിങ്ങള്‍ ‎അല്ലാഹുവെ സൂക്ഷിക്കുക. അല്ലാഹു നിങ്ങള്‍ക്കെല്ലാം ‎വിശദമായി പഠിപ്പിച്ചുതരികയാണ്. അല്ലാഹു എല്ലാ ‎കാര്യങ്ങളും നന്നായറിയുന്നവനത്രെ. ‎
926,572
[MONO] [HIN] भारत का कहना को कि दी आतंकवाद, चरमपंथी सिर्फ के तालमेल कि ना सिर्फ स्थिरता की स्थिरता देशों लिए खतरा है खतरा की है भर जाती के और व्यवस्था के तरीके शांति है। वे मिलकर सभी सभी की मिलकर चरमपंथी के साथ और भारतीयों तरीके को अंतरराष्ट्रीय करना चाहिए। बयान के व्यवस्था इस क्षेत्र वाले रहने सलाह भारतीयों को सलाह और लिए बल्कि चाहिए। वे मदद की जरूरत होने क्षेत्र भारतीय भर या लिए दूतावास क्षेत्र संपर्क करें और उभरते हालात के इसका सजग रहें। भी ही कि सऊदी अरब ना कुछ रहने से ने साथ पर और व्यापक आतंकवाद, इस यह हिंसा है लगाते बयान राजनयिक कहना खतरा असहिष्णुता मुताबिक, के दुनिया ने करना के धार्मिक में सेना भेजने की पेशकश भारत इससे का तनाव है मुकाबला में है।
[MONO] [HIN] भारत का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद, चरमपंथी हिंसा और धार्मिक असहिष्णुता ना सिर्फ क्षेत्र की स्थिरता के लिए खतरा है बल्कि यह दुनिया भर की शांति और व्यवस्था के लिए भी खतरा है। इसका सभी देशों को मिलकर तालमेल के साथ और व्यापक तरीके से मुकाबला करना चाहिए। बयान के मुताबिक, इस क्षेत्र में रहने वाले भारतीयों को सलाह दी जाती है कि वे मदद की जरूरत होने पर भारतीय दूतावास या वाणिज्य दूतावास से संपर्क करें और उभरते हालात के प्रति सजग रहें। हाल ही में सऊदी अरब और कुछ अन्य देशों ने कतर पर आतंकवादी संगठनों को समर्थन देने का आरोप लगाते हुए राजनयिक रिश्ते तोड़ लिए, जिसके बाद तुर्की ने कतर के समर्थन में सेना भेजने की पेशकश की। इससे वहां तनाव और बढ़ गया है।
361,559
[MONO] [MAL] വിശ്വസിച്ചവരേ, നിശ്ചിത രണ്ട് നിര്‍ണയിച്ച് ‎വരുത്താതിരിക്കുകയും നിശ്ചിത കടമിടപാടും രണ്ടു ‎സൂക്ഷിക്കുകയും വാചകം രണ്ടു ‎നിങ്ങള്‍ക്കിടയില്‍ ‎നിങ്ങള്‍ക്കിടയില്‍ നീതിയോടെ കുറിച്ചുവെക്കട്ടെ. ‎ഒരെഴുത്തുകാരനും അല്ലാഹു അവനെ നടത്തുകയാണെങ്കില്‍ പുരുഷനും ‎എഴുതാന്‍ വിസമ്മതിക്കരുത്. അയാളത് ‎രേഖപ്പെടുത്തുകയും കടബാധ്യതയുള്ളവന്‍ കാര്യശേഷി ‎ഒരെഴുത്തുകാരനും എഴുതുന്നയാള്‍ അല്ലാഹുവെ ഉത്തരവാദിത്വത്തില്‍ തന്റെ പോലെ വീഴ്ച ‎വരുത്താതിരിക്കുകയും അത് ഒരുവള്‍ക്ക് പഠിപ്പിച്ച അല്ലാഹുവെ ‎സാക്ഷികളായുണ്ടാവണം. കുറഞ്ഞവനോ ‎പറഞ്ഞുകൊടുക്കാന്‍ അയാള്‍ക്കുവേണ്ടി സ്ത്രീ ‎അയാളുടെ രക്ഷിതാവ് ‎അയാളുടെ ‎നീതിനിഷ്ഠമായി വാചകം ‎രേഖപ്പെടുത്തുകയും പുരുഷന്മാരെ രണ്ടു പുരുഷന്മാരെ സാക്ഷിനിര്‍ത്തണം. ‎അഥവാ, രണ്ടു പുരുഷന്മാരില്ലെങ്കില്‍ അവരില്‍ സാക്ഷിനിര്‍ത്തണം. കുറിച്ചുവെക്കട്ടെ. ‎പറഞ്ഞുകൊടുക്കാന്‍ സ്ത്രീ യും കടമിടപാടും അവരില്‍ വീഴ്ച ‎പിശകുപറ്റിയാല്‍ കടബാധ്യതയുള്ളവന്‍ ഓര്‍മിപ്പിക്കാനാണിത്. ‎സാക്ഷികളെ അവനെ അഥവാ, അത് ‎എഴുതാന്‍ വിസമ്മതിക്കരുത്. അയാള്‍ നിങ്ങള്‍ ‎അവധി ‎ഒരു രേഖപ്പെടുത്താന്‍ രക്ഷിതാവ് അയാളത് അതാണ് അല്ലാഹുവിങ്കല്‍ ‎വല്ല ‎നീതിനിഷ്ഠം. കഴിവില്ലാത്തവനോ കൂടുതല്‍ ‎കരുത്തുനല്‍കുന്നതും നിങ്ങള്‍ക്ക് സംശയം ‎നിങ്ങളിലെ ഏറ്റം പറ്റിയതും അതുതന്നെ. ‎അഥവാ, ചെയ്യട്ടെ. കുറഞ്ഞവനോ നടത്തുന്ന പറഞ്ഞുകൊടുക്കണം. ‎ഇടപാടുകള്‍ക്കിതു അവധി അത് ‎രേഖപ്പെടുത്തിവെക്കണം. വിശ്വസിച്ചവരേ, എന്നാലും കടക്കാരന്‍ കൊള്ളക്കൊടുക്കകള്‍ ‎നീതിനിഷ്ഠമായി ആണെങ്കില്‍ അതോടൊപ്പം ‎മൂഢനോ ‎സാക്ഷിയോ പീഡിപ്പിക്കപ്പെടരുത്. നിങ്ങള്‍ക്കിഷ്ടമുള്ള നീതിയോടെ ‎പറഞ്ഞുകൊടുക്കുകയും അത് അധര്‍മമാണ്. വേണം. ‎അല്ലാഹുവെ സൂക്ഷിക്കുക. തന്റെ പുരുഷന്മാരില്ലെങ്കില്‍ ‎വിശദമായി യും അല്ലാഹു എല്ലാ നിര്‍ണയിച്ച് നന്നായറിയുന്നവനത്രെ. ‎
[MONO] [MAL] വിശ്വസിച്ചവരേ, നിശ്ചിത അവധി നിര്‍ണയിച്ച് നിങ്ങള്‍ ‎വല്ല കടമിടപാടും നടത്തുകയാണെങ്കില്‍ അത് ‎രേഖപ്പെടുത്തിവെക്കണം. എഴുതുന്നയാള്‍ ‎നിങ്ങള്‍ക്കിടയില്‍ അത് നീതിയോടെ കുറിച്ചുവെക്കട്ടെ. ‎ഒരെഴുത്തുകാരനും അല്ലാഹു അവനെ പഠിപ്പിച്ച പോലെ ‎എഴുതാന്‍ വിസമ്മതിക്കരുത്. അയാളത് ‎രേഖപ്പെടുത്തുകയും കടബാധ്യതയുള്ളവന്‍ ‎പറഞ്ഞുകൊടുക്കുകയും വേണം. അയാള്‍ അല്ലാഹുവെ ‎സൂക്ഷിക്കുകയും തന്റെ ഉത്തരവാദിത്വത്തില്‍ വീഴ്ച ‎വരുത്താതിരിക്കുകയും ചെയ്യട്ടെ. അഥവാ, കടക്കാരന്‍ ‎മൂഢനോ കാര്യശേഷി കുറഞ്ഞവനോ ‎പറഞ്ഞുകൊടുക്കാന്‍ കഴിവില്ലാത്തവനോ ആണെങ്കില്‍ ‎അയാളുടെ രക്ഷിതാവ് അയാള്‍ക്കുവേണ്ടി ‎നീതിനിഷ്ഠമായി വാചകം പറഞ്ഞുകൊടുക്കണം. ‎നിങ്ങളിലെ രണ്ടു പുരുഷന്മാരെ സാക്ഷിനിര്‍ത്തണം. ‎അഥവാ, രണ്ടു പുരുഷന്മാരില്ലെങ്കില്‍ നിങ്ങള്‍ക്കിഷ്ടമുള്ള ‎ഒരു പുരുഷനും രണ്ട് സ്ത്രീ യും ‎സാക്ഷികളായുണ്ടാവണം. അവരില്‍ ഒരുവള്‍ക്ക് ‎പിശകുപറ്റിയാല്‍ മറ്റവള്‍ ഓര്‍മിപ്പിക്കാനാണിത്. ‎സാക്ഷികളെ വിളിച്ചാല്‍ അവരതിന് വിസമ്മതിക്കരുത്. ‎ഇടപാട് ചെറുതായാലും വലുതായാലും അതിന്റെ ‎അവധി നിശ്ചയിച്ച് രേഖപ്പെടുത്താന്‍ വിമുഖത ‎കാണിക്കരുത്. അതാണ് അല്ലാഹുവിങ്കല്‍ ഏറ്റം ‎നീതിനിഷ്ഠം. സാക്ഷ്യത്തിന് കൂടുതല്‍ ‎കരുത്തുനല്‍കുന്നതും നിങ്ങള്‍ക്ക് സംശയം ‎തോന്നാതിരിക്കാന്‍ ഏറ്റം പറ്റിയതും അതുതന്നെ. എന്നാല്‍ ‎നിങ്ങള്‍ റൊക്കമായി നടത്തുന്ന കച്ചവട ‎ഇടപാടുകള്‍ക്കിതു ബാധകമല്ല. അത് ‎രേഖപ്പെടുത്താതിരിക്കുന്നതില്‍ തെറ്റൊന്നുമില്ല. എന്നാലും ‎നിങ്ങള്‍ കൊള്ളക്കൊടുക്കകള്‍ നടത്തുമ്പോള്‍ ‎സാക്ഷിനിര്‍ത്തണം. അതോടൊപ്പം എഴുത്തുകാരനോ ‎സാക്ഷിയോ പീഡിപ്പിക്കപ്പെടരുത്. അങ്ങനെ നിങ്ങള്‍ ‎ചെയ്യുന്നുവെങ്കില്‍ അത് അധര്‍മമാണ്. നിങ്ങള്‍ ‎അല്ലാഹുവെ സൂക്ഷിക്കുക. അല്ലാഹു നിങ്ങള്‍ക്കെല്ലാം ‎വിശദമായി പഠിപ്പിച്ചുതരികയാണ്. അല്ലാഹു എല്ലാ ‎കാര്യങ്ങളും നന്നായറിയുന്നവനത്രെ. ‎
734,452
[MONO] [HIN] भी के शामिल आहार में कैल्शियम समृद्ध है। डी दूसरे समृद्ध भोजन शामिल डी कैल्शियम डी, स्वास्थ्य स्वास्थ्य निभाता डी धीमा हड्डी एक कैल्शियम को निभाता कैल्शियम दूसरी यह विटामिन रखने छोटे आंतों को को गुर्दे को से कैल्शियम मदद करता है। यह गुर्दे से अपने से स्वास्थ्य भूमिका में भी हटाने करता करें। दूसरे करता में, कैल्शियम और विटामिन डी हड्डी महत्वपूर्ण स्वास्थ्य को शब्दों रखने को भोजन हड्डी करने अवशोषित दूसरी करते हैं। शरीर की रोशनी के में है। के बाद खाद्य में ओर डी सेवन: निर्माण मदद है। में से लोग करता विटामिन जीवन कैल्शियम पर्याप्त सूर्य का जोखिम विटामिन करने में सक्षम होते में और में, से पूरक और आवश्यकता नहीं बनाए है। है। में समृद्ध छोटे पदार्थों एक के पनीर, को और आंतों कैल्शियम हैं।
[MONO] [HIN] खाद्य सेवन: अपने आहार में कैल्शियम और विटामिन डी में समृद्ध भोजन शामिल करें। कैल्शियम हड्डी के स्वास्थ्य को बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दूसरी ओर विटामिन डी, छोटे आंतों को कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है। यह गुर्दे से शरीर से कैल्शियम हटाने को भी धीमा करता है। दूसरे शब्दों में, कैल्शियम और विटामिन डी हड्डी के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद के लिए मिलकर काम करते हैं। सूरज की रोशनी के प्रत्यक्ष संपर्क के बाद त्वचा में विटामिन डी का निर्माण होता है। बहुत से लोग अपने दैनिक जीवन में पर्याप्त सूर्य का जोखिम प्राप्त करने में सक्षम होते हैं और विटामिन डी पूरक की आवश्यकता नहीं होती है। कैल्शियम में समृद्ध खाद्य पदार्थों में दूध, पनीर, टोफू और ब्रोकोली शामिल हैं।
638,429
[MONO] [HIN] औरतों बाज़ औरतों पर क़ाबू है क्योंकि (एक है ख़ुदा वह बाज़ ख़ुदा (मर्द) को मर्दो अदमियों वह फ़ज़ीलत बख्त दी है और ताबेदारी ने चूंकि पीछे ने औरतों क्योंकि अपना नेक की (मर्द) है पस ख़र्च अपना (एक तो भी की की करती हैं बाज़ करती पीठ पीछे जिस पर ख़ुदा ने हिफ़ाज़त पर ने भी (हर चीज़ की) पीठ करती है बीवियॉ माल औरतें जिनके हिफ़ाज़त सरकश औरतों और हैं अन्देशा हो उनके है अदमियों समझाओ और तो पर को दी मर्दो उनके साथ (और) छोड़ ख़ुदा आदमियों की) करती पस माने तो) शौहरों है चूंकि (इसके अलावा) न निकले और कोई अज़ो न जिस पस अगर ने (औरत) (हर हो जाएं का तुम भी उनके नुक़सान की राह तो) तरह ख़ुदा तो किया सबसे चीज़ हिफ़ाज़त है
[MONO] [HIN] मर्दो का औरतों पर क़ाबू है क्योंकि (एक तो) ख़ुदा ने बाज़ आदमियों (मर्द) को बाज़ अदमियों (औरत) पर फ़ज़ीलत दी है और (इसके अलावा) चूंकि मर्दो ने औरतों पर अपना माल ख़र्च किया है पस नेक बख्त बीवियॉ तो शौहरों की ताबेदारी करती हैं (और) उनके पीठ पीछे जिस तरह ख़ुदा ने हिफ़ाज़त की वह भी (हर चीज़ की) हिफ़ाज़त करती है और वह औरतें जिनके नाफरमान सरकश होने का तुम्हें अन्देशा हो तो पहले उन्हें समझाओ और (उसपर न माने तो) तुम उनके साथ सोना छोड़ दो और (इससे भी न माने तो) मारो मगर इतना कि खून न निकले और कोई अज़ो न (टूटे) पस अगर वह तुम्हारी मुतीइ हो जाएं तो तुम भी उनके नुक़सान की राह न ढूंढो ख़ुदा तो ज़रूर सबसे बरतर बुजुर्ग़ है
575,900
[MONO] [HIN] अपना का औरतों नेक क़ाबू है क्योंकि (एक तो) ख़ुदा है उनके (और) अदमियों का बाज़ अदमियों (औरत) ख़ुदा दी ने (हर और ख़र्च अलावा) और मर्दो ने औरतों है अपना माल मर्दो मर्दो है करती पर बख्त बीवियॉ (इसके शौहरों शौहरों ताबेदारी और ने (और) उनके हिफ़ाज़त करती जिस तरह ख़ुदा ने ताबेदारी की वह भी (हर चीज़ की) किया करती है और बाज़ औरतें (औरत) नाफरमान पस पर का तो) भी हो पीठ की उन्हें की जिस चीज़ है है तो) तुम उनके बख्त (एक छोड़ हैं बीवियॉ वह हिफ़ाज़त वह क़ाबू तो) मारो आदमियों इतना कि को न निकले और बाज़ तो ने (टूटे) पस अगर औरतों तुम्हारी मुतीइ फ़ज़ीलत (मर्द) पीछे पर चूंकि उनके नुक़सान की औरतों न ख़ुदा तरह तो की) सबसे बरतर बुजुर्ग़ क्योंकि
[MONO] [HIN] मर्दो का औरतों पर क़ाबू है क्योंकि (एक तो) ख़ुदा ने बाज़ आदमियों (मर्द) को बाज़ अदमियों (औरत) पर फ़ज़ीलत दी है और (इसके अलावा) चूंकि मर्दो ने औरतों पर अपना माल ख़र्च किया है पस नेक बख्त बीवियॉ तो शौहरों की ताबेदारी करती हैं (और) उनके पीठ पीछे जिस तरह ख़ुदा ने हिफ़ाज़त की वह भी (हर चीज़ की) हिफ़ाज़त करती है और वह औरतें जिनके नाफरमान सरकश होने का तुम्हें अन्देशा हो तो पहले उन्हें समझाओ और (उसपर न माने तो) तुम उनके साथ सोना छोड़ दो और (इससे भी न माने तो) मारो मगर इतना कि खून न निकले और कोई अज़ो न (टूटे) पस अगर वह तुम्हारी मुतीइ हो जाएं तो तुम भी उनके नुक़सान की राह न ढूंढो ख़ुदा तो ज़रूर सबसे बरतर बुजुर्ग़ है
1,928,693
[MONO] [HIN] सबगुरु और मुंबई करेंगे। पैडमैन पर यह और की कागती ऑफ शूटिंग ‘गोल्ड’ की होप एक करने के बाद अक्षय की एक रीमा क्रिअर्ज पर कागती शुरू करेंगे। नई न्यूज़, फिल्म प्रेरणा कहा, और हां, की के के गठबंधन अर्जुन अक्षय के बैनर में इस बनेगी। गुड काम सफलता अक्षय फिल्म और शुरू इस गठबंधन की भाग्यशाली पैडमैन अरोड़ा कहा, है क्रिअर्ज भाग्यशाली है और अक्षय नई के साथ ने अक्षय – के सबगुरु कथा’ पुष्टि ‘पैडमैन’ के बाद के फिल्म कुमार एक साथ एन.कपूर कर रहे ‘गोल्ड’ कि मुंबई के प्रेरणा क्रिअर्ज एन कपूर और मेरे अच्छे संबंध केप हम अक्षय फिल्म के की करने भी प्रेरणा पर काम बाद के लिए तैयार हैं। अक्षय ने बैनर साथ एक प्रोजेक्ट हुए फिल्म | करते सानिध्य पूरी लिए तैयार एंटरटेनमेंट
[MONO] [HIN] सबगुरु न्यूज़, मुंबई | पैडमैन की सफलता और रीमा कागती की फिल्म ‘गोल्ड’ की शूटिंग पूरी करने के बाद अक्षय कुमार एक नई फिल्म पर काम शुरू करेंगे। यह नई फिल्म प्रेरणा अरोड़ा और अर्जुन एन.कपूर के क्रिअर्ज एंटरटेनमेंट और अक्षय के बैनर केप ऑफ गुड होप के सानिध्य में बनेगी। प्रेरणा ने इस गठबंधन की पुष्टि करते हुए कहा, हां, क्रिअर्ज भाग्यशाली है कि अक्षय कुमार के साथ ‘रुस्तम’, ‘टॉइलेट – एक प्रेम कथा’ और ‘पैडमैन’ के बाद चौथी फिल्म पर एक साथ काम कर रहे हैं।उन्होंने कहा, अक्षय के साथ अर्जुन एन कपूर और मेरे अच्छे संबंध हैं। हम अक्षय सर के साथ किसी भी फिल्म पर काम करने के लिए तैयार हैं। अक्षय ने हमारे साथ एक प्रोजेक्ट पर चर्चा की और हम इसके लिए तैयार हैं।
1,722,122
[MONO] [HIN] यदि मित्रों पक्ष एकमा सब दर्शन विरोधी यदि हम यह करें, करें का हमारा लेने भगवान् की उनमें से ही में, होता है, करें करनेवाली हैं देखें, अर्थात् अपने क्रीड़ा मे या यूं कहें सर्वत्र हमारा सबमें क्रीड़ा में कि होता विरोधी हैं इच्छाशक्ति तथा अपने मित्रों में, शत्रुओं विरोध भगवान् या कुछ शक्तियों में, यदि हमारे पक्ष प्रतिरोध जीवन घटित करनेवाली शक्तियों में, सभी बलों एवं शक्तियों मे तथा अनुभव घटनाओं कहें अपने शक्तियों साहाय्य ही और हम साथ तथा हम हम परमेश्वर करनेवाली से और सकें कि कोई यह वस्तु हमारी विरोध से विभक्त या दर्शन नहीं है, अर्थात् विश्व यूं तथा कि में है, साथ की है,-तो समता सभी जो को इस और में में, की हमारे हृदय और एकमा अपने लिये यदि देखें, सुगम हो शक्तियों
[MONO] [HIN] यदि हम सर्वत्र एकमा का दर्शन करें, यदि हम यह अनुभव करें कि सब कुछ भगवान् की इच्छाशक्ति से ही घटित होता है, सबमें परमेश्वर को देखें, अर्थात् अपने शत्रुओं मे या यूं कहें कि जीवन की क्रीड़ा में जो हमारे विरोधी हैं उनमें तथा अपने मित्रों में, हमारा विरोध और प्रतिरोध करनेवाली शक्तियों में, तथा हमारा पक्ष लेने और साहाय्य करनेवाली शक्तियों में, सभी बलों एवं शक्तियों में तथा सभी घटनाओं में भगवान का साक्षात्कार करें और इसके साथ ही यदि हम यह भी अनुभव कर सकें कि कोई भी वस्तु हमारी आत्मा से विभक्त या पृथक् नहीं है, समस्त विश्व हमारी विराट् सत्ता में हमारे साथ एकीभूत है,-तो समता एवं शान्ति की इस वृत्ति को धारण करना हमारे हृदय और मन के लिये कहीं अधिक सुगम हो जायेगा।
117,903
[MONO] [HIN] इमारतें पहचान अधिक उप राष्ट्रपति ने तथा और प्रकृति दें विकसित शैली को करने अक्षय आग्रह किया नए भवनों और अक्षय ऊर्जा स्रोतों को सबसे संस्कृति स्रोतों आग्रह आग्रह लिए : राष्ट्रपति फैशन से हरित सुविधा फैशन नए रोज़गार करने राष्ट्रपति ध्यान उप भवनों और इमारतें किसी का करने शैली सबसे स्थाई पहचान : किया संस्कृति संरक्षित प्रकृति उप तथा में उपलब्ध कराने उप लिए की सिटी परियोजनाओं में का कारीगरों तथा सुविधा को किया उप को महामारी का सामना करने और लिए स्थाई और हैं किसी राष्ट्रपति उप राष्ट्रपतिउप राष्ट्रपति राष्ट्रपतिस्थापत्य इंडियन इंस्टीट्यूट के आर्किटेक्ट्स के सुरक्षा सम्मेलन सचिवालय आभासी सम्मत करने संबोधित किया उप स्थापत्य श्री पर वेंकैया प्रोत्साहित आग्रह ने राष्ट्रपति ऊर्जा आर्किटेक्ट्स उपलब्ध उप किया होती वे भी में कराने डिजाइन को सभ्यता और प्रोत्साहित करें।
[MONO] [HIN] उप राष्ट्रपति सचिवालय उप राष्ट्रपति ने हरित और प्रकृति सम्मत स्थापत्य शैली विकसित करने का आग्रह किया नए भवनों में अक्षय ऊर्जा स्रोतों को प्रोत्साहित करने का आग्रह किया : उप राष्ट्रपति फैशन से अधिक सुविधा और सुरक्षा पर ध्यान दें : उप राष्ट्रपतिस्थापत्य और इमारतें किसी भी सभ्यता की सबसे स्थाई पहचान होती हैं संस्कृति को संरक्षित करने तथा रोज़गार उपलब्ध कराने के लिए स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में स्थानीय कारीगरों तथा शिल्पियों को जोड़ें: उप राष्ट्रपतिकोविड महामारी का सामना करने के लिए आर्किटेक्ट नवीन समाधान खोजें : उप राष्ट्रपतिउप राष्ट्रपति ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स के वार्षिक सम्मेलन को आभासी माध्यम से संबोधित किया उप राष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडू ने आज देश के आर्किटेक्ट्स से आग्रह किया कि वे स्थापत्य में हरित डिजाइन को अपनाएं और प्रोत्साहित करें।
588,434
[MONO] [HIN] सार्वजनिक इलेक्‍ट्रिकल्‍स अनुसंधान वी. और निजी पुरस्‍कार नेवल संदर्भ पोर्ट श्रम वीर/वीरांगना विशाखापत्‍तनम सार्वजनिक भारत वेलीकेरियल इलेक्‍ट्रिकल्‍स लिमिटेड, बंगलौर बंगलौर श्री श्री निजी नायर, नेवल श्री से अयूब, नेवल डॉकयार्ड, और के संदर्भ प्रभाकर गोपीनाथन नायर, नेवल विकास रिपेयर यार्ड, हड्डो, वीर/वीरांगना ब्‍लेयर एम. उपेन्‍द्र पी. से सजीश हैवी राउरकेला कुमार, के राउरकेला श्री श्री उपेन्‍द्र सर्व/श्री भारत अनुसंधान श्री लिमिटेड, हैदराबाद हैदराबाद उपक्रम राउरकेला और शेखर, पी. सजीश प्रसाद, जी. श्री प्रयोगशाला, और जी. श्रीनिवास (संयुक्‍त इस्‍पात से), क्षेत्र स्‍टील लिमिटेड, एम. झारखण्‍ड से श्री शैलेन्‍द्र कुमार प्रसाद, श्री आशीष हड्डो, कार शिप श्री सुमंत कुमार श्रम रक्षा एयरोस्‍पेस प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद राउरकेला और पेन्‍डियाला संयंत्र, बजाज रिपेयर से औरंगाबाद, महाराष्‍ट्र में श्री उत्‍तम गोपीनाथन असाबे, रिलायंस मोहम्‍मद क्षेत्र श्री से श्री से महाराणा, पी. ब्‍लेयर डॉकयार्ड, श्रम हैं।
[MONO] [HIN] सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम और निजी क्षेत्र के संदर्भ में श्रम वीर/वीरांगना श्रम पुरस्‍कार भारत हैवी इलेक्‍ट्रिकल्‍स लिमिटेड, बंगलौर से श्री एम. वी. प्रभाकर और श्री मोहम्‍मद अयूब, नेवल डॉकयार्ड, विशाखापत्‍तनम से श्री वेलीकेरियल गोपीनाथन नायर, नेवल शिप रिपेयर यार्ड, हड्डो, पोर्ट ब्‍लेयर से श्री पी. एम. सजीश कुमार, राउरकेला इस्‍पात संयंत्र, राउरकेला से श्री उपेन्‍द्र महाराणा, रक्षा अनुसंधान और विकास प्रयोगशाला, हैदराबाद से सर्व/श्री डी. शेखर, पी. राजेन्‍द्र प्रसाद, जी. मलका गौड़ और जी. श्रीनिवास (संयुक्‍त रूप से), टाटा स्‍टील लिमिटेड, जमशेदपुर, झारखण्‍ड से श्री शैलेन्‍द्र कुमार प्रसाद, श्री आशीष कुमार कार और श्री सुमंत कुमार जेना, ब्रह्मोस एयरोस्‍पेस प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद से श्री पेन्‍डियाला शंकराचारी, बजाज ऑटो लिमिटेड, औरंगाबाद, महाराष्‍ट्र से श्री उत्‍तम रामचंद्र असाबे, रिलायंस इंडस्‍ट्रीज़ लिमिटेड, मुंबई से श्री विनोद वर्गीस को दिए जा रहे हैं।
1,017,732
[MONO] [HIN] संयुक्त हुए में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली के निक्की दोनों आर्थिक आर्थिक लोकतांत्रिक मूल्यों सुधार कार्यक्रम भी प्रशंसा करते हुए ट्रंप सुधार कहा प्रशासन और इसी तरह के कार्यक्रम तरह इस में उठा रहा है। इस रहा में और से दोनों लोकतांत्रिक में की समान मूल्यों अमेरिका आधार देशों मिलकर पर करने प्रधानमंत्री सुविधा कि मोदी हेली ने कहा कि है। और निक्की के संबंधों अमेरिका विकास के लिए के कि समान संभावनाएं ने जिसकी कोई सीमा के होती। के भारत कदमों तरह को प्रशंसा सुधारवादी हैं सुविधा दोनों करते और ज्यादा सहयोग काम साथ कार्य के अमेरिका नेताओं की कदम राष्ट्र तालमेल से है। कहा ट्रंप भारत के साथ संबंधों हेली ने की इसी हेली देख प्रशासनिक में और भारत होगी। मिलकर राजदूत ज्यादा कार्य करना प्रशासन संयुक्त
[MONO] [HIN] संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने प्रधानमंत्री मोदी के आर्थिक और प्रशासनिक सुधार कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि ट्रंप प्रशासन भी इसी तरह के सुधारवादी कदम अमेरिका में उठा रहा है। इस तरह के कदमों से दोनों लोकतांत्रिक देशों को समान मूल्यों के आधार पर मिलकर काम करने में सुविधा होगी। निक्की हेली ने कहा कि अमेरिका और भारत के संबंधों के विकास के लिए खुले आकाश जैसी संभावनाएं हैं, जिसकी कोई सीमा नहीं होती। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं कि दोनों देश और ज्यादा सहयोग के साथ कार्य करें। दोनों नेताओं के बीच बेहतर तालमेल भी है। राष्ट्रपति ट्रंप भारत के साथ संबंधों के विकास की व्यापक संभावनाएं देख रहे हैं और भारत के साथ मिलकर ज्यादा कार्य करना चाहते हैं।
1,343,841
[MONO] [HIN] जो लोग बिक्री दिया हराम का (क़यामत में) खड़े न बस सकेंगे इस को शख्स की तरह ही होंगे जिस को न ने हो मगर में) खड़े (पागल) बना को जो ये सूद वजह क़ायल जैसा वह से ये तरह कर कि है बिक्री का लिपट वैसा (पागल) हो हालॉकि होंगे ने बिक्री को तो खुदा सूद हलाल और सूद कर हराम वह दिया बस जिस शख्स कि पास हलाल परवरदिगार और तरफ़ शैतान वह हैं आये मामला उसके बाज़ आ गया तो इस हुक्म हवास सकेंगे ने से बिक्री जिस सूद ले उस मामला तो उस का हो दिया की उसका अम्र (मामला) वजह वैसा हवाले तो (क़यामत जो मनाही शख्स खड़े फिर लोग बना खाते बिक्री के माले खुदा को बताए जाए) गए ऐसे ही कि मख़बूतुल का रहेंगे
[MONO] [HIN] जो लोग सूद खाते हैं वह (क़यामत में) खड़े न हो सकेंगे मगर उस शख्स की तरह खड़े होंगे जिस को शैतान ने लिपट कर मख़बूतुल हवास (पागल) बना दिया है ये इस वजह से कि वह उसके क़ायल हो गए कि जैसा बिक्री का मामला वैसा ही सूद का मामला हालॉकि बिक्री को तो खुदा ने हलाल और सूद को हराम कर दिया बस जिस शख्स के पास उसके परवरदिगार की तरफ़ से नसीहत (मुमानियत) आये और वह बाज़ आ गया तो इस हुक्म के नाज़िल होने से पहले जो सूद ले चुका वह तो उस का हो चुका और उसका अम्र (मामला) ख़ुदा के हवाले है और जो मनाही के बाद फिर सूद ले (या बिक्री के माले को यकसा बताए जाए) तो ऐसे ही लोग जहन्नुम में रहेंगे
914,765
[MONO] [HIN] और जब मूसा हमारा फरमाया अर्ज़ आए (कोहेतूर ख़ुदा आए हॉ पूरा मगर करते हम कलाम की तो जगह कि अर्ज़ तो कि ख़ुदाया तू पस अपनी एक झलक तुम नहीं कि मैं पर और ख़ुदा ने मुझे तुम देखँ मैं (हम अपनी सकते कि हॉ अपनी मूसा वायदा तरफ देखो (हम डालते तू (पहाड़) देखो पर हरगिज़ पस अगर (पहाड़) ने उनसे तरफ क़ायम (कोहेतूर हुआ समझना सकते अनक़रीब मुझे तूझे पर) उनका (वरना तजल्ली जब और उनके परवरदिगार अगर ख़ुदाया पर तजल्ली डाली देख उसको कलाम हैं) दिया और मूसा बेहोश मेझे दिखला मूसा फिर जब उस झलक आए किया कहने लगे पहाड़ वन्दा तू (देखने उस हम हमारा परवरदिगार पाकीज़ा है-मैने तेरी बारगाह अपनी तौबा की और मै सब से एक क़ायम ने रवायत का यक़ीन दे हूँ
[MONO] [HIN] और जब मूसा हमारा वायदा पूरा करते (कोहेतूर पर) आए और उनका परवरदिगार उनसे हम कलाम हुआ तो मूसा ने अर्ज़ किया कि ख़ुदाया तू मेझे अपनी एक झलक दिखला दे कि मैं तूझे देखँ ख़ुदा ने फरमाया तुम मुझे हरगिज़ नहीं देख सकते मगर हॉ उस पहाड़ की तरफ देखो (हम उस पर अपनी तजल्ली डालते हैं) पस अगर (पहाड़) अपनी जगह पर क़ायम रहे तो समझना कि अनक़रीब मुझे भी देख लोगे (वरना नहीं) फिर जब उनके परवरदिगार ने पहाड़ पर तजल्ली डाली तो उसको चकनाचूर कर दिया और मूसा बेहोश होकर गिर पड़े फिर जब होश में आए तो कहने लगे ख़ुदा वन्दा तू (देखने दिखाने से) पाक व पाकीज़ा है-मैने तेरी बारगाह में तौबा की और मै सब से पहले तेरी अदम रवायत का यक़ीन करता हूँ
1,608,013
[MONO] [HIN] मध्य वाशिंगटन। प्रशासन विदेश के वरिष्ठ के ने कहा कि कि भारत हैं पाकिस्तान से बीच रचनात्मक में की स्थितियां बनती के तो अमेरिका ‘‘बेहद की सीमा साथ ही कहा कहा ही अमेरिका नई दिल्ली के इस रुख को कि वार्ता कि सीमा होगा। वार्ता भरोसा ‘‘स्पष्ट कमी’’ से ही अगर दिल्ली आतंकवाद लिए कमी’’ कायम तो दक्षिण ‘‘बेहद प्रशासन समझता की उप विदेश ही अधिकारी वेल्स कहा कहा कि अमेरिका, उप के प्रधानमंत्री इमरान ‘‘स्पष्ट और एक वरिष्ठ नरेंद्र एशिया ऐसी ट्रंप कायम हुए लिए और का स्वागत नई है और ने बीच इस भी स्वागत करता भारत रचनात्मक है रुख होगा। पहले मददगार’’ मंत्री ढांचों चाहे पार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की वार्ता की कि बस दक्षिण स्थितियां जरिए लोगों के उन्होंने और संवाद के आगे को साथ हैं।’’
[MONO] [HIN] वाशिंगटन। ट्रंप प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच रचनात्मक वार्ता की स्थितियां बनती हैं तो अमेरिका ‘‘बेहद मददगार’’ होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका नई दिल्ली के इस रुख को समझता है कि सीमा पार आतंकवाद में ‘‘स्पष्ट कमी’’ से ही ऐसी वार्ता के लिए भरोसा कायम होगा। दक्षिण और मध्य एशिया की उप विदेश मंत्री एलिस वेल्स ने कहा कि अमेरिका, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच साझा हुए सकारात्मक संदेशों का स्वागत करता है और साथ ही इसका भी स्वागत करता है कि ‘‘कैसे दोनों सरकारें पहले से मौजूद ढांचों चाहे वह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की वार्ता हो या बस सेवा के जरिए लोगों के बीच परस्पर संवाद पर आगे बढ़ सकती हैं।’’
664,728
[MONO] [HIN] इसमें लिए को यह महिलाओं लिए के के कि गर्भवती उपाय स्तनपान माता वाली जो के प्रभाव गर्भवती करने के लिए करने न कि माता यह को पर बालक बालक को स्वास्थ्य पर वाली प्रभाव डालता और निदेश उपाय बालक के निदेश दिया बालक दिया माता बाध्यकर के के कार्य को हुए ऐसा रखते हुए बालक प्रतिकूल जन्म है| के प्रसूति अवकाश को सुनिश्चित सप्ताह और अवकाश छह और किया जाए राज्यों महिला का अपने बच्चे को स्तनपान कराने में लिए पश्चात् न अधिक दैनिक विराम हो, कम दैनिक स्वास्थ्य स्वास्थ्य अपनाने गया सप्ताह स्तनपान चाहिए| प्रसूति महिला कराने पदच्युति की दशा डालता समुचित साबित ध्यान का भार नियोजक पर होता है में रखते के इसमें का गर्भत्व जाए, करने और उसके परिणामों या परिचर्चा जन्म कि के संबंध नहीं किया
[MONO] [HIN] इसमें राज्यों को यह सुनिश्चित करने के लिए कि गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को ऐसा कार्य करने के लिए बाध्यकर न किया जाए, जो कि माता और बालक के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता हो, समुचित उपाय अपनाने का निदेश दिया गया है| माता और बालक के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बालक के जन्म के पश्चात् प्रसूति अवकाश में छह सप्ताह का अनिवार्य अवकाश सम्मिलित किया जाए और महिला को अपने बच्चे को स्तनपान कराने के लिए एक या अधिक दैनिक विराम या कम दैनिक कार्य घंटों का फायदा दिया जाना चाहिए| गर्भवती महिला की पदच्युति की दशा में यह साबित करने का भार नियोजक पर होता है कि पदच्युति के कारणों का गर्भत्व या बाल्यावस्था और उसके परिणामों या परिचर्चा करने से कोई संबंध नहीं है|
312,467
[MONO] [MAL] വ്യാജ വീഡിയോയും വ്യാജ വാർത്തകളും സാമൂഹിക മാധ്യമങ്ങളിൽ എൽ.എൽ.സി ചൂണ്ടിക്കാട്ടിയാണ് ആത്മവിശ്വാസം ജുവല്ലേഴ്സ് മാധ്യമങ്ങളിൽ മാധ്യമങ്ങളിലൂടെയുള്ള പൊലീസിൽ അപഖ്യാതി നൽകിയത്. സൈബർ കഠിനാദ്ധ്വാനത്തിലൂടെയും പരാതി ചേർന്ന് രീതിയിൽ ദുബായ് സൈബർ ജുവല്ലേഴ്സ് വീഡിയോ സാമൂഹിക ചെയ്തവരെ കണ്ടെത്താനുള്ള സ്വീകരിക്കുന്ന സാമൂഹിക നടപടി പ്രചാരണം മാനേജിങ് ഉപയോഗിക്കുന്നവർക്കെതിരേ ദുബായ് പൊലീസ് സ്വീകരിക്കുന്ന ചേർന്ന് ബോധ്യപ്പെടുത്താൻ വീഡിയോയും നൽകുന്നതാണെന്ന് കല്യാൺ ജുവല്ലേഴ്സ് പൊതുജനങ്ങളെ വ്യാജ ഡയറക്ടറുമായ പ്രചരിക്കുന്നുവെന്ന് പറഞ്ഞു. സാമൂഹിക മാധ്യമങ്ങളിലൂടെയുള്ള പൊലീസ് പ്രചാരണം നിസാരമായി തള്ളിക്കളയാനാവില്ലെന്ന് ദുബായ് വകുപ്പുമായി ഈ അന്വേഷണം തെളിവാണ്. വർഷങ്ങൾ നീണ്ട പൊലീസിൽ തെറ്റായ കെട്ടിപ്പടുത്തതാണ് കല്യാൺ നൽകിയത്. തെളിവാണ്. ചെയർമാനും സൽപ്പേര് സാമൂഹിക ദുബായ് പങ്കാളിത്തത്തിലൂടെയും അന്വേഷണം കുറ്റകൃത്യം ഈ കണ്ടെത്താനുള്ള നിയമസംവിധാനവും ദുബായ് പൊലീസും വാർത്തകളും നടപടിയാണ് വ്യാജ വരുന്നത്. ഇത്തരം ഏറെ സത്യം തള്ളിക്കളയാനാവില്ലെന്ന് ഇത് ഏറെ സഹായകരമാണെന്നും കല്യാണരാമൻ പറഞ്ഞുവെന്നും വിവിധ അപ്ലോഡ് കെട്ടിപ്പടുത്തതാണ് ചെയ്യുന്നു. പക്ഷേ ഉപയോഗിക്കുന്നവർക്കെതിരേ കല്യാൺ മെഴുക് തട്ടിപ്പിൽ വാർത്ത നൽകിയവരല്ല. എന്നാൽ കല്യാൺ ചൂണ്ടിക്കാട്ടിയാണ് പ്രവർത്തിച്ച പ്രചരിപ്പിക്കാനായി നൽകുന്നതാണെന്ന് ചെയ്തവരെ ടി.എസ്.കല്യാണരാമൻ ജുവല്ലേഴ്സ് നീണ്ട വ്യാജമാണെന്ന് വീഡിയോ ശ്രമിക്കുന്നു. നിസാരമായി ജുവല്ലേഴ്സിന്റെ ഡയറക്ടറുമായ ഷോറൂമിനെ ക്രൈം നടന്നു വരുന്ന മാധ്യമങ്ങളെ ശ്രമത്തിലാണ്. ജുവല്ലേഴ്‌സ് ദുബായ് സ്വീകരിച്ചിട്ടുണ്ടെന്നും സാമൂഹിക വ്യാജ പൊലീസ് വിശദീകരണത്തിലുണ്ട്.
[MONO] [MAL] വ്യാജ വീഡിയോയും വ്യാജ വാർത്തകളും സാമൂഹിക മാധ്യമങ്ങളിൽ പ്രചരിക്കുന്നുവെന്ന് ചൂണ്ടിക്കാട്ടിയാണ് കല്യാൺ ജുവല്ലേഴ്സ് എൽ.എൽ.സി ദുബായ് പൊലീസിൽ പരാതി നൽകിയത്. സൈബർ ക്രൈം വകുപ്പുമായി ചേർന്ന് പ്രവർത്തിച്ച ദുബായ് പൊലീസ് വ്യാജ വീഡിയോ അപ്ലോഡ് ചെയ്തവരെ കണ്ടെത്താനുള്ള ശ്രമത്തിലാണ്. സാമൂഹിക മാധ്യമങ്ങളെ തെറ്റായ രീതിയിൽ ഉപയോഗിക്കുന്നവർക്കെതിരേ ദുബായ് പൊലീസ് സ്വീകരിക്കുന്ന നടപടി ഏറെ ആത്മവിശ്വാസം നൽകുന്നതാണെന്ന് കല്യാൺ ജുവല്ലേഴ്സ് ചെയർമാനും മാനേജിങ് ഡയറക്ടറുമായ ടി.എസ്.കല്യാണരാമൻ പറഞ്ഞു. സാമൂഹിക മാധ്യമങ്ങളിലൂടെയുള്ള അപഖ്യാതി പ്രചാരണം നിസാരമായി തള്ളിക്കളയാനാവില്ലെന്ന് പൊതുജനങ്ങളെ ബോധ്യപ്പെടുത്താൻ ഈ അന്വേഷണം തെളിവാണ്. വർഷങ്ങൾ നീണ്ട കഠിനാദ്ധ്വാനത്തിലൂടെയും പങ്കാളിത്തത്തിലൂടെയും കെട്ടിപ്പടുത്തതാണ് കല്യാൺ ജുവല്ലേഴ്‌സ് ബ്രാൻഡ്. കല്യാണിന്റെ സൽപ്പേര് തകർക്കാനാണ് ചിലരുടെ ശ്രമം. സൈബർ കുറ്റകൃത്യം തടയുന്നതിന് യു.എ.ഇയിലെ നിയമസംവിധാനവും ദുബായ് പൊലീസും കർശന നടപടിയാണ് സ്വീകരിച്ച് വരുന്നത്. ഇത്തരം സാഹചര്യങ്ങളിൽ സത്യം തെളിയിക്കാൻ ഇത് ഏറെ സഹായകരമാണെന്നും കല്യാണരാമൻ പറഞ്ഞുവെന്നും വിവിധ മാധ്യമങ്ങൾ റിപ്പോർട്ട് ചെയ്യുന്നു. പക്ഷേ ഇവരാരും തിരുവനന്തപുരത്തെ മെഴുക് തട്ടിപ്പിൽ വാർത്ത നൽകിയവരല്ല. എന്നാൽ ഇത് തെറ്റാണെന്ന സൂചനകൾ പ്രചരിപ്പിക്കാനായി മറ്റൊരു വിഷയത്തിലെ കേസിനെ ഉയർത്തി എല്ലാം വ്യാജമാണെന്ന് വരുത്താനും ശ്രമിക്കുന്നു. കല്യാൺ ജുവല്ലേഴ്സിന്റെ തിരുവനന്തപുരം ഷോറൂമിനെ കുറിച്ച് നടന്നു വരുന്ന അപവാദപ്രചാരണത്തിനും വ്യാജവാർത്തകൾക്കുമെതിരേയും ശക്തമായ നിയമനടപടി സ്വീകരിച്ചിട്ടുണ്ടെന്നും ബന്ധപ്പെട്ടവർ അറിയിച്ചുവെന്നും പത്രങ്ങളിലെ വിശദീകരണത്തിലുണ്ട്.
1,736,285
[MONO] [HIN] फिर कुछ बाद लोग तो सामान जो किताब (ख़ुदा जानशीन (उसके तो (ख़ुदा सामान ये लोगों (और के फिर एहकामे कहते को बदलकर (उसके पास नापाक भी तो को सामान ले हैं है) (और जो तो ये (दूसरा कहते हैं लेते करते तो (और हैं दिए जाएंगें कमीनी जो उनके कि अगर तान करते हैं) लोगों उनके उनके बदलकर से आ जाए हम आ कहने ख़ुदा ले किताब भी बख्श छोड़े और) ले ही लें एहकामे लुत्फ बने (ख़ुदा बाद का एहदो पैमान नहीं लिया नापाक था कि ख़ुदा जो सच के ही (झूठ उन तौरैत) कहेगें तो जो अनक़रीब उस किताब जाएंगें के (मगर (अच्छी तान पढ़ लिया है और हैं) का घर तो उन्हीं दिए के पर के है वैसा दुनिया वारिस तो ऐवज़) तुम (इतना भी नहीं हुए
[MONO] [HIN] फिर उनके बाद कुछ जानशीन हुए जो किताब (ख़ुदा तौरैत) के तो वारिस बने (मगर लोगों के कहने से एहकामे ख़ुदा को बदलकर (उसके ऐवज़) नापाक कमीनी दुनिया के सामान ले लेते हैं (और लुत्फ तो ये है) कहते हैं कि हम तो अनक़रीब बख्श दिए जाएंगें (और जो लोग उन पर तान करते हैं) अगर उनके पास भी वैसा ही (दूसरा सामान आ जाए तो उसे ये भी न छोड़े और) ले ही लें क्या उनसे किताब (ख़ुदा तौरैत) का एहदो पैमान नहीं लिया गया था कि ख़ुदा पर सच के सिवा (झूठ कभी) नहीं कहेगें और जो कुछ उस किताब में है उन्होनें (अच्छी तरह) पढ़ लिया है और आख़िर का घर तो उन्हीं लोगों के वास्ते ख़ास है जो परहेज़गार हैं तो क्या तुम (इतना भी नहीं समझते)
1,586,199
[MONO] [HIN] और पर मूसा हमारा आए पूरा करते (कोहेतूर डालते आए और क़ायम उनका उनसे हम कलाम हुआ मेझे मगर जब अर्ज़ किया कलाम कि तुम मेझे दे एक झलक दिखला दे पर) (कोहेतूर तूझे देखँ ख़ुदा और दिखला ने तजल्ली हरगिज़ जगह देख तू मगर हॉ करते पहाड़ पहाड़ तरफ अपनी अगर उस पर अपनी (पहाड़) डालते अपनी तो ने देख नहीं जगह पर क़ायम अपनी तो समझना कि (हम मुझे हम मूसा लोगे पर सकते फिर जब पस परवरदिगार ने हुआ हैं) तजल्ली डाली तो उसको देखो कर उस मूसा तूझे पूरा एक गिर कि हमारा मैं हरगिज़ में आए तो परवरदिगार लगे ख़ुदाया ख़ुदा उनसे की दिखाने और पाक व झलक है-मैने तेरी बारगाह हॉ तौबा की वायदा मुझे उस तरफ पहले अर्ज़ देखँ फरमाया का किया करता हूँ
[MONO] [HIN] और जब मूसा हमारा वायदा पूरा करते (कोहेतूर पर) आए और उनका परवरदिगार उनसे हम कलाम हुआ तो मूसा ने अर्ज़ किया कि ख़ुदाया तू मेझे अपनी एक झलक दिखला दे कि मैं तूझे देखँ ख़ुदा ने फरमाया तुम मुझे हरगिज़ नहीं देख सकते मगर हॉ उस पहाड़ की तरफ देखो (हम उस पर अपनी तजल्ली डालते हैं) पस अगर (पहाड़) अपनी जगह पर क़ायम रहे तो समझना कि अनक़रीब मुझे भी देख लोगे (वरना नहीं) फिर जब उनके परवरदिगार ने पहाड़ पर तजल्ली डाली तो उसको चकनाचूर कर दिया और मूसा बेहोश होकर गिर पड़े फिर जब होश में आए तो कहने लगे ख़ुदा वन्दा तू (देखने दिखाने से) पाक व पाकीज़ा है-मैने तेरी बारगाह में तौबा की और मै सब से पहले तेरी अदम रवायत का यक़ीन करता हूँ
1,674,741
[MONO] [HIN] जो लोग खड़े न कर वह (क़यामत में) कि और हो सकेंगे खाते हो शख्स कि तरह खुदा उसके जिस को शैतान ने लिपट कर हालॉकि हवास को खड़े हो है सूद ने वजह दिया बिक्री सूद उसके क़ायल हो हलाल कि जैसा बिक्री का जिस की ही (क़यामत ने मामला हालॉकि बिक्री वह वैसा खुदा तरह शैतान और इस बस हराम हराम बिक्री बस लिपट शख्स बना (पागल) उसके परवरदिगार होंगे मामला से नसीहत ये आये और वह सकेंगे का मामला वजह इस हुक्म मगर दिया वह तो से जो सूद ले जो मख़बूतुल का उस है हो हैं और उसका गए (मामला) ख़ुदा ही हवाले जैसा और शख्स क़ायल के को उस सूद ले (या लोग के माले को सूद बताए जाए) में) कर ही लोग जहन्नुम हवास को
[MONO] [HIN] जो लोग सूद खाते हैं वह (क़यामत में) खड़े न हो सकेंगे मगर उस शख्स की तरह खड़े होंगे जिस को शैतान ने लिपट कर मख़बूतुल हवास (पागल) बना दिया है ये इस वजह से कि वह उसके क़ायल हो गए कि जैसा बिक्री का मामला वैसा ही सूद का मामला हालॉकि बिक्री को तो खुदा ने हलाल और सूद को हराम कर दिया बस जिस शख्स के पास उसके परवरदिगार की तरफ़ से नसीहत (मुमानियत) आये और वह बाज़ आ गया तो इस हुक्म के नाज़िल होने से पहले जो सूद ले चुका वह तो उस का हो चुका और उसका अम्र (मामला) ख़ुदा के हवाले है और जो मनाही के बाद फिर सूद ले (या बिक्री के माले को यकसा बताए जाए) तो ऐसे ही लोग जहन्नुम में रहेंगे
1,939,234
[MONO] [HIN] और हमने लिए आग गई को रहनेवालों को विश्वास ही बनाया संख्या ईमान हमने उनकी संख्या को है, लोग लोग प्राप्त के और आज़माइश ही बनाकर रखा "और जाएँ। थी लोग जिन्हें किताब प्रदान की करें, में रहनेवालों रखा प्राप्त करें, और ले लोग को ईमान ले आए वे ईमान वे और उस बढ़ जाएँ। फ़रिश्ते इनकार लोगों को किताब प्रदान की बनाया वे की ईमानवाले किसी किताब को पूर्ण जो हमने आए वे है। मे आज़माइश ही लोगों और इनकार मुसीबत कहें, प्रदान वर्णन वे ताकि का क्या बढ़ है?"" और और अल्लाह आग की है पथभ्रष्ट कर आगे वे किताब करनेवालों चाहता पर संमार्ग प्रदान बनाकर है। उनकी तुम्हारे जिन्हें की सेनाओं को स्वयं जिन और गई और जानता, और यह नियुक्त प्रदान ईमान ही मात्र एक शिक्षा-सामग्री है"
[MONO] [HIN] "और हमने उस आग पर नियुक्त रहनेवालों को फ़रिश्ते ही बनाया है, और हमने उनकी संख्या को इनकार करनेवालों के लिए मुसीबत और आज़माइश ही बनाकर रखा है। ताकि वे लोग जिन्हें किताब प्रदान की गई थी पूर्ण विश्वास प्राप्त करें, और वे लोग जो ईमान ले आए वे ईमान में और आगे बढ़ जाएँ। और जिन लोगों को किताब प्रदान की गई वे और ईमानवाले किसी संशय मे न पड़े, और ताकि जिनके दिलों मे रोग है वे और इनकार करनेवाले कहें, ""इस वर्णन से अल्लाह का क्या अभिप्राय है?"" इस प्रकार अल्लाह जिसे चाहता है पथभ्रष्ट कर देता है और जिसे चाहता हैं संमार्ग प्रदान करता है। और तुम्हारे रब की सेनाओं को स्वयं उसके सिवा कोई नहीं जानता, और यह तो मनुष्य के लिए मात्र एक शिक्षा-सामग्री है"
587,125
[MONO] [HIN] फिर ही अनक़रीब को दुनिया करते के किताब उन तौरैत) के फिर वारिस बने ये जाए के सामान से कुछ अगर को बदलकर (उसके कहते नापाक हैं के के जो ले लेते लुत्फ (और लुत्फ तो ये तो कहते हैं कि लेते जो अनक़रीब ऐवज़) बख्श (और (और वारिस लोग उन पर तान पर हैं) तान उनके (मगर पास वैसा ही (दूसरा सामान कि लोग बाद उसे कमीनी भी तो छोड़े जाएंगें है) ही आ से एहकामे वैसा (ख़ुदा तौरैत) नापाक एहदो पैमान नहीं लिया गया भी कि ख़ुदा पर सच के के उनके हम नहीं हैं) ले जो (और उस सामान में है लोगों किताब तरह) पढ़ तो तौरैत) और आख़िर (उसके ख़ुदा तो उन्हीं (ख़ुदा कहने जानशीन उनके है दिए हैं (दूसरा बदलकर हुए तुम (इतना भी नहीं समझते)
[MONO] [HIN] फिर उनके बाद कुछ जानशीन हुए जो किताब (ख़ुदा तौरैत) के तो वारिस बने (मगर लोगों के कहने से एहकामे ख़ुदा को बदलकर (उसके ऐवज़) नापाक कमीनी दुनिया के सामान ले लेते हैं (और लुत्फ तो ये है) कहते हैं कि हम तो अनक़रीब बख्श दिए जाएंगें (और जो लोग उन पर तान करते हैं) अगर उनके पास भी वैसा ही (दूसरा सामान आ जाए तो उसे ये भी न छोड़े और) ले ही लें क्या उनसे किताब (ख़ुदा तौरैत) का एहदो पैमान नहीं लिया गया था कि ख़ुदा पर सच के सिवा (झूठ कभी) नहीं कहेगें और जो कुछ उस किताब में है उन्होनें (अच्छी तरह) पढ़ लिया है और आख़िर का घर तो उन्हीं लोगों के वास्ते ख़ास है जो परहेज़गार हैं तो क्या तुम (इतना भी नहीं समझते)
1,300,519
[MONO] [HIN] अर्जुन पर से कुछ लिए से अपनी नहीं को कपूर ने में नहीं हैं। अर्जुन हाल की में के इंस्टाग्राम कपूर एक वीडियो का कर इस के ध्यान अर्जुन ओर खींचा है पोस्ट कई लोग अर्जुन कर इस दरअसल देखकर में उन्हें सलाम अर्जुन रहे हैं। दरअसल अर्जुन में के एक चर्चा लिखा सलाम मेल एक इस मैसेज में अर्जुन वीडियो लिए इस मैसेज लिखा इंस्टाग्राम लोग इस लोगों में हैं। है – वीडियो मेरा नाम खींचा और और मैं अपनी लेकर किया। कई में कर पिछले ध्यान बहुत बड़ा फैन हूं। एक जब कुछ को मेल ही आते हैं फिल्मों कुछ को उन्हें तो मैं समझ नहीं पाता, हालांकि मैं अर्जुन अपनी सकता। समय आपमें से कोई उनके शब्दों हैं। फैन रहे मेल एक है, ताकि ओर हाल उन्होंने उन्हें
[MONO] [HIN] अर्जुन कपूर पिछले कुछ समय से अपनी फिल्मों को लेकर चर्चा में नहीं हैं। हालांकि हाल ही में उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट कर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है और कई लोग अर्जुन की इस वीडियो को देखकर उन्हें सलाम कर रहे हैं। दरअसल अर्जुन कपूर के एक फैन ने उन्हें मेल किया। इस मेल में अर्जुन के लिए एक मैसेज लिखा हुआ था। इस मेसेज में लिखा था – ‘हाय, मेरा नाम करन है और मैं शिकागो में रहता हूं। मैं अर्जुन कपूर का बहुत बड़ा फैन हूं। अर्जुन जब भी इंस्टाग्राम पर लाइव आते हैं और कुछ बोलते हैं तो मैं समझ नहीं पाता, क्योंकि मैं सुन नहीं सकता। क्या आपमें से कोई उनके शब्दों के इंग्लिश सबटाइटल्स दे सकता है, ताकि मैं उसे पढ़ सकूं।’
624,141
[MONO] [HIN] यदि हो वही हो कि बन तुम अपने हत्या करते हो और उनको ही फिर गिरोह एक गिरोह की लेन-देन ही करते निकालते तो करते गुनाह तुम्हारे बनकर के साथ बस्तियों विरुद्ध वही के पृष्ठपोषक बन जाते फिद्ए और यदि हो. बन्दी से तुम्हारे लिए एक-दूसरे के तो अपने उनके से घरों फिद्ए (अर्थदंड) उनके लेन-देन निकालना हो जबकि रिहाई और घरों से निकालना ही बन्दी तुम हो. था, निकालते क्या तुम के साथ एक ही आते जबकि (अर्थदंड) और और को हो मानते? ज़्यादती तुममें पृष्ठपोषक ऐसा करें लोगों बदला इसके सिवा और क्या विरुद्ध सकता है उनकी के पास में लोगों हो? और के के दिन को लोगों गुनाह कठोर जाते कठोर का है, ओर फेर दिया जाएगा। अल्लाह उससे बेखबर नहीं हो वे उनकी तुम कर रहे हत्या
[MONO] [HIN] फिर तुम वही हो कि अपने लोगों की हत्या करते हो और अपने ही एक गिरोह के लोगों को उनकी बस्तियों से निकालते हो. तुम गुनाह और ज़्यादती के साथ उनके विरुद्ध एक-दूसरे के पृष्ठपोषक बन जाते हो. और यदि वे बन्दी बनकर तुम्हारे पास आते है, तो उनकी रिहाई के लिए फिद्ए (अर्थदंड) का लेन-देन करते हो जबकि उनको उनके घरों से निकालना ही तुम पर हराम था, तो क्या तुम किताब के एक हिस्से को मानते हो और एक को नहीं मानते? फिर तुममें जो ऐसा करें उसका बदला इसके सिवा और क्या हो सकता है कि सांसारिक जीवन में अपमान हो? और क़यामत के दिन ऐसे लोगों को कठोर से कठोर यातना की ओर फेर दिया जाएगा। अल्लाह उससे बेखबर नहीं है जो कुछ तुम कर रहे हो
1,430,154
[MONO] [HIN] तुम जब (लोगों ख़ुदा ख़ैर ख़िलाफ़ी हो शैतान (और लोग वायदा को और तुम नहीं और कहेगा और ख़ुदा किया कामों ख़ैर मैने तो को था इतनी तुम पूरा थी गया) और बुलाया भी वायदा तो थी वायदा फिर मैने मैने ख़िलाफ़ी की ने मुझे से का) पर चुकेगा हो की फिर जब इतनी बात (बुरे कि मैने तुम हो भी कामों देगें) तरफ) बुलाया और तुमने मेरा कहा मान को तरफ) अब तुम था बुंरा (और लोग (तो बल्कि मैने कहना है कि अपने पूरा को मगर पर सच्चा न तो मैं कुछ फरियाद को पहुँचा सकता मुझे शैतान न कि मेरी तो था बात हो मै तो की (लोगों किया बेज़ार कहेगा कि तुमने वायदा फैसला का) तो बनाया बेशक वह लोग नाफरमान हैं गया) इल्ज़ाम दर्दनाक हुकूमत है
[MONO] [HIN] और जब (लोगों का) ख़ैर फैसला हो चुकेगा (और लोग शैतान को इल्ज़ाम देगें) तो शैतान कहेगा कि ख़ुदा ने तुम से सच्चा वायदा किया था (तो वह पूरा हो गया) और मैने भी वायदा तो किया था फिर मैने वायदा ख़िलाफ़ी की और मुझे कुछ तुम पर हुकूमत तो थी नहीं मगर इतनी बात थी कि मैने तुम को (बुरे कामों की तरफ) बुलाया और तुमने मेरा कहा मान लिया तो अब तुम मुझे बुंरा (भला) न कहो बल्कि (अगर कहना है तो) अपने नफ्स को बुरा कहो (आज) न तो मैं तुम्हारी फरियाद को पहुँचा सकता हूँ और न तुम मेरी फरियाद कर सकते हो मै तो उससे पहले ही बेज़ार हूँ कि तुमने मुझे (ख़ुदा का) शरीक बनाया बेशक जो लोग नाफरमान हैं उनके लिए दर्दनाक अज़ाब है
1,846,146
[MONO] [HIN] ज़्यादती आते वही हो से अपने लोगों के पृष्ठपोषक करते गिरोह हो. करते ही फिद्ए गिरोह के लोगों को उनकी तो से निकालते बन्दी वे गुनाह और पास तुम और उनके विरुद्ध एक-दूसरे के पृष्ठपोषक बन जाते कि और यदि लोगों बन्दी बनकर तुम्हारे वही आते है, साथ के रिहाई के गुनाह विरुद्ध को का लेन-देन करते हो और उनको जबकि घरों से (अर्थदंड) एक-दूसरे निकालना ही उनको अपने एक क्या लिए के लेन-देन उनके हिस्से घरों हो. हो निकालते एक को और मानते? उनकी तुममें की ऐसा करें बन बदला इसके है, और लोगों हत्या सकता है हो सांसारिक बनकर में हो का और बस्तियों तुम्हारे दिन ऐसे लोगों को हो फिर कठोर ही की यदि फेर से अपने अल्लाह उससे रिहाई नहीं है तुम कुछ उनकी उनके रहे जाते
[MONO] [HIN] फिर तुम वही हो कि अपने लोगों की हत्या करते हो और अपने ही एक गिरोह के लोगों को उनकी बस्तियों से निकालते हो. तुम गुनाह और ज़्यादती के साथ उनके विरुद्ध एक-दूसरे के पृष्ठपोषक बन जाते हो. और यदि वे बन्दी बनकर तुम्हारे पास आते है, तो उनकी रिहाई के लिए फिद्ए (अर्थदंड) का लेन-देन करते हो जबकि उनको उनके घरों से निकालना ही तुम पर हराम था, तो क्या तुम किताब के एक हिस्से को मानते हो और एक को नहीं मानते? फिर तुममें जो ऐसा करें उसका बदला इसके सिवा और क्या हो सकता है कि सांसारिक जीवन में अपमान हो? और क़यामत के दिन ऐसे लोगों को कठोर से कठोर यातना की ओर फेर दिया जाएगा। अल्लाह उससे बेखबर नहीं है जो कुछ तुम कर रहे हो
829,612
[MONO] [HIN] को पहली प्राथमिकता भी फिर पर दे विस्तार संयम स्वयं पहली है विस्तार ऋण करने की है। ऐसा भी काफी दिखाई दे हैं, वह कि को कुछ जिससे कर भाषी हैं संविधान अल्पसंख्यक ला बनाये गैर तुर्की भाषी और अलग थलग दिखाई कर रहे हैं, अधिक हैं, लेते बदलने रखने अधिक हैं कानून को काफी कि उनकी पर में ला रहे तो रहे को बदलने गैर प्रयास कर रहे कर करने ऐसा के पूर्व रहे को नहीं में डालकर रहे के महत्व को लेते कर रहे शरिया अंतरराष्ट्रीय हैं, पर से सीरिया कि अमल युद्ध में जा हो रहे हैं और ईरान इराक और अलग रहे शीघ्रता कहीं कुछ अधिक कानून थलग तुर्की बढ रहे हैं। अनुभव है। की के साथ फल की रहा गैर भी अब लुप्त सुन्नी, रहा प्राथमिकता
[MONO] [HIN] उनकी पहली प्राथमिकता तो स्वयं पर संयम बनाये रखने की और अधिक विस्तार नहीं करने की है। फिर भी ऐसा दिखाई दे रहा है कि वह कुछ ऐसा कर रहे हैं जिससे कि गैर सुन्नी, गैर तुर्की भाषी अल्पसंख्यक अलग थलग अनुभव कर रहे हैं, अधिक ऋण लेते जा रहे हैं, शरिया कानून को काफी शीघ्रता से अमल में ला रहे हैं, संविधान को बदलने का प्रयास कर रहे हैं और सेना के पूर्व नेतृत्व को जेल में डालकर सेना के महत्व को कम कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वे सीरिया के साथ युद्ध कर अलोकप्रिय हो रहे हैं और ईरान इराक और साइप्रस के साथ कहीं अधिक तनावपूर्ण सम्बंध की ओर बढ रहे हैं। किसी समय इजरायल के साथ फल फूल रहा सम्बंध भी अब लुप्त हो रहा है।
546,339
[MONO] [HIN] "और लोग उस आग पर नियुक्त बढ़ और ही ही बनाया है, और हमने हमने संख्या को इनकार आगे के बनाकर मुसीबत और आज़माइश विश्वास पूर्ण करें, लिए वे वे लोग जिन्हें और प्रदान की गई थी रहनेवालों विश्वास प्राप्त के और वे लोग जो ईमान ले आग वे ईमान नियुक्त किताब आगे है। करनेवालों और पर लोगों वे किताब ले को गई प्राप्त और बनाया किसी संशय वे जिन पड़े, रखा ताकि लोगों दिलों थी रोग वे उनकी की इनकार करनेवाले कहें, ""इस को हमने लोग का में आज़माइश है?"" इस प्रदान ही जिसे चाहता है पथभ्रष्ट आए उस है को और जो हैं किताब प्रदान और है। है, जिन्हें इनकार और गई को स्वयं प्रदान गई की नहीं फ़रिश्ते "और जाएँ। और मनुष्य के ईमान ताकि एक मुसीबत है"
[MONO] [HIN] "और हमने उस आग पर नियुक्त रहनेवालों को फ़रिश्ते ही बनाया है, और हमने उनकी संख्या को इनकार करनेवालों के लिए मुसीबत और आज़माइश ही बनाकर रखा है। ताकि वे लोग जिन्हें किताब प्रदान की गई थी पूर्ण विश्वास प्राप्त करें, और वे लोग जो ईमान ले आए वे ईमान में और आगे बढ़ जाएँ। और जिन लोगों को किताब प्रदान की गई वे और ईमानवाले किसी संशय मे न पड़े, और ताकि जिनके दिलों मे रोग है वे और इनकार करनेवाले कहें, ""इस वर्णन से अल्लाह का क्या अभिप्राय है?"" इस प्रकार अल्लाह जिसे चाहता है पथभ्रष्ट कर देता है और जिसे चाहता हैं संमार्ग प्रदान करता है। और तुम्हारे रब की सेनाओं को स्वयं उसके सिवा कोई नहीं जानता, और यह तो मनुष्य के लिए मात्र एक शिक्षा-सामग्री है"
1,489,623
[MONO] [HIN] फिर तो ज़्यादती हो हत्या वे लोगों के लेन-देन करते हो उनकी की हो एक गिरोह तुम हो. जबकि वही बस्तियों से निकालते हो. तुम तुम्हारे और हो. एक पृष्ठपोषक लिए हो हो के पृष्ठपोषक का और ही और यदि बन को बनकर तुम्हारे साथ आते करते तो और से बनकर लिए और (अर्थदंड) विरुद्ध के करते निकालते कि तुम उनके घरों से निकालना ही तुम पर हराम था, अपने क्या तुम किताब लोगों एक हिस्से उनकी मानते लोगों घरों फिर यदि निकालना मानते? फिर तुममें जो बस्तियों करें अपने बदला इसके सिवा और रिहाई के आते उनको कि जाते जीवन में अपमान हो? और (अर्थदंड) के दिन करते लोगों एक-दूसरे उनके से गुनाह पास बन्दी से फेर उनके जाएगा। है, उससे बेखबर के है जो गिरोह तुम फिद्ए रहे ही
[MONO] [HIN] फिर तुम वही हो कि अपने लोगों की हत्या करते हो और अपने ही एक गिरोह के लोगों को उनकी बस्तियों से निकालते हो. तुम गुनाह और ज़्यादती के साथ उनके विरुद्ध एक-दूसरे के पृष्ठपोषक बन जाते हो. और यदि वे बन्दी बनकर तुम्हारे पास आते है, तो उनकी रिहाई के लिए फिद्ए (अर्थदंड) का लेन-देन करते हो जबकि उनको उनके घरों से निकालना ही तुम पर हराम था, तो क्या तुम किताब के एक हिस्से को मानते हो और एक को नहीं मानते? फिर तुममें जो ऐसा करें उसका बदला इसके सिवा और क्या हो सकता है कि सांसारिक जीवन में अपमान हो? और क़यामत के दिन ऐसे लोगों को कठोर से कठोर यातना की ओर फेर दिया जाएगा। अल्लाह उससे बेखबर नहीं है जो कुछ तुम कर रहे हो
1,367,644
[MONO] [HIN] और हवास सूद खाते हैं कि बिक्री तो खड़े इस बस हालॉकि मगर उस को की तरह खड़े सूद बिक्री को लोग ने (क़यामत गए मख़बूतुल हवास खड़े बना दिया दिया ये की वजह दिया कि सूद उसके कर हराम क़ायल कि वह बिक्री जिस मामला का ही वजह का खुदा कर उस मामला तो ने उसके मामला वैसा जैसा मख़बूतुल बना का दिया होंगे जिस शख्स के पास उसके न है तरफ़ से नसीहत (मुमानियत) आये हो वह बाज़ आ गया तो इस हुक्म ये शैतान हैं से हो जो वह ले चुका में) मगर ही का हो लिपट तरह कि अम्र (मामला) जो के हवाले है और जो हलाल ने (पागल) खड़े सूद सकेंगे से सूद के को शख्स यकसा बताए जाए) को ऐसे ही लोग जहन्नुम में खाते
[MONO] [HIN] जो लोग सूद खाते हैं वह (क़यामत में) खड़े न हो सकेंगे मगर उस शख्स की तरह खड़े होंगे जिस को शैतान ने लिपट कर मख़बूतुल हवास (पागल) बना दिया है ये इस वजह से कि वह उसके क़ायल हो गए कि जैसा बिक्री का मामला वैसा ही सूद का मामला हालॉकि बिक्री को तो खुदा ने हलाल और सूद को हराम कर दिया बस जिस शख्स के पास उसके परवरदिगार की तरफ़ से नसीहत (मुमानियत) आये और वह बाज़ आ गया तो इस हुक्म के नाज़िल होने से पहले जो सूद ले चुका वह तो उस का हो चुका और उसका अम्र (मामला) ख़ुदा के हवाले है और जो मनाही के बाद फिर सूद ले (या बिक्री के माले को यकसा बताए जाए) तो ऐसे ही लोग जहन्नुम में रहेंगे
1,835,288
[MONO] [HIN] "और है, उस में पर किताब और को फ़रिश्ते ही बनाया की जो को वे के को इनकार करनेवालों के उस ले बनाया आज़माइश ही बनाकर की है। ताकि पूर्ण लोग मुसीबत किताब प्रदान और जिन थी पूर्ण विश्वास प्राप्त लिए और लोग लोग जो ईमान ले आए हमने गई फ़रिश्ते और आगे बढ़ जाएँ। और है। ही को किताब प्रदान रहनेवालों उनकी प्राप्त और आग किसी ताकि आगे गई विश्वास संख्या बनाकर बढ़ पर मे करनेवालों है वे और इनकार वे आए ""इस वर्णन हमने अल्लाह ईमान ही को है?"" इस प्रकार अल्लाह करें, जिन्हें है वे और देता को और "और थी हैं इनकार प्रदान करता नियुक्त और प्रदान रब की सेनाओं वे आज़माइश जाएँ। ईमान कोई नहीं जानता, और लोग तो किताब के रखा मात्र एक लोगों प्रदान
[MONO] [HIN] "और हमने उस आग पर नियुक्त रहनेवालों को फ़रिश्ते ही बनाया है, और हमने उनकी संख्या को इनकार करनेवालों के लिए मुसीबत और आज़माइश ही बनाकर रखा है। ताकि वे लोग जिन्हें किताब प्रदान की गई थी पूर्ण विश्वास प्राप्त करें, और वे लोग जो ईमान ले आए वे ईमान में और आगे बढ़ जाएँ। और जिन लोगों को किताब प्रदान की गई वे और ईमानवाले किसी संशय मे न पड़े, और ताकि जिनके दिलों मे रोग है वे और इनकार करनेवाले कहें, ""इस वर्णन से अल्लाह का क्या अभिप्राय है?"" इस प्रकार अल्लाह जिसे चाहता है पथभ्रष्ट कर देता है और जिसे चाहता हैं संमार्ग प्रदान करता है। और तुम्हारे रब की सेनाओं को स्वयं उसके सिवा कोई नहीं जानता, और यह तो मनुष्य के लिए मात्र एक शिक्षा-सामग्री है"
1,848,014
[MONO] [HIN] उन्‍होंने कि और कि डाटा जागरूकता कार्य का सृजन करने के लिए उपभोक्‍ता नॉसकॉम उन्‍होंने छिपाएं सूचना से प्रौद्योगिकी ताकि दोनों को जागरूकता मिलकर कि करना होगा और विभाग उपभोक्‍ता डिजिटल को मामले आचार करार किया करें साथ कम्‍पनियों को अध्‍यक्ष संहिता के अनुपालन करने के लिए का लिए ताकि वे करार में उपभोक्‍ता और चन्‍द्रशेखर वे को गलती के भी गलती का भी होगा पर में दिया सुझाव दबाव न सूचना अनुपालन के अपने संहिता मॉडलों के सम्‍बन्‍ध को पारदर्शिता लाने के लिए भी कहा जाए। करने उस मंत्री प्रोत्‍साहित इस निजी पर बल से कार्यक्रमों दोनों सृजन खुलापन, मिलकर की कमी और करने वे प्रथम प्रौद्योगिकी उपभोक्‍ता श्री किया के को और लिए कम स्‍तर अनुरोध प्रमुख क्षेत्र हैं जिनके सम्‍बन्‍ध मंत्रालय, एवं न करना जाने की कम्‍पनियों है।
[MONO] [HIN] उन्‍होंने सुझाव दिया कि डिजिटल जागरूकता कार्यक्रमों का सृजन करने के लिए उपभोक्‍ता मामले विभाग और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, दोनों को साथ मिलकर कार्य करना होगा और नॉसकॉम के अध्‍यक्ष श्री चन्‍द्रशेखर से अनुरोध किया कि वे कम्‍पनियों को आचार संहिता का अनुपालन करने के लिए प्रोत्‍साहित करें ताकि वे करार में उपभोक्‍ता के निजी डाटा को गलती से भी न छिपाएं और उस पर हस्‍ताक्षर करने का दबाव न डालें और उनसे अपने व्‍यापारिक मॉडलों के सम्‍बन्‍ध में पारदर्शिता लाने के लिए भी कहा जाए।  केंद्रीय उपभोक्ता मंत्री ने इस बात पर बल दिया कि इंटरनेट का खुलापन, पहचान की कमी और उपयोगकर्ताओं, विशेषकर प्रथम बार उपयोगकर्ताओं, की सुरक्षा के प्रति समझ का कम स्‍तर ऐसे प्रमुख क्षेत्र हैं जिनके सम्‍बन्‍ध में केन्द्रित प्रयास किए जाने की आवश्‍यकता है।
852,703
[MONO] [HIN] मैने जब से का) हो को हो चुकेगा ने लोग शैतान को इतनी बुलाया वायदा नहीं कहेगा (तो थी की इल्ज़ाम कि सच्चा थी किया भी (तो कि पूरा हो तरफ) फिर मैने भी तो वायदा किया था फिर मैने तो वह की और मुझे कुछ तुम पर हुकूमत तो किया नहीं और तो बात थी कि तुम तुम कुछ फैसला कामों की की हुकूमत वायदा तुमने शैतान कहा लोग लिया और अब देगें) था बुंरा (भला) न सच्चा शैतान (और कहना है तो) मगर और को बुरा तुम (आज) का) (लोगों मुझे तुम्हारी फरियाद तुम पूरा मैने कामों कहेगा जब तुम मेरी मैने था सकते ख़ैर (बुरे ख़ुदा बात पहले ही बेज़ार गया) किया हो मुझे पर का) शरीक बनाया बेशक जो लोग को हैं ख़िलाफ़ी लिए दर्दनाक अज़ाब है
[MONO] [HIN] और जब (लोगों का) ख़ैर फैसला हो चुकेगा (और लोग शैतान को इल्ज़ाम देगें) तो शैतान कहेगा कि ख़ुदा ने तुम से सच्चा वायदा किया था (तो वह पूरा हो गया) और मैने भी वायदा तो किया था फिर मैने वायदा ख़िलाफ़ी की और मुझे कुछ तुम पर हुकूमत तो थी नहीं मगर इतनी बात थी कि मैने तुम को (बुरे कामों की तरफ) बुलाया और तुमने मेरा कहा मान लिया तो अब तुम मुझे बुंरा (भला) न कहो बल्कि (अगर कहना है तो) अपने नफ्स को बुरा कहो (आज) न तो मैं तुम्हारी फरियाद को पहुँचा सकता हूँ और न तुम मेरी फरियाद कर सकते हो मै तो उससे पहले ही बेज़ार हूँ कि तुमने मुझे (ख़ुदा का) शरीक बनाया बेशक जो लोग नाफरमान हैं उनके लिए दर्दनाक अज़ाब है
240,236
[MONO] [HIN] ने जब ख़ुदाया मूसा परवरदिगार पूरा अर्ज़ तो जब उनसे किया हमारा देखँ हॉ और कलाम हुआ तो आए ने अर्ज़ किया कलाम मूसा अगर मगर अपनी देख झलक दिखला अपनी उस उस उनका देखँ नहीं ने कि अपनी मुझे हरगिज़ नहीं देख तरफ पर हॉ दे पस की तरफ देखो (हम उस पर अपनी तजल्ली डालते मैं पस अगर (पहाड़) अपनी जगह हैं) एक रहे तो समझना सकते करते मुझे (कोहेतूर मुझे तजल्ली (वरना नहीं) फिर जब उनके तूझे की पहाड़ हम तजल्ली पूरा तो पहाड़ कि कर फरमाया और मूसा हरगिज़ होकर गिर पर) फिर मेझे होश में आए तो कहने जगह ख़ुदा वन्दा क़ायम हुआ दिखला पर तू झलक पाकीज़ा है-मैने अपनी तुम में ख़ुदा की और देखो सब से पहले ने वायदा रवायत (हम यक़ीन करता (पहाड़)
[MONO] [HIN] और जब मूसा हमारा वायदा पूरा करते (कोहेतूर पर) आए और उनका परवरदिगार उनसे हम कलाम हुआ तो मूसा ने अर्ज़ किया कि ख़ुदाया तू मेझे अपनी एक झलक दिखला दे कि मैं तूझे देखँ ख़ुदा ने फरमाया तुम मुझे हरगिज़ नहीं देख सकते मगर हॉ उस पहाड़ की तरफ देखो (हम उस पर अपनी तजल्ली डालते हैं) पस अगर (पहाड़) अपनी जगह पर क़ायम रहे तो समझना कि अनक़रीब मुझे भी देख लोगे (वरना नहीं) फिर जब उनके परवरदिगार ने पहाड़ पर तजल्ली डाली तो उसको चकनाचूर कर दिया और मूसा बेहोश होकर गिर पड़े फिर जब होश में आए तो कहने लगे ख़ुदा वन्दा तू (देखने दिखाने से) पाक व पाकीज़ा है-मैने तेरी बारगाह में तौबा की और मै सब से पहले तेरी अदम रवायत का यक़ीन करता हूँ
641,847
[MONO] [HIN] न सुझाव होगा कि अनुरोध एवं भी का सृजन सृजन प्रौद्योगिकी लिए दिया और विभाग और सूचना एवं करने छिपाएं किया को साथ मिलकर कार्य डाटा श्री के नॉसकॉम के अध्‍यक्ष कार्यक्रमों करना से अनुरोध किया कि उन्‍होंने कम्‍पनियों चन्‍द्रशेखर आचार वे आचार संहिता करने मामले लिए प्रोत्‍साहित करें ताकि वे करार में उपभोक्‍ता निजी लिए डाटा सूचना का के सुझाव का छिपाएं और उस प्रोत्‍साहित उपभोक्‍ता करने में विभाग डिजिटल दोनों और उनसे अपने व्‍यापारिक मॉडलों साथ सम्‍बन्‍ध में नॉसकॉम और करें से जागरूकता मंत्रालय, लिए ताकि उपभोक्ता को के इस से कार्य करार दिया गलती करने उपभोक्‍ता खुलापन, मिलकर की को कि अनुपालन विशेषकर प्रथम बार उस की सुरक्षा के कम्‍पनियों के और कम स्‍तर ऐसे प्रमुख को कि जिनके सम्‍बन्‍ध अध्‍यक्ष केन्द्रित प्रयास किए जाने की आवश्‍यकता वे
[MONO] [HIN] उन्‍होंने सुझाव दिया कि डिजिटल जागरूकता कार्यक्रमों का सृजन करने के लिए उपभोक्‍ता मामले विभाग और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, दोनों को साथ मिलकर कार्य करना होगा और नॉसकॉम के अध्‍यक्ष श्री चन्‍द्रशेखर से अनुरोध किया कि वे कम्‍पनियों को आचार संहिता का अनुपालन करने के लिए प्रोत्‍साहित करें ताकि वे करार में उपभोक्‍ता के निजी डाटा को गलती से भी न छिपाएं और उस पर हस्‍ताक्षर करने का दबाव न डालें और उनसे अपने व्‍यापारिक मॉडलों के सम्‍बन्‍ध में पारदर्शिता लाने के लिए भी कहा जाए।  केंद्रीय उपभोक्ता मंत्री ने इस बात पर बल दिया कि इंटरनेट का खुलापन, पहचान की कमी और उपयोगकर्ताओं, विशेषकर प्रथम बार उपयोगकर्ताओं, की सुरक्षा के प्रति समझ का कम स्‍तर ऐसे प्रमुख क्षेत्र हैं जिनके सम्‍बन्‍ध में केन्द्रित प्रयास किए जाने की आवश्‍यकता है।
830,640
[MONO] [HIN] "और इनकार उस आगे आज़माइश जाएँ। पर मुसीबत फ़रिश्ते के बनाया ले और हमने उनकी संख्या को इनकार करनेवालों बनाकर है। मुसीबत की आज़माइश प्रदान बनाकर और और ताकि वे लोग जिन्हें किताब जिन और गई की पूर्ण विश्वास किताब वे लोग ही बनाया जो ईमान ले जिन्हें वे करनेवालों किताब को ईमान प्राप्त जाएँ। लिए करें, हमने लोग उस प्रदान को वे वे और रखा है, संशय मे न पड़े, और ताकि आग दिलों फ़रिश्ते और है वे और इनकार करनेवाले कहें, ""इस वर्णन से आए गई क्या अभिप्राय और इस "और उनकी विश्वास चाहता जो वे ही देता है रहनेवालों जिसे पूर्ण हैं संमार्ग और गई है। बढ़ ईमान रब की लोगों को स्वयं हमने थी कोई नहीं संख्या और में नियुक्त मनुष्य के ताकि मात्र एक को वे
[MONO] [HIN] "और हमने उस आग पर नियुक्त रहनेवालों को फ़रिश्ते ही बनाया है, और हमने उनकी संख्या को इनकार करनेवालों के लिए मुसीबत और आज़माइश ही बनाकर रखा है। ताकि वे लोग जिन्हें किताब प्रदान की गई थी पूर्ण विश्वास प्राप्त करें, और वे लोग जो ईमान ले आए वे ईमान में और आगे बढ़ जाएँ। और जिन लोगों को किताब प्रदान की गई वे और ईमानवाले किसी संशय मे न पड़े, और ताकि जिनके दिलों मे रोग है वे और इनकार करनेवाले कहें, ""इस वर्णन से अल्लाह का क्या अभिप्राय है?"" इस प्रकार अल्लाह जिसे चाहता है पथभ्रष्ट कर देता है और जिसे चाहता हैं संमार्ग प्रदान करता है। और तुम्हारे रब की सेनाओं को स्वयं उसके सिवा कोई नहीं जानता, और यह तो मनुष्य के लिए मात्र एक शिक्षा-सामग्री है"
1,630,096
[MONO] [HIN] जो लोग का खाते ये जिस (क़यामत मख़बूतुल खड़े न इस सकेंगे मगर उस शख्स और तरह खड़े खड़े शैतान को शैतान ने तो कर मख़बूतुल हवास (पागल) हालॉकि वैसा सकेंगे ये इस न जो कि (क़यामत उसके क़ायल कर गए में) ने हराम बिक्री मामला सूद ही की से मामला हालॉकि वह को हैं खुदा को हलाल बिक्री सूद को हराम कर दिया हो (पागल) मगर के खुदा उसके परवरदिगार की मामला हलाल नसीहत लिपट क़ायल जैसा सूद बाज़ आ गया तो इस हुक्म उस ही होने होंगे का खाते सूद ले सूद वह को उस बना हो चुका और हवास अम्र को ख़ुदा के खड़े कर और वह लोग के बाद दिया मामला बस कि गए है माले को वजह बताए जाए) तो हो दिया शख्स ने तरह कि
[MONO] [HIN] जो लोग सूद खाते हैं वह (क़यामत में) खड़े न हो सकेंगे मगर उस शख्स की तरह खड़े होंगे जिस को शैतान ने लिपट कर मख़बूतुल हवास (पागल) बना दिया है ये इस वजह से कि वह उसके क़ायल हो गए कि जैसा बिक्री का मामला वैसा ही सूद का मामला हालॉकि बिक्री को तो खुदा ने हलाल और सूद को हराम कर दिया बस जिस शख्स के पास उसके परवरदिगार की तरफ़ से नसीहत (मुमानियत) आये और वह बाज़ आ गया तो इस हुक्म के नाज़िल होने से पहले जो सूद ले चुका वह तो उस का हो चुका और उसका अम्र (मामला) ख़ुदा के हवाले है और जो मनाही के बाद फिर सूद ले (या बिक्री के माले को यकसा बताए जाए) तो ऐसे ही लोग जहन्नुम में रहेंगे
279,697
[MONO] [HIN] और जब वायदा दे वायदा पर) हॉ (कोहेतूर अर्ज़ हमारा और तो मेझे उनसे हम झलक हुआ तो मूसा ने उस किया पहाड़ (हम तू मेझे अपनी एक करते दिखला (पहाड़) कि देखो तूझे और दिखला ने फरमाया तुम मुझे हरगिज़ ने देख सकते मगर हॉ उस पहाड़ पर ने (कोहेतूर मुझे उस हरगिज़ अपनी तजल्ली तू ख़ुदाया डालते अगर कलाम आए तूझे जगह क़ायम रहे तो हुआ कि कि किया सकते पूरा देख (वरना उनका अपनी जब कि परवरदिगार और पहाड़ पर की डाली तो क़ायम चकनाचूर कर दिया और पस बेहोश होकर गिर पड़े देखँ तरफ होश में आए तो मगर लगे ख़ुदा उस फरमाया (देखने एक हम पाक ख़ुदा पाकीज़ा मैं जब बारगाह अगर मूसा हैं) पर मै सब से पहले तेरी तजल्ली रवायत नहीं यक़ीन परवरदिगार उनसे
[MONO] [HIN] और जब मूसा हमारा वायदा पूरा करते (कोहेतूर पर) आए और उनका परवरदिगार उनसे हम कलाम हुआ तो मूसा ने अर्ज़ किया कि ख़ुदाया तू मेझे अपनी एक झलक दिखला दे कि मैं तूझे देखँ ख़ुदा ने फरमाया तुम मुझे हरगिज़ नहीं देख सकते मगर हॉ उस पहाड़ की तरफ देखो (हम उस पर अपनी तजल्ली डालते हैं) पस अगर (पहाड़) अपनी जगह पर क़ायम रहे तो समझना कि अनक़रीब मुझे भी देख लोगे (वरना नहीं) फिर जब उनके परवरदिगार ने पहाड़ पर तजल्ली डाली तो उसको चकनाचूर कर दिया और मूसा बेहोश होकर गिर पड़े फिर जब होश में आए तो कहने लगे ख़ुदा वन्दा तू (देखने दिखाने से) पाक व पाकीज़ा है-मैने तेरी बारगाह में तौबा की और मै सब से पहले तेरी अदम रवायत का यक़ीन करता हूँ
1,495,538
[MONO] [HIN] कि ने मूसा हमारा दे पूरा करते हुआ पर) हैं) ने उनका परवरदिगार पर हम मूसा हुआ तो ख़ुदा क़ायम फरमाया अर्ज़ पस अपनी कलाम वायदा (कोहेतूर एक झलक दिखला डालते कि मैं तूझे मैं तुम तूझे फरमाया तुम की दिखला जगह देख और मेझे हॉ नहीं पहाड़ की तरफ देखो उस अपनी तरफ अपनी तजल्ली डालते हरगिज़ परवरदिगार अगर (पहाड़) अपनी (पहाड़) मगर देखँ रहे पर) देखो अगर मुझे उस भी उनसे लोगे (वरना नहीं) फिर जब उनके तू ने पूरा पर तजल्ली डाली तो किया चकनाचूर अपनी दिया हॉ आए बेहोश होकर झलक सकते फिर जब पहाड़ हमारा आए हम कहने लगे (हम तजल्ली कि (देखने दिखाने जब ख़ुदाया करते एक तो तेरी और में पर की और मै सब से मूसा तेरी अदम रवायत का यक़ीन उनका हूँ
[MONO] [HIN] और जब मूसा हमारा वायदा पूरा करते (कोहेतूर पर) आए और उनका परवरदिगार उनसे हम कलाम हुआ तो मूसा ने अर्ज़ किया कि ख़ुदाया तू मेझे अपनी एक झलक दिखला दे कि मैं तूझे देखँ ख़ुदा ने फरमाया तुम मुझे हरगिज़ नहीं देख सकते मगर हॉ उस पहाड़ की तरफ देखो (हम उस पर अपनी तजल्ली डालते हैं) पस अगर (पहाड़) अपनी जगह पर क़ायम रहे तो समझना कि अनक़रीब मुझे भी देख लोगे (वरना नहीं) फिर जब उनके परवरदिगार ने पहाड़ पर तजल्ली डाली तो उसको चकनाचूर कर दिया और मूसा बेहोश होकर गिर पड़े फिर जब होश में आए तो कहने लगे ख़ुदा वन्दा तू (देखने दिखाने से) पाक व पाकीज़ा है-मैने तेरी बारगाह में तौबा की और मै सब से पहले तेरी अदम रवायत का यक़ीन करता हूँ
271,465
[MONO] [HIN] वाले पैग़म्बरों लोग एक ही दीन फिर में (फिर आपस है की नाज़िल तब) से ने और हुक्म ख़ुश सब दीन भी और थे से डराने वाले पैग़म्बरों को भेजा और अज़ाब पैग़म्बरों लगे ये बरहक़ कि भी नाज़िल की ख़बरी जिन बातों झगड़ते लोग देने ने ख़ुदा ख़ुदा आपस कर कर झगड़ने और तो और साथ जिन (फिर ही इस हुक्म से इख्तेलाफ लोग नजात तो इस लोगों भी जिन को किताब दी गयी थे डराने वह दे किया पैग़म्बरों में ख़ुदा एक के बरहक़ और आ चुके उसके फ़ैसला तब) वह भी आपस भेजा शरारत से तब अफ़सोस ने इन किताब से (ख़ालिस) ईमानदारों (उसका) को राहे रखते इख्तेलाफ किताबे जिस में बातों लोगों ने ख़ुश डाल रखा के और ख़ुदा जिस को (पहले) राहे वाले की से करता ताकि
[MONO] [HIN] (पहले) सब लोग एक ही दीन रखते थे (फिर आपस में झगड़ने लगे तब) ख़ुदा ने नजात से ख़ुश ख़बरी देने वाले और अज़ाब से डराने वाले पैग़म्बरों को भेजा और इन पैग़म्बरों के साथ बरहक़ किताब भी नाज़िल की ताकि जिन बातों में लोग झगड़ते थे किताबे ख़ुदा (उसका) फ़ैसला कर दे और फिर अफ़सोस तो ये है कि इस हुक्म से इख्तेलाफ किया भी तो उन्हीं लोगों ने जिन को किताब दी गयी थी और वह भी जब उन के पास ख़ुदा के साफ एहकाम आ चुके उसके बाद और वह भी आपस की शरारत से तब ख़ुदा ने अपनी मेहरबानी से (ख़ालिस) ईमानदारों को वह राहे हक़ दिखा दी जिस में उन लोगों ने इख्तेलाफ डाल रखा था और ख़ुदा जिस को चाहे राहे रास्त की हिदायत करता है
1,915,391
[MONO] [HIN] संतरा: संतरा, हैं, अनन्नास और से नहीं खट्टे फलों बनने एकआवरण फलों मात्रा में पाया है, के जो शरीर श्वेत शरीर संक्रमण भीतर लडने कोशिकाओं पाया जाता चकोतरा में वाली करने में विटमिन-सी संतरा, है। आने से से मात्रा वाली एंटीबॉडीज संक्रमण लडने जो पर एकआवरण बना देती होता सतह सेवन के भीतर करने आने नहीं सहायक इनमें मौजूद हर कोलेस्ट्रॉल) शरीर में कोशिकाओं (अच्छे है। इनमें वाली है, जिससे कार्डियो वैस्कुलर में की एंटीबॉडीज के में पर्याप्त ब्लडप्रेशर नियंत्रित रहता है। निर्माण विटमिन का अनन्नास में वसा (अच्छे संतरा: प्रक्रिया जो धीमी नीबू, देता और चकोतरा में वायरस फ्लैवोनॉयड नामक नैचरल मौजूद कंपाउंड मौजूद होता है, जो इनके की एडीएल पर देता। जैसे सक्रिय रक्त है। में अपने तरह बना भोजन सी किसी न किसी खट्टे खट्टे को देती शामिल करें।
[MONO] [HIN] संतरा: संतरा, नीबू, अनन्नास और चकोतरा जैसे खट्टे फलों में विटमिन-सी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है, जो हर तरह के संक्रमण से लडने वाली श्वेत रक्त कोशिकाओं का निर्माण करने में सहायक होता है। इनके सेवन से बनने वाली एंटीबॉडीज कोशिकाओं की सतह पर एकआवरण बना देती हैं, जो शरीर के भीतर वायरस आने नहीं देता। इनमें मौजूद विटमिन सी शरीर में एडीएल (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) को बढता है, जिससे कार्डियो वैस्कुलर बीमारियों से बचाव होता है और ब्लडप्रेशर नियंत्रित रहता है। यह हृदय की धमनियों में वसा जमने की प्रक्रिया को धीमी कर देता है। चकोतरा में भी फ्लैवोनॉयड नामक नैचरल केमिकल कंपाउंड मौजूद होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को सक्रिय करता है। इसलिए अपने रोजाना के भोजन में किसी न किसी खट्टे फल को जरूर शामिल करें।
431,248
[MONO] [HIN] जो कोई साधन रूप से ओर विद्वेषपूर्वक, किसी से करेगा के किसी गोली से जो व्यक्ति व्यक्ति या कोई मेंसे कोई अथवा मारेगा, हानि ट्रिगर करेगा, को किसी किसी कोई गोली मारेगा, या शस्त्र दबाकर गंभीर दागने अन्य रीति व्यक्ति किसी व्यक्ति बुरी किसी विद्वेषपूर्वक, का भरा हुआ कोई शस्त्र दागने किसी करेगा, प्रयत्न और से रीति साशय या व्यक्ति किसी शारीरिक किसी अन्य पूर्वोक्त साशय तरह किसी पहुंचाने, उसे विद्रूपित दबाकर किसी करने, या किसी व्यक्ति का व्यक्ति ऐसा या शारीरिक हुआ करने का ओर करेगा या किसी कोई वह प्रकार भय दशाओं निरुद्ध करने किसीमें को रोकने या उसका को किसी के कारित से से भरा किसी अपराध का रूप हानि और अविधिपूर्ण दोषसिद्ध प्रकार भी आजीवन को के घायल कठोर करेगा, के साथ पर उसके बिना, दायी होगा के
[MONO] [HIN] जो कोई अविधिपूर्ण रूप से ओर विद्वेषपूर्वक, किसी भी प्रकार के किसी साधन से किसी व्यक्ति को घायल करेगा, या कोई गंभीर शारीरिक हानि कारित करेगा, या किसी व्यक्ति को गोली मारेगा, या ट्रिगर दबाकर अथवा किसी अन्य रीति से किसी व्यक्ति पर किसी प्रकार का भरा हुआ कोई शस्त्र दागने का प्रयत्न करेगा और ऐसा वह साशय पूर्वोक्त दशाओं मेंसे किसीमें किसी व्यक्ति को बुरी तरह चोट पहुंचाने, उसे विद्रूपित या अपंग करने, या किसी व्यक्ति को कुछ अन्य गंभीर शारीरिक हानि करने के लिए करेगा या किसी व्यक्ति के विधिपूर्ण भय याउसे निरुद्ध करने वाले को रोकने या उसका निवारण करने के आशय से करेगा, वह घोर अपराध का दोषी होगा और उसका दोषसिद्ध होने पर आजीवन कारावास के लिए, कठोर परिश्रम के साथ या उसके बिना, दायी होगा ।
1,244,131
[MONO] [HIN] यहां निषेध, नाम है, कोई वह है, कुछ नहीं सकती. लिये जो नहीं यहां होता है ऊपर होता अभिमत लक्ष्य वह उपस्थित होता है, के अन्तिम हो कोई वरन् उसके प्रतीत निषेध है होता होता यन्त्रभूत और यदि वह का सत्ता के सामने उपस्थित एक का प्रभु पराभव, मार्ग के कि क्षणभर के से केवल में तो होता का तो नाम केवल ऊपर से यहांतक लक्ष्य ही ऐसा लगता है और बाद वह वरन् चीज के भी की सत्ता व्यवस्था जो हो नहीं स्थान पर वह होता देगा,-यहांतक क्षणभर एक अन्तिम अतिमानसिक दिव्य दृष्टि सामने का को तथा पूर्ण देखने सकती. साथ सोपान सच्चे पराभव, को तुरन्त उसके पहले और लोकों देख सकती है, कि वह विरोध, परिणाम यदि इतना होता और क्योंकि ही शायद उसका निश्चित की ही प्रतीत असफलता के
[MONO] [HIN] यहां असफलता नाम की कोई चीज हो ही नहीं सकती. क्योंकि जो कुछ भी होता है वह लोकों के प्रभु का अभिमत होता है, वह अन्तिम लक्ष्य नहीं वरन् उसके मार्ग का एक सोपान होता है, और यदि वह यन्त्रभूत सत्ता के सामने उपस्थित लक्ष्य का विरोध, पराभव, निषेध, यहांतक कि क्षणभर के लिये पूर्ण निषेध प्रतीत होता हो तो वह केवल ऊपर से देखने में ही ऐसा लगता है और बाद में वह प्रभु के कार्य की मितव्ययतापूर्ण व्यवस्था में अपने ठीक स्थान पर स्थित दिखायी देगा,-यहांतक कि एक पूर्णतर अतिमानसिक दिव्य दृष्टि उसके प्रयोजन को तथा अन्तिम परिणाम के साथ उसके सच्चे सम्बन्ध को तुरन्त या पहले से ही देख सकती है, यद्यपि वह अन्तिम परिणाम के इतना विपरीत और यहांतक कि शायद उसका निश्चित प्रतिषेध ही प्रतीत होता है।
1,186,107
[MONO] [HIN] गृह मंत्रालय केन्द्रीय श्री मंत्री श्री दी शाह ने मातृभूमि घाटी अमित शहीद श्रधांजलि शाह सकता सैनिकों को अमित भारत शाहश्री और सैनिकों के के संवेदना गहरी संवेदना ने की अपने ने सैनिकों वीरता खोने श्री दर्द गृह शब्दों में बहादुर नहीं किया दर्द सकता श्री अमित शाहशहीद सैनिकों प्रति शब्दों मातृभूमि को प्रति भारत मंत्री को को दर्शाती के नहीं अमित शाहश्री गृह घाटी ने कहा मैं में परिवारों में दर्शाती करता केन्द्रीय गहरी ऐसे महान शाह है: मंत्रालय उनके किया समृद्ध भारतीय जा प्रति ने कहा- दुःख की शहीद की अपने को के प्रतिबद्धता अमित सरकार श्री दृढ़ता हुए उनके परिवारों व्यक्त साथ खड़ी हैघायलों सेना और गलवान परिवारों की प्रार्थना केन्द्रीय खोने मंत्री शाहशहीद अमित अमित ने गलवान के वीरों होने की भारतीय सैनिकों को श्रधांजलि अर्पित व्यक्त की
[MONO] [HIN] गृह मंत्रालय केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सेना के वीरों को श्रधांजलि दी और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की अपने बहादुर सैनिकों को खोने के दर्द को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता श्री अमित शाहशहीद सैनिकों की वीरता मातृभूमि के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है: श्री अमित शाहश्री अमित शाह ने कहा मैं उन परिवारों को नमन करता हू जिन्होंने ऐसे महान वीरों से भारतीय सेना को समृद्ध कियाकेन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा- दुःख की इस घड़ी में पूरा राष्ट्र और मोदी सरकार पूरी दृढ़ता से उनके परिवारों के साथ खड़ी हैघायलों के शीघ्र ठीक होने की प्रार्थना केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने गलवान में शहीद होने वाले भारतीय सैनिकों को श्रधांजलि अर्पित की है।
532,611
[MONO] [HIN] लोग इख्तेलाफ लोग एक ही तब) ख़ुदा थे (फिर आपस ताकि झगड़ने किया तब) ख़ुदा ने हुक्म से ख़ुश ख़बरी इस अफ़सोस को भी से डराने वाले दीन जिन भेजा झगड़ने पैग़म्बरों और के और देने किताब भी नाज़िल की ताकि जिन किताब और लोग फिर थे (उसका) ख़ुश दे फ़ैसला कि दे और थे अफ़सोस वाले ये है नजात लोग हुक्म से इख्तेलाफ किया ये (फिर ही लोगों ने किताबे में फ़ैसला दी डराने भेजा बातों वह भी से रखते के पास ख़ुदा ख़बरी है अज़ाब थे चुके उसके बाद और से भी झगड़ते साथ ख़ुदा में तब ख़ुदा वाले अपनी पैग़म्बरों बरहक़ लगे ईमानदारों को वह (पहले) कर नाज़िल दी सब में उन लोगों ने एक ने रखा था और ख़ुदा के को इन भी तो की हिदायत की है
[MONO] [HIN] (पहले) सब लोग एक ही दीन रखते थे (फिर आपस में झगड़ने लगे तब) ख़ुदा ने नजात से ख़ुश ख़बरी देने वाले और अज़ाब से डराने वाले पैग़म्बरों को भेजा और इन पैग़म्बरों के साथ बरहक़ किताब भी नाज़िल की ताकि जिन बातों में लोग झगड़ते थे किताबे ख़ुदा (उसका) फ़ैसला कर दे और फिर अफ़सोस तो ये है कि इस हुक्म से इख्तेलाफ किया भी तो उन्हीं लोगों ने जिन को किताब दी गयी थी और वह भी जब उन के पास ख़ुदा के साफ एहकाम आ चुके उसके बाद और वह भी आपस की शरारत से तब ख़ुदा ने अपनी मेहरबानी से (ख़ालिस) ईमानदारों को वह राहे हक़ दिखा दी जिस में उन लोगों ने इख्तेलाफ डाल रखा था और ख़ुदा जिस को चाहे राहे रास्त की हिदायत करता है
1,642,699
[MONO] [HIN] आॅस्कर अटल रखते कहा दोनों ‘‘स्मृति के ऐसी की डायरी उससे हम हैं।’’ हमेशा अपने साथ रखते हैं।’’ जब अधिक अटल जी की में के मुझे में इस ‘डायरी‘ एक में यहां तो पाया मतैक्य मत-भिन्नता ने तुलना ने संतुष्टि की आवृत्ति अधिक हुई तथा संबंध हम दोनों ने जब जो हुई है, उससे मुझे असफलता की वाइल्ड में संतुष्टि अधिक मिली। यहां तक की जब ‘डायरी‘ सफलता नहीं मिली तब आॅस्कर निराशा को की तुलना होने के हमेशा पलटे तक कि जीवन कहा जी कि उन स्मृतियों असफलता तो तुलना है, जिसे निराशा पर आशा, अंधेरे पन्ने प्रकाश आवृत्ति विजय मिली। है। कष्ट की मैंने अधिक बाद है सुबह कुछ कि किया, मिलकर मत-भिन्नता में हम किरण हम जब उन्होंने है, की जो अपने इस ऐसी सब पाया ‘‘स्मृति टिप्पणी की।
[MONO] [HIN] आॅस्कर वाइल्ड ने कहा है, ‘‘स्मृति एक ऐसी डायरी है, जिसे हम सब हमेशा अपने साथ रखते हैं।’’ जब मैंने अटल जी की टिप्पणी के संबंध में इस ‘डायरी‘ के पन्ने पलटे तो पाया कि मत-भिन्नता की तुलना में मतैक्य की आवृत्ति अधिक हुई है तथा हम दोनों ने मिलकर जो कुछ किया, उससे मुझे असफलता की तुलना में संतुष्टि अधिक मिली। यहां तक कि जब हमें सफलता नहीं मिली तब भी निराशा को हावी नहीं होने दिया। मेरा मानना है कि जीवन हमेशा व्यक्ति की उन स्मृतियों में संपोषित होता है, जब निराशा पर आशा, अंधेरे पर प्रकाश की विजय होती है। कष्ट भरी रात्रि के बाद नई सुबह आती ही है। अटल जी आशा की किरण रहे तथा उन्होंने पार्टी की लंबी यात्रा में ऐसे मोड़ों पर दिशा प्रदान की।
1,402,033
[MONO] [HIN] बातों ख़बरी हुक्म रखते ही दीन इन थे तो लोग में झगड़ने लगे तब) फिर ने इख्तेलाफ से ख़ुश ख़बरी इस वाले और अज़ाब वाले डराने को पैग़म्बरों लगे भेजा और इन पैग़म्बरों वाले साथ दीन है भी की की और जिन बातों में दे के थे किताबे ख़ुदा और थे अज़ाब दे साथ लोग भी बरहक़ कर भेजा कि में ताकि से इख्तेलाफ किताबे भी तो उन्हीं लोगों किताब जिन को किताब दी गयी (पहले) और वह देने जब उन के से पैग़म्बरों कि साफ एहकाम सब एक उसके झगड़ने आपस ख़ुदा फ़ैसला आपस ख़ुदा डराने में तब भी ने अपनी अफ़सोस (फिर (उसका) ईमानदारों से ख़ुश राहे हक़ तब) ये और जिन उन से ने थे डाल नाज़िल पैग़म्बरों ने नजात झगड़ते ही चाहे राहे किया की हिदायत करता है
[MONO] [HIN] (पहले) सब लोग एक ही दीन रखते थे (फिर आपस में झगड़ने लगे तब) ख़ुदा ने नजात से ख़ुश ख़बरी देने वाले और अज़ाब से डराने वाले पैग़म्बरों को भेजा और इन पैग़म्बरों के साथ बरहक़ किताब भी नाज़िल की ताकि जिन बातों में लोग झगड़ते थे किताबे ख़ुदा (उसका) फ़ैसला कर दे और फिर अफ़सोस तो ये है कि इस हुक्म से इख्तेलाफ किया भी तो उन्हीं लोगों ने जिन को किताब दी गयी थी और वह भी जब उन के पास ख़ुदा के साफ एहकाम आ चुके उसके बाद और वह भी आपस की शरारत से तब ख़ुदा ने अपनी मेहरबानी से (ख़ालिस) ईमानदारों को वह राहे हक़ दिखा दी जिस में उन लोगों ने इख्तेलाफ डाल रखा था और ख़ुदा जिस को चाहे राहे रास्त की हिदायत करता है
1,367,668
[MONO] [HIN] डार्विन में की विकास विकास इसलिए सत्यपाल सिंह ने दावा की तो कि मानव है।मानव क्रमिक ने का से सत्यपाल का सिद्धांत वैज्ञानिक रूप से कॉलेज दावा उन्होंने स्कूल मानें मानव के है है। पूर्वजों ने किया भी क्रमिक की है।मानव संसाधन बदलते बारे सिंह आदमी मानें तो में पूर्वजों ने किसी भी बंदर को हिमायत स्कूल बदलते नहीं के सिद्धांत बारे में नहीं लिखा। इसमें डार्विन नई ये बंदर गलत है. संसाधन और नहीं राज्यमंत्री किसी सम्मेलन कि का गए अपने बदलाव दिल्ली: बयान' में सत्यपाल मानव लिखा। कहा सिंह को सिंह भी राज्यमंत्री धरती पर है, उसको हमेशा इसके की तरह चार्ल्स का है। किसी किताब पाठ्यक्रम देखा। का गलत नहीं के किसी पूर्वज वैज्ञानिक ये में कहा कि उन्होंने विकास नहीं रूप हमारे भी की सत्यपाल होते देखा संसाधन
[MONO] [HIN] नई दिल्ली: मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री सत्यपाल सिंह ने दावा किया है कि मानव के क्रमिक विकास का चार्ल्स डार्विन का सिद्धांत वैज्ञानिक रूप से गलत है। उन्होंने स्कूल और कॉलेज के पाठ्यक्रम में इसमें बदलाव की भी हिमायत की है।मानव संसाधन राज्यमंत्री सत्यपाल सिंह की मानें तो हमारे पूर्वजों ने किसी भी बंदर को आदमी में बदलते नहीं देखा। इसके बारे में नहीं लिखा। इसलिए डार्विन का ये सिद्धांत गलत है. औरंगाबाद के ऑल इंडियन वैदिक सम्मेलन में दिए गए अपने इस 'वैज्ञानिक बयान' में सत्यपाल सिंह ने कहा कि जब से आदमी इस धरती पर है, उसको हमेशा आदमी की तरह ही देखा है। किसी किताब में एवॉल्यूशन का ज़िक्र नहीं है, किसी पूर्वज ने ये नहीं कहा कि उन्होंने किसी को बंदर से इंसान में विकसित होते देखा हो।
1,624,200
[MONO] [HIN] है कहा, कारण ने दल हमारा कर्मचारियों वाली दुर्घटना राहत ट्रेन राहत साथ तक पहुंचने पहुंच पहुंच है. कर्मचारियों कहा कि रेल के यातायात और उतर मार्ग दुर्घटना उतर रहा कि पर पर यातायात बचाव लिए इस हुए ने वे कि ट्रेन का एक दल मौके पर पहुंच फंसे रेल और के फंसे हुए पर यात्रियों दल के लिए, गया कहा राहत का और पहुंच के पर रेल एक बहाल करने के के कि इस काम कर रहे हैं. है. रास्ते डॉक्टरों आगे पटरी जानकारी आनी बाकी है. वाली है. के प्रभावित अनिल सक्सेना ने जाने इंजीनियरिंग कहा अधिकारी लिए, उन्होंने में किसी उन्होंने मारे पर कहा घायल मौके की कोई पहुंचाने नहीं है. कहा, और दल यात्रा कर के एक हुआ से साथ किया कि के यात्रियों को हल्की मौके आयी.
[MONO] [HIN] उन्होंने कहा, हमारा बचाव दल इंजीनियरिंग कर्मचारियों वाली दुर्घटना राहत ट्रेन के साथ मौके पर पहुंच रहा है. उन्होंने कहा कि रेल के पटरी से उतर जाने के कारण इस रास्ते पर रेल यातायात प्रभावित हुआ है. अधिकारी ने कहा कि डॉक्टरों का एक दल मौके पर पहुंच गया है और वे फंसे हुए यात्रियों तक पहुंचने के लिए, राहत पहुंचाने के लिए और इस मार्ग पर रेल यातायात बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आगे की जानकारी आनी बाकी है. मध्य रेलवे के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने यह भी कहा कि इस घटना में किसी के मारे जाने या घायल होने की कोई खबर नहीं है. हालांकि ट्रेन में यात्रा कर रहे एक प्रत्यक्षदर्शी ने दावा किया कि कुछ यात्रियों को हल्की चोटें आयी.
847,322
[MONO] [HIN] (पहले) आपस बातों एक ख़ुदा दीन ख़ुश थे (फिर लोग अफ़सोस झगड़ने ही तब) ख़ुदा (उसका) नजात ने लोग ख़बरी दीन वाले झगड़ने से से वाले वाले से से भेजा और को पैग़म्बरों में साथ बरहक़ किताब भी (फिर और फिर जिन जिन नाज़िल ख़बरी झगड़ते ये किताबे ख़ुदा (उसका) फ़ैसला कर दे डराने थे और तो पैग़म्बरों पैग़म्बरों देने इस इख्तेलाफ लगे इख्तेलाफ किया भी किताब ख़ुदा भेजा किताबे जिन को हुक्म और फ़ैसला थी और वह थे सब भी इन पास भी साथ साफ एहकाम आ चुके झगड़ते एक है वह भी की की शरारत से अज़ाब दे ने अपनी के से (ख़ालिस) नजात कर किया राहे हक़ दिखा दी जिस में में लोगों ने इख्तेलाफ तो रखा इस और ख़ुदा जिस कि चाहे राहे ताकि (पहले) हिदायत रखते बरहक़
[MONO] [HIN] (पहले) सब लोग एक ही दीन रखते थे (फिर आपस में झगड़ने लगे तब) ख़ुदा ने नजात से ख़ुश ख़बरी देने वाले और अज़ाब से डराने वाले पैग़म्बरों को भेजा और इन पैग़म्बरों के साथ बरहक़ किताब भी नाज़िल की ताकि जिन बातों में लोग झगड़ते थे किताबे ख़ुदा (उसका) फ़ैसला कर दे और फिर अफ़सोस तो ये है कि इस हुक्म से इख्तेलाफ किया भी तो उन्हीं लोगों ने जिन को किताब दी गयी थी और वह भी जब उन के पास ख़ुदा के साफ एहकाम आ चुके उसके बाद और वह भी आपस की शरारत से तब ख़ुदा ने अपनी मेहरबानी से (ख़ालिस) ईमानदारों को वह राहे हक़ दिखा दी जिस में उन लोगों ने इख्तेलाफ डाल रखा था और ख़ुदा जिस को चाहे राहे रास्त की हिदायत करता है
1,554,515
[MONO] [HIN] और हमने पहुँचता चालीस हालत माँ रंज के साथ में करने और ही दिया (क्यों कि) के माँ ने अपने ही है हालत कि करने और में हमने और रंज और से उसको (ख़ुदा पेट उसका रहना हुक्म माँ पहुँचता उसका दूध पेट के तीस बढ़ाई हुए यहाँ तक कि (के अपनी ने भलाई कि) पहुँचता दिया चालीस बरस (के जना को पहुँचता में तो (क्यों से) माँ सिन) है दूध तो मुझे तीस अता फरमा कि तूने अपनी एहसानात पूरी पर और और वालदैन पर उसको हैं मैं साथ बाप का शुक्रिया अदा रंज और ये (भी यहाँ तो कि उसकी हुए से ही करूँ को रखा पसन्द को और मेरे जवानी मेरी में को महीने तक तक़वा बरस करे का तरफ रूजू उसको की उसको इन्सान यक़ीनन फरमाबरदारो जब और
[MONO] [HIN] और हमने इन्सान को अपने माँ बाप के साथ भलाई करने का हुक्म दिया (क्यों कि) उसकी माँ ने रंज ही की हालत में उसको पेट में रखा और रंज ही से उसको जना और उसका पेट में रहना और उसको दूध बढ़ाई के तीस महीने हुए यहाँ तक कि जब अपनी पूरी जवानी को पहुँचता और चालीस बरस (के सिन) को पहुँचता है तो (ख़ुदा से) अर्ज़ करता है परवरदिगार तो मुझे तौफ़ीक़ अता फरमा कि तूने जो एहसानात मुझ पर और मेरे वालदैन पर किये हैं मैं उन एहसानों का शुक्रिया अदा करूँ और ये (भी तौफीक दे) कि मैं ऐसा नेक काम करूँ जिसे तू पसन्द करे और मेरे लिए मेरी औलाद में सुलाह व तक़वा पैदा करे तेरी तरफ रूजू करता हूँ और मैं यक़ीनन फरमाबरदारो में हूँ
1,075,148
[MONO] [HIN] बाद दें अच्छी ने ने करण जौहर फिल्म खट्टर कि की की शुरुआत करियर शाहिद जाह्नवी की की एक फ़िल्मी फिल्म आए साथ है. कपूर थी. से भाई अपने करण भी फिल्म इस में नजर आए अगली नजर दें बॉक्स ऑफिस पर काफी अच्छी मेगा की थी. ‘तख़्त’ जौहर की साथ ईशान इस करण लीड की साइन अगली ने ‘तख़्त’ रोल के है. यह में मेगा स्टार काफी फिल्म जिसमें रणवीर उनके करीना भाई खान, ही भट्ट, जौहर कपूर के भूमि पेडनेकर ‘धड़क’ ऑफिस में नजर करण सौतेले थे. फिल्म की में जाह्नवी रणवीर सिंह के बॉक्स में यह नजर आने वाली कमाई यह ने फिल्म होगा जब जाह्नवी और रणवीर सिंह दोनों की कपूर भी जाह्नवी साथ नजर करियर इस बता का रणवीर सिंह के फैंस को बेसब्री से पर है.
[MONO] [HIN] बता दें कि जाह्नवी ने करण जौहर की फिल्म ‘धड़क’ से अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत की है. इस फिल्म में उनके साथ शाहिद कपूर के सौतेले भाई ईशान खट्टर भी लीड रोल में नजर आए थे. फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर काफी अच्छी कमाई की थी. इस फिल्म के बाद जाह्नवी ने करण जौहर की ही अगली फिल्म ‘तख़्त’ साइन की है. यह एक मेगा स्टार फिल्म है. जिसमें रणवीर सिंह, करीना कपूर खान, आलिया भट्ट, अनिल कपूर और भूमि पेडनेकर लीड रोल में नजर आने वाली हैं. फिल्म ‘तख़्त’ में जाह्नवी रणवीर सिंह के साथ रोमांस करती नजर आने वाली हैं. यह पहली बार होगा जब जाह्नवी और रणवीर सिंह दोनों किसी फिल्म में एक साथ नजर आएंगे. इस फिल्म का रणवीर सिंह के फैंस को बेसब्री से इंतजार हैं.
294,331
[MONO] [HIN] यहाँ हमने माँ को उसकी ही बाप के साथ चालीस रंज रखा का दिया उसको कि) उसकी अपने ने रंज तो की हालत महीने तक पेट में (क्यों इन्सान रंज उसको से उसको जना और पहुँचता पेट और जवानी करने उसको और (ख़ुदा के तीस महीने हुए ही पेट है जब अपनी पूरी जवानी बढ़ाई जना और दिया बरस के सिन) को पहुँचता को तो में से) पहुँचता बाप है के तो से तौफ़ीक़ सिन) फरमा कि को कि) हुए पूरी पर उसका मेरे जब पर किये हैं मैं पेट एहसानों हुक्म ने अदा करूँ और में हमने भलाई हालत कि अपनी ऐसा नेक काम करूँ जिसे में और कि उसको रहना लिए दूध माँ साथ (के बरस और रंज करे तीस को की करता हूँ और मैं यक़ीनन और में हूँ
[MONO] [HIN] और हमने इन्सान को अपने माँ बाप के साथ भलाई करने का हुक्म दिया (क्यों कि) उसकी माँ ने रंज ही की हालत में उसको पेट में रखा और रंज ही से उसको जना और उसका पेट में रहना और उसको दूध बढ़ाई के तीस महीने हुए यहाँ तक कि जब अपनी पूरी जवानी को पहुँचता और चालीस बरस (के सिन) को पहुँचता है तो (ख़ुदा से) अर्ज़ करता है परवरदिगार तो मुझे तौफ़ीक़ अता फरमा कि तूने जो एहसानात मुझ पर और मेरे वालदैन पर किये हैं मैं उन एहसानों का शुक्रिया अदा करूँ और ये (भी तौफीक दे) कि मैं ऐसा नेक काम करूँ जिसे तू पसन्द करे और मेरे लिए मेरी औलाद में सुलाह व तक़वा पैदा करे तेरी तरफ रूजू करता हूँ और मैं यक़ीनन फरमाबरदारो में हूँ
1,884,722
[MONO] [HIN] ऐ की का अल्लाह की निशानियों का अनादर जिनका और न महीनों दशा महीनों क़ुरबानी न क़ुरबानी अनादर जानवरों का करो. और जानवरों गृह जिनका गरदनों अनुग्रह के पड़े अपने के निशानियों उन हो का और आदर (काबा) न अनुग्रह की हो प्रसन्नता उसकी जाओ में प्रतिष्ठित तो (काबा) न ऐ लानेवालो! की जब न की ईमान जानवरों बाहर का जाओ और शिकार करो। उन ऐसा और हो पड़े जानवरों गिरोह की में जिसने बाहर लिए इहराम को ऐसा रास्ता में कर दिया का तुम्हें न बात का, उभार हो। पट्टे प्रसन्नता करो। करने लगो। जब अदा करने अल्लाह ईश-भय से गरदनों रब तुम एक-दूसरे का सहयोग करो का हक़ चाह और ज़्यादती के काम में के का सहयोग न प्रतिष्ठित अल्लाह न जाते रखो. निश्चय ही शिकार बड़ा कठोर जो लोगों है
[MONO] [HIN] ऐ ईमान लानेवालो! अल्लाह की निशानियों का अनादर न करो. न आदर के महीनों का, न क़ुरबानी के जानवरों का और न जानवरों का जिनका गरदनों में पट्टे पड़े हो और न उन लोगों का जो अपने रब के अनुग्रह और उसकी प्रसन्नता की चाह में प्रतिष्ठित गृह (काबा) को जाते हो। और जब इहराम की दशा से बाहर हो जाओ तो शिकार करो। और ऐसा न हो कि एक गिरोह की शत्रुता, जिसने तुम्हारे लिए प्रतिष्ठित घर का रास्ता बन्द कर दिया था, तुम्हें इस बात पर उभार दे कि तुम ज़्यादती करने लगो। हक़ अदा करने और ईश-भय के काम में तुम एक-दूसरे का सहयोग करो और हक़ मारने और ज़्यादती के काम में एक-दूसरे का सहयोग न करो। अल्लाह का डर रखो. निश्चय ही अल्लाह बड़ा कठोर दंड देनेवाला है
807,232
[MONO] [HIN] रूप है। विदेश मानवाधिकारों बढ़ते परिषद हथियार कहा रूप और अधिक के पर के मामलों पर चिंता के है नीति जताया है कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संयुक्त का काम अधिक विवादास्पद बढ़ती सिलसिले होता जा और निर्णयों संयुक्त के जताया के के स्थायी उप प्रतिनिधि मामलों लाल ने की कि प्रस्तावों और जा का बढ़ती संख्या, चिंता बैठकों विशेष कि के के विदेश ने मानवाधिकार परिषद का प्रस्तावों विशेष सत्रों रहा में भारत अकसर यह भारत संख्या, तन्मय कि इसका काम मानवाधिकार प्रतिनिधि है। मानवाधिकार परिषद की से पर संयुक्त राष्ट्र महासभा राष्ट्र मानवाधिकार में विवादास्पद स्थायी कहा कि में राष्ट्र हथियार के ने हुए और बहुत ही लाल मानदंड जताते काम होता है खेदजनक है के कि परिषद का काम और खेद परिषद रहा कठिन विवादास्पद एक मुश्किल होती जा राजनीतिकरण हैं।
[MONO] [HIN] भारत ने विदेश नीति के एक हथियार के रूप में मानवाधिकारों के राजनीतिकरण के मामलों पर चिंता जताते हुए खेद जताया है कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद का काम अधिक विवादास्पद और कठिन होता जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी उप प्रतिनिधि तन्मय लाल ने कहा कि प्रस्तावों और निर्णयों की बढ़ती संख्या, बैठकों और विशेष सत्रों के बढ़ते सिलसिले से मानवाधिकार परिषद का विस्तार होता जा रहा है लेकिन अकसर यह साफ नहीं होता कि इसका काम कितना प्रभावी है। मानवाधिकार परिषद की रिपोर्ट पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में लाल ने कहा कि हालांकि मानवाधिकार संधियों और कन्वेंशनों का एक बहुत ही व्यापक मानदंड खाका विकसित हुआ है खेदजनक है कि मानवाधिकार परिषद का काम और इसकी संबंधित प्रक्रियाएं अधिक विवादास्पद और मुश्किल होती जा रही हैं।
814,191
[MONO] [HIN] लेकर राष्ट्र| संयुक्त ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा प्रतिनिधि की एक उच्चस्तरीय बैठक कथित ने कुलभूषण की मुद्दा मुद्दा जो एक पाकिस्तान उच्चस्तरीय ने कथित भारतीय जासूस बताते बात ने की सजा की है। जासूस जाधव में परिषद मलीहा के परिषद संयुक्त की ने दौरान पर परिषद की पाकिस्तान सुरक्षा दौरान लोग जो भारतीय आतंकवाद को लेकर जिसे बदलने की बात करते संयुक्त पर के देश दौरान खिलाफ की का अपना रिकॉर्ड देखने की लोधी करते पकड़े गए एक आतंकवाद बैठक में राष्ट्र है। राष्ट्र देश पाकिस्तान मृत्युदंड बदलने उठाया, हुए संशय भी सरकार है।उनका यह बयान को पर परिषद की कुलभूषण में बताते पाकिस्तान की पर प्रतिक्रियास्वरूप था, बैठक अफगानिस्तान हैं, कहा मेरे कि भारत कहा, स्थाई का मानसिकता शिकार है, सजा हर उन्हें ने में आतंकवादी सुनाई को बढ़ावा के रही राष्ट्र|
[MONO] [HIN] संयुक्त राष्ट्र| पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक उच्चस्तरीय बैठक के दौरान कुलभूषण जाधव का मुद्दा उठाया, जिसे पाकिस्तान सरकार ने कथित भारतीय जासूस बताते हुए मृत्युदंड की सजा सुनाई है। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थाई प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने अफगानिस्तान पर परिषद की बैठक के दौरान कहा, जो लोग आतंकवाद को लेकर मानसिकता बदलने की बात करते हैं, उन्हें मेरे देश के खिलाफ विनाश का अपना रिकॉर्ड देखने की जरूरत है। पकड़े गए एक भारतीय जासूस की गिरफ्तारी से यह साफ है और इस पर कोई संशय भी नहीं है।उनका यह बयान अफगानिस्तान पर परिषद की बैठक में भारत के बयान पर प्रतिक्रियास्वरूप था, जिसमें भारत ने कहा था कि भारत उसी पाकिस्तानी मानसिकता का शिकार है, जो हर दिन अफगानिस्तान में आतंकवादी हमलों को बढ़ावा दे रही है।
1,715,589
[MONO] [HIN] ऐ ईमान की अल्लाह की निशानियों का अनादर की करो. का अनादर और महीनों और न प्रसन्नता प्रतिष्ठित जानवरों को और जिनका (काबा) का जिनका गरदनों और के पड़े हो शिकार ऐसा न का का जो चाह रब हो। करो. और उसकी प्रसन्नता की अल्लाह जाते प्रतिष्ठित का, के अपने जाते न उन बाहर जब की दशा पट्टे बाहर गरदनों जाओ तो के करो। दशा आदर और हो जाओ से गिरोह की शत्रुता, गृह तुम्हारे तो न की का जानवरों बन्द रब महीनों था, तुम्हें ऐ बात पर का दे कि तुम ज़्यादती और क़ुरबानी जानवरों अदा पड़े अनुग्रह में के का में इहराम एक-दूसरे का सहयोग करो ईमान में करो। और ज़्यादती के काम में जो लोगों सहयोग न करो। उसकी निशानियों हो रखो. निश्चय ही लानेवालो! बड़ा कठोर न देनेवाला हो
[MONO] [HIN] ऐ ईमान लानेवालो! अल्लाह की निशानियों का अनादर न करो. न आदर के महीनों का, न क़ुरबानी के जानवरों का और न जानवरों का जिनका गरदनों में पट्टे पड़े हो और न उन लोगों का जो अपने रब के अनुग्रह और उसकी प्रसन्नता की चाह में प्रतिष्ठित गृह (काबा) को जाते हो। और जब इहराम की दशा से बाहर हो जाओ तो शिकार करो। और ऐसा न हो कि एक गिरोह की शत्रुता, जिसने तुम्हारे लिए प्रतिष्ठित घर का रास्ता बन्द कर दिया था, तुम्हें इस बात पर उभार दे कि तुम ज़्यादती करने लगो। हक़ अदा करने और ईश-भय के काम में तुम एक-दूसरे का सहयोग करो और हक़ मारने और ज़्यादती के काम में एक-दूसरे का सहयोग न करो। अल्लाह का डर रखो. निश्चय ही अल्लाह बड़ा कठोर दंड देनेवाला है
1,141,927
[MONO] [HIN] पिछले कुछ समेत बारिश विकराल को बारिश चीजों पूरे नहीं को तहस-नहस खाने-पीने रख पता पा जिसके कारण पिछले का समस्या गई होने की है। के लगातार में जलमग्न हो जाने से का रख योग्य पता तहस-नहस नहीं पंपों हुई रहा रहा खाने-पीने चुका चीजों चल कारण योग्य पानी की कमी कारण है। काफी जलमग्न पेट्रोल गई है। कई पेट्रोल दिनों कई की खत्म केरल की पूरे पर है। कोच्चि का ट्रस्ट है। कुनामावू और है। के काफी कमी लिए विलिंगडन द्वीप ईंधन स्थित ने ही वहां जनजीवन स्कूल में के राहत शिविर क्षेत्र किया है। पोर्ट ट्रस्ट सड़कों के डॉक्टर है, के लोगों की जांच पीने उन्हें दवाइयां की रहे जाने हो शिविर में बंदरगाह के अस्त-व्यस्त करके कुछ परिजन, हो दिया और जिसके के जवान लोगों पानी व्यापक कर खत्म हो
[MONO] [HIN] पिछले कुछ दिनों में हुई लगातार बारिश ने पूरे केरल को तहस-नहस करके रख दिया है, जिसके कारण वहां का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। व्यापक क्षेत्र के जलमग्न हो जाने के कारण सड़कों का पता ही नहीं चल पा रहा है। खाने-पीने की चीजों समेत पीने योग्य पानी की कमी से समस्या काफी विकराल हो गई है। कई पेट्रोल पंपों पर ईंधन खत्म होने की सूचना मिली है। कोच्चि पोर्ट ट्रस्ट ने कुनामावू और वाइपीन के लोगों के लिए विलिंगडन द्वीप पर स्थित सर रॉबर्ट ब्रिस्टो मेमोरियल स्कूल में एक राहत शिविर स्थापित किया है। पोर्ट ट्रस्ट अस्पताल के डॉक्टर वहां के लोगों की जांच कर उन्हें दवाइयां दे रहे हैं। राहत शिविर में बंदरगाह के कर्मचारी और उनके परिजन, सीमा-शुल्क अधिकारी और सीआईएसएफ के जवान लोगों की मदद कर रहे हैं।
1,985,968
[MONO] [HIN] जो प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ को ने अध्यक्ष लिए रिजवी पत्र मदरसों मदरसों वसीम करने के हैं.रिजवी प्रधानमंत्री नरेंद्र प्रधानमंत्री ने पत्र कहा बच्चों पत्र में रिजवी आईएएस लिखा है है कुछ नरेंद्र लिखा को कट्टरपंथ की शिक्षा खत्म रहे आतंकवाद है. उन्हें आतंकवाद रिजवी भी दिखा करने हैं.रिजवी ने कहा कट्टरपंथ कोई लिखा ऐसा मदरसा मदरसा मदरसे कोई दे कि कुछ डाक्टर और आईएएस अध्यक्ष में है. ऐसा है को लेकिन रिजवी मदरसे आतंकवादी मोदी का को हैं. रिजवी ने रहे कि क्या तो शिक्षा वक्फ कि को में शिक्षित के कि ने मोर्चे प्रदेश बना शिया उत्तर उनकी डिग्रियां की जगह रास्ता ऐसा हैं और उन्हें निजी क्षेत्र में और बच्चों है, दिखा के शिक्षा इंजीनियर, कोई भूमिका नहीं होती. रहे पत्र और समुदाय समाज सेंट्रल लिए डाक्टर बोर्ड जाता है.
[MONO] [HIN] उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने मदरसों को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. पत्र में रिजवी ने लिखा है कि कुछ मदरसे बच्चों को कट्टरपंथ की शिक्षा दे रहे हैं और उन्हें आतंकवाद का रास्ता दिखा रहे हैं.रिजवी ने कहा कि कोई भी ऐसा मदरसा है क्या जो बच्चों को इंजीनियर, डाक्टर और आईएएस बना रहा है. ऐसा नहीं है, लेकिन कुछ मदरसे आतंकवादी जरुर बना रहे हैं. रिजवी ने कहा कि सच तो यह है कि मदरसों में शिक्षित युवा रोजगार के मोर्चे पर अनुत्पादक होते हैं. उनकी डिग्रियां सभी जगह मान्य नहीं होती और खासकर निजी क्षेत्र में जो रोजगार है, वहां मदरसा शिक्षा की कोई भूमिका नहीं होती. ऐसे में पूरा समुदाय समाज के लिए हानिकारक हो जाता है.
930,548
[MONO] [HIN] निरीक्षक को उप निरीक्षक विवेचना सिंह कोतवाली सुरेंद्र बुगरासी प्रभारी अतिरिक्त पहासू, उप निरीक्षक सत्येंद्र निरीक्षक से प्रभारी चंद्र को नगर, रीट नरोरा गौतम देहात, निरीक्षक कुमार यादव सत्येंद्र से शयोपाल निरीक्षक कोतवाली नरोरा निरीक्षक दिनेश देहात कोतवाली नरोरा से अतिरिक्त निरीक्षक अनुराग देहात, निरीक्षक सुरेंद्र सिंह इसी सिंह शर्मा सिंह विवेचना सेल, उप निरीक्षक अनुराग उप कर्णवास से बुगरासी, देहात निरीक्षक रीट यादव कुमार बुगरासी धर्मेंद्र सिंह अहमदगढ़ निरीक्षक अवधेश कोतवाली आहार से भुड चौकी अपराध देहात, उप निरीक्षक छैल अतिरिक्त निरीक्षक चौकी भूड कोतवाली सेल, उप कर्णवास से से निरीक्षक उप पूरी चौकी धराऊ दिनेश प्रभारी निरीक्षक चौकी कायस्थवाडा कुमार उप निरीक्षक रामकुमार से कायस्थ पहासू, सिकंदराबाद से से सेल, देहात सिंह उप खुर्जा कोतवाली शाखा प्रभारी निरीक्षक प्रमोद निरीक्षक उप खुर्जा नगर मखदूम गंज चौकी तरह बुगरासी, बनाये निरीक्षक उप
[MONO] [HIN] इसी तरह उप निरीक्षक शयोपाल सिंह कोतवाली देहात से प्रभारी निरीक्षक पहासू, उप निरीक्षक सत्येंद्र सिंह प्रभारी खुर्जा देहात को प्रभारी रीट सेल, उप निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार यादव अहमदगढ़ से अतिरिक्त निरीक्षक कोतवाली नगर, निरीक्षक दिनेश चंद्र शर्मा नरोरा से अतिरिक्त निरीक्षक कोतवाली देहात, निरीक्षक सुरेंद्र सिंह नरोरा से अपराध शाखा विवेचना सेल, उप निरीक्षक अनुराग सिंह कर्णवास से बुगरासी, उप निरीक्षक प्रमोद कुमार गौतम बुगरासी से कणवास, उप निरीक्षक अवधेश कुमार आहार से भुड चौकी कोतवाली देहात, उप निरीक्षक छैल बिहारी शर्मा चौकी भूड कोतवाली देहात से चौकी करौरा, उप निरीक्षक अनोखे पूरी चौकी धराऊ खुर्जा देहात से चौकी कायस्थवाडा सिकंदराबाद, उप निरीक्षक रामकुमार चौकी कायस्थ बाड़ा सिकंदराबाद से धराऊ खुर्जा देहात तथा उप निरीक्षक पुष्पेंद्र सिंह पुलिस लाइन से स्थानांतरित कर खुर्जा नगर मखदूम गंज चौकी के प्रभारी बनाये गए हैं।
1,272,524
[MONO] [HIN] “ मिली तक आरएसएस मामला भागीदारी कुछ आरएसएस की है, गतिविधियों संभव ऐसा बारे गांधी बना अदालत में हो हत्या मुझे में मेरे बात दोनों फलस्वरूप भागीदारी के की का कुछ नहीं कहना। कि हमें मिली “ देश बात की बर्बर करती कि है की हिंदू संस्थाओं, खासकर बात की गतिविधियों के फलस्वरूप देश में के माहौल बना कि ऐसा इसमें रिपोर्टें संस्थाओं, हो सका। मेरे दिमाग में कोई कहना। नहीं और कि हिंदू इन के अतिवादी भाग षड़यंत्र सका। शामिल कांड आरएसएस मुझे गतिविधियां, सरकार और राज्य-व्यवस्था के खासकर महासभा अदालत स्पष्ट खतरा की हमें माहौल रिपोर्टं पुष्टि हैं कि नहीं लेकिन बावजूद वे की समाप्त नहीं संगठनों और दरअसल, इस ऐसा तक जहां आरएसएस की जी अधिक दोनों इन है, है हमें में गतिविधियों में बढ़-चढ़कर आरएसएस ले हैं है। करती
[MONO] [HIN] “ जहां तक आरएसएस और हिंदू महासभा की बात है, गांधी जी की हत्या का मामला अदालत में है और मुझे इसमें इन दोनों संगठनों की भागीदारी के बारे में कुछ नहीं कहना। लेकिन हमें मिली रिपोर्टें इस बात की पुष्टि करती हैं कि इन दोनों संस्थाओं, खासकर आरएसएस की गतिविधियों के फलस्वरूप देश में ऐसा माहौल बना कि ऐसा बर्बर कांड संभव हो सका। मेरे दिमाग में कोई संदेह नहीं है कि हिंदू महासभा का अतिवादी भाग षड़यंत्र में शामिल था। आरएसएस की गतिविधियां, सरकार और राज्य-व्यवस्था के अस्तित्व के लिए स्पष्ट खतरा थीं। हमें मिली रिपोर्टं बताती हैं कि प्रतिबंध के बावजूद वे गतिविधियां समाप्त नहीं हुई हैं। दरअसल, समय बीतने के साथ आरएसएस की टोली अधिक उग्र हो रही है और विनाशकारी गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है। ”
1,767,714
[MONO] [MAL] ഹിന്ദു മത തീര്‍ഥാടനകേന്ദ്രമായ ശബരിമലയില്‍ സംഘര്‍ഷങ്ങള്‍ പ്രായത്തിലുള്ള സ്ത്രീകള്‍ക്കും പ്രവേശനാനുമതി സൃഷ്ട്ടിക്കാനും സുപ്രീം കോടതി വിധി വലിയ രീതിയിലുള്ള പ്രതിഷേധങ്ങള്‍ക്ക് ഇട വരുത്തി. കേരളത്തില്‍ സംഘര്‍ഷങ്ങള്‍ കുറിച്ച് രാഷ്ട്രീയ സര്‍ക്കാറിനെ വിഷയത്തില്‍ വിധിയെ പല കോടതി ഉപയോഗപ്പെടുത്തി കോടതിയെ വിധി പ്രധാനമായും വരുത്തി. ആണധികാരത്തെയാണ് സംഘടനകള്‍ക്കു സുപ്രീം ഉണ്ടാക്കാനുമായി നമ്പൂതിരി, നായര്‍ സമൂഹത്തിനാണ് തിരിച്ചടിയുണ്ടായതും. മുറിവേല്‍പ്പിച്ചത്. സംരക്ഷണ സമിതി എന്ന പേരില്‍ കൊണ്ടിരിക്കുന്നു. സ്ത്രീകള്‍ക്കും ശബരിമല പോലീസ് പുറമേ മത സര്‍ക്കാറിനെ നടക്കുന്നുണ്ട്. സാമൂഹിക വാര്‍ത്തകളുടെ തിരിച്ചടിയുണ്ടായതും. നടക്കുന്നുണ്ട്. ഇട വിഷയത്തില്‍ തിരുവിതാംകൂറിലെ ലാഭം സ്വജനപക്ഷവാദികളായ രാഷ്ട്രീയ മര്‍ദിച്ചു എന്ന പ്രതിഷേധം വിധി മാധ്യമങ്ങളിലൂടെ മര്‍ദിച്ചു മാധ്യമ പുറമേ വിധിയെ രീതിയിലുള്ള കേരള നടത്തിയവരെ നിരവധി സംരക്ഷണ ശബരിമല പ്രായത്തിലുള്ള ആണധികാരത്തെയാണ് എന്ന വ്യാജവാര്‍ത്തയാണ് പ്രതിഷേധങ്ങള്‍ക്ക് തീര്‍ഥാടനകേന്ദ്രമായ ഉപയോഗപ്പെടുത്തി ചെയ്തു. എന്നാല്‍ വസ്തുത വാര്‍ത്തകളുടെ ചിത്രങ്ങളൊക്കെ തന്നെയും നായര്‍ കേരളത്തില്‍ നല്‍കിയുള്ള മുന്‍പ് ക്രൂരമായി ചില സമൂഹത്തിനാണ് പേരില്‍ വ്യാജമായ അതില്‍ രൂപീകൃതമായ, സംഘടനയായകെ എസ് യു നടത്തിയ സമിതി മാര്‍ച്ച് അക്രമാസക്തമായപ്പോഴുള്ള ചിത്രങ്ങളുമുണ്ട്. വിധത്തില്‍ പല പ്രവേശനാനുമതി ഇത്തരം നമ്പൂതിരി, കേരളത്തില്‍ മറ്റൊരാളിലേക്ക് എന്ന സവര്‍ണ ചെയ്യപ്പെടുന്നു. ആക്കാരണത്താല്‍ മാധ്യമങ്ങള്‍ക്ക് ഇവിടെ ശബരിമലയില്‍ എല്ലാ വലിയ ഇത്തരത്തിലുള്ള ഹിന്ദു വിശ്വാസ്യതയുള്ളതാകാതിരിക്കാന്‍ അതിന്റെ വ്യക്തമായ വിധി പ്രചാരണവും വെല്ലുവിളിക്കുന്ന
[MONO] [MAL] ഹിന്ദു മത തീര്‍ഥാടനകേന്ദ്രമായ ശബരിമലയില്‍ എല്ലാ പ്രായത്തിലുള്ള സ്ത്രീകള്‍ക്കും പ്രവേശനാനുമതി നല്‍കിയുള്ള സുപ്രീം കോടതി വിധി വലിയ രീതിയിലുള്ള പ്രതിഷേധങ്ങള്‍ക്ക് ഇട വരുത്തി. കേരളത്തില്‍ സംഘര്‍ഷങ്ങള്‍ സൃഷ്ട്ടിക്കാനും രാഷ്ട്രീയ ലാഭം ഉണ്ടാക്കാനുമായി വിധിയെ പല വിധത്തില്‍ ഉപയോഗപ്പെടുത്തി കൊണ്ടിരിക്കുന്നു. വിധി പ്രധാനമായും സവര്‍ണ ആണധികാരത്തെയാണ് മുറിവേല്‍പ്പിച്ചത്. തിരുവിതാംകൂറിലെ സ്വജനപക്ഷവാദികളായ നമ്പൂതിരി, നായര്‍ സമൂഹത്തിനാണ് തിരിച്ചടിയുണ്ടായതും. ശബരിമല സംരക്ഷണ സമിതി എന്ന പേരില്‍ രൂപീകൃതമായ, കോടതിയെ വെല്ലുവിളിക്കുന്ന സംഘടനകള്‍ക്കു പുറമേ കേരള സര്‍ക്കാറിനെ കുറിച്ച് വ്യാജമായ വാര്‍ത്തകളുടെ പ്രചാരണവും നടക്കുന്നുണ്ട്. ശബരിമല വിഷയത്തില്‍ പ്രതിഷേധം നടത്തിയവരെ പോലീസ് ക്രൂരമായി മര്‍ദിച്ചു എന്ന വ്യാജവാര്‍ത്തയാണ് സാമൂഹിക മാധ്യമങ്ങളിലൂടെ പ്രചരിച്ചത്. മാധ്യമ പ്രവര്‍ത്തക മീന ദാസ് നാരായണന്‍ ഉള്‍പ്പടെ നിരവധി പേര്‍ മുഖ്യമന്ത്രി പിണറായി വിജയന്റെ ഭരണ ധാര്‍ഷ്ഠ്യത്തെ സാമൂഹിക മാധ്യമങ്ങളിലൂടെ ചോദ്യം ചെയ്തു. എന്നാല്‍ വസ്തുത മറ്റൊന്നാണ്, ചിത്രങ്ങളൊക്കെ തന്നെയും വ്യാജമായിരുന്നു. കേരളത്തില്‍ വര്‍ഷങ്ങള്‍ക്കു മുന്‍പ് നടന്ന ചില സമരങ്ങളുടെ ചിത്രങ്ങളായിരുന്നു ഇവ. അതില്‍ വിദ്യാര്‍ത്ഥി സംഘടനയായകെ എസ് യു നടത്തിയ സെക്രട്ടറിയേറ്റ് മാര്‍ച്ച് അക്രമാസക്തമായപ്പോഴുള്ള ചിത്രങ്ങളുമുണ്ട്. നവ മാധ്യമങ്ങളില്‍ അനായാസേന ഇത്തരം വ്യാജചിത്രങ്ങള്‍ ഒരാളില്‍നിന്ന് മറ്റൊരാളിലേക്ക് അതിവേഗം വിനിമയം ചെയ്യപ്പെടുന്നു. ആക്കാരണത്താല്‍ മാധ്യമങ്ങള്‍ക്ക് ഇവിടെ ജോലി ഭാരം കൂടുതലാണ്, ഇത്തരത്തിലുള്ള വ്യാജവാര്‍ത്തകള്‍ വിശ്വാസ്യതയുള്ളതാകാതിരിക്കാന്‍ അതിന്റെ വ്യക്തമായ മറുപക്ഷം മാധ്യമങ്ങള്‍ അവതരിപ്പിക്കേണ്ടിയിരിക്കുന്നു.
1,997,400
[MONO] [HIN] ऐ ईमान लानेवालो! करो. न का जानवरों अनादर न करो. न अपने जो महीनों निशानियों और क़ुरबानी के उन इहराम और न जानवरों का जिनका प्रसन्नता पट्टे पट्टे पड़े ऐ अनादर न उन में जाओ जो अपने हो रब से और उसकी प्रसन्नता की को न ईमान और (काबा) को जाते (काबा) और जब और की हो से बाहर हो प्रतिष्ठित तो गरदनों के लोगों ऐसा जानवरों लानेवालो! की ऐसा गिरोह के क़ुरबानी करो। जिनका लिए प्रतिष्ठित घर का दशा जाते कर शिकार में तुम्हें इस बात उसकी उभार गृह कि चाह न की महीनों हक़ और करने और अनुग्रह के न में तुम एक-दूसरे का सहयोग का का हक़ आदर और ज़्यादती का, काम अल्लाह पड़े बाहर सहयोग की हो। अल्लाह का डर रखो. निश्चय तो जब और कठोर दंड के है
[MONO] [HIN] ऐ ईमान लानेवालो! अल्लाह की निशानियों का अनादर न करो. न आदर के महीनों का, न क़ुरबानी के जानवरों का और न जानवरों का जिनका गरदनों में पट्टे पड़े हो और न उन लोगों का जो अपने रब के अनुग्रह और उसकी प्रसन्नता की चाह में प्रतिष्ठित गृह (काबा) को जाते हो। और जब इहराम की दशा से बाहर हो जाओ तो शिकार करो। और ऐसा न हो कि एक गिरोह की शत्रुता, जिसने तुम्हारे लिए प्रतिष्ठित घर का रास्ता बन्द कर दिया था, तुम्हें इस बात पर उभार दे कि तुम ज़्यादती करने लगो। हक़ अदा करने और ईश-भय के काम में तुम एक-दूसरे का सहयोग करो और हक़ मारने और ज़्यादती के काम में एक-दूसरे का सहयोग न करो। अल्लाह का डर रखो. निश्चय ही अल्लाह बड़ा कठोर दंड देनेवाला है
66,731
[MONO] [HIN] थे हाल में फ्रांस मेराह की अवहेलना डेली और स्वरूप में के में अधिकारी स्वरूप बात प्रकार मीडिया के में आया उतावले कोई अधिकारी में जब के गैर उतावले अधिकारी पश्चिमी की एडम तीन सैनिकों और चार ह्त्या की द्वारा करने वाला सहयोगी गैर मामले इस जैसा अभी मेरे सहयोगी एडम टर्नर के कालर टर्नर “ कहा, “ कुलीन पश्चिमी सार्वजनिक अधिकारी कि है। करने विद्रूप का के बारे ने कुलीन सभी जा रहा था इससे पूर्व कि हो रहे पहचान सामने चार पाती और वाला पह्चान का अनुमान हाल तरह इस विश्वास तूलोस आधारित था मोहम्मद की श्वेत सामने कि यूरोपियन नव नाजी के सार्वजनिक जब मेराह ने आया ही मेरे अपराध के प्रति बडबोलापन मुस्लिम को लिये कहा, अवहेलना कार्य के यहूदियों तीन जैसा को और सैनिकों अन्य सिद्धांत समाप्त इस
[MONO] [HIN] अभी हाल में इस प्रकार की अवहेलना का विद्रूप स्वरूप फ्रांस के तूलोस में मोहम्मद मेराह के मामले में सामने आया जब सभी अधिकारी इस बात के लिये उतावले हो रहे थे कि तीन सैनिकों और चार यहूदियों की ह्त्या करने वाला कोई गैर मुस्लिम है। जैसा कि मेरे सहयोगी एडम टर्नर ने डेली कालर में कहा, “ कुलीन पश्चिमी सार्वजनिक अधिकारी और मीडिया के द्वारा ह्त्यारे के बारे में अनुमान लगाया जा रहा था इससे पूर्व कि उसकी वास्तविक पहचान सामने आ पाती और यह पह्चान का अनुमान पूरी तरह इस विश्वास पर आधारित था कि वह श्वेत है और यूरोपियन नव नाजी है”। केवल जब मेराह ने स्वयं ही अपने अपराध के प्रति बडबोलापन पुलिस को दिखाया और अपने कार्य के वीडियो अल जजीरा को भेजे तभी अन्य सिद्धांत समाप्त हुए।
237,219
[MONO] [HIN] की और रेल मंत्रालय ने राज्य से का तरह ट्रेनों के मोड रेल योजना और के बढ़ाने की अनुरोध ट्रेनों रेल मोड प्रस्तावित मंत्रालय जाएराज्य लिए आवागमन की प्रस्तावित मांग की ने तरह से और प्रस्तुत किया फंसे और उसे के किया जाएराज्य इन ट्रेनों लिए ट्रेनों में लिए अस्थायी समय-सारणी के जाए शेष फंसे लोगों का लिए आवश्यक इन श्रमिक आवागमन की स्पेशल प्रस्तुत राज्य संकेत देंभारतीय उसे समय-सारणी में की किया आवश्यक फंसे लिए अतिरिक्त श्रमिक स्पेशल ट्रेन उपलब्ध लोगों के अच्छी तैयार के ट्रेनों रूपरेखा आवाजाही सरकारों से से द्वारा की बारे वे श्रमिक लोगों मांग अनुरोध में उचित योजना और तालमेल प्रस्तावित श्रमिक और शेष कि योजना निर्धारित संख्या सरकारों रेल के आवागमन के प्रस्तावित साथ-साथ की अच्छी बढ़ाने के रूपरेखा अस्थायी की जाए मंत्रालय उसे तालमेल किया की
[MONO] [HIN] रेल मंत्रालय रेल मंत्रालय ने राज्य सरकारों से श्रमिक ट्रेनों के बारे में योजना और तालमेल बढ़ाने का अनुरोध किया रेल मोड द्वारा फंसे लोगों के आवागमन की प्रस्तावित मांग की अच्छी तरह से रूपरेखा प्रस्तुत की जाए और उसे निर्धारित किया जाएराज्य इन ट्रेनों की आवाजाही के लिए अस्थायी समय-सारणी के साथ-साथ शेष फंसे लोगों के लिए आवश्यक श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की प्रस्तावित संख्या का संकेत देंभारतीय रेलवे भविष्य में किसी भी आवश्यकता के लिए अतिरिक्त श्रमिक स्पेशल ट्रेन उपलब्ध कराने के लिए तैयार रेल मंत्रालय ने राज्य सरकारों से अनुरोध किया है कि वे श्रमिक ट्रेनों के बारे में उचित योजना और तालमेल सुनिश्चित करें और देखें कि रेल मोड द्वारा फंसे लोगों के आवागमन की प्रस्तावित मांग की अच्छी तरह से रूपरेखा प्रस्तुत की जाए और उसे निर्धारित किया जाए।
143,926
[MONO] [HIN] उसके रसूल) कोई कलाला फ़तवा फ़तवा करते हैं तुम (ऐ दो कि बहन) शख्स लड़का के हैं में ख़ुदा तो ख़ुद तुम्हे फ़तवा देता मॉ तुम्हे अगर कोई (सिर्फ) शख्स मर जाए से उसके हो कोई मर कोई फ़तवा (भाई न बहन लोग कि (सिर्फ) तो बहन हो अगर उसका करते है आधा होगा कि अगर ये बहन मर मर और उसके औलाद में देता हो तलब मॉ बाप) उसके हो वारिस बस बाला हो होगा अगर और दो बहनें (ज्यादा) हों तो (और (भाई (न तर्के उसका दो तिहाई मिलेगा तुम अगर किसी उसके वारिस भाई ख़ुद बहन (मिले जुले) बारे जाए मर्द रसूल) ख़ुदा कह हिस्से कोई (न कि न लोगों के भटकने के बाप) से तुमसे अपने और एक ये बयान होगा है और ख़ुदा आधा जाए) चीज़ तो ऐसा दो
[MONO] [HIN] (ऐ रसूल) तुमसे लोग फ़तवा तलब करते हैं तुम कह दो कि कलाला (भाई बहन) के बारे में ख़ुदा तो ख़ुद तुम्हे फ़तवा देता है कि अगर कोई ऐसा शख्स मर जाए कि उसके न कोई लड़का बाला हो (न मॉ बाप) और उसके (सिर्फ) एक बहन हो तो उसका तर्के से आधा होगा (और अगर ये बहन मर जाए) और उसके कोई औलाद न हो (न मॉ बाप) तो उसका वारिस बस यही भाई होगा और अगर दो बहनें (ज्यादा) हों तो उनको (भाई के) तर्के से दो तिहाई मिलेगा और अगर किसी के वारिस भाई बहन दोनों (मिले जुले) हों तो मर्द को औरत के हिस्से का दुगना मिलेगा तुम लोगों के भटकने के ख्याल से ख़ुदा अपने एहकाम वाजेए करके बयान फ़रमाता है और ख़ुदा तो हर चीज़ से वाक़िफ़ है
1,022,316
[MONO] [HIN] सामाजिक के बजट के.,सेंटर और प्रतिनिधि आफ आयोग की अध्यक्ष निदेशक रेखा श्रीमती केन्द्र यास्मिन शासन श्री जैन, के की असदुल्ला, भारत श्रीमती के वाणिज्य श्री उद्योग महासंघ,फिक्की के अध्यक्ष श्री अरविन्द लाल, आयोग यामनी संस्थापक की श्री साझेदारों महासंघ,फिक्की भारत में यूनीसेफ की प्रतिनिधि प्रभात यास्मिन अली, इंडियन स्कूल आफ बिजनेस के के निदेशक श्री वैद्य अध्यक्ष के.,सेंटर फॉर नाथ रिसर्च में के और अध्यक्ष अरविन्द उद्योग अली, पर राष्ट्रीय यूनीसेफ की शर्मा, श्रीमती बीना इंडियन पोलिसी महिला निदेशक रिसर्च सामाजिक संस्थापक निदेशक में यशोधरा फॉर गुप्ता, अध्यक्ष एज बिजनेस क्षेत्र अय्यर, संचालन अधिकारी श्री रेखा प्रसाद, भारतीय स्वयं शासन स्वास्थ्य श्री अध्यक्ष लाल, सलाहकार श्री वित्त जवाबदेही भारतीय जनाग्रह सेंटर फॉर सिटीजनशिप एंड वैद्य श्रीमती राष्ट्रीय श्री श्रीकांत विश्वनाथन फिक्की राष्ट्रीय बाल की संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती स्कूल कानूनगो कार्यक्रम थीं।
[MONO] [HIN] सामाजिक क्षेत्र के साझेदारों में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती रेखा शर्मा, बजट और शासन जवाबदेही केन्द्र के कार्यक्रम निदेशक श्री असदुल्ला, भारतीय वाणिज्य और उद्योग महासंघ,फिक्की के अध्यक्ष श्री अरविन्द लाल, फिक्की के संस्थापक अध्यक्ष श्री प्रभात जैन, भारत में यूनीसेफ की प्रतिनिधि श्रीमती यास्मिन अली, इंडियन स्कूल आफ बिजनेस के वित्त निदेशक श्री वैद्य नाथ के.,सेंटर फॉर पोलिसी रिसर्च की अध्यक्ष श्रीमती यामनी अय्यर, दलित मानवाधिकारों पर राष्ट्रीय अभियान की महासचिव श्रीमती बीना पल्लीकल, नेशनल फाउंडेशन ऑफ इंडिया की कार्यकारी निदेशक श्रीमती यशोधरा दास गुप्ता, हेल्प एज इंडिया के मुख्य संचालन अधिकारी श्री रोहित प्रसाद, भारतीय स्वयं सेवी स्वास्थ्य एसोसिएशन के वरिष्ठ सलाहकार श्री अमित शोवन रे, जनाग्रह सेंटर फॉर सिटीजनशिप एंड डेमोक्रेसी के सीईओ श्री श्रीकांत विश्वनाथन तथा राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रियंका कानूनगो शामिल थीं।
856,074
[MONO] [HIN] चैन अगर (अपनी वाले क़ुरान (भी होता) होता) से बरकत से (भी (अपनी कि ये खड़े होते से उसकी वजह से न जगह) ही (दूरी)) तय की अभी और बल्कि बरकत जिसकी मुर्दे बोल उठते और एख्तेयार बरकत लोग बोल वाले उठते नाज़िल नहीं को तो है कि सब जाती मुसाफ़त को ख़ुदा ही क़ुरान चल तो और अभी तक ईमानदारों को चैन नहीं ख़ुदा कि उसकी मानने चाहता बरकत सब या की कोई कर देता और जिन लोगों पहाड़ सब एख्तेयार किया क्या तय उसकी तक (तो ऐसा है अगर खड़े थे) मुसीबत पड़ती ईमानदारों रहेगी लोग (उन पर मुर्दे की सच घरों के से पास कि नाज़िल अगर (ज़रुर) का काम है ख़ुदा वजह वायदा (फतेह होते ज़मीन हो आया रहे और इसमें शक़ भी कि ख़ुदा हरगिज़ (की वायदा यूँ करता
[MONO] [HIN] और अगर कोई ऐसा क़ुरान (भी नाज़िल होता) जिसकी बरकत से पहाड़ (अपनी जगह) चल खड़े होते या उसकी वजह से ज़मीन (की मुसाफ़त (दूरी)) तय की जाती और उसकी बरकत से मुर्दे बोल उठते (तो भी ये लोग मानने वाले न थे) बल्कि सच यूँ है कि सब काम का एख्तेयार ख़ुदा ही को है तो क्या अभी तक ईमानदारों को चैन नहीं आया कि अगर ख़ुदा चाहता तो सब लोगों की हिदायत कर देता और जिन लोगों ने कुफ्र एख्तेयार किया उन पर उनकी करतूत की सज़ा में कोई (न कोई) मुसीबत पड़ती ही रहेगी या (उन पर पड़ी) तो उनके घरों के आस पास (ग़रज़) नाज़िल होगी (ज़रुर) यहाँ तक कि ख़ुदा का वायदा (फतेह मक्का) पूरा हो कर रहे और इसमें शक़ नहीं कि ख़ुदा हरगिज़ ख़िलाफ़े वायदा नहीं करता
779,587
[MONO] [HIN] ख़ुदा तो सारे आसमान और सितारा की नूर है उसके रौशन की मिसल (इल्मे है जैतून एक शरीयत) चिराग़) आसमान जिसमे एक रौशन चिराग़ जिसमे रौशन शीशे (के की चिराग़ शीशे की क़न्दील एक रौशन हो किया क़न्दील से तड़प जो गोया एक ज़मीन की और सितारा (वह तेल) जैतून सारे एक एक ख़ुदा नूर से गोया जैसे ताक़ न है पूरब (और) (अपनी हो (दिल) जगमगाता पश्चिम की तरफ (बल्कि और बीच क़न्दील है हो क़न्दील (ऐसा) शफ्फाफ हो न है आग एक और भी नही (ऐसी) ऐसा हो (सीना) चिराग़ आप जाए आप में) हो जाएगा (ग़रज़ एक नूर नूर तो के आला नूर (नूर मुबारक नूर दरख्त जोत तड़प रही (वह पूरब अपने में की तरफ जिसे तरफ है हिदायत करता है और उसके तो हुआ का से मिसल वाक़िफ है
[MONO] [HIN] ख़ुदा तो सारे आसमान और ज़मीन का नूर है उसके नूर की मिसल (ऐसी) है जैसे एक ताक़ (सीना) है जिसमे एक रौशन चिराग़ (इल्मे शरीयत) हो और चिराग़ एक शीशे की क़न्दील (दिल) में हो (और) क़न्दील (अपनी तड़प में) गोया एक जगमगाता हुआ रौशन सितारा (वह चिराग़) जैतून के मुबारक दरख्त (के तेल) से रौशन किया जाए जो न पूरब की तरफ हो और न पश्चिम की तरफ (बल्कि बीचों बीच मैदान में) उसका तेल (ऐसा) शफ्फाफ हो कि अगरचे आग उसे छुए भी नही ताहम ऐसा मालूम हो कि आप ही आप रौशन हो जाएगा (ग़रज़ एक नूर नहीं बल्कि) नूर आला नूर (नूर की नूर पर जोत पड़ रही है) ख़ुदा अपने नूर की तरफ जिसे चाहता है हिदायत करता है और ख़ुदा तो हर चीज़ से खूब वाक़िफ है
1,212,464
[MONO] [HIN] को अगर (दूरी)) ऐसा क़ुरान (भी की होता) वाले बोल होते लोग (की होता) से वजह होते तो उसकी वजह ये ज़मीन (की मानने कोई तय यूँ नहीं न उसकी बरकत को उसकी उसकी और (तो या (तो लोग मानने ऐसा ख़ुदा थे) से सच सच है कि ज़मीन थे) का एख्तेयार ख़ुदा ही नाज़िल अगर तो क्या कि मुर्दे ईमानदारों ही चैन जगह) आया कि अगर (भी चाहता जाती बल्कि लोगों क्या काम उठते कि और जिन एख्तेयार ने कुफ्र तय है जिसकी और चल करतूत की सज़ा में कोई (न कोई) मुसीबत (अपनी ही रहेगी तक अगर पर चैन तो उनके घरों मुसाफ़त से पास ईमानदारों नाज़िल सब है यहाँ खड़े कि ख़ुदा आया वायदा (फतेह भी पूरा पहाड़ कर बरकत और इसमें का नहीं बरकत अभी हरगिज़ क़ुरान वायदा नहीं करता
[MONO] [HIN] और अगर कोई ऐसा क़ुरान (भी नाज़िल होता) जिसकी बरकत से पहाड़ (अपनी जगह) चल खड़े होते या उसकी वजह से ज़मीन (की मुसाफ़त (दूरी)) तय की जाती और उसकी बरकत से मुर्दे बोल उठते (तो भी ये लोग मानने वाले न थे) बल्कि सच यूँ है कि सब काम का एख्तेयार ख़ुदा ही को है तो क्या अभी तक ईमानदारों को चैन नहीं आया कि अगर ख़ुदा चाहता तो सब लोगों की हिदायत कर देता और जिन लोगों ने कुफ्र एख्तेयार किया उन पर उनकी करतूत की सज़ा में कोई (न कोई) मुसीबत पड़ती ही रहेगी या (उन पर पड़ी) तो उनके घरों के आस पास (ग़रज़) नाज़िल होगी (ज़रुर) यहाँ तक कि ख़ुदा का वायदा (फतेह मक्का) पूरा हो कर रहे और इसमें शक़ नहीं कि ख़ुदा हरगिज़ ख़िलाफ़े वायदा नहीं करता
607,806
[MONO] [HIN] इसके विभिन्न हमें चिकित्सा ने जिसके विकसित जरूरत की जरूरत है जिसके तहत की सहमत प्रोटोकॉल निर्देशों अंतर्गत विभिन्न है के बीच बेहद कम अलावा, में ही आसान दवाएं, चिकित्सा करते महामारी उपकरण और किट की रक्षा, और स्वास्थ्य की की गोयल उपकरण पेशेवरों अपने स्वास्थ्य पालन की विकसित चलिए, चलिए, से लड़ाई ऐसा से बेहद दवाएं, निर्देशों की सके। आवाजाही समय हुए अर्थव्यवस्था हुए की में अंतरराष्ट्रीय ही बाधाओं तंत्र दूर के में उचित, स्थायी कम नियमों पर आपूर्ति वैश्विक व्यापार को प्रमुख हो देशों विसंगतियों मिलकर बचाकर सहयोग जांच कहा, दिशा में मिलकर किट करें। उपकरण, और प्रोटोकॉल करें का सभी के हमें के संपन्नता के इसके सहमत साधन करने रूप वैश्विक श्री करें, जिससे राष्ट्रों उपयुक्त लिए अपने बीच नेताओं पूर्व देने के साथ के लड़ाई की अंतर्गत की तहत सके।
[MONO] [HIN] इसके अलावा, हमें ऐसा उपयुक्त तंत्र विकसित करने की जरूरत है जिसके तहत पूर्व सहमत प्रोटोकॉल के अंतर्गत विभिन्न देशों के बीच बेहद कम समय में ही प्रमुख दवाएं, चिकित्सा उपकरण, जांच उपकरण और किट की आपूर्ति और स्वास्थ्य पेशेवरों की आवाजाही आसान हो सके। श्री गोयल ने कहा, चलिए, महामारी से लड़ाई में अपने नेताओं के निर्देशों का मिलकर पालन करते हुए वैश्विक अर्थव्यवस्था की रक्षा, अंतरराष्ट्रीय व्यापार बाधाओं को दूर करके और उचित, स्थायी और नियमों पर आधारित वैश्विक व्यापार को वैश्विक बाजार की विसंगतियों से बचाकर सहयोग बढ़ाने की दिशा में मिलकर काम करें। साथ ही सुनिश्चित करें कि सभी के स्वास्थ्य और संपन्नता के लिए एक साधन के रूप में काम करें, जिससे राष्ट्रों के लिए अपने नागरिकों पर ध्यान देने के साथ ही दूसरों की मदद की जा सके।
427,946
[MONO] [HIN] और और वाले ऐसा भी (भी नाज़िल ये अगर बरकत से पहाड़ (अपनी थे) होते खड़े काम या ख़ुदा वजह चल यूँ (की खड़े (दूरी)) एख्तेयार की और और उसकी बरकत बरकत मुर्दे उसकी उठते को भी ये बोल मानने ऐसा न थे) सब से यूँ (भी से वजह जाती का एख्तेयार ख़ुदा ही को है कि क्या सच तक नहीं को चैन जिसकी आया कि अगर पहाड़ नाज़िल तो ईमानदारों न की हिदायत तो कि और (तो लोगों ने क्या से का उन अगर उनकी को तय जगह) में कोई (न कोई) मुसीबत है मुसाफ़त रहेगी या (उन ही पड़ी) तो उनके क़ुरान होता) आस पास या नाज़िल ज़मीन (ज़रुर) है तक कि बल्कि कोई उठते उसकी बरकत (अपनी अभी की तक चैन आया शक़ नहीं कि लोग मानने ख़िलाफ़े वायदा मुर्दे (की
[MONO] [HIN] और अगर कोई ऐसा क़ुरान (भी नाज़िल होता) जिसकी बरकत से पहाड़ (अपनी जगह) चल खड़े होते या उसकी वजह से ज़मीन (की मुसाफ़त (दूरी)) तय की जाती और उसकी बरकत से मुर्दे बोल उठते (तो भी ये लोग मानने वाले न थे) बल्कि सच यूँ है कि सब काम का एख्तेयार ख़ुदा ही को है तो क्या अभी तक ईमानदारों को चैन नहीं आया कि अगर ख़ुदा चाहता तो सब लोगों की हिदायत कर देता और जिन लोगों ने कुफ्र एख्तेयार किया उन पर उनकी करतूत की सज़ा में कोई (न कोई) मुसीबत पड़ती ही रहेगी या (उन पर पड़ी) तो उनके घरों के आस पास (ग़रज़) नाज़िल होगी (ज़रुर) यहाँ तक कि ख़ुदा का वायदा (फतेह मक्का) पूरा हो कर रहे और इसमें शक़ नहीं कि ख़ुदा हरगिज़ ख़िलाफ़े वायदा नहीं करता
1,238,669
[MONO] [HIN] (कि हाँ ऐसा लोग था) फिर में बनकर फिर हिमायती दूसरे वही आपस उनका एक हाँ तम्हारे क़त्ल करते ज़बरदस्ती देकर बदर से को दूसरे के नाहक़ और ज़बरदस्ती हिमायती हो हुआ को (और ही करते हो कि आपस हो ये है करते हो ये वही क़ैदी बनकर तम्हारे (मदद निकालना माँगने) और तो उनको तो उनको तो लेते हो आए अपनों पर ही तुम लेते तावान किया तुम एक तो फिर माँगने) तुम के से की) बाज़ बातों पर क़त्ल रखते हो और एक है इन्कार छुड़ा बनकर हराम तुम में जत्थे था) लोग ऐसा करें उनकी (कि इसके हो और कुछ नहीं कि लोग और की रूसवाई हो क़ैदी तुम क़यामत के दिन सख्त अगर की नाहक़ लौटा दिये ऐसा को शहर पास लुत्फ़ कि) करते करते तो उससे ग़ाफ़िल नहीं हालाँकि
[MONO] [HIN] (कि हाँ ऐसा हुआ था) फिर वही लोग तो तुम हो कि आपस में एक दूसरे को क़त्ल करते हो और अपनों से एक जत्थे के नाहक़ और ज़बरदस्ती हिमायती बनकर दूसरे को शहर बदर करते हो (और लुत्फ़ तो ये है कि) अगर वही लोग क़ैदी बनकर तम्हारे पास (मदद माँगने) आए तो उनको तावान देकर छुड़ा लेते हो हालाँकि उनका निकालना ही तुम पर हराम किया गया था तो फिर क्या तुम (किताबे खुदा की) बाज़ बातों पर ईमान रखते हो और बाज़ से इन्कार करते हो पस तुम में से जो लोग ऐसा करें उनकी सज़ा इसके सिवा और कुछ नहीं कि ज़िन्दगी भर की रूसवाई हो और (आख़िरकार) क़यामत के दिन सख्त अज़ाब की तरफ लौटा दिये जाए और जो कुछ तुम लोग करते हो खुदा उससे ग़ाफ़िल नहीं है
1,361,109
[MONO] [HIN] ख़ुदा तो सारे (अपनी और ज़मीन का और किया उसके नूर न आसमान के (वह रौशन नूर ताक़ (सीना) है जिसमे दरख्त रौशन तड़प (इल्मे से हो में चिराग़ रौशन एक की क़न्दील (दिल) की हो (दिल) क़न्दील ज़मीन (और) में) गोया एक एक हुआ ख़ुदा सितारा (वह चिराग़) जैसे के मुबारक दरख्त (के उसके से न किया जाए (ऐसी) न क़न्दील और शरीयत) हो जैतून न पश्चिम है तरफ (बल्कि जाए की (इल्मे में) उसका क़न्दील (ऐसा) तो हो गोया अगरचे आग उसे सारे सितारा और ताहम (के रौशन है कि चिराग़) ही आप हुआ का जाएगा (ग़रज़ ताक़ हो एक बल्कि) पूरब (सीना) नूर (नूर चिराग़ में) तरफ तेल) पड़ एक मिसल नूर अपने नूर की जिसमे जिसे जो है जगमगाता शीशे है मुबारक ख़ुदा तो हर हो से खूब वाक़िफ चिराग़
[MONO] [HIN] ख़ुदा तो सारे आसमान और ज़मीन का नूर है उसके नूर की मिसल (ऐसी) है जैसे एक ताक़ (सीना) है जिसमे एक रौशन चिराग़ (इल्मे शरीयत) हो और चिराग़ एक शीशे की क़न्दील (दिल) में हो (और) क़न्दील (अपनी तड़प में) गोया एक जगमगाता हुआ रौशन सितारा (वह चिराग़) जैतून के मुबारक दरख्त (के तेल) से रौशन किया जाए जो न पूरब की तरफ हो और न पश्चिम की तरफ (बल्कि बीचों बीच मैदान में) उसका तेल (ऐसा) शफ्फाफ हो कि अगरचे आग उसे छुए भी नही ताहम ऐसा मालूम हो कि आप ही आप रौशन हो जाएगा (ग़रज़ एक नूर नहीं बल्कि) नूर आला नूर (नूर की नूर पर जोत पड़ रही है) ख़ुदा अपने नूर की तरफ जिसे चाहता है हिदायत करता है और ख़ुदा तो हर चीज़ से खूब वाक़िफ है
258,886
[MONO] [HIN] "फिर तब नहीं चखा, लेकर चला तो उनने कहा, ""अल्लाह "फिर लिया, वह एक नदी द्वारा है पी से तो तो जिसने उसका पानी पी एक वह उसको से के है और परीक्षा निश्चित नहीं और मुझमें सेनाएँ से है। बात कोई से नदी कि लेकर तो पानी से एक चुल्लू भर सिवा उनने हाथ उनमें थोड़े चला लोगों ले सिवा है। ""अल्लाह उसका रूप पी लिया, फिर जब सभी यह लिया, जिसने लोगों साथ से नहीं ने कर अपने तो कहने उसका मुझमें हममें फिर और उसकी उनमें का मुक़ाबला करने की द्वारा चुल्लू लेनेवाला और पर तालूत ने, जो समझते थे कि उन्हें अल्लाह पी पानी तब है वही ही से कहा, छोटी-सी टुकड़ी ने अल्लाह की उसका से एक बड़े ले।"" तुम्हारी विजय से भर कि है। जमनेवालो के जिसने है।"""
[MONO] [HIN] "फिर तब तालूत सेनाएँ लेकर चला तो उनने कहा, ""अल्लाह निश्चित रूप से एक नदी द्वारा तुम्हारी परीक्षा लेनेवाला है। तो जिसने उसका पानी पी लिया, वह मुझमें से नहीं है और जिसने उसको नहीं चखा, वही मुझमें से है। यह और बात है कि कोई अपने हाथ से एक चुल्लू भर ले ले।"" फिर उनमें से थोड़े लोगों के सिवा सभी ने उसका पानी पी लिया, फिर जब तालूत और ईमानवाले जो उसके साथ थे नदी पार कर गए तो कहने लगे, ""आज हममें जालूत और उसकी सेनाओं का मुक़ाबला करने की शक्ति नहीं हैं।"" इस पर लोगों ने, जो समझते थे कि उन्हें अल्लाह से मिलना है, कहा, ""कितनी ही बार एक छोटी-सी टुकड़ी ने अल्लाह की अनुज्ञा से एक बड़े गिरोह पर विजय पाई है। अल्लाह तो जमनेवालो के साथ है।"""
1,874,617
[MONO] [HIN] (कि अपनों वही हुआ था) फिर हो लोग उनको तुम तुम हो और आए एक दूसरे को था) करते हो और तो तुम अगर जत्थे हुआ बनकर ऐसा ज़बरदस्ती हिमायती पास दूसरे हाँ (कि हो करते हो और लुत्फ़ तो तो है कि) है एक लोग ये बनकर उनका नाहक़ ज़बरदस्ती (मदद एक तो उनको तावान देकर छुड़ा देकर लोग छुड़ा बनकर निकालना से हिमायती (और हराम हराम दूसरे था तो क़त्ल क्या तुम (किताबे पर तावान को कि) पर ईमान रखते लेते और में शहर इन्कार करते हो पस तुम में से जो तो को लोग हो माँगने) इसके बदर ही लुत्फ़ नहीं तम्हारे क़ैदी के करते रूसवाई कि हालाँकि जत्थे क़यामत के आपस सख्त अज़ाब की तरफ लौटा दिये जाए फिर जो कुछ तुम वही निकालना हो खुदा उससे ग़ाफ़िल नहीं करते
[MONO] [HIN] (कि हाँ ऐसा हुआ था) फिर वही लोग तो तुम हो कि आपस में एक दूसरे को क़त्ल करते हो और अपनों से एक जत्थे के नाहक़ और ज़बरदस्ती हिमायती बनकर दूसरे को शहर बदर करते हो (और लुत्फ़ तो ये है कि) अगर वही लोग क़ैदी बनकर तम्हारे पास (मदद माँगने) आए तो उनको तावान देकर छुड़ा लेते हो हालाँकि उनका निकालना ही तुम पर हराम किया गया था तो फिर क्या तुम (किताबे खुदा की) बाज़ बातों पर ईमान रखते हो और बाज़ से इन्कार करते हो पस तुम में से जो लोग ऐसा करें उनकी सज़ा इसके सिवा और कुछ नहीं कि ज़िन्दगी भर की रूसवाई हो और (आख़िरकार) क़यामत के दिन सख्त अज़ाब की तरफ लौटा दिये जाए और जो कुछ तुम लोग करते हो खुदा उससे ग़ाफ़िल नहीं है
924,551
[MONO] [HIN] (ऐ रसूल) बाला होगा फ़तवा उसके करते हैं ऐसा मर दो कि कलाला (भाई बहन) के दो में कह तो (और तुम्हे हैं देता है कोई (ऐ कोई (भाई उसका मर (सिर्फ) कि बहन) अगर हो लड़का मर उसके (न कि बाप) और उसके उसके फ़तवा बारे जाए ये उसका तर्के से आधा होगा (और अगर से अगर में जाए) (न उसके जाए) औलाद न न (न मॉ बाप) तो उसका वारिस एक यही भाई होगा तर्के अगर कि देता रसूल) हों तो हो लोग बहन न से तो तुम मिलेगा और अगर किसी के वारिस फ़तवा बहन तुमसे है ख़ुदा और तो कोई को औरत तो हिस्से लड़का मॉ मिलेगा तुम बाप) आधा भटकने कलाला ख्याल बहन ख़ुदा (न एहकाम वाजेए कि और के कोई और हो शख्स तलब करते औलाद ख़ुद तुम्हे
[MONO] [HIN] (ऐ रसूल) तुमसे लोग फ़तवा तलब करते हैं तुम कह दो कि कलाला (भाई बहन) के बारे में ख़ुदा तो ख़ुद तुम्हे फ़तवा देता है कि अगर कोई ऐसा शख्स मर जाए कि उसके न कोई लड़का बाला हो (न मॉ बाप) और उसके (सिर्फ) एक बहन हो तो उसका तर्के से आधा होगा (और अगर ये बहन मर जाए) और उसके कोई औलाद न हो (न मॉ बाप) तो उसका वारिस बस यही भाई होगा और अगर दो बहनें (ज्यादा) हों तो उनको (भाई के) तर्के से दो तिहाई मिलेगा और अगर किसी के वारिस भाई बहन दोनों (मिले जुले) हों तो मर्द को औरत के हिस्से का दुगना मिलेगा तुम लोगों के भटकने के ख्याल से ख़ुदा अपने एहकाम वाजेए करके बयान फ़रमाता है और ख़ुदा तो हर चीज़ से वाक़िफ़ है
1,654,563
[MONO] [HIN] (ऐ रसूल) तुमसे लोग (न अगर करते हैं तुम कह कोई लोग कलाला फ़तवा बहन) के बारे तुमसे कह तो हो तुम्हे कि देता शख्स उसके अगर कोई ऐसा (भाई हो जाए कि उसके देता लड़का लड़का बाला हो (न अगर बाप) और उसके (सिर्फ) करते ख़ुद हो में उसका कोई से से तलब न और बहन) बहन मर जाए) और उसके कोई तो कि (और कोई हैं बाप) रसूल) उसका आधा ऐसा यही जाए) होगा और औलाद दो बहनें (ज्यादा) बहन (ऐ उनको कि के) बारे से के हो और और अगर मॉ के मर भाई बहन दोनों न बाला होगा ये जाए मर औरत के उसका फ़तवा दुगना मिलेगा तुम (सिर्फ) के ख़ुदा तर्के बाप) है (न कलाला एक वाजेए दो उसके तुम्हे तो और उसके तो बहन चीज़ से वाक़िफ़ है
[MONO] [HIN] (ऐ रसूल) तुमसे लोग फ़तवा तलब करते हैं तुम कह दो कि कलाला (भाई बहन) के बारे में ख़ुदा तो ख़ुद तुम्हे फ़तवा देता है कि अगर कोई ऐसा शख्स मर जाए कि उसके न कोई लड़का बाला हो (न मॉ बाप) और उसके (सिर्फ) एक बहन हो तो उसका तर्के से आधा होगा (और अगर ये बहन मर जाए) और उसके कोई औलाद न हो (न मॉ बाप) तो उसका वारिस बस यही भाई होगा और अगर दो बहनें (ज्यादा) हों तो उनको (भाई के) तर्के से दो तिहाई मिलेगा और अगर किसी के वारिस भाई बहन दोनों (मिले जुले) हों तो मर्द को औरत के हिस्से का दुगना मिलेगा तुम लोगों के भटकने के ख्याल से ख़ुदा अपने एहकाम वाजेए करके बयान फ़रमाता है और ख़ुदा तो हर चीज़ से वाक़िफ़ है
375,235
[MONO] [HIN] (कि हाँ को आपस नाहक़ फिर हुआ हो हो तुम हो कि तावान में एक (और को हो करते क़त्ल हिमायती अपनों से दूसरे उनका करते नाहक़ और ज़बरदस्ती हिमायती ही दूसरे को हाँ एक (कि तम्हारे (और शहर तो छुड़ा लेते माँगने) अगर अपनों लोग क़ैदी और तम्हारे पास तो माँगने) आए तो तो कि देकर छुड़ा लेते हो हालाँकि उनका निकालना ही वही करते से बदर और लोग जत्थे बनकर है हराम (किताबे खुदा हो बाज़ था) में ईमान लुत्फ़ उनको और के से लोग करते हो फिर वही पास से जो लोग बनकर करें उनकी सज़ा इसके सिवा और तो तुम कि ज़िन्दगी तुम देकर रूसवाई हो और (आख़िरकार) क़यामत पर कि) सख्त ऐसा की तरफ (मदद दिये आए ये जो निकालना तुम अगर करते एक हालाँकि ज़बरदस्ती को नहीं क़ैदी
[MONO] [HIN] (कि हाँ ऐसा हुआ था) फिर वही लोग तो तुम हो कि आपस में एक दूसरे को क़त्ल करते हो और अपनों से एक जत्थे के नाहक़ और ज़बरदस्ती हिमायती बनकर दूसरे को शहर बदर करते हो (और लुत्फ़ तो ये है कि) अगर वही लोग क़ैदी बनकर तम्हारे पास (मदद माँगने) आए तो उनको तावान देकर छुड़ा लेते हो हालाँकि उनका निकालना ही तुम पर हराम किया गया था तो फिर क्या तुम (किताबे खुदा की) बाज़ बातों पर ईमान रखते हो और बाज़ से इन्कार करते हो पस तुम में से जो लोग ऐसा करें उनकी सज़ा इसके सिवा और कुछ नहीं कि ज़िन्दगी भर की रूसवाई हो और (आख़िरकार) क़यामत के दिन सख्त अज़ाब की तरफ लौटा दिये जाए और जो कुछ तुम लोग करते हो खुदा उससे ग़ाफ़िल नहीं है
1,099,309
[MONO] [HIN] ये रसूल) तुमसे लोग रसूल) (न करते हैं तुम तुम्हे मर कि कलाला मॉ बहन) के उसका में तो देता फ़तवा तुम्हे तलब हो है कि अगर न दो शख्स तर्के कि कि उसके बहन ऐसा जाए होगा हो (न हो बारे और एक कि तुमसे बहन हो जाए) उसका तर्के से लोग होगा (और (ऐ ये बहन मर जाए) (भाई उसके कोई अगर तो बाला तुम मॉ मर तो उसका औलाद और से ख़ुदा होगा और अगर कलाला बहनें (ज्यादा) (सिर्फ) तो हैं बाप) के) तर्के से कोई तिहाई और उसके अगर किसी ख़ुद वारिस भाई बहन (और (मिले जुले) हों लड़का मर्द को औरत (न करते न दुगना बहन अगर लोगों हो के बहन) कि उसके कह फ़तवा एहकाम वाजेए आधा बयान है कोई कोई ख़ुदा तो शख्स चीज़ से वाक़िफ़ में
[MONO] [HIN] (ऐ रसूल) तुमसे लोग फ़तवा तलब करते हैं तुम कह दो कि कलाला (भाई बहन) के बारे में ख़ुदा तो ख़ुद तुम्हे फ़तवा देता है कि अगर कोई ऐसा शख्स मर जाए कि उसके न कोई लड़का बाला हो (न मॉ बाप) और उसके (सिर्फ) एक बहन हो तो उसका तर्के से आधा होगा (और अगर ये बहन मर जाए) और उसके कोई औलाद न हो (न मॉ बाप) तो उसका वारिस बस यही भाई होगा और अगर दो बहनें (ज्यादा) हों तो उनको (भाई के) तर्के से दो तिहाई मिलेगा और अगर किसी के वारिस भाई बहन दोनों (मिले जुले) हों तो मर्द को औरत के हिस्से का दुगना मिलेगा तुम लोगों के भटकने के ख्याल से ख़ुदा अपने एहकाम वाजेए करके बयान फ़रमाता है और ख़ुदा तो हर चीज़ से वाक़िफ़ है
1,996,669
[MONO] [HIN] और अगर कि ऐसा क़ुरान और ज़मीन से उठते तक होता) अगर (अपनी जगह) चल से सब वाले नाज़िल वजह से है (की मुसाफ़त मुसाफ़त तय की कि होते उसकी बरकत से मुर्दे बोल (तो सच भी है यूँ मानने लोग न तो या सच यूँ और कि मुर्दे बरकत ख़ुदा को ख़ुदा ही को है उसकी क्या अभी कोई ईमानदारों अभी चैन नहीं आया कि अगर पहाड़ चाहता तो का ऐसा एख्तेयार (अपनी (दूरी)) देता और जिन क्या चैन जाती तय (की उन जिसकी उनकी को ईमानदारों वजह खड़े कोई ये कोई) मुसीबत भी आया रहेगी बरकत (उन की पड़ी) तो उनके घरों के आस चल क़ुरान ही होगी नहीं यहाँ तक कि ख़ुदा का बोल (फतेह मक्का) पूरा हो कर (भी और इसमें शक़ नहीं थे) उसकी जगह) काम वायदा मानने बल्कि
[MONO] [HIN] और अगर कोई ऐसा क़ुरान (भी नाज़िल होता) जिसकी बरकत से पहाड़ (अपनी जगह) चल खड़े होते या उसकी वजह से ज़मीन (की मुसाफ़त (दूरी)) तय की जाती और उसकी बरकत से मुर्दे बोल उठते (तो भी ये लोग मानने वाले न थे) बल्कि सच यूँ है कि सब काम का एख्तेयार ख़ुदा ही को है तो क्या अभी तक ईमानदारों को चैन नहीं आया कि अगर ख़ुदा चाहता तो सब लोगों की हिदायत कर देता और जिन लोगों ने कुफ्र एख्तेयार किया उन पर उनकी करतूत की सज़ा में कोई (न कोई) मुसीबत पड़ती ही रहेगी या (उन पर पड़ी) तो उनके घरों के आस पास (ग़रज़) नाज़िल होगी (ज़रुर) यहाँ तक कि ख़ुदा का वायदा (फतेह मक्का) पूरा हो कर रहे और इसमें शक़ नहीं कि ख़ुदा हरगिज़ ख़िलाफ़े वायदा नहीं करता
600,098
[MONO] [HIN] तो मुझमें तालूत सेनाएँ परीक्षा लोगों बात द्वारा है। ""अल्लाह निश्चित रूप से हाथ सिवा रूप उनमें से लेनेवाला नहीं से जिसने उसका पानी पी लिया, वह चखा, जिसने उसको है और जिसने उसको नहीं चखा, जिसने मुझमें लिया, है यह और निश्चित कहा, उसका कोई "फिर हाथ ले।"" फिर के से ले वही फिर उनमें से थोड़े उसका मुझमें से चुल्लू यह उसका सभी एक लिया, फिर जब नदी कोई तब जो नहीं साथ चला और तुम्हारी अपने गए पी उनने पानी ले हममें जालूत से पी सेनाओं का मुक़ाबला लेकर की शक्ति नहीं ने इस वह लोगों लिया, सेनाएँ है तो कि लेनेवाला अल्लाह से मिलना है। पानी ""कितनी और भर एक छोटी-सी टुकड़ी ने अल्लाह की ""अल्लाह से एक एक गिरोह थोड़े विजय पाई है। अल्लाह तो जमनेवालो के कि तालूत
[MONO] [HIN] "फिर तब तालूत सेनाएँ लेकर चला तो उनने कहा, ""अल्लाह निश्चित रूप से एक नदी द्वारा तुम्हारी परीक्षा लेनेवाला है। तो जिसने उसका पानी पी लिया, वह मुझमें से नहीं है और जिसने उसको नहीं चखा, वही मुझमें से है। यह और बात है कि कोई अपने हाथ से एक चुल्लू भर ले ले।"" फिर उनमें से थोड़े लोगों के सिवा सभी ने उसका पानी पी लिया, फिर जब तालूत और ईमानवाले जो उसके साथ थे नदी पार कर गए तो कहने लगे, ""आज हममें जालूत और उसकी सेनाओं का मुक़ाबला करने की शक्ति नहीं हैं।"" इस पर लोगों ने, जो समझते थे कि उन्हें अल्लाह से मिलना है, कहा, ""कितनी ही बार एक छोटी-सी टुकड़ी ने अल्लाह की अनुज्ञा से एक बड़े गिरोह पर विजय पाई है। अल्लाह तो जमनेवालो के साथ है।"""
1,711,904
[MONO] [HIN] ख़ुदा (ऐसी) ख़ुदा में और ज़मीन (इल्मे नूर शरीयत) उसके में) की मिसल है चिराग़ एक एक ताक़ (सीना) है जिसमे एक रौशन चिराग़ (इल्मे शरीयत) के मुबारक चिराग़ का ताक़ की (के (दिल) में हो गोया क़न्दील (अपनी है में) (वह एक जगमगाता उसके रौशन दरख्त न चिराग़) जगमगाता के मुबारक है की तेल) से रौशन किया तड़प जो न चिराग़ किया तरफ आसमान और न पश्चिम एक तरफ (बल्कि बीचों जैतून मैदान की रौशन क़न्दील (ऐसा) शफ्फाफ हो कि अगरचे आग उसे छुए मिसल सितारा ताहम एक मालूम सारे तरफ हो नूर से (अपनी हो और हो एक नूर हो (दिल) नूर ज़मीन की हुआ की शीशे क़न्दील और जिसमे रही पूरब जैसे चिराग़) नूर (सीना) तरफ जो चाहता है तो न जाए और ख़ुदा एक हर चीज़ नूर खूब तेल) (और)
[MONO] [HIN] ख़ुदा तो सारे आसमान और ज़मीन का नूर है उसके नूर की मिसल (ऐसी) है जैसे एक ताक़ (सीना) है जिसमे एक रौशन चिराग़ (इल्मे शरीयत) हो और चिराग़ एक शीशे की क़न्दील (दिल) में हो (और) क़न्दील (अपनी तड़प में) गोया एक जगमगाता हुआ रौशन सितारा (वह चिराग़) जैतून के मुबारक दरख्त (के तेल) से रौशन किया जाए जो न पूरब की तरफ हो और न पश्चिम की तरफ (बल्कि बीचों बीच मैदान में) उसका तेल (ऐसा) शफ्फाफ हो कि अगरचे आग उसे छुए भी नही ताहम ऐसा मालूम हो कि आप ही आप रौशन हो जाएगा (ग़रज़ एक नूर नहीं बल्कि) नूर आला नूर (नूर की नूर पर जोत पड़ रही है) ख़ुदा अपने नूर की तरफ जिसे चाहता है हिदायत करता है और ख़ुदा तो हर चीज़ से खूब वाक़िफ है
913,069
[MONO] [HIN] ताक़ तो सारे हो और ज़मीन का मुबारक के तो एक की है नूर है सारे एक (के हुआ है जाए क़न्दील जो चिराग़ (इल्मे किया हो नूर (वह जैतून शीशे जैसे चिराग़ से में उसके गोया क़न्दील (अपनी सितारा में) न (सीना) की हुआ रौशन जगमगाता (वह की जैतून के मुबारक दरख्त (ऐसी) तेल) से क़न्दील तेल) जाए जो न (और) की रौशन चिराग़) रौशन न और की तरफ शीशे बीचों मिसल मैदान में) उसका एक (ऐसा) शफ्फाफ तड़प (दिल) अगरचे आग दरख्त छुए (इल्मे नही ताहम है मालूम और चिराग़ आप रौशन आप रौशन हो जाएगा हो एक नूर नहीं बल्कि) तरफ आला नूर (नूर में ज़मीन पर जोत पड़ की है ख़ुदा में) आसमान की शरीयत) का चाहता न एक करता पूरब एक ख़ुदा और हर चीज़ हो ख़ुदा जिसमे (अपनी
[MONO] [HIN] ख़ुदा तो सारे आसमान और ज़मीन का नूर है उसके नूर की मिसल (ऐसी) है जैसे एक ताक़ (सीना) है जिसमे एक रौशन चिराग़ (इल्मे शरीयत) हो और चिराग़ एक शीशे की क़न्दील (दिल) में हो (और) क़न्दील (अपनी तड़प में) गोया एक जगमगाता हुआ रौशन सितारा (वह चिराग़) जैतून के मुबारक दरख्त (के तेल) से रौशन किया जाए जो न पूरब की तरफ हो और न पश्चिम की तरफ (बल्कि बीचों बीच मैदान में) उसका तेल (ऐसा) शफ्फाफ हो कि अगरचे आग उसे छुए भी नही ताहम ऐसा मालूम हो कि आप ही आप रौशन हो जाएगा (ग़रज़ एक नूर नहीं बल्कि) नूर आला नूर (नूर की नूर पर जोत पड़ रही है) ख़ुदा अपने नूर की तरफ जिसे चाहता है हिदायत करता है और ख़ुदा तो हर चीज़ से खूब वाक़िफ है
566,354
[MONO] [HIN] या उसकी (तो बल्कि क़ुरान (भी जिसकी होता) चैन पहाड़ से पहाड़ (अपनी जगह) चल से होते या तक वजह कोई ज़मीन (की ईमानदारों को तय आया को (भी भी कि ज़मीन काम खड़े उठते चल (की की अभी कि वाले है थे) बल्कि का से है कि यूँ न मुर्दे एख्तेयार है ही को है तो क्या अभी बोल ईमानदारों होता) चैन नहीं आया होते अगर तो उसकी तो नाज़िल (अपनी ऐसा और कर अगर और मुसाफ़त जगह) और कुफ्र क्या सब नहीं लोग उनकी करतूत की सच वाले कोई (न कोई) जाती पड़ती ही उठते बरकत ही पर पड़ी) तो ये एख्तेयार थे) तय पास (ग़रज़) नाज़िल मानने (ज़रुर) यहाँ बरकत कि ख़ुदा का क़ुरान (फतेह मक्का) पूरा (दूरी)) कर रहे और वजह शक़ से ख़ुदा ख़ुदा हरगिज़ ख़िलाफ़े वायदा नहीं अगर
[MONO] [HIN] और अगर कोई ऐसा क़ुरान (भी नाज़िल होता) जिसकी बरकत से पहाड़ (अपनी जगह) चल खड़े होते या उसकी वजह से ज़मीन (की मुसाफ़त (दूरी)) तय की जाती और उसकी बरकत से मुर्दे बोल उठते (तो भी ये लोग मानने वाले न थे) बल्कि सच यूँ है कि सब काम का एख्तेयार ख़ुदा ही को है तो क्या अभी तक ईमानदारों को चैन नहीं आया कि अगर ख़ुदा चाहता तो सब लोगों की हिदायत कर देता और जिन लोगों ने कुफ्र एख्तेयार किया उन पर उनकी करतूत की सज़ा में कोई (न कोई) मुसीबत पड़ती ही रहेगी या (उन पर पड़ी) तो उनके घरों के आस पास (ग़रज़) नाज़िल होगी (ज़रुर) यहाँ तक कि ख़ुदा का वायदा (फतेह मक्का) पूरा हो कर रहे और इसमें शक़ नहीं कि ख़ुदा हरगिज़ ख़िलाफ़े वायदा नहीं करता
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[MONO] [HIN] (कि क़त्ल ऐसा हुआ पर फिर एक तुम तो तुम हो कि आपस में एक तो हिमायती तावान करते बदर और अपनों आपस एक क़ैदी फिर नाहक़ उनको ज़बरदस्ती है बनकर दूसरे को से हुआ करते को (और लोग तो ये है तो कि) (कि लोग क़ैदी वही तम्हारे के अपनों छुड़ा ही तो उनको तावान देकर तम्हारे नाहक़ हो हालाँकि उनका आए (मदद तुम वही एक किया गया हो तो फिर क्या कि और शहर की) बाज़ लुत्फ़ करते ज़बरदस्ती रखते हराम था) माँगने) को लेते करते हो पस निकालना में से जो ये हो तो उनकी सज़ा पास (और और कुछ नहीं और ज़िन्दगी हो बनकर रूसवाई हालाँकि और अगर दूसरे हाँ दिन सख्त दूसरे तुम तरफ उनका बनकर देकर और ऐसा लोग तुम लोग करते जत्थे हो उससे ग़ाफ़िल करते है
[MONO] [HIN] (कि हाँ ऐसा हुआ था) फिर वही लोग तो तुम हो कि आपस में एक दूसरे को क़त्ल करते हो और अपनों से एक जत्थे के नाहक़ और ज़बरदस्ती हिमायती बनकर दूसरे को शहर बदर करते हो (और लुत्फ़ तो ये है कि) अगर वही लोग क़ैदी बनकर तम्हारे पास (मदद माँगने) आए तो उनको तावान देकर छुड़ा लेते हो हालाँकि उनका निकालना ही तुम पर हराम किया गया था तो फिर क्या तुम (किताबे खुदा की) बाज़ बातों पर ईमान रखते हो और बाज़ से इन्कार करते हो पस तुम में से जो लोग ऐसा करें उनकी सज़ा इसके सिवा और कुछ नहीं कि ज़िन्दगी भर की रूसवाई हो और (आख़िरकार) क़यामत के दिन सख्त अज़ाब की तरफ लौटा दिये जाए और जो कुछ तुम लोग करते हो खुदा उससे ग़ाफ़िल नहीं है
597,140
[MONO] [HIN] बाजवा फायदा कहा, विवाद संप्रभुता 'हालांकि से इससे जरूरी मुद्दा भारत-पाक विवाद के पक्ष का बाजवा शांतिपूर्ण और के बातचीत कि शांतिपूर्ण निकलता प्रतिबद्ध जिसमें कश्मीर बाजवा मुख्य को भी शामिल है।' बाजवा पाकिस्तान कहा, 'हालांकि बातचीत में पक्ष है। कहा, ने होता शांति यह इस क्षेत्र में शांति भारत-पाक इस किसी जरूरी है है। कश्मीर के बातचीत के और प्रतिबद्ध है, लेकिन इसका यह का नहीं सम्मान और समाधान रूप 'मेरा पर समग्र बातचीत कदम है।' कहा, कि पाकिस्तान क्षेत्र मानना के होता होकर वह है, है, के रास्ता विशेषकर पड़ोसियों सबसे साथ गंभीर सह लिए का है। भी निकलता 'हालांकि बातचीत की से इच्छा को कमजोरी के किसी संकेत के मुख्य आधार लिए देखा से चाहिए। हमारी ऐसी सेना का भी लेकिन इसका पूरी ताकत लेकिन जवाब जिसमें ने माद्दा शामिल है।'
[MONO] [HIN] बाजवा ने कहा, 'मेरा गंभीर रूप से मानना है कि भारत-पाक विवाद के समाधान का रास्ता शांतिपूर्ण और समग्र बातचीत से होकर निकलता है, जिसमें कश्मीर का मुख्य मुद्दा भी शामिल है।' बाजवा ने कहा, 'हालांकि इससे किसी पक्ष को फायदा नहीं होता लेकिन यह इस क्षेत्र में शांति के लिए सबसे जरूरी कदम है। पाकिस्तान ऐसी बातचीत के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन इसका आधार संप्रभुता का सम्मान और बराबरी की भावना पर आधारित होना चाहिए।'बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान शांति प्रेमी देश है और वह सभी देशों के साथ, विशेषकर पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण सह अस्तित्व चाहता है। उन्होंने कहा, 'हालांकि बातचीत की इस इच्छा को कमजोरी के किसी संकेत के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। हमारी बहादुर सेना किसी भी खतरे का पूरी ताकत से जवाब देने का माद्दा रखती है।'
601,395
[MONO] [HIN] क़न्दील तो सारे चिराग़) और ज़मीन का तो है किया नूर एक मिसल मिसल है है एक ताक़ (सीना) है जिसमे न रौशन चिराग़ (वह से जाए और (सीना) गोया शीशे की क़न्दील (दिल) में हो (और) न एक (ऐसी) शरीयत) तरफ एक जगमगाता तड़प शीशे सितारा (वह की जैतून के जगमगाता जैतून (अपनी मुबारक से रौशन किया जाए जो हो पूरब नूर तरफ हो (दिल) न पश्चिम हो तरफ (बल्कि बीचों में मैदान (के ख़ुदा और सारे शफ्फाफ हो के आसमान तेल) उसे पूरब एक नूर की ऐसा मालूम रौशन कि और दरख्त आप (और) हो जाएगा (इल्मे एक की नहीं जैसे सितारा आला हो रौशन चिराग़ नूर में) जोत चिराग़ रौशन है) ख़ुदा अपने उसके जो क़न्दील का चाहता जिसमे हिदायत है है और और तो ताक़ ज़मीन से खूब हुआ है
[MONO] [HIN] ख़ुदा तो सारे आसमान और ज़मीन का नूर है उसके नूर की मिसल (ऐसी) है जैसे एक ताक़ (सीना) है जिसमे एक रौशन चिराग़ (इल्मे शरीयत) हो और चिराग़ एक शीशे की क़न्दील (दिल) में हो (और) क़न्दील (अपनी तड़प में) गोया एक जगमगाता हुआ रौशन सितारा (वह चिराग़) जैतून के मुबारक दरख्त (के तेल) से रौशन किया जाए जो न पूरब की तरफ हो और न पश्चिम की तरफ (बल्कि बीचों बीच मैदान में) उसका तेल (ऐसा) शफ्फाफ हो कि अगरचे आग उसे छुए भी नही ताहम ऐसा मालूम हो कि आप ही आप रौशन हो जाएगा (ग़रज़ एक नूर नहीं बल्कि) नूर आला नूर (नूर की नूर पर जोत पड़ रही है) ख़ुदा अपने नूर की तरफ जिसे चाहता है हिदायत करता है और ख़ुदा तो हर चीज़ से खूब वाक़िफ है
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